पितृ दोष निवारण पूजा विधि | Pitra dosh nivaran puja vidhi : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे गुप्त विद्या चैनल पावर्ड बाय OSir.in पर आज हम आप लोगों को इस वीडियो के माध्यम से पितृ दोष निवारण पूजा विधि के बारे में बताने वाले हैं हमारे हिंदू धर्म में हर एक घर में पितरों की पूजा की जाती है हिंदू धर्म के सभी घरों में अपने पितरों पूर्वजों का आदर और सम्मान किया जाता है.
ताकि आपके पितरों की आत्मा को शांति मिल सके और पितर अपनी संतान को सुख और समृद्धि होने का आशीर्वाद देते हैं. लेकिन अगर आपकी कुंडली में पित्र दोष लगा है तो आप लोगों को इस महीने में उनकी पूजा आश्विन मास एक प्रश्न पक्ष का समय पितरों के लिए सच्ची श्रद्धा युक्त करने का श्राद्ध पक्ष करनी चाहिए.
तो हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए या समय बहुत ही उपयोगी होता है। ऐसे में अगर आप लोग पितृ दोष को दूर करने के कुछ उपाय और मंत्र खोज रहे हैं। तो आज हम आप लोगों को इस वीडियो में पित्र दोष निवारण मंत्र के बारे में बताएंगे और उसके उपाय कौन से हैं या अभी बताएंगे.
लेकिन इसके लिए आपको पितृ दोष निवारण पूजा विधि का हमारा यह लेख अंत तक पढ़ना होगा तभी आपको इस लेख के बारे में संपूर्ण जानकारी हो पाएगी और आप अपनी कुंडली से पित्र दोष दूर कर पाएंगे यहां पर हमने आपको पित्र दोष निवारण मंत्र मंत्र जाप विधि पित्र दोष से मुक्ति दिलाने के उपाय पितृ दोष निवारण पूजा विधि जाप करने के नियम आदि विषयों के बारे में जानकारी दी है.
अगर आपने हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ा तो आपको पित्र दोष के बारे में संपूर्ण जानकारी हो जाएगी.
- 1. पितृ दोष निवारण मंत्र | Pitra dosh nivaran mantra
- 2. पितृ दोष निवारण पूजा विधि | Pitra dosh nivaran puja vidhi
- 3. पितृ दोष निवारण शिव मंत्र | Pitru Dosh Nivaran Shiv Mantra
- 4. पितृ दोष निवारण मंत्र जाप करने के नियम | Pitra dosh nivaran Mantra Jaap karne ke Niyam
- 5. पित्र दोष निवारण मंत्र के लाभ | Pitra Dosh nivaran mantra ke labh
- 6. पितृ दोष निवारण के सरल उपाय | Pitra Dosh se Mukti dilane yah upay
- 7. पितृ देव स्तोत्र | Pitra Dev Stotra
- 8. FAQ : पितृ दोष निवारण पूजा विधि
- 8.1. पितृ दोष निवारण के लिए क्या करें?
- 8.2. घर में पितृ दोष के संकेत
- 8.3. पितरों की शांति के लिए कौन सा मंत्र?
- 9. निष्कर्ष
पितृ दोष निवारण मंत्र | Pitra dosh nivaran mantra
पित्र दोष जो कि हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ है कहा जाता है कि हमारे हिंदू धर्म के सभी घरों में अपने पितरों और पूर्वजों का आदर सम्मान किया जाता है कहा गया है कि जब भी किसी बुजुर्ग की मृत्यु हो जाती है तो वह अपने घर परिवार को छोड़कर चला जाता है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु अकाल तरीके से हो या फिर किसी एक्सीडेंट या किसी बीमारी की वजह से उसकी मृत्यु हो जाए तो उसे अकाल मृत्यु कहते हैं.
अकाल मृत्यु में मरा हुए व्यक्ति की आत्मा पूरे संसार में इधर-उधर भटकती रहती है जिसकी वजह से घर के सबसे जिम्मेदार इंसान की कुंडली में पित्र दोष लग जाता है पित्र दोष को अपनी कुंडली से हटाने के लिए और पितरों की आत्मा की शांति और उनसे सुख – समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करना चाहिए.
