रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं ? | Rudraksh kitne Prakar ke Hote Hain : हेल्लो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे में बताएंगे रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना जाता है रुद्राक्ष दो शब्दों से मिलकर बना होता है रुद्रा + अक्ष इन दोनों को मिलाकर रुद्राक्ष बनता है रुद्राक्ष का मतलब रुद्रा के असुरों से उत्पन्न जिसमें रुद्रा की शक्ति समाहित हो रुद्राक्ष 21 प्रकार के होते हैं.
जिनमें से 11 प्रकार के रुद्राक्ष सबसे ज्यादा प्रभावशाली होते हैं शास्त्रों के मुताबिक ऐसा कहा गया है कि हर रुद्राक्ष की अपनी एक अलग पहचान और उसकी महिमा होती है 21 प्रकार के रुद्राक्ष अलग-अलग देवताओं से संबंधित हैं रुद्राक्ष का प्रयोग ग्रहों की शांति के लिए भी किया जाता है और अपनी सुरक्षा के लिए भी रुद्राक्ष का प्रयोग किया जाता है.
रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक परेशानियां भी दूर हो जाती हैं इसीलिए इस रुद्राक्ष को पहनने से बहुत से फायदे प्राप्त होते हैं इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं इनके बारे में बताएंगे अर्थात रुद्राक्ष के अनुसार मंत्र , ग्रह और राशि के बारे में भी बताएंगे अगर आप लोग इन दोनों विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अवश्य पढ़े.
- 1. रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं ? | Rudraksh kitne Prakar ke Hote Hain ?
- 1.1. 1. एक मुखी रुद्राक्ष
- 1.2. 2. दो मुखी रुद्राक्ष
- 1.3. 3. तीन मुखी रुद्राक्ष
- 1.4. 4. चार मुखी रुद्राक्ष
- 1.5. 5. पांच मुखी रुद्राक्ष
- 1.6. 6. छह मुखी रुद्राक्ष
- 1.7. 7. सात मुखी रुद्राक्ष
- 1.8. 8. आठ मुखी रुद्राक्ष
- 1.9. 9. नौ मुखी रुद्राक्ष
- 1.10. 10. दस मुखी रुद्राक्ष
- 1.11. 11. ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
- 1.12. 12. बारह मुखी रुद्राक्ष
- 1.13. 13. तेरह मुखी रूद्राक्ष
- 1.14. 14. चौदह मुखी रुद्राक्ष
- 2. रुद्राक्ष के अनुसार मंत्र , ग्रह और राशि | Rudraksh ke anusar Mantra , Grah aur rashi
- 2.1. 1. एक मुखी रुद्राक्ष
- 2.2. 2. दो मुखी रुद्राक्ष
- 2.3. 3. तीन मुखी रुद्राक्ष
- 2.4. 4. चार मुखी रुद्राक्ष
- 2.5. 5. पांच मुखी रुद्राक्ष
- 2.6. 6. छह मुखी रुद्राक्ष
- 2.7. 7. सात मुखी रुद्राक्ष
- 2.8. 8. आठ मुखी रुद्राक्ष
- 2.9. 9. नौ मुखी रुद्राक्ष
- 2.10. 10. दस मुखी रुद्राक्ष
- 2.11. 11. ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
- 2.12. 12. बारह मुखी रुद्राक्ष
- 2.13. 13. तेरह मुखी रुद्राक्ष
- 2.14. 14. चौदह मुखी रुद्राक्ष
- 3. FAQ : रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं
- 3.1. सबसे अच्छा रुद्राक्ष कौन सा होता है ?
- 3.2. रुद्राक्ष कितने मुखी अच्छा रहता है ?
- 3.3. रुद्राक्ष कब नहीं पहनना चाहिए ?
- 4. निष्कर्ष
रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं ? | Rudraksh kitne Prakar ke Hote Hain ?
1. एक मुखी रुद्राक्ष
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति एक मुखी रुद्राक्ष को अपने शरीर में धारण करता है तो उससे कई प्रकार के लाभ होते हैं जैसे कि धन , सफलता ,आध्यात्मिक कार्य में सफलता , सुख समृद्धि आदि जैसे लाभ प्राप्त होते हैं एक मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है.
2. दो मुखी रुद्राक्ष
अगर आप 2 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहता है तो हम आप लोगों को बता दें कि 2 मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव और माता पार्वती का स्वरूप माना जाता है इस रूद्राक्ष का स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है 2 मुखी रुद्राक्ष कर्क राशि वालों के लिए होती है और 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए ॐ नमः मंत्र का जाप किया जाता है.
इस रुद्राक्ष को पहनने से व्यक्ति की सभी प्रकार की समस्याओं का हल देने के लिए स्वयं ईश्वरी शक्ति आती है इस रुद्राक्ष को धारण करने से और इसका मंथन करने से विवाहित जीवन में सुख की प्राप्ति होती है.
3. तीन मुखी रुद्राक्ष
वैसे तो रुद्राक्ष को हमारे हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है रुद्राक्ष 12 प्रकार के होते हैं और वह सभी प्रकार भगवान शिव का स्वरूप माने जाते हैं उसी में से तीन मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण करने से मंगल और सूर्य के दुष्ट प्रभाव से या फिर उनके ग्रहों को नाश करने की शक्ति प्राप्त होती है अगर आप में से कोई भी व्यक्ति तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है.
तो उसके चेहरे का तेज बढ़ जाता है क्योंकि तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्नि का स्वरूप माना जाता है. सभी प्रकार के पापों से मुक्ति पाने के लिए और आत्मविश्वास एवं यश की प्राप्ति के लिए इस रुद्राक्ष को धारण किया जाता है.
4. चार मुखी रुद्राक्ष
4 मुखी रुद्राक्ष बृहस्पति ग्रह से जुड़ा हुआ होता है इसीलिए 4 मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्म स्वरूप कहा जाता है 4 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मानसिक बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है 4 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय उत्तर दिशा की ओर मुख करके ॐ ह्रीं नमः मंत्र का 108 बार जाप करना है.
5. पांच मुखी रुद्राक्ष
पांच मुखी रुद्राक्ष को लोकप्रिय रुद्राक्ष माना जाता है सभी रुद्राक्ष में से 5 मुखी रुद्राक्ष सबसे ज्यादा पैदा होता है इस रुद्राक्ष को धारण करने से सुख , समृद्धि और जीवन में सफलता प्राप्त होता है रूद्राक्ष को को धारण करते समय उत्तर दिशा की ओर मुख करके ॐ ह्रींम नमः मंत्र का 108 बार जाप करना है.
6. छह मुखी रुद्राक्ष
छह मुखी रुद्राक्ष की सतह पर 6 प्राकृतिक सीधी रेखाएं होती हैं इसीलिए इसे कार्तिकेय का स्वरूप माना जाता है 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती हैं 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सूर्य उदय से पहले स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके ॐ ह्रीं हं नमः मंत्र का 108 बार जाप करके 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करें .
7. सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष कामदेव का स्वरूप माना जाता है इस रुद्राक्ष को धारण करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है और उसके साथ शनि के दुष्प्रभाव से भी छुटकारा प्राप्त होता है जीवन में दुख और दुर्भाग्य को दूर करने में भी मदद मिलती है इसीलिए आप में से अगर कोई भी व्यक्ति 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहता है तो उसके लिए उस व्यक्ति को सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि से निश्चिंत होने के बाद घर की पूर्व दिशा में बैठकर ॐ हूँ नमः मंत्र का 108 बार जाप करके 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं. 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से यौन संबंधित आदि जैसी परेशानियां दूर हो जाती है.
8. आठ मुखी रुद्राक्ष
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि 8 मुखी रुद्राक्ष को गणेश और भगवान भैरव का प्रतीक माना जाता है 8 मुखी रुद्राक्ष की सतह पर 8 प्राकृतिक रेखाएं मानी जाती है. वैसे तो सभी व्यक्तियों की कुंडली में अच्छे और बुरे दोष होते हैं जिनमें से कुछ आमतौर पर जैसे कि कालसर्प दोष, नकारात्मक दोष और लंबे समय तक रहते हैं.
8 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से कालसर्प दोष के प्रभाव से छुटकारा मिलता है और आर्थिक परेशानियों से भी छुटकारा प्राप्त होता है 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद घर की पूर्व दिशा में बैठकर ॐ हूँ नमः 108 बार मंत्र का जाप करके इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए 8 मुखी रुद्राक्ष को काले या लाल धागे के साथ ही धारण करना चाहिए.
9. नौ मुखी रुद्राक्ष
9 मुखी रुद्राक्ष को देवी भगवती और शक्ति का प्रतीक माना जाता है 9 मुखी रुद्राक्ष का अधिपति ग्रह केतु को माना जाता है 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आत्मविश्वास और शक्ति प्राप्त होती है. 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सभी प्रकार के कार्य क्षेत्र में सफलता मिलती है.
शरीर संबंधित सभी समस्याए दूर हो जाती है और 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए शनिवार के दिन तांबे के बर्तन में गंगाजल डालकर पूरे घर में छिड़काव करें उसके पश्चात अपने घर के मंदिर में पूर्व दिशा की ओर बैठकर ॐ ह्रीं हूँ नमः मंत्र का 108 बार जाप करके 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण करें. 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भक्ति और भाग्य में बढ़ोतरी होती है .
10. दस मुखी रुद्राक्ष
10 मुखी रुद्राक्ष से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है 10 मुखी रुद्राक्ष त्रिमूर्ति देवताओं का अंश माना जाता है 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से काला जादू जैसे दुष्प्रभाव से भी छुटकारा पा सकते हैं इस रुद्राक्ष को धारण करने से कानून विवादों से लड़ने से मदद मिलती है 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सोमवार का दिन शुभ माना जाता है.
सोमवार के दिन सुबह स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए ॐ ह्रीं नमः मंत्र का 108 बार जाप करके 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए इस रुद्राक्ष को काले या फिर लाल धागे के साथ धारण करना चाहिए.
11. ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहता है तो हम उसे बता दें कि 11 मुखी रुद्राक्ष को साक्षात रुद्र का स्वरूप माना जाता है 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से शारीरिक एवं मानसिक शक्ति से लड़ने की क्षमता मिलती है उसके पश्चात व्यापार के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त होती है 11 मुखी रुद्राक्ष से 11 देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए गुरुवार का दिन शुभ माना जाता है गुरुवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद घर के मंदिर में घी का दीपक जलाकर पूर्व दिशा की ओर बैठकर ॐ ह्रीं हूँ नमः मंत्र का 108 बार जाप करके 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है.
12. बारह मुखी रुद्राक्ष
12 मुखी रुद्राक्ष को अग्नि सूर्य तेज का प्रतीक माना जाता है 12 मुखी रुद्राक्ष को शिव का अवतार माना गया है इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यापार और नौकरी के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त होती है और अगर आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर है तो 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से उसमें तेज उत्पन्न होता है.
12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सोमवार का दिन शुभ बताया गया है सोमवार के दिन रुद्राक्ष को गंगाजल से शुद्ध करने के बाद गले में पहनते समय श्री सूर्याय नमः मंत्र का जाप करते हुए 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए.
13. तेरह मुखी रूद्राक्ष
13 मुखी रुद्राक्ष सफलता एवं विजय का प्रतीक माना जाता है इस रुद्राक्ष को पहनने से कामदेव का आशीर्वाद मिलता है 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से महिलाओं के प्रजनन अंगों को सक्रिय करने में मदद मिलती है 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आत्मबल , आत्मविश्वास , सामाजिक प्रतिष्ठा आदि जैसे लाभ प्राप्त होते हैं.
13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सोमवार का दिन शुभ माना जाता है सोमवार के दिन 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए कच्चे दूध या गंगाजल से रुद्राक्ष को शुद्ध करें उसके पश्चात ॐ ह्रीं नमः मंत्र का जाप करके 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है तुला राशि वालों के लिए 13 मुखी रुद्राक्ष बहुत ही शुभ माना जाता है
14. चौदह मुखी रुद्राक्ष
14 मुखी रुद्राक्ष को बजरंगबली का स्वरूप माना जाता है रुद्राक्ष को धारण करने से नकारात्मक और बुरी बाधाओं से छुटकारा मिल जाता है इस रुद्राक्ष को धारण करने से मंगल दोष से छुटकारा मिल जाता है 14 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से कुंडलिनी जागृत करने में भी सहायता मिलती है.
14 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सोमवार का दिन शुभ माना जाता है सोमवार के दिन स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद शुद्ध वस्त्र धारण करके रुद्राक्ष को गंगाजल से शुद्ध करें उसके पश्चात गले में धारण करते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करके 14 मुखी रुद्राक्ष को धारण करें इस रुद्राक्ष को गले में धारण करते समय रेशम या फिर ऊन के धागे का इस्तेमाल करें.
रुद्राक्ष के अनुसार मंत्र , ग्रह और राशि | Rudraksh ke anusar Mantra , Grah aur rashi
1. एक मुखी रुद्राक्ष
एक मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप भगवान शंकर को माना जाता है एक मुखी रुद्राक्ष सूर्य ग्रह से संबंधित है सिंह राशि वाले व्यक्ति एक मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं. एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सफलता की प्राप्ति और धन लाभ होता है 1 मुखी रुद्राक्ष धारण करते समय इस मंत्र का प्रयोग करें.
।। ॐ ह्रीं नम: ।।
2. दो मुखी रुद्राक्ष
2 मुखी रुद्राक्ष के देवता अर्धनारिश्वर माने जाते हैं 2 मुखी रुद्राक्ष चंद्र ग्रह से संबंधित है कर्क राशि वाले लोग 2 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आत्मविश्वास और मन की शांति होती है 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करते समय इस मंत्र का प्रयोग करें.
।। ॐ नम: ।।
3. तीन मुखी रुद्राक्ष
3 मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप अग्निदेव को माना जाता है तीन मुखी रुद्राक्ष मंगल ग्रह से संबंधित है मेष राशि और वृश्चिक राशि वाले लोग तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मन की शुद्धि एवं स्वस्थ जीवन प्राप्त होता है 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करते समय इस मंत्र का प्रयोग करें.
।। ॐ क्लीं नम: ।।
4. चार मुखी रुद्राक्ष
4 मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप ब्रह्मदेव को माना जाता है 4 मुखी रुद्राक्ष बुध ग्रह से संबंधित है 4 मुखी रुद्राक्ष को मिथुन राशि और कन्या राशि वाले व्यक्ति धारण कर सकते हैं 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक क्षमता एकाग्रता और सकारात्मकता प्राप्त होती है 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करते समय इस मंत्र का प्रयोग करें.
।। ॐ ह्रीं नम: ।।
5. पांच मुखी रुद्राक्ष
5 मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप कालाग्नि रुद्र को माना जाता है 5 मुखी रुद्राक्ष बृहस्पति ग्रह से संबंधित होता है 5 मुखी रुद्राक्ष को धनु राशि और मीन राशि वाले व्यक्ति धारण कर सकते हैं 5 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से ध्यान और आध्यात्मिक कार्यों में सफलता प्राप्त होती है 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करते समय इस मंत्र का प्रयोग करें.
।। ॐ ह्रीं नम: ।।
6. छह मुखी रुद्राक्ष
6 मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप भगवान कार्तिकेय को माना जाता है भगवान कार्तिकेय भगवान शिव के बेटे हैं 6 मुखी रुद्राक्ष शुक्र ग्रह से संबंधित है तुला राशि और वृषभ राशि 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं इस रुद्राक्ष को धारण करने से ज्ञान , बुद्धि , संचार एवं आत्मविश्वास प्राप्त होता है.
