वीर बेताल साधना क्या है ? वीर वेताल कैसे करे ? veer betal sadhana

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

Veer vetal sadhana kya hoti hai ? बेताल की साधना करने वाला साधक निडर बन जाता है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी,बेताल की साधना करने से साधक की सभी इच्छाओं की पूर्ति भी होती है और यह आने वाले हर संकट से अपने साधक को बचाने का काम भी करता है, जब साधक बेताल की सिद्धि को करने के करीब होता है तब वेताल उसे अपने कई भयानक रूप दिखाता है| वीर बेताल साधना क्या है? Veer vetal sadhana ka sabar mantra kya hai? 

साधक को डराने का प्रयास करता है, जिसके कारण बहुत से साधक बीच में ही इस साधना को छोड़ देते हैं और इस तरह से उनकी साधना असफल हो जाती है इसीलिए हम आपसे यही कहना चाहते हैं कि जो भी साधक इस साधना को कर रहा है उसे दिल से काफी मजबूत होना चाहिए और हर समस्या का सामना करने के लिए उसे तैयार रहना चाहिए|

वीर बेताल साधना क्या हैबेताल कितने प्रकार के होते हैं, बेताल क्या है, स्त्री बेताल मंत्र साधना, अगिया बेताल का अर्थ, अगिया बेताल साधना मंत्र, ताल बेताल साधना, बेताल की शक्ति, बेताल साधना PDF, बेताल कौन होते हैं, तंत्र कितने प्रकार के होते हैं, बेताल क्या है, बेताल की शक्ति, अगिया बेताल का अर्थ, अगिया बेताल साधना मंत्र, स्त्री बेताल मंत्र साधना, ताल बेताल साधना, स्त्री बेताल मंत्र साधना, अगिया बेताल का अर्थ, अग्नि बेताल मंत्र, ताल बेताल साधना, उग्र शाबर मंत्र, बेताल साधना PDF, स्त्री साधनाvetal sadhana , , , , betal sadhana pdf, betal sadhana in hindi, betal sadhana mantra, betal sadhana book, betal sadhana, betal sadhana odia, betal sadhana video, betal sadhana pdf download, dhan betal sadhana, betal sadhana hindi, vetal sadhana in hindi, hanuman betal sadhana, jal betal sadhana, , बेताल कितने प्रकार के होते हैं, ,

बहुत से लोग यह कहते हैं कि कई बार साधना करते समय साधक की मृत्यु हो जाती है, परंतु यह पूर्ण रूप से सत्य नहीं है, साधना में कोई गलती होने के कारण या फिर किसी अन्य गलती के कारण कभी-कभी आदमी पागल हो जाता है|

हालांकि कुछ साधना ऐसी भी है, जिसमें आदमी की मृत्यु भी हो जाती है, इसीलिए किसी भी प्रकार की तांत्रिक साधना करने से पहले अपने शरीर को रक्षा मंत्र से अवश्य बांध लें और किसी अच्छे गुरु के सानिध्य में ही किसी भी साधना को चालू करें|

हमारे पिछले आर्टिकल में हमने आपको अगिया बेताल साधना क्या होती है तथा अगिया बेताल को सिद्ध कैसे करें, इसके बारे में जानकारी प्रदान की थी, आज के इस आर्टिकल में हम आपको वीर बेताल क्या होता है, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं|

वीरों का पहला उल्लेख कहां मिला ? First Mention of Veer

लोक मान्यताओं के अनुसार वीरों के बारे में सबसे पहला उल्लेख पृथ्वीराज रासो के ग्रंथ पृथ्वीराज रासो में मिला है, पृथ्वीराज रासो ग्रंथ में वीरों की संख्या टोटल 52 बताई गई है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वीरों को भैरवी के अनुयाई या फिर भैरव का गढ़ भी कहा जाता है, इसके अलावा इन्हें धर्म रक्षक और देव भी कहा जाता है|

book

मूल रूप से यह सभी वीर काली माता के दूत होते हैं, आपने अक्सर यह देखा भी होगा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब जैसे राज्यों में कई वीरो के मंदिर स्थित है|

इसके साथ ही उनके साथ साथ अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी स्थित है, जैसे उदाहरण के रूप में राजस्थान में जाहरवीर, नहरवीर और वीर तेजाजी का प्रसिद्ध मंदिर है, उसी तरह पहलवान वीर बाबा भी होते हैं|

वीर बेताल साधना और साबर मंत्र क्या है ? What is Veer Vetal Sadhana And Shabar Mantra

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साबर मंत्रों की रचना नवनाथ के द्वारा की गई थी और इसके सबसे पहले रचयिता भगवान गोरखनाथ थे और इसके बाद आने वाले नाथ संप्रदाय के गुरुओं ने इसका अधिक विस्तार किया |

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नाथ संप्रदाय को मानते हैं, साबर मंत्र जपने में काफी सरल होते हैं और यह छोटे होते हैं तथा इनका असर बहुत जल्दी होता है |

वही वैदिक मंत्रों की बात की जाए तो वैदिक मंत्र का जाप करने में काफी समय लगता है और बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं जो वैदिक मंत्रों का सही तरीके से जाप कर पाते हैं |

क्योंकि वैदिक मंत्र शुद्ध रूप से संस्कृत भाषा में होते हैं जिनका जाप करना काफी कठिन होता है, इसीलिए वर्तमान के समय में साबर मंत्र का उपयोग अधिक होने लगा है| साबर मंत्र को कोई भी आम आदमी सिद्ध कर सकता है परंतु अगर वह उस साधना को नियम के अनुसार करता है तभी उसका मंत्र सिद्ध होगा |

जो साधक वीर बेताल की साधना को सफलतापूर्वक संपन्न कर लेता है तो उसके बाद उस साधक के पास किसी भी चीज की कमी नहीं रह जाती वह साधक वीर बेताल का आह्वान कर के जो चाहे वह चीज हासिल कर सकता है और वीर बेताल भी अपने साधक को हर तरह से बलशाली बनाता है|

वीर बेताल साधना करना चाहिये या नही ? Is Veer Vetal Sadhana Is Right

वीर बेताल की यह साधना काफी सरल होती है और इसे भगवान शिव की साधना भी कहा जाता है, जिस तरह से भगवान महादेव भोले भाले माने जाते हैं उसी तरह से बेताल का स्वरूप भी आकर्षक और सरल होता है|

हालांकि सभी बेताल इस तरह के नहीं होते हैं सिर्फ वीर बेताल ही सरल होता है, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप चाहे पुरुष हो या फिर महिला, दोनों इस साधना को कर सकते हैं| वैसे तो यह एक तांत्रिक साधना है परंतु इसमें किसी भी प्रकार का दोष या वर्जना नहीं है, जो व्यक्ति गायत्री उपासक है या फिर देवता का उपासक है वह भी इस साधना को पूरा कर सकता है|

और सबसे मुख्य बात यह है कि इस साधना में साधक को घबराने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं पड़ती है, यह साधना आप अपने घर पर भी बड़ी ही आसानी से संपन्न कर सकते हैं और वीर बेताल को सिद्ध करके उससे अपना मनचाहा फल प्राप्त कर सकते हैं|

इस साधना को पूरा कर लेने के बाद साधक के जीवन में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आता है, बल्कि उसके चेहरे पर चमक आ जाती है और उसकी सभी तकलीफ में धीरे-धीरे दूर होने लगती है|

मंत्र को जाग्रत रखना बेहद जरुरी क्यों होता है ? It is very important to keep the mantra awake?

बहुत से साधक जब कोई साधना शुरू करना चाहते हैं तो वह सबसे पहले यही देखते हैं कि वह जो साधना करने जा रहे हैं वह आखिर कितने दिन में सिद्ध हो जाएगी|

परंतु वह यह नहीं देखते कि उस साधना को जागृत रखने के लिए उन्हें समय-समय पर उसके मंत्रों का जाप करना पड़ता है, आपने अखबारों और टीवी चैनलों में यह अवश्य देखा होगा कि बहुत से तांत्रिक पर जब काली चौदस या फिर दीपावली की रात आती है|

तो अपने अपने मंत्रों को जागृत करने के लिए उसका जाप करते हैं और विशेष अनुष्ठान करते हैं, असम के कामाख्या मंदिर में काली चौदस और दीपावली की रात काफी तांत्रिक विधियां की जाती है|

साधना को बीच में क्यों नही छोड़ना चाहिए ? Just foolish to leave sadhana in the middle ?

सामान्य तौर पर यह देखा गया है कि बहुत से साधक जब कोई साधना चालू कर रहे हैं और उन्हें बीच में कोई अनुभव नहीं होता है तो वह उसे साधना को छोड़ देते हैं|

उदाहरण के स्वरूप अगर कोई साधना 20 दिन की है तो 12 दिन तक आपको कुछ भी अनुभव नहीं हुआ तो क्या आप उसे छोड़ देंगे, अधिकतर साधक यही करते हैं| इसीलिए जब भी आप कोई साधना चालू करें तो उसे पूरा अवश्य करें क्योंकि अधिकतर साधना में उसकी तिथि के 1 दिन पहले से ही अनुभव चालू होने लगते हैं|

वीर बेताल साधना के फायदे क्या है ? Benefits Of Veer Vetal Sadhana

यह साधना काफी सरल और आसान होती है, इसीलिए इस साधना को करते समय साधक को घबराने की आवश्यकता नहीं पड़ती है| इस साधना में जब वेताल सामने आता है तब उसका रूप बहुत ही सरल और शांत होता है इसीलिए इसमें साधक को घबराने की आवश्यकता नहीं पड़ती है|

जो साधक वीर बेताल साधना को सिद्ध कर लेता है उसे फिर इस साधना को सिद्ध करने के बाद किसी भी तरह के अस्त्र-शस्त्र या अकाल मृत्यु से कोई भय नहीं रहता है| क्योंकि हर पल आपके साथ वीर बेताल रहता है और वह आपकी रक्षा करता है तथा आने वाले संकटों के बारे में आपको पहले से ही बता देता है |

वीर बेताल को सिद्ध कर लेने के बाद साधक काफी निडर हो जाता है और उसे किसी का भी डर नहीं रहता है, ऐसा माना जाता है कि बेताल भविष्य भी देख सकता है और जिस व्यक्ति के बेताल की सिद्धि होती है वह आने वाले संकटों के बारे में पहले से ही जान लेता है |

बेताल कुछ शक्तियों में जिन्नात की तरह ही है जैसे की पल भर में समय की दुरी तय करना, किसी को भी अपने पास बुलाना और कुछ भी हासिल कर लेना।

जो साधक वीर बेताल को सिद्ध कर लेता है तो वीर बेताल को सिद्ध कर लेने के बाद उसके पास बहुत से लोगों का बल आ जाता है और उसके लिए कोई भी काम करना संभव नहीं होता है| यू समझ लीजिए कि वीर बेताल को सिद्ध करने के बाद साधक चाहे तो अपने एक ही हाथ से 100 टन का वजन भी उठा सकता है

वीर बेताल साधना किसे करनी चाहिए ? Who should do Veer Vetal Sadhana?

ऐसा हर व्यक्ति जो तंत्र-मंत्र में काफी जानकारी रखता हो या फिर जिसने श्मशान साधना को किया हो या फिर जिसने मसान को जगा कर रखा हो वह इस साधना को बड़ी ही आसानी से संपन्न कर सकता है|

क्योंकि यह साधना साबर मंत्र का ही एक हिस्सा है इसीलिए आपको इस साधना को चालू करने से पहले तंत्र की सामान्य जानकारी और सांस्कृतिक शब्दों को पढ़ना आना चाहिए|

वीर बेताल साधना की शर्तें कौन कौन सी है ? Rules of Veer Vetal Sadhana

इस साधना को करने के लिए साधक का निडर होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब साधक कोई साधना कर रहा होता है तो उसके साथ आश्चर्यचकित कर देने वाली घटना घटती है इसमें कई बार साधक डर भी जाता है और वह अपनी साधना बीच में ही छोड़ देता है, इसके अलावा आपको अपनी सुरक्षा का कवच बनाना आना चाहिए |

क्योंकि अगर आपके पास सुरक्षा कवच रहेगा तो आपके शरीर की रक्षा होती रहेगी और कोई भी बुरी शक्ति आपके ऊपर हमला नहीं कर पाएगी इसके साथ ही आपको तंत्र की सामान्य जानकारी और अटपटे शब्दों को समझने की समझ होनी चाहिए, क्योंकि कई बार कुछ मंत्र ऐसे होते हैं जिनका जाप करना काफी मुश्किल होता है| बेताल जो शर्ते रखते है वो गूढ़ शब्दों में होती है अगर आपको सही ज्ञान नहीं होगा तो आप उनके जाल में फंस सकते है।

-: चेतावनी disclaimer :-

सभी तांत्रिक साधनाएं एवं क्रियाएँ सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं, किसी के ऊपर दुरुपयोग न करें एवं साधना किसी गुरु के सानिध्य (संपर्क) में ही करे अन्यथा इसमें त्रुटि से होने वाले किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे |

हमारी वेबसाइट OSir.in का उदेश्य अंधविश्वास को बढ़ावा देना नही है, किन्तु आप तक वह अमूल्य और अब तक अज्ञात जानकारी पहुचाना है, जो Magic (जादू)  या Paranormal (परालौकिक) से सम्बन्ध रखती है , इस जानकारी से होने वाले प्रभाव या दुष्प्रभाव के लिए हमारी वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नही होगी , कृपया-कोई भी कदम लेने से पहले अपने स्वा-विवेक का प्रयोग करे !  

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

Leave a Comment