राशि क्या होती है | Rashi kya hoti hain ? दोस्तों , जैसा कि हम सभी जानते हैं की पृथ्वी पर हमें जीवन जीने के लिए कई सारी चीजों की आवश्यकता होती है लेकिन आवश्यक चीजों में जो सबसे जरूरी है वायु ( हवा ) यानी ऑक्सीजन ।
यदि हमारी इस धरती पर ऑक्सीजन ना हो तो जीवन जीना असंभव है । जिस प्रकार हमें इस संसार में जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है उसी तरह से ज्योतिष शास्त्र को राशि की जरूरत होती है ।
ज्योतिष शास्त्र में राशि का बहुत ही बड़ा महत्व है। साथ ही साथ ही यह हमारे जीवन में भी महत्वपूर्ण स्थान रखती है । आज के इस लेख में हम पूरे विस्तार के साथ जानेंगे की राशि क्या होती है ? कितनी तरह की होती है? इनके क्या नाम है ?
राशियों का क्या महत्व है ? ये सभी सवाल जो आपके मन में आज तक उठते आए हैं उन सभी सवालों के संतुष्टि पूर्ण जवाब इस लेख में मिलेंगे । तो हमारे साथ इस लेख में अंत तक बने रहे. राशि को समझने से पहले हमें समझना होगा कि जातक किसे कहते हैं – जिस व्यक्ति विशेष की कुंडली या राशि का अध्ययन किया जाता है उसे जातक कहते हैं ।
- 1. राशि क्या होती है ? | Rashi kya hoti hai ?
- 2. राशियों की संख्या कितनी है ?
- 3. राशियों के क्या नाम हैं ? Name of zodiac
- 4. राशि कितने प्रकार की होती है ?
- 5. नाम राशि क्या है ?
- 6. चंद्र राशि क्या है ?
- 7. सूर्य राशि क्या है ?
- 8. ज्योतिष शास्त्र में राशि की क्या प्रमुखता है ?
- 9. अक्षर के आधार पर राशि का चार्ट | Name letar ki rashi chart
- 10. निष्कर्ष
राशि क्या होती है ? | Rashi kya hoti hai ?
वैदिक ज्योतिष में किसी जातक की राशि को बताने के लिए कुल 12 राशियां है । इन 12 राशियों में से किसी जातक की जन्म राशि क्या होगी यह चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बताया जाता है । हर राशि का अपना एक स्वभाव , गुण, व्यवहार और प्रतीक चिन्ह होता है ।
इन राशियों को नियंत्रित करने के लिए इन के स्वामी ग्रह भी होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य, चंद्रमा, मंगल बुध, गुरु, शुक्र और शनि यह सात स्वामी ग्रह है ।
सूर्य और चंद्रमा एक-एक राशि के स्वामी हैं जबकि बाकी पांच ग्रह दो दो राशियों के स्वामी हैं ।
राशियों की संख्या कितनी है ?
राशियों की गिनती करने के लिए आपको ज्योतिष शास्त्र का ज्ञान होना आवश्यक है , लेकिन फिर भी मैं आपको समझाने का पूरा प्रयास करूंगा। विद्वानों के अनुसार आकाश में 360 अंश का एक चक्र उपस्थित है जिसे 12 राशियों और 27 नक्षत्र में विभाजित किया गया है। इस तरह से एक राशि 30 अंश की होती है।
राशियों की गिनती सूर्य राशि , चंद्र राशि और नाम राशि द्वारा की जाती है। इन तीनों राशियों में अधिकतर सूर्य राशि और चंद्र राशि का प्रचलन ज्यादा है । जब किसी जातक की जन्म तिथि और समय की सही जानकारी नहीं होती है तो उसे उसके नाम से भी राशि को बताया जा सकता है।
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राशियों के क्या नाम हैं ? Name of zodiac
आकाश में स्थित ग्रहों के नक्षत्रों की मुख्य आकृति और उपस्थिति को ही राशि कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पहली राशि मेष को माना जाता है ।
राशि के नाम | राशि के नाम इंग्लिश में |
मेष राशि | Aries |
वृषभ राशि | Taurus |
मिथुन राशि | Gemini |
कर्क राशि | Cancer |
सिंह राशि | Leo |
कन्या राशि | Virgo |
तुला राशि | Libra |
वृश्चिक राशि | Scorpio |
धनु राशि | Sagittarius |
मकर राशि | Capricorn |
कुम्भ राशि | Aquarius |
मीन राशि | Pisces |
राशि कितने प्रकार की होती है ?
जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया है कि राशियों का निर्धारण सूर्य , चंद्रमा और नाम के आधार पर किया जाता है । इसी के अनुसार राशियों को अलग-अलग भागों में बाटा जा सकता है । मुख्य रुप से राशियां सूर्य, राशि, चंद्र राशि और नाम राशि ये तीन प्रकार की होती हैं।
हर एक राशि में किसी खास तत्व की प्रमुखता होती है। इसके आधार पर राशियों को चार भागों में बाटा गया है इन तत्वों में जल, वायु, अग्नि और पृथ्वी तत्व शामिल हैं।
जैसे कि मीन , कर्क , वृश्चिक इन तीनों राशि के नाम से पता चलता है कि इसमें जल तत्व की विशेषताएं पाई जाती हैं । मेष, सिंह और धनु में अग्नि तत्व की प्रमुखता होती है। मिथुन तुला और कुंभ राशि में वायु की प्रधानता होती है। वृषभ कन्या और मकर राशि में पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है।
इसके अलावा लिंग के आधार पर भी राशियों को बांटा जाता है । जिसमे मेष, मिथुन, कुंभ, तुला, सिंह और धनु राशियां पुरुष जाति की मानी जाती हैं वही पर वृषभ, कन्या, मकर, वृश्चिक, कर्क और मीन राशियां स्त्री जाति की मानी जाती हैं।
नाम राशि क्या है ?
नाम राशि से तात्पर्य है कि आपके नाम का पहला अक्षर किस राशि के साथ संबंधित है । ज्योतिष शास्त्र में जातक के नाम का बहुत बड़ा महत्व होता है । जातक के नाम की राशि उसके स्वभाव , गुण और व्यक्तित्व के बारे में काफी कुछ बताता है , इसलिए नाम राशि का ज्योतिष शास्त्र में एक प्रमुख स्थान है ।
चंद्र राशि क्या है ?
वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रहों में चंद्र ग्रह को सबसे ज्यादा महत्त्व दिया जाता है । इसे कभी कभी नाम राशि के नाम से भी जाना जाता है , क्योंकि जब किसी शिशु या बालक का जन्म होता है तो उसका नाम इसी चंद्र राशि के आधार पर रखा जाता है । बालक के जन्म के समय चंद्र जिस नक्षत्र में स्थित होता है उसी चरण के वर्ण के अनुसार शुरू होने वाला नाम बालक की जन्म राशि नाम निर्धारित करता है ।
सूर्य राशि क्या है ?
जैसा कि मैंने चंद्र राशि में आपको बताया कि वैदिक ज्योतिष चंद्र राशि को अधिक महत्व देते थे और उसे जातक की नाम राशि कहते है । उसी प्रकार पाश्चात्य ज्योतिष के ज्ञाता सूर्य राशि को अधिक महत्व देते है और मानते हैं कि जातक की नाम राशि सूर्य राशि होती है क्योंकि जातक की जिंदगी में सूर्य आत्मा का कारण होता है ।
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ज्योतिष शास्त्र में राशि की क्या प्रमुखता है ?
यदि ज्योतिष शास्त्र से राशि को हटा दिया जाए तो ज्योतिष शास्त्र का कोई अर्थ नहीं रह जाता तो इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ज्योतिष शाष्त्र में राशि का कितना बड़ा महत्व है। ये 12 राशियां जातक के जीवन को काफी प्रभावित करती है
इन राशियों की स्थिति की गणना के अनुसार ज्योति शास्त्र केे ज्ञाता जातक की कुंडली में जन्म राशि , राशि ग्रह और राशि स्वामी का पता लगाकर जातक के स्वाभाव , व्यक्तित्व गुण और उसे उसके जीवन में कितनी सफलता मिलेगी इस बात का पता लगा लेते हैं।
जन्म राशि के आधार पर जातक की आने वाली वर्ण के अनुसार उसके निवास स्थान का नाम, व्यापार, बिजनेस का नाम और व्यापार स्थल का नाम रखना बहुत ज्यादा ही शुभ माना जाता है ।
अक्षर के आधार पर राशि का चार्ट | Name letar ki rashi chart
क्रम संख्या | राशि | अक्षर |
1. | मेष | अ, ल , ई |
2. | वृषभ | ब , व , उ |
3. | मिथुन | क , छ , घ |
4. | कर्क | ड , ह |
5. | सिंह | म , ट |
6. | कन्या | प ,ठ ,ण |
7. | तुला | र , त |
8. | वृश्चिक | न , य |
9. | धनु | फ , ध , भ. , ढ |
10. | मकर | ख ,ज |
11. | कुंभ | ग , स , श , ष |
12. | मीन | द , च, झ , थ |
निष्कर्ष
दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आज राशि के ऊपर बताई गई यह जानकारी आप को अच्छी लगी होगी और राशि के बारे में आपको जितनी जानकारी रही होगी उसमें कुछ ना कुछ बढ़ोतरी जरूर हुई होगी।राशि का हमारे जीवन में बड़ा ही महत्व होता है ।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन राशियों के आधार पर हम किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वभाव और गुण का आकलन कर सकते हैं. जिसके अनुसार हमें किस प्रकार के व्यक्ति से संबंध रखना है इसका पता आप बड़ी ही आसानी के साथ कर सकते हैं.
जिससे हमें उस व्यक्ति से अच्छे विचारों का आदान प्रदान हो सके और अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सके। ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहिये।