Sabhi devi devta ke mantra : 28 मंत्र हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम आप लोगों को उन 28 मंत्रों के बारे में बताएंगे जो अलग-अलग देवी-देवताओं के द्वारा दिए गए हैं वह मंत्र बहुत ही प्रभावशाली है इनका प्रयोग करके आप बिगड़े कामों को सही कर सकते हैं यह मंत्र इतने प्रभावशाली है कि आपके ऊपर कोई भी संकट आ जाए तो इन मंत्रों का प्रयोग करके आप अपने संकट को दूर कर सकते हैं और यह मंत्र अलग-अलग पूजा में काम आते हैं.
इसमें मैंने आपको कई सारे मंत्र बताए हैं जो आपने कभी ना कभी सुना ही होगा और शायद पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप भी किया हो तो आज हम उन्हीं मंत्रों के बारे में बात करेंगे और आपको बताएंगे कि इन मंत्रों का जाप कितनी बार करना है और यह मंत्र किस कार्य के लिए फलदाई होते हैं तो चलिए शुरू करते हैं हम 28 देवी देवताओं के अलग-अलग अनोखे मंत्र के बारे में जानेंगे।
- 1. 28 मंत्र : सम्पूर्ण समाधान हेतु 28 देवी देवताओं के मंत्र | Sabhi devi devta ke mantra
- 1.1. 1. गायत्री मंत्र
- 1.2. 2. श्री गणेश मंत्र
- 1.3. 3. ब्रह्मा मंत्र
- 1.4. 4. श्री विष्णु मंत्र
- 1.5. 5. कृष्ण मंत्र
- 1.6. 6. राधा मंत्र
- 1.7. 7. रुद्र मंत्र
- 1.8. 8. दुर्गा मंत्र
- 1.9. 9. सरस्वती मंत्र
- 1.10. 10. लक्ष्मी मंत्र
- 1.11. 11. हनुमान मंत्र
- 1.12. 12. राम मंत्र
- 1.13. 13. सीता मंत्र
- 1.14. 14. तुलसी मंत्र
- 1.15. 15. शक्ति मंत्र
- 1.16. 16. अन्नपूर्णा मंत्र
- 1.17. 17. गरुड़ मंत्र
- 1.18. 18. काली मंत्र
- 1.19. 19. शिव मंत्र
- 1.20. 20. पृथ्वी मंत्र
- 1.21. 21. सूर्य मंत्र
- 1.22. 22. वरुण मंत्र
- 1.23. 23. नारायण मंत्र
- 1.24. 24. नन्दिकेश्वरा मंत्र
- 1.25. 25. शण्मुख मंत्र
- 1.26. 26. अयप्पन मंत्र
- 1.27. 27. धनवन्तरी मंत्र
- 1.28. 28. शनि देव मंत्र
- 2. FAQ: 28 मंत्र
- 2.1. Q. मंत्रों का जाप कितनी बार करना चाहिए?
- 2.2. Q. मंत्र कितनी बार में सिद्ध होता है?
- 2.3. Q. शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
- 3. निष्कर्ष
28 मंत्र : सम्पूर्ण समाधान हेतु 28 देवी देवताओं के मंत्र | Sabhi devi devta ke mantra
आज मैं आपको इसमें 28 देवी देवताओं के मंत्रों के बारे में बताएंगे जो आपने कभी ना कभी तो सुनी ही होंगे। अगर नहीं सुने हैं तो भी आप इन मंत्रों को पढ़कर अपने बिगड़े कामों को बना सकते हैं।
1. गायत्री मंत्र
गायत्री मंत्र का जाप रोज 5 से 11 बार करना चाहिए इसका जाप करने से समृद्धि सफलता वृद्धि और उच्च जीवन की प्राप्ति होती है।
” ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् “
2. श्री गणेश मंत्र
गणेश मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए श्री गणेश भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और आपके जीवन में पूर्व कर्मों का बुरा फल खत्म हो जाता है।
ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ।।
3. ब्रह्मा मंत्र
ॐ वेदात्मने विद्महे, हिरण्यगर्भाय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रचोदयात् ।।
4. श्री विष्णु मंत्र
श्री विष्णु मंत्रों के जप से जीवन के सारे कष्ट दूर होकर सुख एवं शांति प्राप्त होती है.
ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् ।।
5. कृष्ण मंत्र
इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए इस मंत्र के जाप से जीवन में सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है.
