सत्यनारायण अष्टकम satyanarayan ashtakam : प्रणाम गुरुजनों आज हम आप लोगों को सत्यनारायण अष्टकम Satyanarayan Ashtakam के बारे में बताएं और यह भी बताएंगे कि यह अष्टक किस भगवान का है दोस्तों क्या आप जानते हैं नारायण किसे कहा जाता है नारायण भगवान विष्णु को कहा जाता है क्योंकि नारायण भगवान विष्णु का अपने भक्तों के बीच का एक सरल नाम होता है नारायण और इसी नाम से जुड़कर ही विष्णु जी के अन्य कई नाम बने हुए हैं जैसे कि लक्ष्मी नारायण , शेष नारायण और अनंतनारायण यह सब भगवान विष्णु के नाम है.
जो कि नारायण नाम से बने हुए हैं क्या आप जानते हैं कि हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार ही नारायण स्तोत्रम् भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित पाठ है। अगर आप नियंता पूर्ण रुप से श्री नारायण स्त्रोत का पाठ करने से मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है क्योंकि यह पाठ भगवान विष्णु जी को अत्यंत प्रिय है और यह बात कहने में भी बहुत ही ज्यादा सरल है.
इसीलिए इस पाठ का हर एक व्यक्ति लाभ उठा सकता है तो आइए जानते हैं कि सत्यनारायण अष्टकम ( Satyanarayan Ashtakam) क्या है? उसके बाद सत्यनारायण अष्टकम बताएंगे।
- 1. सत्यनारायण अष्टकम मंत्र | Satyanarayan ashtakam mantra
- 2. सत्यनारायण अष्टकम क्या है ? | Satyanarayan ashtakam kya hai ?
- 3. सत्यनारायण अष्टकम पूजा विधि | Satyanarayan ashtakam puja vidhi
- 4. सत्यनारायण अष्टकम | Satyanarayan Ashtakam
- 5. सत्यनारायण व्रत का पालन करने के लाभ | Satyanarayan vrat ka palan karne ke labh
- 6. सत्यनारायण पूजा के आध्यात्मिक लाभ | Satyanarayan pooja ke adhyatmik labh
- 7. FAQ : Satyanarayan Ashtakam
- 7.1. सत्यनारायण का जन्म कैसे हुआ?
- 7.2. सत्यनारायण भगवान का व्रत मई में कब है?
- 7.3. सत्य भगवान कौन है?
- 8. निष्कर्ष
सत्यनारायण अष्टकम मंत्र | Satyanarayan ashtakam mantra
ॐ श्री सत्यनारायणाय नमः, ऋतुफलं निवेदयामि। मध्ये आचमनीयं जलं उत्तरापोऽशनं च समर्पयामि ।
सत्यनारायण अष्टकम क्या है ? | Satyanarayan ashtakam kya hai ?
सत्यनारायण अष्टकम भगवान विष्णु का अष्टक है यह अष्टक भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और यह कहने में भी बहुत ही ज्यादा सरल है और इस अस्त्र का लाभ हर एक व्यक्ति उठा सकता है अगर कोई व्यक्ति इस अष्टक को मन लगाकर इसका पाठ करता है तो उस व्यक्ति की हर एक मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।
सत्यनारायण अष्टकम पूजा विधि | Satyanarayan ashtakam puja vidhi
सत्यनारायण भगवान की पूजा पूर्णिमा या संक्रांति के दिन की जाती है पूर्णिमा या फिर संक्रांति के दिन आप स्नान आदि से संपन्न होकर और साफ-सुथरी वस्त्र पहन कर माथे पर तिलक लगाकर और शुभ मुहूर्त में सत्यनारायण भगवान की पूजा शुरू करें और इस बात का ध्यान जरूर रखें कि शुभ आसन पर उत्तर या फिर पूर्व दिशा की ओर मुख करके सत्यनारायण भगवान की पूजा करनी चाहिए.
