इन्टरनेट का निरंतर बढ़ता हुआ प्रयोग लेखको के लिये नये अवसरों का निर्माण कर रहा है , ऐसे में अच्छे लेखको की आवस्यकता बढ़ती जा रही है , ब्लॉगिंग , YouTube कंटेंट क्रिएशन और फिल्मो अथवा वेब सीरीज के लिए अच्छे लेखको Writer की तलाश जारी रहती है. लेख़क बनके बहुत ही आसानी के साथ रुपया और नाम कमाया जा सकता है .
दोस्तों लेखक कैसे बने इस बात को लेकर मन में एक उलझन सी हो जाती है . अक्सर आप ने देखा होगा की जब कोई कवि या लेखक Writer अपने लेख या कविता poetry को सुनाता है तो एक अजीब सा आनंद आता है . उस समय आपके मन में भी सवाल उठने लगता है कि मैं भी एक कवि या लेखक बन जाऊं .
- 1. लेखन का मतलब क्या है ? What is writing in in hindi ?
- 2. अच्छे व्यावसायिक लेखक कैसे बने ? How to become a good professional writer in hindi ?
- 3. 1) लगातार सीखना : Continuous Learning
- 4. 2) परिश्रमी बने : Be hard working
- 5. 3) भाषा पर पकड़ बनाये : Know more about language
- 6. 4) कल्पना शक्ति बढ़ाये : Increase Imaginations
- 7. 5) धैर्यवान होना : To be patient
- 8. 6) निरंतर अभ्यास करते रहे : Keep practicing continuously
- 9. 7) अच्छे शब्दों का चयन : Choose good words
- 10. 8) लेखन शैली और मजबूत विचारधारा : Writing style and strong ideology
- 11. 9) व्यावसायिकता : Be Professional
- 12. 10) संक्षिप्तता : Briefness
- 13. 11) स्पष्टता : Clarity
- 14. 12) मजबूत शब्दों और सही क्रम की शैली का प्रयोग : Use strong words and style of correct order
- 15. 13) लेखन की बारीकियां और संशोधन : Writing specs and revisions
- 16. 14) डायरी या नोटबुक साथ रखें : Carry a diary or notebook
- 17. 15) अपने लिए लिखें : Write for himself
- 18. 16) अपनी मौलिकता के लिए किसी शैली का अनुसरण न करें : Be original
- 19. 17) शुरुआत को अंजाम तक ले जाएँ : Take the beginning to the end
- 20. 18) एजेंट की सहायता ले : Get agent help
- 21. 19) अपना उपनाम रखें : Make your nickname
- 22. 20) लेखन के समय दुनिया के बारे में न सोचे : Do not think about the world at the time of writing
- 23. 21) बेहतर सोंच बेहतर लेखन : Better thinking better writing
लेखन का मतलब क्या है ? What is writing in in hindi ?
परन्तु सवाल आता है कैसे कविता या लेख लिखा जाए ,क्योकि लेखक वही होता है जो अपने लेख या कविता के माध्यम से लोगो को अपनी ओर खींचे . वह सुनने वाले का मन मोह लेता है या यूँ कहा जाये की पाठक के मन को इस तरह प्रभावित करे कि वह पूरा लेख पढ़ने को मजबूर हो जाये . लेख या कविता में पूर्ण मनोरंजन हो.
साहित्य एक ऐसी कला है जो सम्पूर्ण विश्व की सभ्यता और बुनियादी विचार धाराओं में परिवर्तन लाता है. साहित्य समाज का आइना होता है .
अच्छे व्यावसायिक लेखक कैसे बने ? How to become a good professional writer in hindi ?
आज हम लेखक बनने के विषय में चर्चा करेंगे . दोस्तों इस दुनिया के प्रत्येक आदमी की एक ख्वाहिस होती है कि वह दुनिया में कुछ करे और अपना नाम जग जाहिर हो . सभी के जीवन में अपना-2 कोई न कोई लक्ष्य होता है और उस लक्ष्य के लिए भरसक प्रयत्न भी करता है .
इस दुनिया में कोई टीचर ,डाक्टर ,इंजिनियर आदि बनना चाहता है तो कोई -2 वकील बिज़नेस मैन या फिर कोई गायक,अभिनेता या सिंगर बनता है . परन्तु कुछ विशेष लोग है जो लेखक , कवि या साहित्यकार बनना चाहते है . जो लोग कवि, लेखक या साहित्यकार बनना चाहते हैं उनके लिए यहाँ पर कुछ ऐसे उपाय बताएँगे जो आप को लेखक बनने मे सहायक सिद्ध होंगे .
यदि आप लेखक writer बनना चाहते है तो आपको मैलिक और उत्तेजक विचारो को अपने अंदर उत्पन्न करें .आपको अधिक से अधिक समय खर्च करना होगा . लेखक बनने के लिए आपको तनाव की स्थिति से गुजरना पड़ सकता है लेकिन बाद मे लाभकारी हो जायेगा .
