श्री संपूर्ण गणपती स्थापना पूजा विधि ,मंत्र ,नियम और आरती | Ganpati sthapana pooja vidhi

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गणपती स्थापना पूजा विधि | Ganpati sthapana pooja vidhi : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लिख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से गणपती स्थापना पूजा विधि के बारे में बताने वाले हैं वैसे क्या आप लोग जानते हैं कि सप्ताह के हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित किए गए हैं उसी प्रकार बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित किया गया है.

हमारे हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा अवश्य करनी चाहिए भगवान श्री गणेश की पूजा बुधवार के दिन विधि विधान पूर्वक की जाती है भगवान श्री गणेश अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उनके सभी दुखों को हर लेते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं को पूर्ण कर देते हैं वैसे हम आप लोगों को बता दें कि भगवान श्री गणेश खुद रिद्धि सिद्धि के दाता है और शुभ लाभ के प्रदाता है.

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हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है कि भगवान श्री गणेश अपने भक्तों की बाधा संकट रोग दोष और दरिद्रता को दूर कर देते हैं हमारे शास्त्रों के मुताबिक गणेश जी की विशेष पूजा का दिन बुधवार का होता है ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री गणेश के कुछ उपाय करने से सभी समस्याएं दूर हो जाते हैं.

तो आइए आज हम आप लोगों को बताते हैं कि अपने घर में किस तरह से भगवान श्री गणेश की स्थापना कर सकते हैं और उनकी पूजा कैसे करनी है क्योंकि इस लेख के माध्यम से गणपति स्थापना पूजा विधि के बारे में जानकारी देंगे इसके अलावा भगवान श्री गणेश की आरती और उन्हें प्रसन्न करने के लिए जो भी मंत्र प्रयोग में लाए जाते हैं उन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे तो आप हमारे इस लेप को अंत तक अवश्य पढ़ें।

गणेश जी को प्रसन्न करने के मंत्र | Ganesh ji ko prasann karne ke mantra

Ganesha

 

अगर आप लोग भगवान श्री गणेश को पूजा के द्वारा या फिर किसी अन्य मंत्रों द्वारा प्रश्न में करना चाहते हैं और श्रद्धा पूर्वक उनकी पूजा करना चाहते हैं तो आज हम आप लोगों को गणेश जी को प्रसन्न करने के कुछ ऐसे हाथों पूर्ण मंत्र देने वाले हैं जो गणेश भगवान की प्रसन्नता के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं।

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा

ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात्

ओम वक्रतुंडाय हुम्

ऊं हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते

गणेश जी को घर में स्थापित करने के नियम | Ganesh jee ko ghar mein sthapit karne ke niyam

अगर आप लोग अपने घर में गणेश भगवान की मूर्ति को स्थापित करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना विशेष आवश्यक होता है गणपति बप्पा की मूर्ति को उत्तर पूर्व या फिर उत्तर या पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए अगर आप अपने घर में या फिर कार्यालय क्षेत्र के दक्षिण पश्चिम या दक्षिण पूर्व भाग में कभी भी स्थापित नहीं करना चाहिए अपने घर में या फिर कार्यालय में इस प्रकार मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए कि गणेश भगवान की पीठ घर के बाहर की ओर हो।

गणपती स्थापना पूजा विधि | Ganpati sthapana pooja vidhi

अगर कोई भी व्यक्ति गणपति स्थापना पूजा विधि चाहता है चाहता है कि वह भगवान श्री गणेश को प्रसन्न कर सके और अपने घर में या कार्यालय में उनकी स्थापना कर सकें आज हम आप लोगों को पूरे विधि विधान के साथ गणपती स्थापना पूजा विधि के बारे में बताएंगे।

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1. घर सजाएं

अगर आप लोग भगवान श्री गणेश की स्थापना अपने घर में करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको गणेश भगवान के आगमन से पहले अपने घर को साफ सुथरा करके घर को खूबसूरत तरीके से सजा ले अपने घर के जिस भी अस्थान पर आप गणेश भगवान की स्थापना करना चाहते हैं उस स्थान को साफ सुथरा तरीके से धोकर स्वच्छ करके स्थान को भी अच्छी तरह से सजा ले।

2. दिशा सुनिश्चित करें

अगर आप लोग गणेश भगवान की स्थापना अपने घर में करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको घर में एक निश्चित दिशा का चयन करना होगा गणेश भगवान की मूर्ति हमेशा सही दिशा में रखी जाती है वास्तु के अनुसार हमेशा गणेश भगवान की मूर्ति ईशान कोण या फिर उत्तर पूर्व दिशा की ओर रखी जाती है।

3. मूर्ति स्थापित करने के लिए चौकी रखें

जगह सुनिश्चित करने के बाद आपको उसी जगह पर मूर्तियां स्थापित करने के लिए एक चौकी को रखना है उसके बाद जिस स्थान को आपने साफ सुथरा किया है उसी जगह पर एक स्वास्तिक बनाएं और एक पूरी चावल रखें और एक चौकी डालकर उस पर लाल कपड़ा बिछाकर उस कलश को रख दें और उस चौकी के आसपास स्थान पर सजावट कर दें।

4. दीप, धूप और अगरबत्ती रखें

अब आपको चौकी के आसपास स्थान पर धूप दीप जलाकर अगरबत्ती के साथ मोदक आदि का प्रसाद भी रख देना है और उसके बाद एक तांबे का कलश भरकर उस कलश को शुद्ध पानी से भर के और आम के पत्तों से सजाकर रखें।

5. नए वस्त्र धारण करें

कलश स्थापित करने के बाद गणेश जी की प्रतिमा को घर लाने से पहले नए या फिर साफ वस्त्र धारण करें और जिस समय गणेश भगवान की मूर्ति लाई जाती है उस समय पुरुषों को सिर पर रुमाल भी डाल लेना चाहिए या फिर कोई अन्य वस्त्र अपने सर पर अवश्य डालें महिलाओं को अपने सर पर दुपट्टा इत्यादि चीजें डाल लेनी चाहिए।

6. मंगल प्रवेश

अब आपका मंगल प्रवेश आता है गणेश भगवान की मूर्ति को घर में प्रवेश करने से पहले अपने घर के द्वार पर उनकी आरती का स्वागत अवश्य करें उसके बाद भगवान श्री गणेश के मंत्रों का उच्चारण करके भगवान श्री गणेश का जयकारा लगाकर शुभ मुहूर्त के समय अपने घर में गणेश भगवान का प्रवेश कराएं।

7. मूर्ति को शुद्ध करें

उसके बाद मूर्ति को शुद्ध तरीके से पूरे मंत्रों और जयकारों के साथ गणेश की मूर्ति को चौकी के ऊपर गंगाजल का छिड़काव करके मूर्ति को स्थापित करें और पूरे विधि विधान के साथ उनकी पूजा करें।

8. गणेश आरती करें

भगवान श्री गणेश की स्थापना करने के बाद विधि विधान पूर्वक उनकी पूजा करें और घर में मौजूद समस्त परिवार जन शंकर गणेश भगवान की जय कारे के साथ उनकी आरती करें।

9. भोग-प्रसाद अर्पित करें

गणेश भगवान की पूजा आरती करने के बाद थाली में लड्डू या मोदक का भोग अवश्य लगाएं और उसके साथ 5 मेवे का भोग भगवान श्री गणेश को अवश्य लगाएं।

वैसे हम आप लोगों को बता देगी भगवान श्री गणेश की स्थापना दोपहर के समय की जाती है हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि गणपति का जन्म मध्य काल में हुआ था स्थापना के दिन चंद्रमा देखना वर्जित है इस दिन आप चाहे तो बाजार से खरीद कर या फिर अपने हाथों से बनी हुई गणेश भगवान की मूर्ति को अपने घर में स्थापित कर सकते हैं अगर आप लोग गणेश भगवान की स्थापना करना चाहते हैं.