उसके बाद सत्यनारायण व्रत कथा को शुरू करें कथा संपन्न होने के बाद सत्यनारायण भगवान को भोग लगाएं भोग लगाने के बाद उनकी पूजा आरती करें उसके बाद उपभोग को प्रसाद में मिलाकर सत्यनारायण भगवान के नाम से प्रसाद बांट दें।
सत्यनारायण अष्टकम | Satyanarayan Ashtakam
॥श्रीसत्यनारायणाष्टकम्॥
आदिदेवं जगत्कारणं श्रीधरं लोकनाथं विभुं व्यापकं शंकरम् ।
सर्वभक्तेष्टदं मुक्तिदं माधवं सत्यनारायणं विष्णुमीशम्भजे ॥१॥
सर्वदा लोककल्याणपारायणं देवगोविप्ररक्षार्थसद्विग्रहम् ।
दीनहीनात्मभक्ताश्रयं सुन्दरम् श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥२॥
दक्षिणे यस्य गंगा शुभा शोभते राजते सा रमा यस्य वामे सदा ।
यः प्रसन्नाननो भाति भव्यश्च तं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥३॥
संकटे संगरे यं जनः सर्वदा स्वात्मभीनाशनाय स्मरेत् पीडितः ।
पूर्णकृत्यो भवेद् यत्प्रसादाच्च तं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥४॥
वाञ्छितं दुर्लभं यो ददाति प्रभुः साधवे स्वात्मभक्ताय भक्तिप्रियः ।
सर्वभूताश्रयं तं हि विश्वम्भरं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥५॥
ब्राह्मणः साधुवैश्यश्च तुंगध्वजो येऽभवन् विश्रुता यस्य भक्त्यामराः ।
लीलया यस्य विश्वं ततं तं विभुं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥६॥
येन चाब्रम्हाबालतृणं धार्यते सृज्यते पाल्यते सर्वमेतज्जगत् ।
भक्तभावप्रियं श्रीदयासागरं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥७॥
सर्वकामप्रदं सर्वदा सत्प्रियं वन्दितं देववृन्दैर्मुनीन्द्रार्चितम् ।
पुत्रपौत्रादिसर्वेष्टदं शाश्वतं श्रीसत्यनारायणाष्टकम् ॥८॥
अष्टकं सत्यदेवस्य भक्त्या नरः भावयुक्तो मुदा यस्त्रिसन्ध्यं पठेत् ।
तस्य नश्यन्ति पापानि तेनाग्निना इन्धनानीव शुष्काणि सर्वाणि वै ॥९॥
॥श्रीसत्यनारायणाष्टकम् सम्पूर्णम्॥
सत्यनारायण व्रत का पालन करने के लाभ | Satyanarayan vrat ka palan karne ke labh
- क्या आप जानते हैं कि सत्यनारायण पूजा करने के कुछ ऐसे आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं अगर नहीं तो आज हम आप लोगों को सत्यनारायण व्रत का पालन करने के कुछ ऐसे नाम बताएंगे जो बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
- अगर कोई व्यक्ति अपना राम भक्तों का पालन करना शुरू करता है तो उस व्यक्ति की अंतर्दृष्टि साफ हो जाती है और उसने जो भी पिछले और वर्तमान समय में पाप किए हैं उनसे छुटकारा मिल जाता है।
- सत्यनारायण का व्रत रखने से आपको मानसिक स्वास्थ्य को मजबूती मिलती है क्योंकि आपका पूरा ध्यान अपने कार्य पर अमृत होता है और इसी की वजह से आपका स्वास्थ्य सुधर जाता है आप को नियमित रूप से संतुलित आहार मिलने लगते हैं अगर आपका ध्यान केंद्रित करने की शक्ति आपके जीवन में आ जाती है तो यह बहुत बड़ा बदलाव लेकर आती है।
- अगर आप सत्यनारायण व्रत को करते हैं और उसका पालन अपने जीवन में करते हैं तो आप सभी परेशानियों से दूर हो जाएंगे।
- यदि आप सत्यनारायण व्रत को रखते हैं तो आपकी इच्छा आपकी जरूरतें और लालशाह अवश्य पूरी होगी।
- अगर आप सत्यनारायण की पूजा करते हैं तो आपको निश्चित ही एक आरामदायक जीवन का सुख प्रदान होता है एक संपन्न जीवन की प्राप्ति होती है।
सत्यनारायण पूजा के आध्यात्मिक लाभ | Satyanarayan pooja ke adhyatmik labh
- अगर आप सत्यनारायण की पूजा करते हैं तो आप जीवन में सच्चाई के रास्ते पर जीने की कोशिश करेंगे।
- सत्यनारायण पूजा करने से ऐसा ज्ञान जो अच्छे और बुरे के बीच में आपको अंतर समझाता है वह प्राप्त होता है।
- जो भी व्यक्ति सत्यनारायण की पूजा करता है उसे आध्यात्मिकता को एक अच्छे सुरक्षित मार्ग पर ले जाने का मार्ग मिलता है।
- आप एक ऐसा निर्णय लेंगे जो आपको अच्छे और सही गलत चीजों के बीच में अंतर बताता है।
FAQ : Satyanarayan Ashtakam
सत्यनारायण का जन्म कैसे हुआ?
सत्यनारायण भगवान का व्रत मई में कब है?
सत्य भगवान कौन है?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज मैंने आप लोगों को बताया कि सत्यनारायण अष्टकम Satyanarayan Ashtakam क्या है और यह भी बताया कि वह अष्टक कौन सा है जिससे आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है भगवान विष्णु का यह अष्टक आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देता है अगर आप इस अष्टक का मन लगाकर पाठ करते हैं तो आपकी हर मनोकामना जल्द से जल्द पूर्ण हो जाती है उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख अत्यंत प्रिय लगा होगा और आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा।