आज की इस युग में हर कोई एक दूसरे के लिए अलग-अलग तरह के विचार tuought रखता है ऐसे में विचार संक्रमण सिद्धि होने के भी अपने कई फायदे हैं जैसे कि हम अगले के मन ने अपने मनपसंद विचारों को डाल सकते हैं और उससे अपने मनपसंद कार्य करवा सकते हैं विचार संक्रमण सिद्धि से हम बहुत तरह के फायदे उठा सकने में सक्षम है यह एक प्रकार से सम्मोहन शक्ति का ही एक बदला हुआ रूप है |
विचार संक्रमण सिद्धि से telepathy की तरह किसी दूर बैठे व्यक्ति तक हम अपनी बात भी पंहुचा सकते है , यदि आप की सिद्धि ससक्त है तो यह दूरी कितनी भी हो सकती है | यदि दोनों लोग विचार संक्रमण सिद्धि में निपुण हो तो यह बिलकुल फ़ोन पर बात करने की तरह अनुभव देगा परन्तु इसके लिए फोन की आवस्यकता नही लगेगी |
विचार संक्रमण सिद्धि thought change power द्वारा हम अपने विचारों को दूसरे के मन में प्रवाहित करके उससे बिना कुछ कहे आवश्यक कार्य करवा लेते हैं इस प्रकार के कार्य को विचार संक्रमण कहते हैं जब हम विचार संक्रमण करने में सक्षम हो जाते हैं तो वह हमारी विचार संक्रमण सिद्ध कहलाती है।
- 1. विचार संक्रमण सिद्धि के क्या फायदे है ? What are the advantages of idea transition accomplishment?
- 2. विचार संक्रमण सिद्धि को प्राप्त करने की विधि : Method to achieve idea transition accomplishment
- 3. विचार संक्रमण सिद्धि किस विधि से प्राप्त होगी ? Which method will achieve the idea transition?
- 4. विचार संक्रमण सिद्धि में ध्यान देने योग्य बाते : Things to consider in the thought transition accomplishment
- 5. विचार संक्रमण सिद्धि किस पर प्रारंभ करें ? Whom should the thought transition accomplish?
- 5.1. 1. विचार संक्रमण सिद्धि का पहला प्रयोग : First use of thought transition accomplishment
- 5.2. 2. विचार संक्रमण सिद्धि का दूसरा प्रयोग : second use of thought transition accomplishment
- 5.3. 3. विचार संक्रमण सिद्धि का तीसरा प्रयोग : Third use of thought transition accomplishment
- 5.4. 4. विचार संक्रमण सिद्धि का चौथा प्रयोग : Fourth use of thought transition accomplishment
- 5.5. 5. विचार संक्रमण सिद्धि का पांचवा प्रयोग : five use of thought transition accomplishment
- 6. विचार संक्रमण में कौन-कौन सी प्रमुख सावधानियां रखनी चाहिए? What are the main precautions to be taken in thought transition?
विचार संक्रमण सिद्धि के क्या फायदे है ? What are the advantages of idea transition accomplishment?
मानव में दो प्रकार के मन पाए जाते हैं एक वह मंजू जागृत रहता है और सक्रिय बना रहता है तथा दूसरा आंतरिक मंजू हर पल सावधान और सतर्क रहता है। वाह मन हमारा कभी भी खाली नहीं रहता है बल्कि कोई ना कोई विचार हमारे मन में निरंतर चला करता है जिसके कारण हम एक विचार को दृढ़ता पूर्वक नहीं स्थाई कर पाते और मन स्थिर ना होने के कारण किसी भी व्यक्ति पर हम प्रभाव नहीं डाल पाते हैं।
विचार संक्रमण सिद्ध के द्वारा हम दूसरे के ऊपर प्रभाव अच्छी तरह से डाल सकते हैं और उसे अपने विचारों के अनुसार प्रेरित कर सकते हैं हम किसी के मन पर इस तरह से प्रभाव डाल सकते हैं कि वह हमारे कार्य करने के लिए बाधित हो जाता है।
दूसरे पर प्रभाव हम तभी डाल सकते हैं जब हमारे मन में एक ही विचार केंद्रित हो और पूरी शक्ति तथा आंतरिक ऊर्जा का वेग उस पर प्रवाहित करके विचार प्रवाहित कर सकते हैं परंतु हमारा मन सैकड़ों विचार से यह घिरा रहता है तो हम दूसरों को कुछ देना भी चाहते नहीं तो हमारा विचार ही सामान्य रह जाता है और ठीक विचार पर हमारी प्रभावशालीता कमजोर हो जाती है अतः प्रत्येक विचार पर आघात की मात्रा को पहुंचाने के लिए हमारे विचार सुदृढ़ होने जरूरी होते हैं।
विचार संक्रमण सिद्धि को प्राप्त करने की विधि : Method to achieve idea transition accomplishment
किसी भी प्रकार की सिद्धि एक प्रकार का सम्मोहन होता है और यह तभी संभव है जब हम अपने मन को निर्विकार बनाएं अतः अपने मन को निर्विकार बनाने का पहले अभ्यास करना चाहिए और धीरे-धीरे केवल एक ही विचार मन में रहने दे इसके लिए पूरा बल एक ही विचार पर लगाएं जिससे ताकत और वेग व प्रभाव पैदा हो सके।
अपने मन को निर्विकार बनाने के लिए प्रतिदिन मन को नियंत्रित करने की साधना करें और धीरे-धीरे विचार संक्रमण विधि की साधना बढ़ाते जाएं यदि आप नियमित रूप से निश्चय करके विचार संक्रमण सिद्धि करते हैं तो निश्चित है कुछ समय बाद आपको सफलता मिलने लगेगी।
उदाहरण के लिए यदि आप के घर पर कोई मेहमान आ जाए तो उस पर अभ्यास करना शुरू कर दीजिए और यदि मेहमान चाय पीने का इच्छुक नहीं है तो आप अपने मन में उसके प्रति विचार बनाना शुरु कर दें कि मेहमान चाय पीने के लिए इच्छा प्रकट करें। अपने मेहमान पर ही अपने विचारों को आरोपित करने का प्रयास किया रे थोड़ी देर बाद उसके होंठों से कोई न कोई शब्द निकलेगा समझ लीजिए कि आपकी विचार संक्रमण सिद्धि में कुछ सफलता मिल रही है।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !
विचार संक्रमण सिद्धि में आपकी इच्छा शक्ति जितना ज्यादा प्रबल होगी उतना ज्यादा आपके विचार भी वेग से काम करेंगे जब आप करेंगे तो स्वयं में देखेंगे कि मेहमान चाय पीने के लिए अच्छा जाहिर करेगा।
यदि ऐसा हो जाता है तो आप समझिए कि विचार संक्रमण में आपको सफलता मिल रही है।
ध्यान देने की बात यह है कि विचार संक्रमण करते समय कई प्रकार के विचार मन में नहीं होने चाहिए आप जिस बात को मन में ठान ली हो बस वही विचार आपको बार-बार प्रेषित करने का प्रयास करना चाहिए।
विचार संक्रमण सिद्धि किस विधि से प्राप्त होगी ? Which method will achieve the idea transition?