इसलिये अको यहाँ पर हम कुछ ऐसे गुण बताएँगे जो आपको लेखक या कवि बनने में सहयक होंगें . किसी लेखक के रूप में यदि आप सफल होनाचाहते है तो आपको निम्नलिखित तरीको पर ध्यान देना होगा जो आपको एक अच्छे लेखक के रूप में पहचान दिलायेंगें .
1) लगातार सीखना : Continuous Learning
एक अच्छा लेखक बनने के लिए आपको निरंतर कुछ न कुछ सीखना आवश्यक होता है .अपने आस पास के वातावरण व समाज से बहुत कुछ सीखने को मिलाता है . अपने द्वारा प्रकाशित किताबों व अन्य लेखकों की किताबों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है .
बहुत सी यात्रायें करते समय भी आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है .जिस प्रकार से एक बालक बच्पन में केवल सीखता है ठीक उसी प्रकार से अपने को बनाकर सीखना पड़ता है . कुछ सीखने के लिए आपको मंचों पर जाना पड़ता है वहाँ से कुछ समय देकर सीखें .
2) परिश्रमी बने : Be hard working
सफल लेखक बनने के लिए आपको कठिन परिश्रम की आवश्यकता है .यदि आप दूसरो पर प्रभाव डालने चाहते हैं तो यह रातों-रात नही हो सकता है, आपको कठिन परिश्रम करना पड़ेगा .यह परिश्रम आपको एक दिन निश्चित रूप से सफल लेखकों के रूप में फल देगा .अपनी सभी सक्रियाताओं पर ध्यान देना होगा जो सृजन के लिए आवश्यक हैं .
3) भाषा पर पकड़ बनाये : Know more about language
हम जिस भाषा में लिखना कहते है उस भाषा में पकड़ भी अच्छी होनी चाहिए .खासतौर पर व्याकरण और शब्दों के चयन में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए . भाषा पाठक की समझ में होनी चाहिए . भषा में रोचकता हो और प्रभावी भी हो . भाषा ही पाठक को अपनी ओर आकर्षित करती है . लेख लिखने के बाद उसमे हुई गलतियों को ध्यान दे और सुधारे .
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4) कल्पना शक्ति बढ़ाये : Increase Imaginations
कहा जाता है कि साहित्य की कल्पना में तलवार की भांति धार होती है . हमारी कल्पना शक्ति ही हमारे लेख को मजबूत आधार देती है . हम जितना ज्यादा और प्रभावी कल्पना शक्ति को विकसित करेंगे हमारा लेख उतना ही सुन्दर होगा . इसलिये हमें सदैव सृजनात्मक होना है .
5) धैर्यवान होना : To be patient
आपको कोई लेख लिखकर सीधे किसी प्रकाशक या संपादक के पास नहीं देना है क्योकि इसमें बहुत सी गलतियाँ हो सकती हैं , इसलिये धैर्य से पहले उसे पढ़े फिर लोगों के बीच ही लेख को पंहुचाएं .
6) निरंतर अभ्यास करते रहे : Keep practicing continuously
लेखन एक ऐसी कला है जो जितना ज्यादा लिखेगा वह उतना ही सफल होगा . इसलिये आप सदैव लिखने का प्रयास करे . धीरे-2 आपकी सभी गलतियाँ छिप जाएँगी . आप केवल सच्चाई और ईमानदारी के साथ लिखें .
7) अच्छे शब्दों का चयन : Choose good words
लिखते समय शब्दावली पर ध्यान दिया जाना अति आवश्यक है यानि की शब्दों के अर्थों का उचित उपयोग हो .अतः लिखते समय शब्दों का चयन अहम अंश है . कुछ सरल और बेहतरीन शब्दों का चुनाव कीजिये जिनका अर्थ और प्रभाव असामान्य हो .अपने आस –पास हो रहे क्रिया-कलापों , घटनाओं पर ध्यान दो ,जो किसी विशेषता का सृजन करती है .
8) लेखन शैली और मजबूत विचारधारा : Writing style and strong ideology
लिखने का अंदाज या शैली आपके लेख को विशिष्ट बना देती है .आपकी लेखन शैली ही आपके लिखने को अच्छा या बुरा बना देती है . आपके शब्द,आवाज और प्रवाह लेखन में योगदान देती है .
एक लेखक जब भी कुछ लिखता है तो अपने विषय पर पूर्ण विश्वास के साथ खड़ा होता है . इसलिये जब भी कुछ लिखे तो उस विषय पर मजबूती के साथ रहें .
