जुआ का देवता Jua ke devta : हेलो दोस्तों नमस्कार आज मैं आप लोगों को इस लेख के माध्यम से जुआ का देवता से संबंधित जानकारी प्रदान करूंगी जिसमें मैं आप लोगों को बताऊंगी वह कौन से देवता हैं जिनकी कृपा प्राप्त करके आप जुआ जीत सकते हैं. क्योंकि जुआ एक ऐसा खेल है. जिसे भारतीय समाज में लगभग सभी लोग खेलते हैं. क्योंकि इस खेल से जरिए मनोरंजन के साथ-साथ लाखों करोड़ों रुपए भी कमाए जा सकते हैं.
इसलिए हर जुआ खेलने वाले व्यक्ति के मन में यह इच्छा होती है कि वह कभी भी जुआ की बाजी ना हारे. क्योंकि जुआ खेलने में लाखों करोड़ों रुपए की बाजी लगती है. ऐसे में जो व्यक्ति जुआ की बाजी हार जाता है, तो वह मानसिक तनाव में आ जाता है. इसीलिए सब लोग जानना चाहते है कि जुआ के देवता कौन है ताकि वह लोग इन्हें प्रसन्न करके जुए की बाजी को जीत सकें.
इसलिए आज मैं इस जुए के खेल को तथा इस खेल में बनाए गए सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए जुआ के देवता कौन है ? इसके विषय में बताऊंगी और यह भी बताऊंगी कि इन्हें किस तरह से प्रश्न करना है ताकि आप जुए की बाजी जीत सकें. अगर आप जुआ खेलते हैं और हुआ के देवता से संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया करके इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.
- 1. जुआ का देवता | Jua ke devta
- 2. जुआ का देवता सांवरिया सेठ | Jua ke devta sawariya seth
- 3. जुआ जीतने के लिए सांवरिया बाबा को प्रसन्न करने के तरीका
- 4. सांवरिया सेठ जी की आरती
- 5. जुआ के अन्य देती-देवता | Jua ke any devta
- 5.1. 1. मां लक्ष्मी
- 5.2. 2. अपने इष्ट देवता की पूजा करें
- 6. FAQ : जुआ का देवता
- 6.1. जुआ खेलने से पहले क्या करना चाहिए ?
- 6.2. जुआ किस प्रकार से खेला जाता है ?
- 6.3. जुआ क्या होता है ?
- 7. निष्कर्ष
जुआ का देवता | Jua ke devta
श्री कृष्ण को लेकर वेद पुराणों में ऐसी मान्यता है कि इन्हें जुआ का सबसे प्रमुख देवता बताया गया है, जिन्हें भगवान सांवरिया सेठ के नाम से जाना जाता है, सांवरिया सेठ भगवान को लेकर ऐसी मान्यता है, इन के दरबार में जुआ खेलने वाला जो भी व्यक्ति इनके दर्शन करके उनके सामने अपना सर झुका कर अपने सट्टे का आधा हिस्सा देने की मान्यता रखता है तो भगवान सांवरिया सेठ उस व्यक्ति को जुआ की बाजी कभी भी हारने नहीं देते हैं.
इसीलिए हम यहां पर सांवरिया सेठ बाबा के विषय में विस्तार पूर्वक से बताएंगे जिसमें हम आप लोगों को बताएंगे , सांवरिया सेठ बाबा का मंदिर कहां है और इन्हें जुआ का प्रमुख देवता क्यों कहा जाता है तथा इन्हें जुआ की बाजी जीतने के लिए किस तरह से प्रसन्न किया जा सकता है.
जुआ का देवता सांवरिया सेठ | Jua ke devta sawariya seth
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में भांडेर तहसील में सांवरिया सेठ जी का मंदिर बना है जिन्हें श्री कृष्ण के रूप में पूजा जाता है जिन्हें पूरी दुनिया के सट्टा किंग बाजार के नाम से जाना जाता है, इसीलिए हर साल सट्टा लगाने वाले व्यक्ति इनके दरबार में आकर इनका सजदा करते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु इनके सामने सर झुका कर प्रार्थना करते हैं तथा सट्टे की बाजी जीतने पर आधा हिस्सा देने की मान्यता करते हैं.
क्योंकि सांवरिया सेठ में इतनी शक्ति है कि जो भी सट्टा लगाने वाला व्यक्ति इन के दरबार में कोई भी मान्यता करता है तो कभी भी जुआ की बाजी नहीं हारता है. इसीलिए हर कोई जुआ जीतने के पश्चात सांवरिया बाबा के मंदिर में दान के रूप में अपनी जीत का आधा हिस्सा इनको प्रदान करता है. अब तक आप लोगों ने जाना कि जुआ के देवता किसे माना गया है अब आइए आगे जानते हैं जुआ की बाजी जीतने के लिए सांवरिया बाबा को किस प्रकार से प्रसन्न किया जाता है.
जुआ जीतने के लिए सांवरिया बाबा को प्रसन्न करने के तरीका
अगर आप लोग जुआ की बाजी जीतना चाहते हैं तो आपको सांवरिया बाबा को प्रसन्न करना होगा और सांवरिया बाबा को कैसे प्रसन्न किया जाता है इसके विषय में हम क्रम वाइज से जानकारी प्रदान कर रहे हैं जैसे :
- सबसे पहले आप गुरुवार के दिन सूर्योदय से पहले अपने घर की साफ सफाई करें उसके पश्चात खुद स्नान आदि से निवृत हो कर स्वच्छ कपड़े धारण करें.
- उसके बाद आप सांवरिया बाबा को प्रसन्न करने के लिए गाय के देसी घी ,मोर का पंख, माखन, लड्डू ,पेड़ा, बर्फी ,धूपबत्ती ,अगरबत्ती, आम के पत्ते, गंगाजल , पंचामृत इत्यादि सामग्री को इकट्ठा करें.
- उसके बाद आप अपने घर के किसी शांत वातावरण में सांवरिया बाबा की मूर्ति स्थापित करने के लिए उनके लिए चौकी सजा ले चौकी सजाने के लिए आप लकड़ी के पटरे पर लाल कपड़ा बिछाए और उस जगह को गंगाजल से शुद्ध कर ले.
- उसके बाद सांवरिया जी की प्रतिमा को पंचामृत से अभिषेक करके स्वच्छ जल से स्नान करा दें.
- फिर सांवरिया को सुंदर वस्त्र पहना कर उन्हें उनकी चौकी पर स्थापित करें.
- फिर इनके सामने फल फूल लड्डू पेड़ा बर्फी फिर हलवा आपसे जो कुछ हो सके आप इनके सामने अर्पित करें.
- उसके बाद सांवरिया जी के पास मोर का पंख और बांसुरी अवश्य रखें.
- फिर आप सांवरिया जी के सामने गाय के देसी घी का दीपक जलाएं और धूपबत्ती अगरबत्ती इत्यादि को जलाने के पश्चात कपूर जलाकर सांवरिया जी की आरती करें.
सांवरिया सेठ जी की आरती
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ।
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला।
श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला।आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली।
लतन में ठाढ़े बनमाली; भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक,ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं।
गगन सों सुमन रासि बरसै; बजे मुरचंग, मधु मिरदंग, ग्वालिन संग;अतुल रति गोप कुमारी की॥श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
जहां ते प्रकट भई गंगा, कलुष कलि हारिणि श्रीगंगा।
स्मरन ते होत मोह भंगा; बसी सिव सीस, जट के बीच, हरै अघ कीच;चरन छवि श्रीबनवारी की॥
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू; हंसत मृदु मंद,चांदनी चंद, कटत भव फंद।।
टेर सुन दीन भिखारी की॥ श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
- सांवरिया सेठ जी की आरती करने के पश्चात सांवरिया सेठ बाबा के मंदिर में उस आरती को रख दें.
- आरती करने के पश्चात आप सांवरिया बाबा के मंदिर के सामने आसन लगा ले उसके पश्चात रुद्राक्ष की माला को फेरते हुए इस मंत्र का 180 बार जाप करें
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ।।
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः।। ‘
- मंत्र जाप की प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात आप सांवरिया सेठ बाबा के सामने हाथ जोड़कर जुआ जीतने के लिए अपने शब्दों में प्रार्थना करें और उसके पश्चात शाम को सोने से पहले सांवरिया सेठ के प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं.
- इस तरह से सांवरिया सेठ की पूजा अर्चना करने से सांवरिया सेठ प्रसन्न होते हैं तथा अपने समस्त भक्तों की प्रार्थना को स्वीकार करते हैं.
जुआ के अन्य देती-देवता | Jua ke any devta
जुआ प्रमुख देवता सांवरिया सेठ को माना गया है , लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जुआ के अन्य देवता भी बताए गए हैं जिनकी विधिवत पूजा करने से आपको जुआ की बाजी जीतने से कोई नहीं रोक सकता है वह देवता कुछ इस प्रकार से है जैसे :
1. मां लक्ष्मी
मां लक्ष्मी को धन संपदा प्रदान करने वाली देवी माना गया है इसीलिए ज्योतिष शास्त्र कहना है माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा अर्चना करने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं आती है, ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि लक्ष्मी मां आपके घर में आए तो इसके लिए आप इनकी विधिवत पूजा-अर्चना करें और अपने घर की अच्छे से साफ सफाई करें तो लक्ष्मी मां आपके घर में अवश्य प्रवेश करेंगी और आपके सभी काम सफल होंगे.
2. अपने इष्ट देवता की पूजा करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने इष्ट देव की पूजा करने से उस कार्य में सफलता अवश्य प्राप्त होती है इष्ट देवता यानी कि आपकी राशि का जो ग्रह है या फिर आपकी राशि के स्वामी हैं उन्हें ही इष्ट देवता कहा जाता है. जिनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर काफी गहरा पड़ता है.
इसीलिए आपको अपनी राशि के स्वामी को प्रसन्न करने के लिए ज्योतिष शास्त्र के द्वारा बताए गए सभी उपाय को करना चाहिए अर्थात आपकी राशि के ग्रह से संबंधित जो भी दान है उन दान को करना चाहिए. ऐसा करने से राशि का स्वामी प्रश्न रहता है और जब राशि का स्वामी आपसे प्रसन्न रहेगा तो आपके जीवन में हर कार्य शुभ होगे इसीलिए आप जुआ की बाजी जीतने के लिए अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना करें.
FAQ : जुआ का देवता
जुआ खेलने से पहले क्या करना चाहिए ?
जुआ किस प्रकार से खेला जाता है ?
जुआ क्या होता है ?
निष्कर्ष
मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप सभी लोगों को जुआ का देवता से संबंधित जानकारी प्रदान की है जिसमें हमने आप लोगों को जुआ के प्रमुख देवता से अवगत कराया है अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को जुआ के प्रमुख देवता कौन है इसके विषय में संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी.
ऐसे में अगर आप लोग भी जुआ खेलते हैं या सट्टेबाजी करते हैं तो इस लेख में बताए गए देवी देवताओं की आराधना करके सट्टेबाजी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और उपयोगी भी साबित हुई होगी.