तीन मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान,धारण विधि,आवश्यक नियम और 11 लाभ | 3 mukhi rudraksha

3 mukhi rudraksha | तीन मुखी रुद्राक्ष : प्रिय मित्रों नमस्कार आज हम इस लेख में 3 mukhi rudraksha के टॉपिक पर जानकारी प्रदान करेंगे. जिसमें हम 3 mukhi rudraksha का महत्व, इसके लाभ और इसकी पहचान कैसे करें ?  यह सब बताएंगे.

3 mukhi rudraksha | तीन मुखी रुद्राक्ष

 

हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष का बहुत महत्व बताया गया है. मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण से जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं साथ में सेहत को भी कई तरह के फायदे मिलते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी. जो भगवान शिव की परम शक्ति का कारक माना जाता हैं. जिसको धारण करने से जीवन सुखमय हो जाता हैं.

शिव महापुराण में 1 मुख से 16 मुख तक वाले रुद्राछो का परिचय मिलता है. जिनका अपना अलग-अलग महत्व है. जिनमें से मैं 3 mukhi rudraksha के बारे में जानकारी दूंगी.

ऐसे में अगर आप लोग 3 mukhi rudraksha के फायदे और इसे धारण करने के विधि की सारी जानकारी विधिवत रूप से जानना चाहते हैं. तो कृपया करके इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

तीन मुखी रुद्राक्ष | Teen mukhi rudraksha

16 प्रकार के रुद्राक्ष में से 3 mukhi rudraksha एक बहुत ही महत्वपूर्ण रुद्राक्ष मना गया है. जिसमें ब्रम्हा, विष्णु, महेश तीनों देवो की शक्तियां विद्यमान हैं. इसके साथ-साथ इसमें तीनों लोक अर्थात आकाश, पृथ्वी, पाताल की भी शक्तियां निहित हैं. जिसको धारण करने से ब्रम्हा, विष्णु, महेश भगवान का भी आशीर्वाद प्राप्त होता हैं.

जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती हैं इसके अलाव 3 mukhi rudraksha को लेकर ऐसा बताया जाता हैं. इसमें आकाश, पृथ्वी, पताल की शक्तियां विद्यमान होने के कारण जो जातक-जातिका इस रुद्राक्ष को धारण करता है तो यह उस मानव को त्रिलोकदर्शी बनाकर उसके भूत, भविष्य तथा वर्तमान के बारे में बताता है.

तीन मुखी रुद्राक्ष की पहचान  | Teen mukhi rudraksha ki pahchan

शिव पुराण में बताया गया है कि जिस रुद्राक्ष में तीन रेखाएं हो वही तीन मुखी रुद्राक्ष है. रुद्राक्ष की शुद्धता का पता लगाने के लिए आप तीन मुखी रुद्राक्ष को एक बाल्टी पानी में डालें.

अगर वह पानी में डूब जाता है तो समझो वह रुद्राक्ष असली है, अगर वह रुद्राक्ष पानी के ऊपर तैरता रहे तो समझना कि वह रुद्राक्ष नकली है. क्योंकि मार्केट में असली रुद्राक्ष की जगह नकली रुद्राक्ष भी उपलब्ध हैं. जिनको धारण करने से कोई भी शुभ लाभ नहीं प्राप्त होता है इसीलिए रुद्राक्ष की शुद्धता की जांच करना बेहद अनिवार्य है.

तीन मुखी रुद्राक्ष के लाभ | Teen mukhi rudraksha ke labh

3 mukhi rudraksha में भगवान शिव की शक्तियों के साथ-साथ ब्रह्मा, विष्णु, महेश और आकाश, पृथ्वी, पताल की शक्तियां भी विद्यमान है. जिसको धारण करने से कई प्रकार के अदभुत लाभ मिलते हैं. जिनके विषय में नीचे बताया जा रहा है जैसे,

1. 3 mukhi rudraksha धारण करने से मन को शांति मिलती है और मन में दया, धर्म, परोपकार के भाव पैदा होते हैं.

2. 3 mukhi rudraksha धारण करने से हमें सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है.

3. 3 mukhi rudraksha को धारण करने से मंगल और सूर्य ग्रह प्रसन्न होते हैं. जिससे मेष और वृश्चिक राशि के लोगों के जीवन में सुख शांति समृद्धि आती हैं.

4. 3 mukhi rudraksha धारण करने से पढ़ाई-लिखाई में रुचि बढ़ती है.

5. 3 mukhi rudraksha धारण करने से कैरियर, व्यापार में लाभ प्राप्त होता हैं.

6. 3 mukhi rudraksha पहनने से चेहरे की सुंदरता बढ़ती है और बालों की लंबाई में वृद्धि होती है.

7. 3 mukhi rudraksha रुद्राक्ष पहनने से हमारे अंदर सही गलत कार्य, वस्तु की पहचान की नई उर्जा आती है.

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8. 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आत्मविश्वास बढ़ता है.

9. 3 mukhi rudraksha पहनने से वैवाहिक जीवन, परिवारिक जीवन में सुख शांति बनी रहती है.

10. 3 mukhi rudraksha धारण करने से मन का आलस्य खत्म होता है और किसी भी कार्य को करने के लिए हमारे अंदर नई ऊर्जा आती है.

11. 3 mukhi rudraksha रुद्राक्ष धारण करने से आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ता है .

तीन मुखी रुद्राक्ष किसको पहनना है ? | Teen mukhi rudraksha kisko pahanna hai ?