विचार संक्रमण सिद्धि के लिए आपको चित्र त्राटक या मूर्ति त्राटक करना ज्यादा सफलता दायक है क्योंकि जब हम मूर्ति त्राटक या चित्र त्राटक करते हैं तो आंखों के सामने साकार रूप दिखाई देता है भले ही हमारी आंखें उस समय बंद क्यों ना हो जाए चित्र त्राटक या मूर्ति त्राटक करने पर आंखों के सामने मन में जो विचार प्रवाहित करेंगे वह साकार दिखाई देता है।
जब किसी भी प्रकार का चित्रण को के सामने आ जाए तब आप उसे आज्ञा दें और मन में विचार संक्रमण कीजिए ऐसा करने पर आपको तुरंत और निश्चित सफलता होगी।
यदि आप किसी अनजान व्यक्ति के ऊपर विचार संक्रमण करना चाहते हैं तो पहले आप उसके चित्र या फोटोग्राफ को देख ले यदि उपलब्ध है तो अगर नहीं है तो उसका हुलिया पहले समझने और उसी को अपने मानस में साकार रूप देते हुए चित्र बनाइए और विचारों को प्रेषित करें जिससे आपको सफलता मिल सके।
इसके बाद अपने मन में चित्र को स्थिर करके प्रबल वेग से विचार प्रेषित करें जब आप यह अभ्यास तो निश्चित रूप से अनजान व्यक्ति भी आपके विचारों के अनुसार कार्य करेगा।
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विचार संक्रमण सिद्धि में ध्यान देने योग्य बाते : Things to consider in the thought transition accomplishment
इस कार्य में इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपका मन पूरी तरह से साफ सुथरा निर्मल और किसी भी प्रकार का अन्य विचार ना हो जिससे एक ही विचार प्रबल हो और उसी को हम ताकत दे सकें चित एकदम शांत होकर विचार को प्रेषित करने का प्रयत्न करें।
विचार संक्रमण सिद्धि किस पर प्रारंभ करें ? Whom should the thought transition accomplish?
विचार संक्रमण सिद्धि करने के लिए यह अनुभव होना जरूरी है कि आप अपने कार्य में सही से बढ़ रहे हैं तो आप कुछ इस प्रकार से प्रयोग करना शुरू करें।
1. विचार संक्रमण सिद्धि का पहला प्रयोग : First use of thought transition accomplishment
विचार संक्रमण सिद्धि के पहले प्रयोग में आप घर पर किसी सदस्य के ऊपर आजमाने की कोशिश करें जैसे आप किसी सदस्य से एक गिलास पानी मांगने को चाहते हैं कि वह मुझे एक गिलास पानी ला कर दे तो इसके लिए आप कमरे में शांत होकर बैठ जाए |
आंखें बंद करके उस सदस्य का प्रतिबिंब अपनी आंखों के सामने लाएं और उस पर विचार प्रेषित करें उसी समय पानी का गिलास लाकर आपको दे ऐसा विचार करके विचार प्रेषित करें। कुछ समय बाद आप देखेंगे कि जिस पर आपने यह प्रयोग किया है वह पानी लेकर आपके पास आ गया है जबकि आपने पानी लाने के लिए मुंह से कुछ नहीं कहा।
यदि ऐसा हो जाता है तो मानिए आप सही चल रहे हैं।
2. विचार संक्रमण सिद्धि का दूसरा प्रयोग : second use of thought transition accomplishment
पहले प्रयोग के बाद अपनी सीमा को बढ़ाएं और किसी ऐसे मित्र पर विचार संक्रमण करें जो आपको जानता हो और दूर हो आप चाहते हैं कि मेरा मित्र मुझे अभी फोन करके बात करें तो आप अपने विचारों को 10 से 15 बार प्रेषित करना शुरू करें थोड़ी देर बाद आप देखेंगे कि आपके मित्र ने आपको फोन किया है और आपसे बात करना चाहता है।
3. विचार संक्रमण सिद्धि का तीसरा प्रयोग : Third use of thought transition accomplishment
