तिलक लगाने का मंत्र | Tilak lagane ka mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से तिलक लगाने का मंत्र बताने वाले हैं दोस्तों हमारी हिंदू परंपराओं के अनुसार कुल 12 स्थानों पर तिलक लगाने की विधि बताई गई है.
जैसे कि सिर, मस्तक गले, हृदय दोनों बाजू , नाभि, पीठ दोनों बगल आदि जगहों पर तिलक लगाने की विधि बताई गई है ऐसे में आज हम आप लोगों को तिलक लगाने का मंत्र और तिलक लगाने के लाभ क्या है तिलक कितने प्रकार के होते हैं और किस दिन तिलक लगाना चाहिए.
किस दिन नहीं लगाना चाहिए इन सारे विषयों के बारे में आज हम आप लोगों को इस लेख में बताएंगे अगर आप लोग तिलक लगाते समय किसी भी मंत्र का प्रयोग करना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपका पूरा दिन अच्छा जाए या फिर आपको खुशियां ही खुशियां मिले तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
- 1. तिलक लगाने का मंत्र | Tilak lagane ka mantra
- 2. तिलक लगाने का लाभ | Tilak lagane ka labh
- 3. तिलक चार प्रकार के होते हैं | Tilak chaar prakar ke hote hai
- 3.1. 1. कुमकुम
- 3.2. 2. केशर
- 3.3. 3. चंदन
- 3.4. 4. भस्मी
- 4. तिलक सप्ताह के किस दिन | Tilak saptaah ke kis din
- 4.1. 1. सोमवार
- 4.2. 2. मंगलवार
- 4.3. 3. बुधवार
- 4.4. 4. गुरुवार
- 4.5. 5. शुक्रवार
- 4.6. 6. शनिवार
- 4.7. 7. रविवार
- 5. FAQ : तिलक लगाने का मंत्र
- 5.1. माथे पर तिलक कैसे लगाएं?
- 5.2. ब्राह्मण को तिलक कैसे लगाना चाहिए?
- 5.3. तिलक कौन सी उंगली से लगाएं?
- 6. निष्कर्ष
तिलक लगाने का मंत्र | Tilak lagane ka mantra
दोस्तों क्या आप लोग जानते हैं कि हमारे हिंदू धर्म के अनुसार शरीर के कुल 12 भागों में तिलक लगाया जाता है जैसे कि सिर , मस्तक गले , ह्रदय और दोनों बाजू , पीठ दोनों बगल आदि जगहों पर तिलक लगाने की विधि बताई गई है अगर आप लोग मत्थे के बीच वाले भाग में तिलक लगाते हैं.
तो उसे ललाट बिंदु कहते हैं या भाग तो भौहों का मध्य भाग भी बताया जाता है जब भी आप तिलक लगाते हैं तो आपको भौहों के बीच में ही तिलक लगाना चाहिए अगर आप लोग ऐसा करते हैं तो आपको इससे कई सारे लाभ प्राप्त होते हैं क्योंकि आपके मस्तक पर सिंदूर उष्ण होता है वैसे तो जब भी आपके घर में पूजा होती है.