तो उसके लिए आपको सबसे पहले आ स्नानादि के बाद नए या साफ-सुथरे धुले हुए कपड़े पहन लेना है लेकिन आपको उस समय बिना कटे फटे वस्त्र पहनना चाहिए उसके बाद आपको अपने माथे पर तिलक लगाना है और पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठ जाना है.

इतना ध्यान रहे कि आप जिस आसन पर विराजमान होंगे वहा संकटा बेटा नहीं होना चाहिए उसके बाद आपको गणेश भगवान की मूर्ति को किसी लड़की के हाथ से पटरी के नीचे गेहूं मूंग ज्वार के ऊपर लाल वस्त्र बिछाकर इस भगवान की स्थापना कर दें गणेश भगवान की मूर्ति को दाएं या बाएं रिद्धि-सिद्धि के प्रतीक 11 सुपारी रख दे।

भगवान गणेश की पूजन विधि | Bhagwan ganesh ki puja vidhi

अगर कोई भी व्यक्ति सामान्य तरीके से अपने घर पर गणेश भगवान की पूजा करना चाहता है तो उसके लिए सबसे पहले उस व्यक्ति को बुधवार के दिन या फिर किसी अन्य भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहन कर गणेश भगवान की मूर्ति के सामने बैठ जाएं और सबसे पहले की का एक दीपक जलाएं उसके बाद हाथ जोड़कर भगवान श्री गणेश के सामने उनकी पूजा का संकल्प लें.

फिर अपने गणेश भगवान का ध्यान या फिर आवाहन करें उसके बाद गणेश भगवान को स्नान कराएं आप चाहे तो जल्द से भी गणेश भगवान को स्नान करा सकते हैं या फिर आप पंचामृत यानी कि दही , दूध ,घी , शहद और चीनी का मिश्रण मिलाकर भगवान श्री गणेश का शुद्ध तरीके से स्नान कराएं। उसके बाद अब आपको गणेश भगवान को वस्त्र चढ़ाने हैं अगर आपके पास गणेश भगवान को चढ़ाने के लिए वस्त्र नहीं है.

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तो आप उन्हें एक नाडा भी चढ़ा सकते हैं अब आपको गणेश भगवान की प्रतिमा पर सिंदूर , चंदन ,फूल और फूलों की माला चढ़नी है। अब आपको गणेश भगवान को मनमोहक सुगंध वाली धूप दिखानी है और गणेश भगवान के सामने एक दूसरा दीपक जलाना है उसके बाद गणेश भगवान की मूर्ति को दिखाकर हाथ धो ले अब आपको हाथ पोंछने के बाद नए कपड़े का इस्तेमाल करना है।

उसके बाद अब आपको भगवान श्री गणेश के सामने नैवेद्य चढ़ाएं. नैवेद्य में मोदक, मिठाई, गुड़ आदि सारे फल गणेश भगवान की मूर्ति पर जाना है उसके बाद भगवान श्री गणेश को नारियल चढ़ाकर उन्हें दक्षिणा देनी है अब आपको अपने समस्त परिवार के साथ उनकी आरती करनी है कपूर के साथ और धी के साथ उनकी आरती करें.

अपने हाथों में फूल लेकर गणेश भगवान के चरणों में समर्पित कर दें उसके बाद आपको गणेश भगवान की परिक्रमा करते करते गणेश भगवान का ध्यान करना है उसके बाद आपको गणेश भगवान से किसी भी भूल चूक के लिए माफी मांगने हैं और पूजा समाप्त होने के बाद भगवान श्री गणेश के चरणों में प्रणाम करना है।

गणपति की पूजा से जुड़ी खास बातें | Ganpati kee pooja se judee khaas baaten

आप लोग भगवान श्री गणेश की पूजा करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको भगवान श्री गणेश की पूजा से जुड़ी कुछ खास बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

