गुप्त शत्रु नाशक मंत्र | Gupt shatru nashak mantra : हेलो नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब दोस्तों आज आपका इस नए लेख में बहुत-बहुत स्वागत है आज के इस लेख में हम आपको गुप्त शत्रु नाशक मंत्र के बारे में बताने वाले हैं.
गुप्त शत्रु वे होते हैं जो प्रकट रूप से हमारी शत्रुता नहीं दिखाते, लेकिन छिपकर हमारे जीवन में बाधाएं उत्पन्न करते हैं। उनकी नकारात्मक ऊर्जा और षड्यंत्र जीवन में सफलता, शांति और प्रगति में बाधा बन सकते हैं। ऐसे में गुप्त शत्रु नाशक मंत्रों का सहारा लिया जाता है।
गुप्त शत्रु नाशक मंत्र भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में विशेष स्थान रखते हैं। ये मंत्र अदृश्य शत्रुओं के दुष्प्रभावों को समाप्त करने, नकारात्मक शक्तियों को दूर करने और व्यक्ति की रक्षा करने में सहायक होते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण श्रद्धा, विश्वास और सही विधि से किया जाए तो यह मानसिक शांति और आत्मबल प्रदान करते हैं।
इन मंत्रों का उद्देश्य किसी को हानि पहुँचाना नहीं, बल्कि अपने जीवन को शत्रुओं की नकारात्मकता से मुक्त करना और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करना है। यह एक आध्यात्मिक उपाय है जो हमारे जीवन में संतुलन और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
इसीलिए आज के इस लेख में हम आपको गुप्त शत्रु नाशक मंत्र के बारे में बताने वाले हैं यह मंत्र इतना शक्तिशाली है कि यदि आप इस मंत्र का प्रयोग करते हैं तो अवश्य ही आपका गुप्त शत्रु समाप्त हो जाएगा तो आइए आपका ज्यादा वक्त ना लेते हुए आज के इस लेख को शुरू करते हैं और गुप्त शत्रु नाशक मंत्र के बारे में जानकारी हासिल करते हैं।
- 1. गुप्त शत्रु नाशक मंत्र | Gupt shatru nashak mantra
- 1.1. मंत्र जाप विधि
- 1.2. मंत्र जाप करें
- 2. गुप्त शत्रु नाशक हनुमान मंत्र | Gupt shatru nashak hanuman mantra
- 3. गुप्त शत्रु नाशक दुर्गा मंत्र | Gupt shatru nashak durga mantra
- 4. शत्रु के विनाश का उपाय | Shatru ke vinash ka upay
- 5. गुप्त शत्रु को खत्म करने का बेहतरीन उपाय | Gupt shatru ko khatm karne ka behtreen upay
- 6. गुप्त शत्रु को कैसे पहचाने ? | Gupt shatru ko kaise pehchane ?
- 7. FAQ: गुप्त शत्रु नाशक मंत्र
- 7.1. शत्रु नाश के लिए कौन सा मंत्र होता है?
- 7.2. शत्रु का नाश करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए?
- 7.3. किसी से छुटकारा पाना हो तो क्या करें?
- 7.4. दुश्मन परेशान करे तो क्या करें?
- 8. निष्कर्ष
गुप्त शत्रु नाशक मंत्र | Gupt shatru nashak mantra
दोस्तों अब हम आपको जिस मंत्र के बारे में बताने वाले हैं यह बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है इस मंत्र का प्रयोग आपको शुक्रवार के दिन या फिर शनिवार के दिन सुबह के वक्त करना है इसके प्रयोग के लिए आपको सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहा धोकर घर के सभी कार्यों से निवृत हो जाना है तथा किसी एकांत स्थान पर बैठ जाना है.
याद रहे कि आप जब इस विधि को करें तो आपको कोई भी देखे ना और ना ही आपको इस विधि के पूर्ण होने से पहले अपने स्थान को छोड़ना है इस विधि को करने से पहले आपको अपने सामने एक घी का दीपक जलाना है और याद रहे कि जब तक आपकी यह विधि पूरी ना हो आपका घी का दीपक बुझना नहीं चाहिए अन्यथा या विधि निष्फल हो जाएगी.