3 mukhi rudraksha मंगल और सूर्य ग्रह के दोषों का निवारण करता है इसीलिए 3 mukhi rudraksha को मेष राशि और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सबसे शुभ माना गया है. इसके अलावा अन्य लोग भी इसे धारण कर सकते हैं,  मगर उससे पहले ज्योतिष से सलाह अवश्य लें.

तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम | Teen mukhi rudraksha dharan karne ke niyam

अगर आप लोग तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सोच रहे हैं तो इससे पहले आप लोग जान ले कि इसको धारण करने के पश्चात कौन-कौन से नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है, नहीं तो रुद्राक्ष का कोई सफल एवं शुभ फल आपको नहीं प्राप्त होगा .

3 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए नीचे बताए जा रहे सभी नियमों का पालन करें जैसे,

1. 3 mukhi rudraksha को धारण के लिए आपको मांस-मछली और मदिरा का सेवन बंद करना होगा.

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2. 3 mukhi rudraksha को धारण करने के बाद इसकी पवित्रता का ध्यान रखें.

3. 3 mukhi rudraksha पहनकर स्त्री के साथ संभोग ना करें, वरना रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाएगा और फिर आपको इसे धारण करने का कोई लाभ नहीं मिलेगा.

4. 3 mukhi rudraksha पहनकर मृत शरीर और जलती हुई चिता के सामने बिल्कुल ना जाए, नहीं तो इस रुद्राक्ष में विद्यमान सकारात्मक शक्तियां नकारात्मक शक्तियों में परिवर्तित हो जाएगी. जो आपके लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं.

5. जिस महिला को बच्चा हुआ हो तो 8 दिन तक उसके पास रुद्राक्ष पहन कर नहीं जाना चाहिए, क्योंकि उस समय महिला अशुद्ध होती है. जिसकी वजह से रुद्राक्ष भी अशुद्ध हो जाता है इसलिए ऐसी परिस्थिति में आप महिला के पास ना जाएं.

6. सोते समय रुद्राक्ष को निकालकर घर के मंदिर या अपने सिरहाने के पास रख ले और सुबह स्नान आदि से निवृत होकर पुनः धारण करें क्योंकि सोते समय हमारा शरीर मृत शरीर के बराबर होता है. जिसके वजह से रुद्राक्ष पहनना अशुभ माना जाता है.

7. सप्ताह में एक बार अपने रुद्राक्ष का पवित्रीकरण अवश्य करें.

तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की विधि | Teen mukhi rudraksha ko dharan karne ki vidhi

3 mukhi rudraksha को धारण करने के लिए आप लोग नीचे बताई जा रही जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उन्हें फॉलो करते हुए आप लोग तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करें.

तीन मुखी रुद्राक्ष को कुछ इस विधि के द्वारा धारण करना चाहिए जैसे-:

1. प्रात : काल उठकर आप स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ कपड़े धारण कर लें.

2. स्नानादि से निवृत्त होने के पश्चात गंगाजल और गाय के मिश्रण में रुद्राक्ष को डालकर रुद्राक्ष का शुद्धिकरण कर ले.

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3. रुद्राक्ष का शुद्धिकरण करने के बाद इसे पूजा घर में रख दें.

4. अब आपको भगवान शिव की विधिवत पूजा करनी है, उनकी आरती करना है, उनको भोग लगाना है, उनके सामने धूपबत्ती, अगरबत्ती, बेलपत्र उनको सब कुछ अर्पित करना है.

5. भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना के बाद आप उनकी प्रतिमा के सामने आसन लगाकर ओम नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें.

6. जब ओम नमः शिवाय मंत्र जाप की प्रक्रिया पूरी हो जाए तो फिर आप ईश्वर के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि हे ! ईश्वर मैं इस रुद्राक्ष को व्यापार में लाभ पाने हेतु और जीवन में समस्याओं को दूर करने हेतु तथा आपका आशीर्वाद पाने हेतु धारण कर रहा हूं, इसलिए इस रुद्राक्ष में विद्यमान सभी सकारात्मक शक्तियों को चेतना प्रदान कीजिए ताकि यह रुद्राक्ष हमारे लिए शुभ साबित हो.

7. इतनी प्रकिया के बाद आप रुद्राक्ष को धारण कर ले.

FAQ : 3 mukhi rudraksha

3 मुखी रुद्राक्ष किस दिन धारण करना चाहिए ?

तीन मुखी रुद्राक्ष को सोमवार या रविवार के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद धारण करना चाहिए.

3 मुखी रुद्राक्ष किसका प्रतीक है ?

3 मुखी रुद्राक्ष ब्रह्मा विष्णु महेश देव का प्रतीक है जिसे त्रीशक्तियों के नाम से भी जाना जाता है.

अपना रुद्राक्ष किसी को दे सकते हैं क्या ?

अगर आपने रुद्राक्ष धारण किया है तो भूलकर भी अपना रुद्राक्ष किसी को भी ना देना तो किसी का रुद्राक्ष ले क्योंकि ऐसा करने से उस में विद्यमान सकती आपके लिए हावी हो सकती हैं.

निष्कर्ष

तो मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में 3 mukhi rudraksha टॉपिक पर जानकारी दी है. जिसमें मैंने 3 mukhi rudraksha का महत्व, इससे मिलने वाले लाभ, इसे धारण करने की संपूर्ण विधि के विषय में बताया है .

अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को तीन मुखी रुद्राक्ष टॉपिक पर अच्छी खासी जानकारी मिल गई होगी और आप लोग जान गए होंगे कि इस रुद्राक्ष को किस विधि से धारण करना चाहिए ?  तो मित्रों हम उम्मीद करते हैं. आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी साथ में उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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