सूर्यदेव के 12 नाम surya dev ke 12 naam : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं आप लोगों को इस लेख के माध्यम से surya dev ke 12 naam से संबंधित जानकारी प्रदान करूंगी, जिसमें मैं आप लोगों को सबसे पहले सूर्य देव के 12 नाम बताऊंगी फिर इन 12 नामों को किस समय, किस तरीके से, स्मरण करना है. उसके विषय में बताऊंगी, क्योंकि जिस तरह से कई लोगों के एक नहीं बल्कि तीन चार नाम होते हैं.
उसी तरह से हर देवी देवता के एक नहीं बल्कि अनेकों नाम और रूप होते हैं, और उन सभी देवी देवताओं में से हम बात कर रहे हैं सूर्य देव की जो समस्त दुनिया को उर्जा प्रदान करने वाले देवता माने गए हैं. जिनको लेकर कई शास्त्रों में कहा जाता है. इनके एक नहीं 12 नाम है और जो व्यक्ति सुबह स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात सूर्य देव को जल अर्पित करते समय सूर्य देव के इन 12 नामों का जाप करता है तो सूर्य देव प्रसन्न उस व्यक्ति से होते हैं और फिर भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं.
सूर्य देव के 12 नामों का जाप करने से कुंडली या राशि में सूर्य देव की स्थिति बलवान होती है तथा साथ पीढ़ियों तक परिवार में कोई भी मनुष्य अंधा जन्म नहीं लेता है. इसीलिए सूर्य देव को जल अर्ध करते समय इनके 12 नामों का जाप करना बहुत ही शुभ बताया गया है. इसके अलावा सूर्यदेव समस्त देवताओं में से एक ऐसे देवता है जो प्रत्यक्ष रूप से सभी को दर्शन देते हैं.
जिन्हें 1 दिन में समस्त दुनिया में बहुत से लोग जल अर्पित करते होंगे. लेकिन सूर्य देव को नियमित रूप से जल अर्पित करने के अलावा रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ करनी चाहिए क्योंकि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है. इस दिन सूर्य देव की पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं तथा जिस व्यक्ति से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.
उस व्यक्ति के जीवन में सुख शांति , सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य और संपन्नता की कोई कमी नहीं रह जाती है. इसीलिए आज हम इस लेख में सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने के लिए सूर्य अर्ध करते समय सूर्य के 12 नामों को स्मरण करने के विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे.
ऐसे में अगर आप लोग भी सूर्य देव को अपने जीवन में महत्व देते हैं और सूर्य देव को रोज सुबह जल अर्पित करते हैं तो आप लोगों को सूर्य देव के 12 नाम की जानकारी होनी चाहिए नहीं तो रोज सुबह जल अर्पित करने का कोई भी लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि जिस तरह से किसी भी देवी देवता की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ करने से ही शुभ फल मिलता है.
उसी तरह से सूर्य देव को जल अर्ध करते समय इन के 12 नामों का जाप करने पर ही सूर्य देव पूर्ण रूप से प्रसन्न होते हैं ऐसे में अगर आप लोग सूर्य देव के 12 नाम तथा उन नामों को किस प्रकार से स्मरण करना है इस जानकारी को विधिपूर्वक प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें :
- 1. सूर्यदेव के 12 नाम | surya dev ke 12 naam
- 2. सूर्य देव के 12 नामों को स्मरण करने की विधि
- 3. सूर्य देव के 12 नामों को जाप करने के फायदे | Sury dev ke 12 naam ko jaap karne ke fayde
- 3.1. 1. बिगड़े हुए कार्यों को बनाएं
- 3.2. 2. कुंडली में नकारात्मक ग्रहो का प्रभाव कम हो जाता है
- 3.3. 3. घर में सुख शांति लाए
- 3.4. 4. बुद्धि, विद्या और दिव्यता प्राप्त होती हैं.
- 3.5. 5. आत्मा का शुद्धिकरण होता है.
- 4. FAQ : Surya dev ke 12 naam
- 4.1. सूर्य देव पर कब जल नहीं चढ़ाना चाहिए ?
- 4.2. सूर्य देव को किस समय जल अर्पित करना शुभ माना गया है ?
- 4.3. सूर्य देव को जल अर्पित करते समय जल में क्या डालना चाहिए ?