मंत्र जाप विधि
1. साफ स्थान का चयन करें:
मंत्र जाप के लिए एक शांत और स्वच्छ स्थान का चयन करें। यह स्थान पूजा स्थल या ध्यान का क्षेत्र हो सकता है।
2. पूजा सामग्री तैयार करें:
एक सफेद या लाल वस्त्र पर बैठें और सामने घी का दीपक जलाएं। अगरबत्ती, चावल, फूल और काली मिर्च साथ रखें।
3. शुद्धिकरण करें:
अपने मन और शरीर को शुद्ध करने के लिए स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
4. आराधना प्रारंभ करें:
भगवान गणेश का ध्यान करें और उनकी पूजा के बाद देवी काली या भगवान भैरव का स्मरण करें।
मंत्र जाप करें
- इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार रोज़ करना चाहिए।
- जाप के लिए रुद्राक्ष माला का उपयोग करें।
1. समर्पण करें:
जाप के बाद भगवान से प्रार्थना करें कि वे आपकी रक्षा करें और आपके शत्रुओं का प्रभाव समाप्त करें।
2. नियमितता बनाए रखें:
यह मंत्र जाप कम से कम 21 दिनों तक नियमित रूप से करें।
“ॐ क्लीं कालिकायै नमः।
ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भैरवाय नमः।
ॐ ह्रीं क्षीं फट् स्वाहा।”
यह मंत्र देवी काली और भगवान भैरव की शक्ति का आह्वान करता है, जो शत्रुओं और नकारात्मक शक्तियों का नाश करने में समर्थ हैं।
“ऊं ह्रीं क्लीं भैरवी मातांगी त्रिलोक्य वशमान्य स्वाहा”
गुप्त शत्रु नाशक हनुमान मंत्र | Gupt shatru nashak hanuman mantra
दोस्तों अब हम आपको जिस मंत्र के बारे में बताने वाले हैं यह भी बहुत ही शक्तिशाली गुप्त शत्रु नाशक हनुमान मंत्र है इस मंत्र को आपको मंगलवार के दिन शुरू करना है इसके लिए आपको किसी हनुमान मंदिर जाकर उन्हें सिंदूर, भोग आदि अर्पित करके नीचे दिए गए मंत्र का जाप लगातार सात दिनों तक करना है.
जब आप 7 दिनों तक ऐसा करते हैं तो आपका यह मंत्र सिद्ध हो जाता है सिद्ध होने के बाद आपको इस मंत्र का प्रयोग करना होता है इस मंत्र का प्रयोग करने के लिए आपको गुड़, चना तथा सवा किलो आटे को मिलाकर एक रोटी बनानी है तथा हनुमान जी को भोग लगाना है तथा उस मंदिर के पुजारी को दाल, आटा, चावल, मसाले आदि का दान देना है तथा इसके आठवें दिन आपको भोजन करना है.
भोजन करने के समय आपको दिए गए मंत्र का उच्चारण करना है और हनुमान जी का स्मरण करना है जब आप रोजाना ऐसा करते हैं तो कुछ समय पश्चात आपका शत्रु नष्ट हो जाता है और यदि ऐसा नहीं होता है तो आपको पुनः संपूर्ण श्रद्धा भाव से इस विधि को करना है और इस विधि के सफल होने के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करनी है.
इस प्रकार से आप अपने किसी भी गुप्त शत्रु को नाश कर सकते हैं।
‘पवन को पूत अंजनी को जाओ, राजा रामचन्द्र को हुकुम भयो।
फलाने वैरी को कुनवा मेरो किंकर भयो।
हुकुम अदूली न करे तो राधोराज को वचन पूरो न करे तो,
अंजनी माता के दूध को लजाए। शबद सांचा फुरो मंत्र हुम स्वाहा।
इस मंत्र का जाप करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना है कि इस मंत्र में जिस स्थान पर भी फलाने लिखा हुआ है वहां पर आपको अपने शत्रु का नाम लेना है।
गुप्त शत्रु नाशक दुर्गा मंत्र | Gupt shatru nashak durga mantra
अब हम आपको जिस गुप्त शत्रु दुर्गा मंत्र के बारे में बताने वाले हैं यह भी एक बहुत ही शक्तिशाली गुप्त शत्रु मंत्र है इस मंत्र को आपको नवरात्रि के दिनों में सिद्ध करना है इसको सिद्ध करने के लिए आपको नवरात्र के प्रत्येक दिन शाम को पूजा के वक्त माता को भोग लगाना है और रोजाना इस मंत्र का एक माला जाप करना है.
जब आप ऐसा करते हैं तो आपका यह मंत्र सिद्ध हो जाता है मंत्र सिद्ध होने के बाद आपको एक नागरमोथा की जड़ को ले आना है और उस जड़ में चांदी के तार को लपेट देना है चांदी के तार को लपेटने के बाद आपको पुनः नागर मोथा की जड़ को सामने रखकर इस सिद्ध किए गए मंत्र का एक माला जाप करना है.
उसके बाद जब आप इस जड़ को अपने मुंह में रखकर शत्रु के समक्ष जाएंगे तो शत्रु का मुंह बंध जाएगा और वह आपके बारे में कुछ उल्टा सीधा नहीं बोल पाएगा इस जड़ को यदि साधक चंदन के साथ घिसकर अपने माथे पर तिलक लगाकर शत्रु के सामने जाता है तो शत्रु जब साधक को देखता है तो उसकी आंखें दर्द होने लगती हैं.
यदि साधक इस जड़ को अपने दाहिने हाथ में बांध ले तो शत्रु के मन से क्रोध और शत्रुता की भावना समाप्त हो जाती है।
‘ॐ नमो नमो नमो चामुण्डा माई, कालिया भेंरुआ सूकिया समूकिया,
इन्हीं बैरि बला को बांध । बांध याकूं मुख बांध चित्त बांध,
बुद्धी बांध हाथ बांध पांव बांध । चीरा चिरमिरी बांध,
आंख नाक कांख अंग-अंग बांध । जो न बांधे तो चमार को चमरोद चण्डाली की कुण्डी में गिर ।
लोना चमारी की अरज सौ-सौ महाकाल की आन । अलख निरंजन फू-फू करे,
मेरो बैरी को बैर जरे मंत्र सांचा पिंड कांचा गुरु की शक्ति ।’
शत्रु के विनाश का उपाय | Shatru ke vinash ka upay
यदि आपके बहुत से गुप्त शत्रु हैं और आप उनसे बचने के कुछ उपाय करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक बहुत ही सरल विधि करनी होगी इस विधि में आपको पहले अश्विनी नक्षत्र में घोड़े की चार अंगुल की हड्डी को ले आना है और नीचे दिए गए मंत्र का 1000 बार जाप करना है 1000 बार मंत्र का जाप करने के बाद वह घोड़े की हड्डी अभिमंत्रित हो जाएगी.
इसके बाद आपको उस हड्डी को अपने शत्रु के भवन में गाड़ देना है जब आप ऐसा करेंगे तो कुछ समय पश्चात आप देखेंगे कि आपके शत्रु के साथ-साथ उसका पूरा परिवार विनाश की राह पर निकल चुका है यह एक बहुत ही शक्तिशाली उपाय है इसीलिए इस उपाय को आपको कभी भी किसी गलत उद्देश्य को लेकर नहीं करना है.
गुप्त शत्रु को खत्म करने का बेहतरीन उपाय | Gupt shatru ko khatm karne ka behtreen upay
यदि आप अपने शत्रु को समाप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सिंपल नीचे दिए गए मंत्र का रोजाना सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहा धोकर नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जाप करना है यदि आप लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करते हैं तो आप देखेंगे कि कुछ समय पश्चात ही आपका शत्रु खत्म होने लगेगा.