ॐ देवकीनन्दनाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो कृष्ण प्रचोदयात् ।।
6. राधा मंत्र
राधा रानी के मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए इस मंत्र का जाप करने से राधा रानी की आपको विशेष कृपा प्राप्त होती है और यह मंत्र लक्ष्मी प्राप्ति के लिए विशेष माना जाता है।
ॐ वृषभानुजाय विद्महे, कृष्णप्रियाय धीमहि, तन्नो राधा प्रचोदयात् ।।
7. रुद्र मंत्र
रूद्र मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए जिससे मन की शांति होती है अच्छे स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति भी होती है।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् ।।
ॐ पंचवक्त्राय विद्महे, सहस्राक्षाय महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्र प्रचोदयात् ।।
8. दुर्गा मंत्र
दुर्गा मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए अगर आप भय और बाधा से परेशान हो तो इस मंत्र का जाप करने से जीवन में और बाधारहित समस्त होकर सुखों को प्राप्त करता है।
ॐ कात्यायन्यै विद्महे, कन्याकुमार्ये च धीमहि, तन्नो दुर्गा प्रचोदयात् ।।
ॐ महाशूलिन्यै विद्महे, महादुर्गायै धीमहि, तन्नो भगवती प्रचोदयात् ।।
ॐ गिरिजाय च विद्महे, शिवप्रियाय च धीमहि, तन्नो दुर्गा प्रचोदयात् ।।
9. सरस्वती मंत्र
सरस्वती हिंदू धर्म की देवी है सरस्वती की चमत्कारी मंत्र का जाप करने से वह शीघ्र ही प्रसन्न होकर फल प्राप्त करती है। साथ ही शिक्षा साहित्य संगीत और कला के क्षेत्र से जुड़े लोग भी इस दिन सरस्वती का पूजन करते हैं। और इनका पूजन करने से शिक्षा और परीक्षा में सफलता मिलती है।
ॐ वाग्देव्यै च विद्महे, कामराजाय धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात् ।
10. लक्ष्मी मंत्र
लक्ष्मी मंत्र का जाप 1 दिन में 11 बार जब करना चाहिए जिससे धान की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। इस मंत्र का जाप कर्ज से मुक्ति पाने के लिए भी किया जाता है।
ॐ महादेव्यै च विद्महे, विष्णुपत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ।।
11. हनुमान मंत्र
हनुमान मंत्र का जाप कम से कम 1 दिन में 11 बार करना चाहिए और वैसे तो देखा जाए तो हनुमान मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है।
ॐ आंजनेयाय विद्महे, वायुपुत्राय धीमहि, तन्नो हनुमान् प्रचोदयात् ।।
ॐ वायुपुत्राय विद्महे, रामदूताय धीमहि, तन्नो हनुमत् प्रचोदयात् ।।
12. राम मंत्र
राम मंत्र का जाप दिन में 108 बार करना चाहिए दिन में 108 बार इस मंत्र का जाप करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
ॐ दशरथाय विद्महे, सीता वल्लभाय धीमहि, तन्नो रामा: प्रचोदयात् ।।
13. सीता मंत्र
सीता मंत्र का जाप दिन में 5 से 11 बार करना चाहिए इस मंत्र का जाप पति की लंबी आयु के लिए किया जाता है।
ॐ जनकनन्दिंयै विद्महे, भूमिजयै धीमहि, तन्नो सीता प्रचोदयात् ।।
14. तुलसी मंत्र
तुलसी मंत्र का जाप दिन में 7 बार करना चाहिए इस मंत्र का जाप अपनी – अपनी मनोकामना पढ़ने से लिया जाता है। और घर की सुख समृद्धि के लिए किया जाता है।
ॐ तुलसीदेव्यै च विद्महे, विष्णुप्रियायै च धीमहि, तन्नो वृन्दा प्रचोदयात् ।।
15. शक्ति मंत्र
शक्ति मंत्र का जाप आप दिन में दो-तीन बारी कर सकते हैं इस मंत्र का जाप करने से आपको पूरा फल जरुर मिलेगा।
ॐ सर्वसंमोहिन्यै विद्महे, विश्वजनन्यै धीमहि, तन्नो शक्ति प्रचोदयात् ।।
16. अन्नपूर्णा मंत्र
अन्नपूर्णा मंत्र का जाप दिन में तीन बार करना चाहिए शाम , सुबह , दोपहर इन का जाप करने से घर में कभी भी अन्य की कमी नहीं होती हैं।
ॐ भगवत्यै च विद्महे, महेश्वर्यै च धीमहि, तन्नोन्नपूर्णा प्रचोदयात् ।।
17. गरुड़ मंत्र
इस मंत्र का पाठ 108 बार करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है गरुड़ गायत्री मंत्र का पाठ करने मनुष्य को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
ॐ तत्पुरूषाय विद्महे, सुवर्णपक्षाय धीमहि, तन्नो गरुड: प्रचोदयात् ।।
18. काली मंत्र
काली मंत्र का जाप आसन पर बैठकर 108 बार इसका जप करना चाहिए जिसको महाकाली की साधना को सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली मानते हैं जो किसी भी कार्य का तुरंत परिणाम देती है।
ॐ कालिकायै च विद्महे, श्मशानवासिन्यै धीमहि, तन्नो घोरा प्रचोदयात् ।।
19. शिव मंत्र
शिवरात्रि के दिन 108 बार इस मंत्र का जाप करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है शिव मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में सभी संकटों और कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में सर्वोच्च लक्ष्य की प्राप्ति होती है।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।
20. पृथ्वी मंत्र
पृथ्वी मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए इस मंत्र का जाप करने से भूमि और मकान जैसी संपत्ति खरीदने पर पारिवारिक सुख और शुभता की प्राप्ति होती है। अन्य व्यवसाय में वृद्धि होती है।
ॐ समुद्र वसने देवी पर्वतस्तन मंडिते ।
विष्णुपत्नीं नमस्तुभ्यं पादस्पर्श क्षमस्व में ।।
21. सूर्य मंत्र
हर रविवार को सूर्य भगवान की पूजा करनी चाहिए सूर्य मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए इससे सभी व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
22. वरुण मंत्र
वरुण मंत्र एक सिद्धि मंत्र है इस मंत्र का श्रद्धा और भक्ति के साथ पाठ करने से मनुष्य के जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है इस मंत्र का पाठ 108 बार करना चाहिए इस मंत्र का पाठ करने से जीवन में सुख और शान्ति की प्राप्ति भी होती है.