- 5. निष्कर्ष
सूर्यदेव के 12 नाम | surya dev ke 12 naam
पंडित रामानंद शास्त्री का कहना है समस्त देवों में सूर्यदेव एक ऐसे देवता हैं जिन्हें प्रसन्न करके इनकी कृपा प्राप्त करने के लिए ना तो इन्हें कुछ चढ़ाने की आवश्यकता होती है और ना ही किसी बड़े अनुष्ठान की आवश्यकता होती है.
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात इन्हें जल अर्ध करते समय इनके 12 नामों का स्मरण करके सूर्यदेव को नमस्कार करने से सूर्य देव की महिमा प्राप्त की जा सकती है. शास्त्रों में सूर्य देव के 12 नाम कुछ इस प्रकार से बताए गए हैं जैसे :
- ॐ सूर्याय नम:।
- ॐ मित्राय नम:।
- ॐ रवये नम:।
- ॐ भानवे नम:।
- ॐ खगाय नम:।
- ॐ पूष्णे नम:।
- ॐ हिरण्यगर्भाय नम:।
- ॐ मारीचाय नम:।
- ॐ आदित्याय नम:।
- ॐ सावित्रे नम:।
- ॐ अर्काय नम:।
- ॐ भास्कराय नम:।
यह सूर्य देव के 12 नाम है जिन्हें सूर्य देव को जल अर्पित करके नमस्कार करते समय स्मरण किया जाता है अब आइए जानते हैं इन 12 नामों को किस प्रकार से स्मरण करना चाहिए.
सूर्य देव के 12 नामों को स्मरण करने की विधि
- अगर आप सूर्य देव को अपने जीवन में महत्व देते हैं तो सूर्य उदय से पहले उठकर मुनि स्नान करें मुनि इस नाम का मतलब 4 से 5 के समय में किया जाने वाला स्नान जो कि धार्मिक ग्रंथों में सबसे सर्वोत्तम स्नान माना गया है.
- स्नान करने के पश्चात जब सूर्य देव के दर्शन हो तो आप पीतल के लोटे में स्वच्छ गंगा जल भर ले.
- उसके पश्चात सूर्यदेव की तरफ मुख करके बैठ जाएं बैठने के पश्चात लौटे से सूर्य देव को जल अर्पित करें तथा जल अर्पित करते समय सूर्य देव के 12 नामों को अपने मन में स्मरण करें.
- जब सूर्य देव के 12 नामों का स्मरण हो जाए तो आप सूर्यदेव से हाथ जोड़कर अपने शब्दों में मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें.
- उसके पश्चात जब सूर्य अस्त हो रहा हो तब आप सूर्य देव को नमन करें.
- इस तरह से प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित करके सूर्य देव के 12 नामों को स्मरण करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और फिर उस व्यक्ति के जीवन से समस्त कष्टों का निवारण कर देते हैं.
सूर्य देव के 12 नामों को जाप करने के फायदे | Sury dev ke 12 naam ko jaap karne ke fayde
शास्त्रों में बताया गया है अगर किसी भी जातक या जातिका के ऊपर सूर्य देव की कृपा होती है तो उसके जीवन में सूर्यदेव उसके जीवन में कुछ इस प्रकार के शुभ फल प्रदान करते हैं जैसे,
1. बिगड़े हुए कार्यों को बनाएं
सूर्य देव के रथ में सात घोड़े होते हैं जिन्हें फुर्ती और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जो मनुष्य को यह प्रेरणा देते हैं कि हर मनुष्य को कर्म करते रहना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए फल अपने आप मिल जाएगा इसीलिए जो मनुष्य सूर्य देव को जल अर्ध करते समय इन के 12 नामों का स्मरण करता है तो उस व्यक्ति के सभी बिगड़े हुए कार्य बन जाते हैं तथा आगमन के नए रास्ते नजर आने लगते हैं
2. कुंडली में नकारात्मक ग्रहो का प्रभाव कम हो जाता है
अक्सर करके जब किसी व्यक्ति की कुंडली में उसकी राशि का स्वामी यानी कि ग्रह कमजोर हो जाता है तो उस राशि के जातक और जाति का के जीवन में चारों तरफ से कष्ट और तमाम तरह की परेशानियां आ जाती हैं जिनसे छुटकारा पाने के लिए ग्रह को बहुत ही पूजा अर्चना के बाद प्रसन्न किया जाता है .