पित्र दोष निवारण के लिए आश्विन मास के प्रथम पक्ष का समय पितरों के लिए बहुत ही अच्छा समय होता है जिस समय में आप अपनी कुंडली से पित्र दोष से मुक्ति करा सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि पितृ दोष निवारण पूजा विधि क्या है और कैसे इसका जाप किया जाता है जिससे हमारी कुंडली में लगा हुआ पित्र दोष समाप्त हो जाता है.
ऊँ श्री सर्व पितृ दोष निवारणाय कलेशम् हं हं सुख शांतिम् देहि फट स्वाहा:
पितृ दोष निवारण पूजा विधि | Pitra dosh nivaran puja vidhi
- पितृ दोष निवारण मंत्र का प्रयोग करने के लिए आपको प्रतिदिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निश्चिंत खो जाना है।
- उसके बाद अपने घर के मंदिर में धूप बत्ती जलाने है.
- और एक पवित्र लोटे में जल भर लेना है.
- और उसमें दो बूंद गंगाजल और कुछ पुष्प डाल देते हैं।
- अब आपको 108 बार गायत्री मंत्र का जाप कर लेना है।
- उसके बाद पितृ दोष निवारण मंत्र का 108 बार जाप करके अपने पितरों का स्मरण करिए.
- उसके बाद अपने पितरों का आशीर्वाद ले और अपने पितरों से कहना है.
- कि वह अपनी कृपा पूरे परिवार पर बनाए रखें ऐसी प्रार्थना करनी है.
- आपको अपने पितरों से मिलने और उनसे उनका आशीर्वाद लेने के लिए पित्र दोष निवारण पूजा विधि अवश्य करें.
पितृ दोष निवारण शिव मंत्र | Pitru Dosh Nivaran Shiv Mantra
‘ॐ श्री सर्व पितृ देवताभ्यो नमो नमः’,
ॐ प्रथम पितृ नारायणाय नमः,
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
पित्र दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको हमारे द्वारा दिया गया जहां मंत्र जाप करना होगा मंत्र जाप करने की विधि कुछ इस प्रकार दी गई है पितृदोष से मुक्ति पाने और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आपको हमारे द्वारा बताए गए मंत्र का 108 बार जाप करना है 108 बार इस मंत्र का जाप करना शुभ बताया गया है इसीलिए नियमित रूप से 11 बार इस मंत्र का जाप करते रहे और कुछ ही दिनों में आपको आपकी कुंडली से पित्र दोष से मुक्ति मिल जाएगी.
पितृ दोष निवारण मंत्र जाप करने के नियम | Pitra dosh nivaran Mantra Jaap karne ke Niyam
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति पित्र दोष निवारण चाहता है तो यहां पर आपको पित्र दोष निवारण मंत्र जाप करते समय कौन-कौन से नियम अपनाने चाहिए इसके बारे में जानकारी दी जा रहे हैं पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय हमारे द्वारा बताए गए नियमों का पालन अवश्य करें.
- पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय किसी एकांत जगह को छूने और वहां पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें ताकि आपको कोई परेशानी ना हो और आप की पूजा में कोई भी व्यक्ति ना पड़े.
- पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय अपने विचारों पर ध्यान दें शुद्ध हृदय के साथ अपने बुजुर्गों को याद करें और उनसे जुड़ी बातों को ध्यान से याद करें मंत्र के साथ-साथ उन की शांति के लिए प्रार्थना करते रहे।
- पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय मंत्र को गलत तरीके से ना पड़े ध्यान पूर्वक उस मंत्र का उच्चारण करें अगर आप गलत तरीके से इसका उच्चारण करेंगे तो आपको इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है.
- पितरों को पानी देते समय और पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय मन को शुद्ध रखें और प्रार्थना करते समय बुजुर्गों की शांति के लिए प्रार्थना अवश्य करें.
- पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते समय पलटी लगाकर बैठ जाए और अपनी दोनों आंखों को बंद करके ही इस मंत्र का उच्चारण करें।
पित्र दोष निवारण मंत्र के लाभ | Pitra Dosh nivaran mantra ke labh
वैसे तो आप सभी लोगों को पता होना चाहिए कि जब भी कोई व्यक्ति किसी मंत्री आंसू धार्मिक चीज का प्रयोग करता है तो उसमें जब तक उसे कोई फायदा नहीं होता है तब तक वह किसी भी प्रकार की पूजा पाठ या फिर कोई अन्य चीज नहीं करता है इसीलिए आज हम आप लोगों को पित्र दोष निवारण मंत्र के बारे में जानकारी देने वाले हैं.