  1. सबसे पहले आपको गणेश भगवान की पूजा करने के लिए उनकी मूर्ति पर तुलसी और शंख से जल अर्पित नहीं करना है।
  2. वैसे हम आप लोगों को बता दें कि भगवान श्री गणेश की पूजा दूर्वा और मोदक के बिना अधूरी रहती है इस लिए आपको विशेष गौर से इस बात का ध्यान रखना है कि गणेश भगवान की पूजा के समय इन दोनों चीजों का प्रयोग अवश्य करें।
  3. उसके बाद गणेश भगवान की पूजा में गणपति के मनपसंद फूल आदि मल्लिका, कनेर, कमल, चम्पा, मौलश्री (बकुल), गेंदा, गुलाब.
  4. गणेश भगवान की पूजा में गणेश के मनपसंद पत्ते शमी, दूर्वा, धतूरा, कनेर, केला, बेर, मदार और बिल्व पत्र आदि जैसी चीजें अवश्य रखें।
  5. जिस समय आप गणेश भगवान की पूजा कर रहे होते हैं उस समय आपको नीले और काले रंग का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करना है क्योंकि गणेश भगवान को पीला रंग पसंद है तो उनकी पूजा में पीली चीज ही रखी जाती है।
  6. अगर आप गणेश भगवान की पूजा कर रहे हैं तो उस समय आपको चमड़े की चीजें बाहर रखना है चमड़े की चीज गणेश भगवान की पूजा में शामिल नहीं करना है लेकिन आपको गणेश भगवान को अकेला भी नहीं छोड़ना है।
  7. जैसे ही गणेश भगवान की स्थापना हो जाती है उसके बाद आपको गणेश भगवान की मूर्ति को इधर – उधर नहीं करना है।

गणेश जी की आरती | Ganesh ji ki aarti

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जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
एक दंत दयावंत
चार भुजा धारी
माथे सिंदूर सोहे
मूसे की सवारी
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
पान चढ़े फल चढ़े
और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे
संत करें सेवा
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
अंधन को आंख देत
कोढ़िन को काया
बांझन को पुत्र देत
निर्धन को माया
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
सूर’ श्याम शरण आए
सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा
दीनन की लाज रखो
शंभु सुतकारी
कामना को पूर्ण करो
जाऊं बलिहारी
जय गणेश जय गणेश
जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा

FAQ : गणपती स्थापना पूजा विधि

गणपती की पूजा कैसे करे?

आप लोग गणेश भगवान की पूजा करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको इन चीजों का प्रयोग करना विशेष आवश्यक है। फूल, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि चीजों का गणेश भगवान की पूजा में प्रयोग अवश्य करें उसके बाद आपको गणेश जी को सुखी सिंदूर का तिलक भी लगाना है और उनके सामने दूर्वा अवश्य चढ़ाएं और उसके बाद गणेश भगवान की आरती करके उनके मनपसंद मंत्रों द्वारा उनकी पूजा को संपन्न करें।

गणेश जी की कलश स्थापना कैसे करें?

अगर आप लोग गणेश भगवान को अपने घर में स्थापित करना चाहते हैं या फिर उनकी कलश स्थापना करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको गणेश जी की चौकी के पास तांबे या चांदी के कलश में जल भरकर अवश्य रखें और उसके बाद गणेश भगवान के दाएं या बाएं और होना चाहिए उस कलर्स के नीचे आपको चावल अवश्य रखने हैं और कलश पर मोली अवश्य बंधी होनी चाहिए।

गणपति को घर में रखने के क्या नियम हैं?

लोग गणेश भगवान की स्थापना अपने घर में करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना विशेष आवश्यक है जैसे कि गणपति बप्पा की मूर्ति को स्थापित करने के लिए पूर्व दिशा या उत्तर पूर्व दिशा ही चुनना चाहिए कभी भी गणेश भगवान की मूर्ति को अपने घर में या फिर कार्यस्थल में दक्षिण पश्चिम या दक्षिण पूर्व दिशा की ओर नहीं रखना चाहिए गणेश भगवान की मूर्ति इस प्रकार स्थापित करें कि गणेश भगवान की पीठ घर के बाहर की ओर हो

निष्कर्ष

दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से गणपती स्थापना पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दीजिए इसके अलावा गणेश भगवान की आरती और गणेश भगवान की सामान्य तरीके से पूजा कैसे की जाती है इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको अवश्य ही गणेश भगवान के पूजा के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।

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