विचार संक्रमण के तीसरे प्रयोग में आप अपनी सीमा को और अधिक बढ़ाते हैं अब आप किसी ऐसे मित्र या अन्य सदस्य पर विचार प्रेषित करें जो कहीं दूर दूसरे शहर में रहता है और आप अपने मन में यह विचार प्रेषित करने लगे कि मेरा मित्र मुझे अभी फोन करें या पत्र लिखें तो निश्चित है कि आप अपने विचार प्रेषित करना शुरू कर दें |
थोड़ी देर में आपको यह एहसास हो जाएगा कि मित्र ने फोन किया है या फिर जिस समय आप विचार परेशान कर रहे हैं उस समय को नोट कर लें दिन और तारीख भी नोट कर लें और आठ 10 दिन बाद आप देखेंगे कि आपके मित्र ने आप को पत्र लिख दिया है। जो आपको प्राप्त होगा।
4. विचार संक्रमण सिद्धि का चौथा प्रयोग : Fourth use of thought transition accomplishment
जब इस प्रकार अभ्यास करने लगेंगे और आपके अभ्यास सही हो जाएंगे तब आप किसी ऐसे अपरिचित व्यक्ति के चित्र या फोटो को आधार बनाइए और उस पर अपने विचार प्रेषित करें आप निश्चित मानिए कि यदि आप के उपरोक्त प्रयोग सही हैं तो यह प्रयोग आपका और अधिक मजबूत होगा आप सफलता की ओर बढ़ेंगे।
5. विचार संक्रमण सिद्धि का पांचवा प्रयोग : five use of thought transition accomplishment
इसके बाद आप किसी ऐसे अनजान बिकने पर विचार प्रेषित करें जिसे ना आपने कभी देखा है और ना ही उससे कभी बात की है परंतु उसके हुलिया को आधार बनाइए जो किसी के द्वारा अपने सुनाया समझा है यदि आपका विचार सही से सही समय पर हो जाता है तो समझ लीजिए कि आप इस सिद्धि में सफलता प्राप्त कर रहे हैं।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !
विचार संक्रमण में कौन-कौन सी प्रमुख सावधानियां रखनी चाहिए? What are the main precautions to be taken in thought transition?
विचार संक्रमण सिद्धि में निम्नलिखित सावधानियां होनी चाहिए :
1- रात्रि में 10 से 11 के बीच विचार संक्रमण सिद्ध करना ज्यादा उचित होता है क्योंकि इस समय हमारा बाहरी मन सुप्त अवस्था में रहता है और आंतरिक मान मन ज्यादा सक्रिय रहता है इस दौरान जो भी विचार आप प्रेषित करने का प्रयास करेंगे उसमें तीव्रता अधिक होती है और किसी के मन पर आघात जल्दी होगा।
2- रात्रि के समय मन शांत भी रहता है और वातावरण में भी अत्यधिक शोरगुल नहीं होती है जिससे ध्यान करने में आसानी होती है जो लोग इस सिद्ध को शुरुआत कर रहे हैं उनके लिए यह समय ज्यादा उचित होता है।
3- विचार संक्रमण सिद्ध के समय कभी भी असामाजिक और अनैतिक कार्य नहीं करने चाहिए। जैसे किसी चरित्र वन स्त्री पर यदि आप मोहित करने का प्रयत्न करेंगे तो यह एक असामाजिक कार्य है जिससे आपकी साधना में व्यवधान उत्पन्न होगा।
4- प्रकार की साधना अच्छे कार्यों के लिए ही करना चाहिए। जैसे कोई लड़का पढ़ाई में मन नहीं लगा रहा है तो आप अपने प्रयोग को इस लड़के के लिए कर सकते हैं परंतु किसी बुरे कार्य के लिए कभी भी साधना का उपयोग ना करें |
5- यह साधना तभी संभव हो सकती है जब आपका मन पूर्ण रूप से शांत हो और अनावश्यक विचारों से रहित हो परस्पर विरोधी विचार मन में कभी ना उत्पन्न होने पाए इच्छाशक्ति बलवान होनी चाहिए
6- इस साधना के लिए आपके मन में पूर्ण श्रद्धा होना आवश्यक है कार्य कोई भी हो बिना श्रद्धा के करने से सफलता नहीं मिल सकती है इसलिए साधना के लिए आपके मन में पूरी तरह से समर्पित श्रद्धा होनी चाहिए।