।। ॐ ह्रीं हूं नम:।।
7. सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष माता लक्ष्मी को समर्पित किया गया है 7 मुखी रुद्राक्ष शनि ग्रह से संबंधित है 7 मुखी रुद्राक्ष को मकर राशि और कुंभ राशि वाले व्यक्ति ही धारण कर सकते हैं 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आर्थिक एवं कैरियर के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
।। ॐ हूं नम:।।
8. आठ मुखी रुद्राक्ष
8 मुखी रुद्राक्ष का स्वरूप भगवान गणेश को माना जाता है 8 मुखी रुद्राक्ष राहु ग्रह से संबंधित है इस रुद्राक्ष को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है किसी भी राशि के व्यक्ति 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं 8 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से कैरियर के क्षेत्र में सही मुकाम प्राप्त होता है।
।। ॐ हूं नम:।।
9. नौ मुखी रुद्राक्ष
मां दुर्गा बहुत ही शक्तिशाली देवी मानी जाती हैं उसी प्रकार 9 मुखी रुद्राक्ष मां दुर्गा को समर्पित किया गया है 9 मुखी रुद्राक्ष केतु ग्रह से संबंधित होता है 9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से साहस , ऊर्जा , शक्ति , निडरता प्राप्त होती है.
।। ॐ ह्रीं हूं नम:।।
10. दस मुखी रुद्राक्ष
10 मुखी रुद्राक्ष भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है अगर कोई भी व्यक्ति 10 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है तो उसे नकारात्मक शक्तियों एवं नजर दोष और कानून मामलों में मदद प्राप्त होती है.
।। ॐ ह्रीं नम: ।।
11. ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
11 मुखी रुद्राक्ष भगवान हनुमान को समर्पित किया गया है 11 मुखी रुद्राक्ष मंगल ग्रह से संबंधित है 11 मुखी रुद्राक्ष को मेष राशि और वृश्चिक राशि वाले व्यक्ति धारण कर सकते हैं 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आत्मविश्वास, क्रोध नियंत्रण अर्थात यात्रा के दौर में नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है.
।। ॐ ह्रीं हूं नम:।।
12. बारह मुखी रुद्राक्ष
12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देवता को समर्पित किया गया है 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य ग्रह से संबंधित है 12 मुखी रुद्राक्ष को सिंह राशि वाले व्यक्ति धारण कर सकते हैं 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सफलता , नेतृत्व करने का गुण प्राप्त होता है.
।। ॐ रों शों नम: ऊं नम:।।
13. तेरह मुखी रुद्राक्ष
13 मुखी रुद्राक्ष इंद्रदेव को समर्पित किया गया है 13 मुखी रुद्राक्ष शुक्र ग्रह से संबंधित है तुला राशि और वृषभ राशि के व्यक्ति 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आकर्षण और तेज में वृद्धि , आर्थिक स्थिति में मजबूती प्राप्त होती है.
।। ॐ ह्रीं नम:।।
14. चौदह मुखी रुद्राक्ष
14 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है 14 मुखी रुद्राक्ष शनि ग्रह से संबंधित होता है मकर और कुंभ राशि वाले व्यक्ति 14 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं. 14 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से छठी इंद्रिय जागृत होने की शक्ति प्राप्त होती है.
।। ॐ नम:।।
FAQ : रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं
सबसे अच्छा रुद्राक्ष कौन सा होता है ?
रुद्राक्ष कितने मुखी अच्छा रहता है ?
रुद्राक्ष कब नहीं पहनना चाहिए ?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे में बताया इसके अलावा रुद्राक्ष के अनुसार मंत्र ग्रह और राशि इन सभी विषयों के बारे में भी जानकारी दी है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको इन सभी विषयों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.