क्या आप के भी बहुत से काम भूल से छूट जाते है? और क्या टाइम टेबल बनाने के बाद भी आप का समय व्यवस्थित नहीं हो पा रहा है ? क्या आप के पास बहुत से छोटे – बड़े कामो का बोझ है और आप कुछ नहीं कर पा रहे है बल्की यह आप के आलस को और ज्यादा बढ़ा रहा है ? यदि इनमे से कोई भी समस्या आप में है तो यह तरीका एक रामबाण उपाय है इसका पूर्ण लाभ पाने के लिए कृपया पोस्ट को अंत तक पढ़े ! समझने में कोई समस्या तो तो नीचे कमेन्ट करे ..
दोस्तों यह काफी आम बात है की हमे जो काम करना होता है और सबसे खास बात जो इम्पोर्टेंट कार्य होते है वो हम अक्सर करना भूल जाते है , और यह स्टूडेंट्स (एडल्ट्स) में सबसे ज्यादा देखा जा सकता है तो क्या भूलना गलत या ये कोई बीमारी है ? नहीं बिलकुल नहीं भूलना एकदम सामान्य प्रक्रिया है और कुछ स्थितियो में तो यह हमारे लिए वरदान साबित होती है ..क्या आप को नहीं लगता ?
आप की भी बहुत सी ऐसी यादे होंगी जो यदि आज आप भूले न होते तो शायद आप की आज की लाइफ उतनी गजब की न होती और हम आज भी उस दुःख के भवसागर में गोते खा रहे होते …क्यों सही कहा न ? तो इतने से यह तो जाहिर हो गया की भूलना कोई बीमारी नहीं है …
पर कामो को भूलने से हमें सफलता के मार्ग में कई बाधाओं को झेलना पड़ता है जिससे हमे सफलता और कठिन नजर आने लगती है ..सफलता का अर्थ सबके लिए अलग अलग हो सकता है किसी के लिए यह एग्जाम में अच्छे नंबर लाना तो किसी के लिए ये बिजनेस तो किसी के लिए ये प्यार या कुछ भी हो सकता है ..
हम कोई इम्पोर्टेंट कार्य करना न भूले इसके लिए हमें बचपन में टाइम टेबल बनाना सिखाया गया था पर यह शायद ही बनाने के बाद हम इस पर एक या दो हप्ते से अधिक टिके हो और कुछ शेरो को तो यह गले में फंदा पड़ने जैशा लगा होगा और उनके लिए तो उस टाइम टेबल से 2-3 दिन भी चलना मुश्किल रहा होगा .
एशा इसलिये भी होता है क्योकि अचानक आ जाने वाले काम हमारे टाइम टेबल में पहले से नहीं लिखे होते है और फिर इधर उधर के काम निपटने में हमरे टाइम टेबल की धजिया उड़ जाती है …
तो इससे यह तो पक्के तौर पर जाहिर होता है की टाइम टेबल बनाना टाइम को मैनेज करने का अंतिम तरीका नहीं है तो आइये आज हम आपको एक एशा तरीका बताएँगे जिससे आप अगली बार से कुछ नहीं भूलेंगे और खुद को बंधा हुआ भी महसूस नहीं करेंगे ..
..शायद यह तरीका आप जानते भी हो या किया भी हो पर इसे एक सिस्टमैटिक ढंग से करना हम आज यंहा सीखेंगे , …(यह पोस्ट आप osir.in पर पढ़ रहे है )
यह है :
टू डू लिस्ट | TO DO List
और मै इसे जादुई लिस्ट भी कहता हूँ ..क्योकि यह मेरा अपना स्वयं का Experians अनुभव है की यदि मैने इस लिस्ट में जब भी कोई कार्य को जोड़ा है वह कब पूरा हो जाता है मुझे पता भी नहीं लगता …और यदि आप इसे अच्छे से समझ लोगे तो यह आप के साथ भी होने लगेगा ..
वैसे तो इसके कई एप्प भी है जो आप डाऊनलोड कर सकते है , पर मै आप को मोबाईल एप्प रिकमेंड नहीं करूँगा क्योकि मोबाइल कार्य करते समय आप की कार्य छमता ( Productivity ) को घटा देता है अतः उचित यही होगा की इसके लिए आप किसी पॉकेट डायरी का प्रयोग करे और इसे हर समय अपने साथ रखे …जब आप की आदत पड़ जाये तब आप मोबाइल का प्रयोग भी कर सकते है टू दू लिस्ट बनाने के लिए ..
TO DO List कैसे बनाते है ?
इसे बनाने के लिए आप को अपनी डायरी पर हर वो काम लिखना होगा जो आप उस दिन करना चाहते हो इसमें छोटे- बड़े सभी काम शामिल करने होते है जैसे,
आज की मेरी टू डू लिस्ट :
- OSir.in ब्लॉग पर जादू की पोस्ट डालनी है.
- बाल कटाने जाना है.
- रवि को सेल्स के लिए कॉल करना है.
- 3 इडीयट फिल्म देखनी है.
- कमरा साफ करना है .
इसी तरह आप भी अपनी लिस्ट में हर छोटे बड़े कम लिख लो यह जरुरी नहीं है की उन्हें जिस क्रम में करना है उसी क्रम में लिखा जाये आप को जब भी याद आये आप अपनी उस लिस्ट में काम जोड़ते चले जाओ और हाँ जो काम उस दिन करना ज्यादा इम्पोर्टेंट (अवश्यक) हो उसे अंडर लाइन कर लो .