तो उस समय तिलक लगाने का विशेष महत्व होता है और भगवान को स्नान कराने के बाद उन्हें चंदन का तिलक लगाया जाता है जो व्यक्ति भगवान की पूजा कर रहा होता है उसे भी अपने मस्तिष्क पर चंदन का टीका लगाना चाहिए ऐसा करना सुगंधित होता है तथा इसका परिणाम अच्छा मिलता है।
तो चलिए ऐसे में हम आप लोगों को तिलक लगाने का मंत्र बताने वाले हैं जिस समय आप तिलक लगा रहे होते हैं उस समय आपको इस मंत्र का प्रयोग करना है।
पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु ।।
कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् ।
ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम् ।।
तिलक लगाने का लाभ | Tilak lagane ka labh
- अगर कोई व्यक्ति अपने माथे पर तिलक लगाता है तो प्रभावशाली हो जाता है क्योंकि तिलक लगाने का मनोवैज्ञानिक असर होता है ऐसा करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास और आत्मा बल में भरपूर इजाफा होता है।
- अगर आप लोग अपने मस्तिष्क यानी कि भौहों के बीच में तिलक लगाते हैं तो तरावत आती है दिमाग को शांति और सुकून महसूस होने लगता है।
- तिलक लगाने से कई प्रकार की मानसिक बीमारियां दूर हो जाती है दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है और उसी की वजह से उदासी दूर हो जाती है और मन में एक उत्साह सी जगने लगती है और यह एक ऐसी उत्साह है जिसके कारण लोग अच्छे कामों में लग जाते हैं।
- अगर आप तिलक लगाते हैं तो इससे आपके सर दर्द की समस्या भी कम हो जाती है।
- अगर आप हल्दी का तिलक लगाते हैं तो त्वचा शुद्ध रहती है क्योंकि हल्दी में एंटी बैक्ट्रिवयल बचा होती है जो हर प्रकार के रोगों से मुक्ति दिलाती है।
- दोस्तों हमारे हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा गया है कि अगर कोई भी व्यक्ति चंदन का तिलक लगाता है तो उस व्यक्ति के पापों का नाश हो जाता है।
- चंदन का तिलक लगाने से कई तरह के संकट से बचाव मिलता है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति तिलक लगाता है तो उसके ग्रहों की शांति होती है।
- अगर कोई भी व्यक्ति चंदन का तिलक लगाता है तो उस व्यक्ति का घर अन्न-धन से भरा रहता है।
- चंदन का तिलक लगाने से घर में सौभाग्य की बढ़ोतरी होती है।
तिलक चार प्रकार के होते हैं | Tilak chaar prakar ke hote hai
तिलक लगाने के 4 भाग होते हैं।
1- कुमकुम
2- केशर
3- चंदन
4- भस्म
1. कुमकुम
कुमकुम हल्दी चूना मिलाकर बनाया जाता है इसको लगाने से हमारे आज्ञा चक्र की शुद्धि होती है उसे कैल्शियम देते हुए ज्ञान चक्र को प्रज्वलित करते हैं उसे ही कुमकुम कहते हैं।
2. केशर
केसर का तिलक लगाने से मस्तिष्क ठंडा शीतल रहता है मस्तिष्क को केसर का तिलक प्रज्वलित करता है।
3. चंदन
अगर आप लोग चंदन का तिलक लगाते हैं तो आपके दिमाग को शीतलता प्रदान करता है और मानसिक शांति भी देता है।
4. भस्मी
इसका तिलक लगाने से अग्रसर करते हुए मस्तिष्क के रोम कूपों के विषाणुओं को नष्ट कर देता है अगर कोई भी व्यक्ति इस तिलक को लगाए बिना भोर संध्या का हवन करता है उसे इसका फल नहीं मिलता है। वैराग्य की अग्रसर करते हुए मस्तष्क के को भी नष्ट करता है।
तिलक सप्ताह के किस दिन | Tilak saptaah ke kis din
1. सोमवार
वैसे तो आप सभी लोगों को यह पता होगा कि सोमवार का दिन भगवान शंकर को समर्पित किया गया है तथा सोमवार का स्वामी ग्रह चंद्रमा है चंद्रमा मन का कारक माना जाता है अगर आप लोग मन को काबू में रखना चाहते हैं.
मस्तिष्क को शीतल और शांत बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सोमवार के दिन सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए इस दिन आपको आप विभूति भस्म भी लगानी चाहिए।
2. मंगलवार
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार मंगलवार का दिन भगवान हनुमान जी को समर्पित किया गया है इस दिन का स्वामी ग्रह मंगल को माना जाता है मंगल लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है अगर आप लोग मंगलवार के दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला हुआ सिंदूर का तिलक लगाते हैं.
तो यह आपके लिए ऊर्जा और कार्यक्षमता का कार्य करता है इसको लगाने से मन की उदासी और निराशा हट जाती है और आपका दिन शुभ होता है।
3. बुधवार
धर्मों के मुताबिक बुधवार का दिन मां दुर्गा को समर्पित किया गया है बुधवार का दिन उस भगवान को भी समर्पित किया गया है बुधवार दिन का स्वामी ग्रह बुध ग्रह को माना जाता है अगर इस दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाते हैं तो इसके तिलक लगाने से बौद्धिक क्षमता तेज होती है और आपका दिन भी अच्छा होता है।
4. गुरुवार
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार गुरुवार का दिन बृहस्पति ऋषि देवताओं के गुरु को समर्पित किया गया हैं इस दिन के खास देवता ब्रह्मा जी हैं इस दिन का स्वामी ग्रह बृहस्पति ग्रह को माना जाता है गुरु को पीला या सफेद मिश्रित पीला रंग प्रिय होता है अगर कोई भी व्यक्ति इस दिन सफेद चंदन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर और उसमें केसर मिलाकर उसका लेप बनाकर अपने माथे पर लगाता है.
हल्दी गोरोचन का तिलक भी लगाता है तो इसको लगाने से आपका मन पवित्र हो जाता है और सकारात्मक विचार तथा अच्छे अनुभव मिलने लगते हैं यह तिलक लगाने से आपका दिन भी शुभ रहता है तथा आर्थिक परेशानियों का हल भी हो जाता हैं।
5. शुक्रवार
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार शुक्रवार का दिन भगवान विष्णु की पत्नी लक्ष्मी जी को समर्पित किया गया है इस दिन का स्वामी ग्रह शुक्र को माना जाता है इस दिन अगर कोई भी व्यक्ति लाल चंदन का तिलक लगाता है. तो इससे तनाव दूर हो जाता है और इस तिलक को लगाने से भौतिक सुख – सुविधाएं में भी वृद्धि मिलती है इस दिन तो आप सिंदूर भी लगा सकते हैं।
6. शनिवार
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार भैरव , शनि और यमराज का दिन माना जाता है इस दिल के स्वामी ग्रह शनि होते हैं शनिवार के दिन विभूति भस्मा या लाल चंदन लगाना चाहिए अगर आप लोग इस दिन विभूति लाल चंदन या फिर भस्म लगाते हैं तो भैरव महाराज प्रसन्न हो जाते हैं और आपको किसी भी प्रकार का नुकसान होने नहीं देते हैं।
7. रविवार
हिंदू धर्म के अनुसार तो रविवार का दिन भगवान विष्णु और सूर्य का माना जाता है इस दिन का स्वामी ग्रह सूर्य ग्रह होता है सूर्य ग्रह को ग्रहों का राजा भी कहा जाता है इस दिन अगर कोई भी व्यक्ति लाल चंदन या फिर हरि चंदन का तिलक लगाता है तो उसे भगवान विष्णु की कृपा के साथ-साथ सूर्य की कृपा भी प्राप्त होती है और उसके मान सम्मान की बढ़ोतरी होती है और उसकी निर्भरता बढ़ जाती है।
FAQ : तिलक लगाने का मंत्र
माथे पर तिलक कैसे लगाएं?
- अगर आप लोग अपने माथे पर तिलक लगाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको उत्तर दिशा की ओर मुख करके तिलक को लगाना चाहिए।
- तिलक हमेशा आपको भौहों के मध्य भाग में लगाना चाहिए।
- आधा अधूरा शास्त्रों के मुताबिक ऐसा कहा गया है कि तिलक लगाते समय आपको कनिष्ठा यानी की छोटी उंगली का प्रयोग नहीं करना चाहिए
- तिलक लगाते समय आपको हमेशा अनामिका उंगली का प्रयोग करना चाहिए।
ब्राह्मण को तिलक कैसे लगाना चाहिए?
तिलक कौन सी उंगली से लगाएं?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से तिलक लगाने का मंत्र के बारे में बताया इसके अलावा तिलक लगाने के लाभ क्या है और तिलक कितने प्रकार के होते हैं तिलक किस दिन लगाना चाहिए इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से बताया है.
अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।