9) व्यावसायिकता : Be Professional
लेखक को व्यावसायिक होना जरूरी है . उसे हमेशा अपने कार्य के प्रति गम्भीर होना है . उसे लेखन के हर क्षेत्र में सीखने में सक्षम होना चाहिए . उसे लेखन बाजार को समझाने की जरूरत है जिससे पाठकों को उसी प्रकार की सामग्री उपलब्ध करा सके .
10) संक्षिप्तता : Briefness
किसी भी लेख में अनावश्यक शब्दों को न चुने .किसी बड़ी से बड़ी बात को कम शब्दों में बयां करने का तरीका अपनाएं . यह आपके लेखन की बहुत अच्छी विशेषता होगी . अनर्गल बातों को लिखने से पाठक ऊब जाता है और कोई समय नहीं बर्बाद करना चाहता है .
11) स्पष्टता : Clarity
लेखन की सबसे बड़ी कला है कि शब्दों का चाहे जो भी चयन करे , परन्तु लेख में स्पष्टता होनी चाहिए .शब्दों के भावों में स्पष्टता होनी चाहिए .
12) मजबूत शब्दों और सही क्रम की शैली का प्रयोग : Use strong words and style of correct order
लेखन की विशेषताओं में यह आवश्यक होता हैकि मजबूत शब्दों का चयन करे और शैली का क्रम भी उचित हो . महत्व पूर्ण स्थानों में मजबूत शब्दों का चयन पाठकों पर प्रभाव डालता है .
13) लेखन की बारीकियां और संशोधन : Writing specs and revisions
लेखन की विशेषता है कि आप कुछ भी लिखे तो उसमे गलतियों का संशोधन भी कर ले. उसे पढ़ें और बारीकी से हर चीज पर ध्यान दे .जहाँ गलतियाँ हो वहां पर संशोधन करें .
14) डायरी या नोटबुक साथ रखें : Carry a diary or notebook
आप जो कुछ लिखना चाहते हैं उसे एक नोट बुक पर लिखते जाये हो सकता है की जो इस समय अपने लिखा है वह सही न हो , परतु बाद में उसे सही किया जा सकता है .जब आप लेखक बननाही चाहते है तो जिंदगी को लेखक की तरह ही देखें . जब आप ढेर साडी सामग्री नोटबुक पर लिख्लेंगे तो एक समय लखने के लिए आपके पास पर्याप्त सामग्री हो जाएगी .
15) अपने लिए लिखें : Write for himself
अधिकतर लोग दूसरों को खुश करने के लिए लिखना चाहते है .इससे अच्छा है की आप अपने लिए ही लिखे . स्वयम को एक पाठक की भांति मान ले और लिखें . जब आप ऐसा करेंगे तो आपके लिए यह सुखद हो जायेगा .
16) अपनी मौलिकता के लिए किसी शैली का अनुसरण न करें : Be original
अपने लेखन में किसी शैली का अनुशरण करने से अच्छा हैकि आप अपनी नई शैली का निर्माण करें . शुरूआती गलतियों से न डरे . आपको अपनी कहानी के साथ अपनी आवाज की पहचान बनाना है .
17) शुरुआत को अंजाम तक ले जाएँ : Take the beginning to the end
किसी भी लेख को लिखने की शुरुआत करे तो उसे अंतिम परिणाम तक जरूर पंहुचाएं . यह सच है की किताब लिखना बहुत मुश्किल कम है परन्तु आपको कोशिश करते रहना है . पहली प्रति में गलती हैं तो अगली बार सही हो जाएँगी .
18) एजेंट की सहायता ले : Get agent help
लेखन में व्यस्त हो जाने की वजह से आप कभी-2 परेशान हो जाते होंगे ऐसे में एक एजेंट रख लेना चाहिए जो आपको हर संभव दिशानिर्देश देता रहेगा . क्योकि उसे पता होता है कि मुझे क्या जरूरत है .
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19) अपना उपनाम रखें : Make your nickname
लेखन की दुनिया में बहुत से लोग अपनी गोपनीयता रखते है उन्हें हम उनके मूल नाम से परिचित नहीं होते हैं. उपनाम से गोपनीयता बनी रहती है .
20) लेखन के समय दुनिया के बारे में न सोचे : Do not think about the world at the time of writing
लिखते समय यह ध्यान देना है आप जो सोंच रहे हैं वही लिखे . यह मत सोंचों की लोग क्या समझेंगे . आपके दिमाग में जो स्वतंत्र रूप से सोंच आती है उसे लिखे .
21) बेहतर सोंच बेहतर लेखन : Better thinking better writing
सभी के जीवन में एक बेहतरीन कहानी जरूर होती है . उसी कहानी से ही आप बेहतर लिखना सीख सकते हैं . आप कभी यह न सोंचे कि आप अच्छा नहीं लिख सकते . बस आपको अपनी ही कहानी से लिखना शुरू करना है . आप अपने अन्दर एक सकारात्मक सोंच रखिये और यह निश्चित है कि आप अच्छा लिखेंगे .