धुवासु त्वासु क्षितिषु क्षियंतोव्य अस्मतपाशं वरुणो
मुमोचत् अवो वन्वाना
आदिते रूपस्था द्यूयं पात
स्वस्तिभि: सदा नः स्वः।।
23. नारायण मंत्र
अगर व्यक्ति पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ स्तुति का जाप करता है तो हरिनारायण प्रसन्न हो जाते हैं एकादशी के दिन इस मंत्र का जाप करने से लाभ प्राप्त होता है और हरिनारायण मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार के दुखों से छुटकारा मिलता है परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।। ॐ नारायणाय नम:।।
24. नन्दिकेश्वरा मंत्र
इस मंत्र का जाप 108 बार करना सबसे उत्तम माना जाता है.
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, नन्दिकेश्वराय धीमहि, तन्नो वृषभ: प्रचोदयात् ।।
25. शण्मुख मंत्र
इस मंत्र के जाप से मनुष्य के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है श्रद्धा और भक्ति के साथ इस मंत्र का जाप करने से बहुत शुभ फल प्राप्त होता है।शण्मुख गायत्री मंत्र का पाठ 108 बार करें.
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महासेनाय धीमहि, तन्नो शण्मुख प्रचोदयात् ।।
26. अयप्पन मंत्र
अयप्पन मंत्र का लगातार जाप करने से भक्त अनावश्यक विवादों और कठिनाइयों और परेशानियों से बचा जा सकता है जिन लोगों को बुरे सपने आते हैं वह लोग इस मंत्र का पाठ करने से उसको बुरे सपने नहीं आएंगे।
ॐ भूतादिपाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो शास्ता प्रचोदयात् ।।
ॐ अमुद हस्ताय विद्महे, आरोग्य अनुग्रहाय धीमहि, तन्नो धनवन्त्री प्रचोदयात् ।।
28. शनि देव मंत्र
शनि देव मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए और शनिदेव की उपासना करने से व्यक्ति के सभी काल , कष्ट और दर्द दूर हो जाते हैं।
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥ ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
FAQ: 28 मंत्र
Q. मंत्रों का जाप कितनी बार करना चाहिए?
Ans: अगर आपको मंत्र का जाप करना है वह चाहे कोई भी मंत्र हो उस मंत्र का जाप आपको 108 बार करना चाहिए।
Q. मंत्र कितनी बार में सिद्ध होता है?
Ans: मंत्र जाप सिद्धि के लिए आपको हर रोज उस मंत्र का जाप सवा लाख बार उस मंत्र का जाप साधना करें उसके बाद आप जिस भी कार्य को करना चाहते हैं उस कार्य को करने के लिए 108 बार यह 21 बार उस मंत्र का जाप करें जो किताब में बताया गया हो जितनी बार भी आप मंत्र का जाप करेंगे इतनी देर बाद ही कार्य मंत्र सिद्धि होगा मंत्र हमेशा शुद्ध अवस्था में ही जपना चाहिए।
Q. शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
Ans: सबसे ज्यादा शक्तिशाली मंत्र गायत्री मंत्र होता है जिसको महामंत्र के नाम से भी जाना जाता है और यह मंत्र 24 अक्षरों से लिखा गया है ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्'
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आपने देखा मैंने आज आपको उन 28 मंत्रों के बारे में बताया जो आपने कभी ना कभी तो सुना ही होगा और शायद उन मंत्रों का प्रयोग आपने किसी भी पूजा मंत्रों का जाप किया होगा तो आपको इन मंत्रों के बारे में थोड़ी बहुत तो जानकारी होगी अगर नहीं है तो हमने आज आपको इस आर्टिकल में उन मंत्रों के बारे में बताया है तो आप मंत्रों को पढ़कर आप अपने सारे दुखों से निवारण पा सकते हैं।