Quran ki tilawat ! दोस्तो आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आप लोगो को बताएंगे कि कुरान की तिलावत कैसे की जाती है और कुरान की तिलावत करने से कौन कौन से फायदे होते हैं इन सब के बारे में आज हम आप लोगो को बताएंगे।
कुरान की तिलावत करने के कौन-कौन से फायदे होते हैं दोस्तों हम आप लोगों को बता दें कि कुरान पढ़ने की बहुत ही बेशुमार फायदे होते हैं। अल्लाह पाक ने सबसे आखिर में जिस किताब को नाजिल किया फरमाया उस आसमानी किताब को कुरान ए करीम कहा जाता है.
अल्लाह ने कुरान में मुसलमानों के लिए बहुत ही अच्छी अच्छी बातें बताई है और एक सच्चे मुसलमान को क्या करना चाहिए ? इसके बारे में बताया है तो अगर आप एक मुसलमान है,
तो आपका यह जानना बहुत जरूरी है कि कुरान की तिलावत कैसे की जाती है और कुरान की तिलावत करने के कौन-कौन से फायदे होते हैं और कुरान पढ़ने से आपको कितनी नेकिया मिलती है।
इन सब के बारे में आज हम आप लोगों को बताएंगे अगर आप लोग जानना चाहते हैं क्यों सही से कुरान की तिलावत कैसे की जाती है तो आप हमारे साथ निकल को पढ़ ले.
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको कुरान पढ़ने का तरीका बहुत ही अच्छे से पता चल जाएगा अगर आप अटक अटक कर कुरान की तिलावत करते हैं, तो इससे आपको उतना जवाब नहीं मिलेगा.
जैसा की
कुरान शरीफ कभी भी अटक अटक कर नहीं पढ़नी चाहिए और कुरान शरीफ को बहुत ही समझ कर पढ़ना चाहिए तो आज हम आप लोगों को बहुत ही मुकम्मल तरीके से यह सारी जानकारी देंगे कि आप लोगों को कुरान की तिलावत कैसे करनी है, तो आइए जानते हैं :
कुरान की तिलावत करने का तरीका
दोस्तों कुरान इस्लाम धर्म की सबसे ज्यादा मानी जाने वाली किताब है और यह बहुत ही पवित्र और पाक साफ होती है इसलिए इसको पढ़ने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है और कुछ तरीकों को अपनाना है।
तभी आप इस कुरान के किताब को पढ़ सकते हैं जैसा कि कुरान पढ़ने से पहले आप के कपड़ो का पाक साफ होना बहुत जरूरी है और कपड़ों के पाक साफ होने के साथ-साथ जिस जगह पर आप कुरान पढ़े उस जगह का पाक साफ होना बहुत जरूरी है.
कुरान पढ़ने से पहले आपको अच्छी तरीके से वजू करना है और फिर उस कुरान की तिलावत उस जगह पर बैठकर पढ़ना है, जो जगह बिल्कुल पाक साफ हो और अपने मुंह को और कुरान को काबे की तरफ रख कर पढ़ना है।
कुरान पढ़ने का सबसे अच्छा वक्त होता है कि जब आप सुबह फजर की नमाज पढ़े तो कुरान की तिलावत जरूर किया करें अगर आप किसी भी वजह से ज्यादा नहीं पढ़ सकते हैं तो आप थोड़ा ही पढ़े. लेकिन रोजाना सुबह कुरान की तिलावत करना आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होगा।
अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे आपको बहुत सारे फायदे मिलेंगे और अल्लाह आपसे खुश होगा क्योंकि किसी भी काम का आगाज करने से पहले अल्लाह को याद करना और उसके बनाई हुई कुरान की तिलावत करना बहुत ही अच्छा होता है।
कुरान को समझ कर पढ़ना
बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो कुरान को पढ़ तो लेते हैं लेकिन समझ नहीं पाते हैं लेकिन कुरान को पढ़ने से ज्यादा समझना जरूरी है अगर आप कुरान को समझकर पढ़ते हैं तो आपको यह सारी बातें समझ पाएंगे कि कुरान में क्या लिखा है ?
जब भी कोई शख्स कुरान सुनता है या फिर तब या मजनून पड़ता है तो वह पूरी कोशिश करता है कि वह उसे समझ कर पड़े इसी तरह अगर कोई शख्स कुरान ए करीम पढ़ता है तो हमारी पहली कोशिश यही होनी चाहिए कि हम उसे बहुत ही समझ कर और अच्छे तरीके से पढ़े ताकि जो लोग हमारे कुरान को सुन रहे हैं।
वह भी अच्छे से सुने अगर हम कुरान ए करीम के मायने को अच्छे से समझते हैं तो हमें उसके मतलब अच्छे से समझ जाएंगे और कुरान की तिलावत से होने वाले फायदों के बारे में भी पता चलेगा कुरान शरीफ की सिर्फ तिलावत करने से भी बहुत ज्यादा फायदे है.