पितृदोष लोगों की कुंडली में लगा होता है जब तक पितृदोष उसकी कुंडली में रहेगा तब तक उसके पास विभिन्न प्रकार की परेशानियां होंगी लेकिन आज हम आपको यहां पर पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करने के बाद आपको कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं उसके बारे में जानकारी देने वाले हैं.
- अगर आप में से कोई भी व्यक्ति पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करता है तो उसके जाप से आपको धन में लाभ होगा और आप दिन-ब-दिन तरक्की करेंगे.
- अगर किसी व्यक्ति के जीवन में संतान की प्राप्ति नहीं हो रही है और आप संतान की प्राप्ति चाहते हैं तो अपनी कुंडली से पित्र दोष को हटाए और पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करें तभी आप को संतान की प्राप्ति होगी अगर आप पत्र दोष निवारण मंत्र का जाप करते हैं तो आपको संतान प्राप्ति अवश्य होगी.
- अगर आप में से किसी भी व्यक्ति का कार्य रुक रहा है तो समझ लीजिए कि आपकी कुंडली में पित्र दोष लगा हुआ है अगर आप उस पित्र दोष का निवारण चाहते हैं तो हमारे द्वारा दिया गया पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करें उसके पश्चात आपके सारे कार्य शुभ हो जाएंगे और आप कोई भी कार्य बिना किसी रूकावट के कर सकेंगे.
- आपके घर में कलर लगा हुआ है और आप उस गले से मुक्ति चाहते हैं तो पहले मैं आपको बता दूं कि यह कलर किस कारण होता है या कला आपकी कुंडली में पित्र दोष लगा होने के कारण होता है अगर आप पित्र दोष निवारण चाहते हैं तो इसके लिए आपको हमारे द्वारा दिया गया पित्र दोष निवारण मंत्र का जाप करना है और उसी के जाप से आप अपने घर के कलर को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं.
- बहुत दिनों से आपके घर में सुख समृद्धि और शांति नहीं आई है तो इसका मतलब है कि आपकी कुंडली में पित्र दोष लगा हुआ है अगर आप उस पित्र दोष का निवारण चाहते हैं तो मंत्र का जाप करें और उस मंत्र जाप से अपने घर में सुख शांति और समृद्धि लेकर आए.
पितृ दोष निवारण के सरल उपाय | Pitra Dosh se Mukti dilane yah upay
- अगर आपकी कुंडली में पितृदोष है, तो पितरों की फोटो दक्षिण दिशा की ओर लगाएं।
- इसके साथ ही रोजाना माला चढ़ाकर उनका स्मरण करना चाहिए।
- पीपल के पेड़ पर दोपहर के समय जल चढ़ाएं।
- इसके साथ ही फूल, अक्षत, दूध, गंगाजल और काले तिल भी चढ़ाएं
- और पितरों का स्मरण करें।
पितृ देव स्तोत्र | Pitra Dev Stotra
अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।
नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।।
इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा ।
सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् ।।
मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा ।
तान् नमस्यामहं सर्वान् पितृनप्युदधावपि ।।
नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा।
द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि:।।
देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान्।
अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येहं कृताञ्जलि:।।
प्रजापते: कश्पाय सोमाय वरुणाय च ।
योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि:।।
नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।
स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।।
सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा ।
नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।।
अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् ।
अग्रीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत:।।
ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्रिमूर्तय:।
जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण:।।
तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतामनस:।
नमो नमो नमस्तेस्तु प्रसीदन्तु स्वधाभुज।।
FAQ : पितृ दोष निवारण पूजा विधि
पितृ दोष निवारण के लिए क्या करें?
'ॐ श्री सर्व पितृ देवताभ्यो नमो नमः',
ॐ प्रथम पितृ नारायणाय नमः,
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
घर में पितृ दोष के संकेत
पितरों की शांति के लिए कौन सा मंत्र?
निष्कर्ष
देसी जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पितृ दोष निवारण पूजा विधि के बारे में जानकारी दी और उसी के साथ हमने आपको पित्र दोष निवारण मंत्र जाप विधि के बारे में बताया है पित्र दोष से मुक्ति दिलाएंगे ये उपाय जिनसे आप अपने को मिली में लगे पितृदोष को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं.
तो अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको पत्र दोष निवारण मंत्र और उसके सभी उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.