sabse jaldi sidhha hone vali apsara sadhana दोस्तों जब हम अप्सरा के विषय में सुनते हैं तो निश्चित ही है कि हमारे सामने एक बहुत ही सुंदर खूबसूरत सुंदरी का चित्रण दिखाई देने लगता है जिससे हम उसकी तारीफ करते हैं.
वास्तव में शास्त्रों में वर्णित है कि अप्सराएं स्वर्ग की प्रमुख नृत्यांगना हैं जिन्हें भगवान इंद्र ने अपनी विचारों के माध्यम से उत्पन्न किया जो धरती और स्वर्ग लोक में सबसे सुंदर स्त्री के रूप में है।
वैसे तो शास्त्रों के अनुसार स्वर्ग में हजारों तरह की अप्सराएं रहती हैं जिनमें से प्रमुख अप्सराओं में रंभा मेनका उर्वशी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है.
रंभा के विषय में कहा जाता है कि नारियों में सबसे सुंदर हैं वही मेनका उर्वशी अप्सरा भी अपनी सुंदरता के कारण सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती हैं।
इन्हीं अप्सराओं में एक नाभि दर्शना अप्सरा है जो बहुत ही खूबसूरत चंद्रमा की तरह साफ मोर की तरह चंचल और हिरण की तरह चाल रखने वाली है इन अप्सराओं का काम स्वर्ग लोक में उपस्थित देवताओं का मनोरंजन करना हैं।
sabse jaldi sidhha hone vali sadhana दोस्तों जहां एक और अप्सराएं देवताओं का मनोरंजन करती है वहीं दूसरी ओर धरती पर उपस्थित मनुष्य भी अफसरों की ओर लालायित रहता है.
ऐसे भी बहुत से लोग अप्सराओं को अपने वश में करने के लिए सिद्धियां करने लगते हैं और उन्हें सिद्धियों के माध्यम से प्राप्त कर लेते हैं।
यदि आप भी किसी अप्सरा को अपने वश में करना चाहते हैं तो अप्सराओं की साधना कैसे की जाए उन्हें अपने वश में कैसे करें जिससे हमारी हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण हो जाए आइए हम इस विषय में जानने का प्रयास करते हैं।
अप्सराएं अपने अंदर देवताओं के समान शक्ति रखती हैं वह मनुष्य की हर इच्छाएं पूर्ण कर सकती हैं इसीलिए लोग अफसरों की साधना करते हैं ।
कोई भी व्यक्ति अप्सरा साधना के माध्यम से बहुत जल्द अप्सरा को अपने बस में करना चाहता है तो इसके लिए आपको शीघ्र प्रसन्न होने वाली आसरा साधना के विषय में बताते हैं।
सबसे जल्दी सिद्ध होने वाली अप्सरा
सबसे जल्दी सिद्ध होने वाली अप्सरा, वैसे तो स्वर्ग में जितनी भी अप्सराएं है वे सभी बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और आपकी हर मनोकामना पूर्ण करने के लिए तैयार रहती हैं परंतु अप्सराओं को सिद्ध करना आसान नहीं है।
ऐसे में बहुत जल्द सिद्ध होने वाली अप्सरा कौन सी है आइए हम जानते हैं। अगर आप बहुत जल्द किसी अप्सरा को सिद्ध करना चाहते हैं तो इसके लिए जल्द सिद्ध होने वाली अप्सरा नाभि दर्शना को सिद्ध करें। sabse jaldi sidhha hone vali sadhana.
नाभि दर्शना की साधना करने से मात्र 1 दिन में आप नाभि दर्शना को प्राप्त कर सकते हैं। नाभि दर्शना एक ऐसी अप्सरा है जिसको 1 दिन में सिद्ध करके हम अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं।
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नाभिदर्शना अप्सरा कैसी होती है ?
सबसे जल्दी सिद्ध होने वाली अप्सरा दोस्तों आपके मन में यह जरूर ख्याल आता होगा कि नाभि दर्शना अप्सरा देखने में कैसी है तो हम आपको बता दें कि नाभि दर्शना अक्षरा साक्षात सौंदर्य की प्रतिमूर्ति दे दी है 16 कलाओं से युक्त यवन से इतराया शरीर कामवासना से भरपूर है।
नाभि दर्शना अप्सरा प्रेम की प्रतिमूर्ति से पूर्ण सिंचित है जिसके शरीर से हर वक्त एक मीठी मीठी खुशबू आती रहती है इस अक्षरा की आंखें लंबी काली लहराते हुए झरनों की तरह बाल चंद्रमा की तरह मुस्कुराता हुआ चेहरा और कमल की तरह लंबी बाँहे हैं।
इसके अलावा नाभि दर्शना अप्सरा का शरीर सुंदरता से लिपटा हुआ मादकता से युक्त होता है और जो भी इसको प्राप्त करता है वह व्यक्ति संपूर्ण यवन को प्राप्त करता है अर्थात जीवन में उसके किसी प्रकार का कोई रोग नहीं रहता है।
व्यक्ति का शरीर सुंदरता का अद्वितीय प्रतिमान बन जाता है और पुरुषत्व की दृष्टि से वह अत्यंत आकर्षक प्रभावशाली बन जाता है।
1 दिन की अप्सरा साधना
शीघ्र सिद्ध होने वाली अप्सरा नाभि दर्शना की साधना 1 दिन की साधना होती है यह साधना शुक्रवार के दिन मध्य रात्रि में की जाती है। इस अप्सरा साधना को करने के लिए आपके अंदर मजबूत और एकाग्रता शक्ति का होना जरूरी है।
किसी भी शुक्रवार के दिन इस्नान आदि करके बहुत ही खूबसूरत वस्त्र पहनकर गुलाबी इत्र डालकर नाभि दर्शना का महा यंत्र स्थापित करें और यंत्र के पास अप्सरा का चित्र रखकर घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
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इस साधना करने के लिए किसी एकांत स्थान चाहे घर के कमरे में ही करें अपने चारों ओर कमरे में इत्र छिड़ककर साधना करनी चाहिए साधना से शुरू सभी प्रकार की सामग्री एकत्र करके स्नान करके उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए।
सर्वप्रथम अपने सामने एक लकड़ी का मजोट लेकर उस पर पीला वस्त्र बिछा दें और गणेश गुरु और यंत्र की स्थापना कर दें तत्पश्चात मंत्र उपचार पूजन संपन्न करें और नाभि दर्शना अप्सरा माला से 21 बार मंत्र जाप करें।
मंत्र इस प्रकार है
‘ओम ऐं श्रीं नाभिदर्शना अप्सरा प्रत्यक्ष श्रीं ऐं फट’|
जब आप साधना कर रहे होंगे उस समय आपको घुंघरू की आवाज से एक हलचल सुनाई देगी या तो आपको यह स्पष्ट करेगी या सामने दिखाई देगी इस समय आपको अपनी एकाग्रता पूर्व जाप करते रहना है विचलित होना नहीं है।
जाट पूर्ण होने के बाद अप्सरा आपसे बचन मांगेगी जिसमें सर्वप्रथम आपको फूलों की माला और मिठाई देना है वचन देने के बाद हाथ में हाथ रखकर आपको वचन देगी कि आपको जो कुछ मांगना है मांग लो।
जब आपकोअप्सरा वचन देने के लिए कहे तब आप बिना घबराहट उससे अपनी इच्छा को व्यक्त करें। किसी प्रकार की कोई शंका ना करें बल्कि बेहिचक अपनी बात कह दे।
इस प्रकार से साधना संपन्न होने के बाद आप जब भी नाभि दर्शना अप्सरा को अपने सामने प्राप्त करना चाहेंगे तब एक बार मंत्र पढ़ेंगे और अप्सरा आप के सामने आ जाएगी।
अप्सराओं से अत्यधिक बात विवाद नहीं करना चाहिए क्योंकि वह शक्ति का रूप होते हैं जिससे कभी यदि रूठ जाएंगे तो आपको बहुत ही गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।