अल्लाह ने इसका सवाब बहुत ज्यादा दिया है अगर कोई शख्स रोजाना कुरान की तिलावत करता है तो अल्लाह उसे बेशुमार नेकियां देता है और उस शख्स के चेहरे पर एक अलग ही नूर पैदा करता है।
कुरान की तिलावत में मसगुलियत
जो शख्स कुरान ए करीम की तिलावत बहुत ही मशगूल होकर करता है अल्लाह का जिक्र करने और दुआ मांगने के लिए भी उसके पास फुर्सत नहीं होती है ऐसी तिलावत में मशगूल होने वाले शख्स को उसकी तमाम जरूरतों से ज्यादा देता है और उस शख्स को अल्लाह से कुछ भी मांगना नहीं पड़ता है.
अल्लाह उसे बेहतर से बेहतरीन अता फरमाता है कुरान ने फरमाया गया जो शख्स मेरी कुरान को पूरे दिल से पड़ता है अल्लाह उसके सारी दुआओं को कुबूल फरमाता है और उसे हमेशा नेक रास्ते पर चलने की तौफीक अता फरमाता है।
अटक अटक कर तिलावत करना
जो शख्स कुरान शरीफ को सही से नहीं पढ़ पाता है उसे चाहिए कि वह पहले कुरान को पढना अच्छे से सीखे और समझे उसके बाद कुरान की तिलावत करे अगर आप गलत कुरान पढ़ते हैं या फिर अटक अटक कर पढ़ते हैं तो इससे अल्लाह आप से नाराज होता है और आपको इसका सवाब नहीं मिलता है.
इसलिए आप कुरान को अच्छी तरीके से पढ़ने की कोशिश करें, जो शख्स हाफिज ए कुरान होता है और जो शख्स सिर्फ कुरान की तिलावत करता है और इन दोनों में बहुत फर्क होता है क्योंकि जो हाफिज ए कुरान होता है कभी भी अटक अटक कर कुरान की तिलावत नहीं करता है.
उसको पूरी कुरान याद रहती है और वह बिल्कुल आसानी से और बहुत ही अच्छे से कुरान की तिलावत करता है इसलिए सबको चाहिए कि वह कुरान की तिलावत सही ढंग से करें हालाकि कुरान की तिलावत करने से बहुत ज्यादा सवाब मिलता है लेकिन आप कुरान की तिलावत को अटक अटक कर ना करें बल्कि अच्छे से पढ़ें।
कुरान पढ़ने के फायदे
कुरान पढ़ने के बहुत से फायदे होते हैं जो शख्स रोजाना सुबह कुरान की तिलावत करता है अल्लाह उसके जेहन को बहुत तेज करता है और उसके चेहरे की चमक को और बढ़ाता है और अल्लाह ताला रोजाना कुरान की तिलावत करने वाले की आंखों में कभी भी रोशनी कम नहीं होने देता है और उसे हर तरह की आंखों से होने वाली बीमारी से दूर रखता है।
रोजाना कुरान की तिलावत करने वाला शख्स कभी भी किसी बीमारी से परेशान नहीं होता है अल्लाह उसे हर तरह की बीमारी से शिफा देता है और उसकी रोजी में बरकत देता है जो इंसान अपने काम का आगाज करने से पहले अल्लाह को याद करता है और उसके कुरान की तिलावत करता है. अल्लाह उसे उस काम में कामयाबी देता है और उसके काम में बरकत देता है।
FAQ : कुरान की तिलावत
कुरान क्या हैं ?
Ans. कुरान मुस्लिमों की एक ऐसी किताब है जिसको हर मुस्लमान पढ़ता है और इसे हर मुस्लिम बहुत पाक और साफ मानी जाती है.
कुरान पढने का तरीका क्या होता हैं ?
Ans. कुरान पढने का तरीका ये होता है की आप पाक साफ हो कर और वजू करके किसी पाक साफ जगह पर बैठ कर कुरान की तिलावत करें.
कुरान कौन सी भाषा में होती हैं ?
Ans. कुरान इस्लाम धर्म की सबसे पाक किताब मानी जाती है और यह अरबी भाषा में लिखी होती है.
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा दी गई इस्लामिक Information आप लोगों को काफी पसंद आई होगी इस पोस्ट में हमने आप लोगों को बताया कुरान की तिलावत करने का तरीका क्या होता है और कुरान को किस तरीके से पढ़ना चाहिए और कुरान पढ़ने से कौन-कौन से फायदे होते हैं ?
अगर आप लोगों ने यह मेरा आर्टिकल पूरा पढ़ा होगा तो आप लोगों को यह सारी जानकारी हासिल हो गई होगी और आप लोगों को बहुत ही अच्छे से पता चल गया होगा कि कुरान को पढ़ने से कौन-कौन से फायदे होते हैं और कुरान की तिलावत करने का सही तरीका क्या होता है ?
इन सब के बारे में आप लोगों को मालूमात हासिल हो गई होगी, साथ ही हर मुसलमान को कुरान की तिलावत करने का हुक्म है।