Baglamukhi mantra ke nuksan बगलामुखी मंत्र के नुकसान : आज हम आपके साथ बगलामुखी मंत्र के नुकसान के बारे में जानकारी शेयर करने वाले हैं. आपने अभी तक बगलामुखी मंत्र के फायदे अथवा बगलामुखी साधना के फायदे के बारे में ही जानकारी प्राप्त की होगी, परंतु आज हम आपको इस आर्टिकल में बगलामुखी मंत्र के नुकसान के बारे में जानकारी देंगे.
- 1. बगलामुखी मंत्र के नुकसान | Baglamukhi mantra ke nuksan
- 2. माता बगलामुखी कौन है? Mata baglamukhi kaun hai
- 3. माता बगलामुखी साधना के नियम | Mata baglamukhi sadhana ke niyam
- 4. प्रभावशाली मंत्र जाप व पूजा विधान | prabhavshali mantra jap va pooja vidkan
- 4.1. 1. विनियोग
- 4.2. 2. आवाहन
- 4.3. 3. ध्यान
- 4.4. जप मंत्र
- 5. निष्कर्ष
बगलामुखी मंत्र के नुकसान | Baglamukhi mantra ke nuksan
हमें यह पता है कि, आपने अभी तक यही जाना और समझा होगा कि बगलामुखी मंत्र के फायदे कौन से होते हैं या फिर बगलामुखी साधना के फायदे कौन से होते हैं, परंतु अगर बगलामुखी मंत्र के नुकसान के बारे में बात की जाए, तो इसका नुकसान आपको तब तक नहीं होता है जब तक आप इन मंत्रों का इस्तेमाल किसी गलत काम को करने के लिए ना करें.
क्योंकि किसी का भी अहित करना अच्छी बात नहीं होती है. इसलिए आपको तब तक बगलामुखी के मंत्रों का नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा, जब तक आप इसका गलत इस्तेमाल नहीं करते हैं. जैसे ही आप बगलामुखी के मंत्र का गलत इस्तेमाल करेंगे, वैसे ही आपको इसके साइड इफेक्ट भी देखने को मिल सकते हैं.
इसलिए हमेशा बगलामुखी की सिद्धि का इस्तेमाल या फिर बगलामुखी के मंत्र का इस्तेमाल आपको अच्छे कामों को करने के लिए करना चाहिए, वरना अगर आप इसका कोई गलत इस्तेमाल करेंगे, तो आपको भी नुकसान पहुंचा सकता है.
माता बगलामुखी कौन है? Mata baglamukhi kaun hai
माता बगलामुखी एक शक्तिशाली देवी हैं और साधक इनकी साधना विभिन्न प्रकार के तांत्रिक कर्म को करने के लिए करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि, भगवान विष्णु के आवाहन करने पर माता बगलामुखी सरोवर से उत्पन्न हुई थी.
जो व्यक्ति माता बगलामुखी की पूजा करता है या फिर इनकी सिद्धि प्राप्त करता है, उसे अपनी जिंदगी में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, माता बगलामुखी की साधना में या फिर माता बगलामुखी की पूजा में पीली वस्तुओं का बहुत ही ज्यादा महत्व बताया गया है.
क्योंकि माता बगलामुखी को पीले रंग के कपड़े पसंद होते हैं. यहां तक कि, इनके मंत्रों का जाप करने के लिए पीली हल्दी की गांठ की माला का इस्तेमाल किया जाता है. हमारे प्राचीन तंत्र शास्त्र में 10 प्रकार की महाविद्याओं का उल्लेख मिलता है, उन महाविद्याओं के नाम निम्न प्रकार हैं.
- काली
- तारा
- षोड़षी
- भुवनेश्वरी
- छिन्नमस्ता
- त्रिपुर, भैरवी
- धूमावती
- बगलामुखी
- मातंगी
- कमला,
इनमें से किसी भी साधना को करने का अपना ही महत्व है परंतु माता भगवती श्री बगलामुखी का महत्व समस्त देवियों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है.
माता बगलामुखी साधना के नियम | Mata baglamukhi sadhana ke niyam
ऐसा कहा जाता है कि, माता बगलामुखी की साधना विशेष प्रकार के काम को करने के लिए की जाती है और इनकी साधना में कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य माना गया है. अगर आप बगलामुखी साधना के नियमों का पालन करके इनकी साधना करते हैं, तो माता बगलामुखी की सिद्धि आपको अवश्य प्राप्त होगी और वह आपकी इच्छा अवश्य पूरी करेंगी.माता बगलामुखी साधना के नियम निम्न प्रकार है.
- जो साधक माता बगलामुखी की साधना करना चाहता है उसे साधना के दरमियान पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है.
- साधना के दरमियान साधक को पीले रंग के कपड़े पहनने होते हैं.
- इसके अलावा साधक को एक समय बिना चीनी के, नमक के उपवास करना पड़ता है या फिर वह चाहे तो फलाहार भी कर सकता है और उसे एक समय ही भोजन करना होता है.
- जब साधक साधना कर रहा हो तो उसे साधना के दौरान के दिनों में बाल नहीं कटवाना चाहिए.
- माता बगलामुखी के मंत्र का जाप रात के 10:00 बजे से लेकर सुबह 4:00 बजे के बीच करना चाहिए.
- माता बगलामुखी के लिए गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए. इसके अलावा आपको दीपक को पीली हल्दी में डुबो देना चाहिए ताकि वह पीली दिखाई देने लगे.
- अगर आप बगलामुखी की साधना में माता बगलामुखी के 36 अक्षरों वाले मंत्र का जाप करते हैं,तो यह ज्यादा उत्तम रहेगा.
- माता बगलामुखी की साधना आपको किसी एकांत और पवित्र जगह पर करनी चाहिए.
- आप चाहे तो इनकी साधना किसी मंदिर में हिमालय पर या फिर किसी सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर कर सकते हैं.
- साधना के दरमियान आपको माता बगलामुखी के पूजन यंत्र को सिर्फ चने की दाल से ही बनाना है.अगर आपके पास समर्थ है,तो आप इसे ताम्रपत्र पर या फिर चांदी के पत्र पर भी बनवा सकते हैं.
प्रभावशाली मंत्र जाप व पूजा विधान | prabhavshali mantra jap va pooja vidkan
1. विनियोग
अपने दाहिने हाथ में पानी लेकर नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करें और मंत्र पूरा होने के बाद आपको पानी को धरती पर छोड़ देना है.
विनियोग मंत्र
अस्य : श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि ।
त्रिष्टुप् छन्दसे नमो मुखे । श्री बगलामुखी दैवतायै नमो ह्रदये ।
ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये । स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो: ।
ॐ नम: सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता प्रसाद सिद्धयर्थ न्यासे विनियोग: ।
2. आवाहन
बगलामुखी का आह्वान करने के लिए आपको अपने हाथ में पानी, अच्छत,हल्दी, फूल, कुमकुम और नवैध को लेकर नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करना है और फिर इसे माता के चरणों में समर्पित कर देना है.
आवाहन मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं बगलामुखी सर्वदृष्टानां मुखं स्तम्भिनि सकल मनोहारिणी अम्बिके इहागच्छ सन्निधि कुरू सर्वार्थ साधय साधय स्वाहा ।
3. ध्यान
माता बगलामुखी का आह्वान करने के बाद आपको अपने दोनों हाथ को आपस में जोड़कर श्रद्धा पूर्वक अपने हृदय से माता का ध्यान करना है.माता का ध्यान मंत्र नीचे है.
ध्यान मंत्र
सौवर्णामनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लसिनीम्
हेमावांगरूचि शशांक मुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम् ।
हस्तैर्मुद़गर पाशवज्ररसना सम्बि भ्रति भूषणै
व्याप्तांगी बगलामुखी त्रिजगतां सस्तम्भिनौ चिन्तयेत् ।।
इस मंत्र का करें जप chant this mantra
इतना सब करने के बाद आपको कंबल के आसन पर बैठ जाना है और नीचे दिए गए 36 अक्षरों वाले माता बगलामुखी के मंत्र का तुलसी की माला से या फिर स्फटिक की माला से जाप करना है. जब आप इस मंत्र को 1,00,000 बार जाप कर लेंगे, तो यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा.
इसके अलावा अगर आप ज्यादा जॉप करना चाहते हैं, तो आप 500000 या फिर 1100000 जाप भी कर सकते हैं. जब पूरा होने के बाद आप को पूर्णाहुति के रूप में जप का दशांश यज्ञ एवं दशांश तर्पण करना भी जरूरी होता है.
जप मंत्र
ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।
निष्कर्ष
माता बगलामुखी एक शक्तिशाली देवी हैं और साधक इनकी साधना विभिन्न प्रकार के तांत्रिक कर्म को करने के लिए करते हैं इनके कई नुकशान है अगर आप in मंत्रो का जाप करते है और आपको सफलता मिलती है माता बगलामुखी माता की साधना अत्यंत कठिन है हर कोई इसे नही कर पता है .