और उस काम को आप उसी दिन किसी भी हालत में पूरा करो फिर चाहे आपको उस दिन के अन्य कार्य अगले दिन की लिस्ट में जोड़ना पड़े .इसके साथ फिर अन्य एक-एक कर कार्यो को निपटाते जाओ जो कार्य पुरे होते है उन्हें एक लाइन से काट दो और साथ में उस कार्य को करने में कितना समय लगा ये भी उसके सामने डाल दो इसकी जरुरत मे आप को इस पोस्ट के अंत में बताऊंगा ,
जैसे :- ब्लॉग पर gk की पोस्ट डालनी है (40 min) आप का मक्सद होना चाहिए की आप ये सारे काम करके ही सोये ! रोज की लिस्ट रोज ही ख़त्म कर देना ज्यादा फायेदे का है नहीं तो काम लगातार बढ़ते चले जायेंगे .
यदि कोई कार्य मै आज नहीं निपटा पाया तब ?
तो उसे अगले दिन की लिस्ट में जोड़ दो और अगले दिन उन कामो को विशेस प्राथमिकता दो पहले उन्ही कार्यो को निपटाओ जो पिछले दिन छूट गए थे . इन्हें आप किसी अन्य रंग के पेन से भी लिख सकते हो .
यह लिस्ट कब बनाई जाये ?
वैसे यह लिस्ट यदि रात में सोने से पहले बनाई जाये तो बहुत ज्यादा कारगर होती है क्योकि अगले दिन सुबह उठते ही हमारे पास क्या क्या करना है का प्रोग्राम बना रहता है बस आप को सुबह से ही इस लिस्ट को ख़त्म करने का जूनून बनाये रखे ! कुछ लोग इसे सुबह उठ कर भी बनाते है ..आप अपने हिसाब से यह तय कर सकते है की आप को कब बनाना है .
यदि मै अपनी लिस्ट के सारे कार्य निपटा लू तब ?
तब क्या अपने आप को तुरंत कोई ट्रीट रिवार्ड (तोफा) दो कोई छोटा सा ही दो परन्तु दो अवश्य यह बहुत जरुरी है इस स्टेप को कभी स्किप न करे ! इसमें कोई बहाना न बनाये की “मै अपने आप को ही गिफ्ट कैसे दे सकता हूँ ” तो यह मत भूलो की सफल आप को होना है आपके पडोसी को नहीं और न ही आप के घर वालो को तो खुद की पीठ खुद ही ठोकनी पड़ेगी मेरे यार .
.ट्रीट में कुछ भी जो आप को पसंद हो वो लो , करो या खाओ ,,मेरे साथ तो अब यह हो गया है की मुझे कुछ भी अपने पसंद का चाहिये होता है तो मै उसे उस दिन की ट्रीट बना लेता हूँ की यदि मेने आज अपनी लिस्ट ख़त्म की तो मै आज ..
- बतासे खाने जाऊंगा
- अपने लिए एक नयी पैंट लूँगा
- 30 Min youtube par video देखूंगा etc
जो भी आप को पसंद हो अपने आप को एक रिवार्ड अवश्य दे लेकिन केवल एक बार में एक ही पुरुस्कार स्वयं को दे बाकि अगली बार में दे यह बहुत ही कारगर साबित होता है . यह नहीं की 1 फिल्म देखने का प्लान बनाया और फिर 2-3 फिल्म देखते ही रहे ..एशा नहीं करना है .
TO DO List से जुड़ी अंतिम अवश्यक बात
जब आप 1-2 हप्ते इस to do list पर बिना किसी समस्या के चलने लग जाये तब आप को इसमें एक और चीज जोडनी है पर यह आप को पहले दिन से ही नहीं करना है . चूकी आपने 2 हप्ते तक to do list के कार्य निपटाए है अतः अब आप को यह तो अंदाजा हो ही जायेगा की आप को किस काम में लगभग कितना समय लग रहा है
अब अगली बार जब भी आप लिस्ट बनाये उसमे कार्य के सामने पहले से ही एक मानक समय अवश्य डाल दे और फिर उस दिन वह कार्य उसी तय समय पर या उससे कम में निपटने का प्रायस करे (यह पोस्ट आप osir.in पर पढ़ रहे है ).इससे आप को लिस्ट बनाते समय ही पता चल जायेगा की आप को उन कार्यो को करने में कितना समय लगेगा …इससे आप समय भी बचाने में कामयाब होंगे .
कुछ और जरुरी टिप्स
- सबसे ज़रूरी काम करते समय मोबाइल और नेट को ऑफ़ या साइलेंट कर दें।
- अपनी टू-डू लिस्ट हमेशा साथ लेकर चलें।
- अगर आप लैपटॉप पे काम कर रहे हैं तो काम वाली विंडो के आलावा बाकी सभी विंडो क्लोज कर दें।
- जहाँ तक हो सके एकांत में बैठ कर काम करें।
- बोरियत होने पर २-४ मिनट का ब्रेक ले लें।
- काम में लगने वाली चीजों को एक ही बार सोच कर इकठ्ठा कर लें, ताकि बार-बार उठना न पड़े।
- रूम में पर्याप्त रौशनी रखें।
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