Vipassana kya hai ? vipassana kyu kare ? जैसा कि आप जानते हैं कि हमारा भारत देश एक बहुत ही प्राचीन देश है और प्राचीन देश होने के कारण हमारे भारत India देश country में ऐसी कई रहस्य आज भी विद्यमान है जिसके बारे में किसी को भी कोई भी जानकारी नहीं है| विपश्यना मेडिटेशन ऐसी ही क्रियाओ में से एक है | विपश्यना मेडिटेशन के अनंत फायदे है जो इस इस लेख में हम आप को विपश्यना मेडिटेशन के बारे में साडी जानकारी देंगे, इस लिए लेख को अंत तक पढ़े ! vipasyna karne ke kya fayde hai ? vipassana kyu kiya jata hai ?
अगर हम यह कहे कि हमारा भारत India देश विश्व का गुरु था तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी और वर्तमान में भी भारत India विश्व word को कई ऐसी सौगाते दे रहा है जो अपने आप में काफी आश्चर्यचकित कर देने वाली हैं|हमारे भारत India ने ही सबसे पहले दुनिया word को शून्य का आविष्कार Invention दिया था| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शून्य की खोज हमारे भारत India के महान गणित शास्त्री आर्यभट्ट ने की थी|
इसके अलावा पृथ्वी से बाहर अन्य ग्रह है इसकी जानकारी भी हमारे भारत India देश के ऋषि-मुनियों ने ही दी थी और शायद आपको पता ना हो तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्लास्टिक सर्जरी का आविष्कार हमारे India भारत में हुआ था और इसे प्राचीन भाषा language में शल्य चिकित्सा कहा जाता था | जिसकी खोज महर्षि चरक ने की थी और महर्षि चरक ने चरक संहिता नाम के ग्रंथ में ऐसे कई नुस्खे बताए हैं जिसका इस्तेमाल इलाज के लिए किया जाता था|
इसके अलावा अंकगणित भी दुनिया को हमारे भारत India देश country ने ही दिया है और सबसे जरूरी चीज योग, योग भी हमारे भारत India देश ने हीं पूरी दुनिया word को दिया है| जहां पहले लोग योग को महत्व नहीं देते थे वहीं अब नरेंद्र मोदी जी के आने के कारण योगा को पूरी दुनिया word में काफी महत्व मिलने लगा है और इसीलिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है|
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी साल 2014 में भारत के प्रधानमंत्री prime minister बने तो उन्होंने योग को काफी महत्व दिया, जिसके कारण हर साल 21 जून को दुनिया के अधिकतर देशों में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है|योग का इस्तेमाल करके हम मानसिक शांति के साथ-साथ शारीरिक शांति भी पा सकते हैं|
आपने बाबा रामदेव का नाम तो सुना ही होगा उन्होंने योग के बल पर ही इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया है और आज वह एक सफल कंपनी भी चला रहे हैं, जिसमें सभी आयुर्वेदिक चीजों का निर्माण होता है|
योगा में ऐसे कई आसन बताए गए हैं जो हमारे शरीर के लिए अलग-अलग प्रकार से फायदेमंद साबित होते हैं| उन्हीं में से एक साधना है विपश्यना साधना|इसके बारे में हम आपको आज के इस आर्टिकल में बताने वाले हैं आइए जानते हैं कि विपश्यना साधना क्या है और कैसे किया जाता है|
विपश्यना साधना क्या है ? meaning of vipasyana Sadhna
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विपश्यना का मतलब होता है कि विशेष प्रकार से देखना| पाली भाषा में इसे विपासना कहा जाता है और विपश्यना मेडिटेशन जीवन जीने की एक बहुत ही सुंदर कला होती है|
आपको शायद यह बात पता न होगी कि भगवान बुद्ध ने भी विपश्यना मेडिटेशन के द्वारा ही बुद्धत्व पाया था| विपश्यना साधना सत्य की उपासना होती है जिसमें जीवन जीने का अभ्यास होता है|
विपश्यना साधना का मुख्य और अहम चित्त की शुद्धि करना होता है| विपश्यना के माध्यम से कोई भी साधना करनें वाले व्यक्ति में राग , द्वेष , भय , मोह , लालच आदि विकारो से मुक्ति प्राप्त कर लेता है।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह साधना तीन चरणों में पूरी होती है| इस साधना के पहले चरण में विपश्यना मेडिटेशन करने वाले व्यक्ति को पंचशील का पालन करना होता है| उसे व्यभिचार से दूर रहना पड़ता है तथा सत्य बोलने की आदत डालनी पड़ती है और नशीले पदार्थों से भी उसे दूरी बनाकर रखनी होती है|
ऐसा करने के पीछे यह माना गया है कि इन नियमों का पालन करने से मन की उत्तेजना कम हो जाती है क्योंकि बिना मन की उत्तेजना कम हुए अंतरण की गहराइयों तक पहुंचना संभव नहीं होता|
इस विपश्यना मेडिटेशन के दूसरे चरण में साधक को अपने मन को एकाग्र करना सिखाया जाता है जिसे आना पान कहा जाता है| आना पान का अर्थ होता है कि सांस को अंदर लेना और बाहर छोड़ना|
इस साधना के सबसे आखरी और तीसरे चरण में विपश्यना साधक को दी जाती है जिससे साधक की प्रज्ञा जागृत होती है|
विपश्यना के लिए कैसा स्थान चुने ? Place Of Vipassana
यह विपश्यना मेडिटेशन बहुत ही सरल है और इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि इस साधना को करने के लिए आपको किसी विशेष जगह की आवश्यकता नहीं पड़ेगी| आप इस साधना को कहीं भी कर सकते हैं| यहां तक कि अगर आप बस या ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं तब भी इस साधना को कर सकते हैं|
इसके साथ ही अगर आप अपने बिस्तर पर लेटे हुए हैं तब भी इस साधना को कर सकते हैं|जब भी आप यह साधना करेंगे तो आपके आसपास रहने वाले व्यक्ति को यह पता ही नहीं चलेगा कि आप कोई साधना भी कर रहे हैं, क्योंकि इस विपश्यना मेडिटेशन में आपकी शारीरिक मुद्रा बार-बार नहीं बदलती है| इस विपश्यना मेडिटेशन को करने के बाद आपको अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा|
जो साधक लगातार विपश्यना साधना का अभ्यास करता है उसके शरीर में रक्त संचार अच्छा हो जाता है क्योंकि रक्त संचार होने से चेहरे पर रौनक आती है| इसके अलावा रोजाना विपश्यना साधना का अभ्यास करने वाले साधक का मन शांत हो जाता है और उसके आत्मविश्वास में भी काफी बढ़ोतरी हो जाती है|
यह साधना एकाग्रता बढ़ाने के लिए काफी लाभदायक साबित होती है और जो साधक इसका नियमित रूप से अभ्यास करता है उसकी एकाग्रता काफी बढ़ जाती है और उसका ध्यान अपने लक्ष्य की ओर केंद्रित होता है तथा उसके दिमाग का भी विकास होता है|
इस विपश्यना मेडिटेशन को करने से साधक का मन तनाव मुक्त हो जाता है और उसे चिंता काफी कम होती है| इस साधना को करने से साधक के मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं तथा नकारात्मक विचार उससे दूर रहते हैं|