यह एक बहुत ही खतरनाक उपाय है इसीलिए इस उपाय को करने से पहले एक बार विचार अवश्य करें क्योंकि इस उपाय को करने के बाद किसी व्यक्ति की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी और उसका सब कुछ खत्म हो जाएगा तो आप से अनुरोध है कि इस उपाय को न करें तो बेहतर है लेकिन फिर भी यदि आप अपने शत्रु को समाप्त करना चाहते हैं तो आप इस मंत्र का उपाय कर सकते हैं.
ऊं ह्रीं क्लीं भैरवी मातांगी त्रिलोक्य वशमान्य स्वाहा” (शत्रु का नाम )
गुप्त शत्रु को कैसे पहचाने ? | Gupt shatru ko kaise pehchane ?
दोस्तों गुप्त शत्रु को पहचानने का कोई उपाय या मंत्र नहीं होता है इसके कुछ साधारण से कार्य होते हैं और कुछ सोचने समझने की शक्ति से आप अपने गुप्त शत्रु को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं आइए जानते हैं कि वह कौन से लोग हैं जो सामने से हमारे मित्र या सगे संबंधी होते हैं.
लेकिन पीछे से वह शत्रु से भी भयानक रूप लेकर रहते हैं जिन्हें गुप्त शत्रु कहा जाता है आजकल के जमाने में देखा जाए तो ज्यादातर लोग मीठी-मीठी बातें करते हैं लेकिन पीछे से चाकू मारने का काम भी वही लोग करते हैं तो नीचे हमने आपको गुप्त शत्रु को पहचानने के कुछ तरीके बताए हैं.
- जो लोग आपके सामने आपकी तारीफ करते हैं और दूसरों के सामने आपकी बुराई करते हैं वह कभी भी आपके दोस्त नहीं हो सकते.
- जो लोग दूसरों के मन में आपके प्रति जहर घोलते हैं और आपकी बुराई करते हैं ऐसे लोग किसी दुश्मन से कम नहीं होती होते हैं.
- जो लोग आपकी परेशानी में आपका साथ नहीं देते लेकिन जब उन्हें कोई परेशानी होती है तो वह आपके पास हाथ फैलाकर चले आते हैं वह लोग दोगले और शत्रु के समान ही होते हैं.
FAQ: गुप्त शत्रु नाशक मंत्र
शत्रु नाश के लिए कौन सा मंत्र होता है?
नृसिंहाय वीद्यहे,बज्र नखाय धि मही तान्नो नृसही प्रचोदयात!!
शत्रु का नाश करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए?
किसी से छुटकारा पाना हो तो क्या करें?
दुश्मन परेशान करे तो क्या करें?
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको गुप्त शत्रु नाशक मंत्र के बारे में जानकारी दी है जो लोग सामने से हमारे मित्र और सगे संबंधी बनकर रहते हैं लेकिन पीछे से हमारा विनाश चाहते रहते हैं तथा हमें विनाश की राह की तरफ ले जाने का हर संभव प्रयास करते हैं वह लोग गुप्त शत्रु होते हैं और इनसे बचना प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होता है.
क्योंकि यदि कोई व्यक्ति सामने से शत्रुता करें तो हम उसकी शत्रुता का जवाब भी दे सकते हैं लेकिन गुप्त शत्रु हमारी कमजोरी का फायदा उठाकर हमें विनाश की राह में ढकेल देते हैं जिसका हमारे पास कोई काट भी नहीं होता है इसलिए गुप्त शत्रु को समाप्त करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है.
इसीलिए इस लेख में हमने आपको कुछ ऐसे तरीके बताएं कुछ ऐसे मंत्र बताएं हैं जिनकी मदद से आप बहुत ही आसानी से अपने गुप्त शत्रु को समाप्त कर सकते हैं तथा उससे छुटकारा पा सकते हैं इसके साथ-साथ हमने आपको शत्रु के विनाश के उपाय तथा शत्रु को कैसे पहचाने इसके बारे में भी बताया है.
यदि आपने हमारे इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ा होगा तो आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा धन्यवाद.