लेकिन शास्त्रों का कहना है अगर कुंडली में किसी कारण से ग्रह कमजोर होकर आपके जीवन में अशुभ प्रभाव डाल रहा है तो उसके अशुभ प्रभाव से बचने के लिए उस जातक जातिका को रोज सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करके सूर्य देव को जल अर्ध करते समय सूर्य देव के 12 नामों का पूरी श्रद्धा के साथ स्मरण करें तो उनकी कुंडली में उनकी राशि का स्वामी उच्च भाव में प्रवेश करके शुभ फल प्रदान करेगा .
3. घर में सुख शांति लाए
सूर्य देव को इस पृथ्वी पर रहने वाले समस्त जीव जंतु और मनुष्य को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाले प्रमुख देवता का दर्जा दिया गया है इसीलिए शास्त्रों में सूर्य देव को लेकर ऐसा कहा गया है अगर कोई भी व्यक्ति सूर्य देव को सुबह स्नान आदि निवृत्त होने के पश्चात पीतल के लोटे से जल अर्पित करते समय सूर्य देव के 12 नामों का पूरी श्रद्धा के साथ स्मरण करते हैं तो उस व्यक्ति के घर में जीवन में हमेशा सुख शांति बनी रहती है तथा उस व्यक्ति के घर में कभी भी पैसों की तंगी नहीं आती है ना तो कोई व्यक्ति कभी बीमार पड़ता है.
4. बुद्धि, विद्या और दिव्यता प्राप्त होती हैं.
अगर किसी भी व्यक्ति को मानसिक तनाव की समस्या रहती है या फिर उसे ज्ञान अर्जित करने में परेशानी होती है तो ज्योतिष शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि रोज सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करते समय सूर्य देव के 12 नामों का स्मरण अब मन ही मन करने से व्यक्ति को बुद्धि विदा और दिव्यता प्राप्त होती है.
क्योंकि सूर्य देव को नियमित रूप से जल अर्पित करते समय उन के 12 नामों का स्मरण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती रहती है और फिर एक समय ऐसा आता है कि व्यक्ति को बुद्धि विदा और दिव्यता प्राप्त हो जाती है.
5. आत्मा का शुद्धिकरण होता है.
जैसा कि आप लोगों ने खुद महसूस किया होगा जब आप किसी भी देवी देवता की पूजा अर्चना करते होंगे उस समय बहुत अच्छा महसूस होता है क्योंकि उस समय व्यक्ति के अंदर सकारात्मक शक्तियों का वास होता है तब व्यक्ति के अंदर किसी भी प्रकार का कोई लालच भय या फिर किसी भी प्रकार का मैल नहीं रह जाता है पूरी तरह से व्यक्ति ईश्वर की भक्ति में लीन रहता है. तब यह दुनिया बहुत खूबसूरत लगती है.
इसी तरह से जब कोई भी व्यक्ति नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करके सूर्य देव के 12 नामों का स्मरण करता है तो उस व्यक्ति की आत्मा का शुद्धिकरण हो जाता है फिर उस व्यक्ति के अंदर कभी भी नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाएंगे और जब किसी व्यक्ति के अंदर नकारात्मक शक्तियां ही नहीं प्रवेश करेंगी, तो वह व्यक्ति जीवन में कभी भी कोई गलत काम नहीं करेगा और फिर अपने मनुष्य जन्म को सफल और साकार बना लेगा.
इसीलिए सूर्य देव को जल अर्पण करने की कई सारे फायदे प्राप्त होते हैं.
FAQ : Surya dev ke 12 naam
सूर्य देव पर कब जल नहीं चढ़ाना चाहिए ?
सूर्य देव को किस समय जल अर्पित करना शुभ माना गया है ?
सूर्य देव को जल अर्पित करते समय जल में क्या डालना चाहिए ?
निष्कर्ष
तो मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप सभी लोगों को surya dev ke 12 naam से संबंधित जानकारी प्रदान की है जिसमें हमने आप लोगों को सूर्य देव के 12 नाम और इन नामों को किस समय, किस तरीके से, स्मरण में लेना है इन सब के विषय में विधिवत जानकारी प्रदान की है.
ऐसे में अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को सूर्य देव के 12 नामों से संबंधित सारी जानकारी विस्तार पूर्वक से मिल गई होगी.
अगर आप लोग भी सूर्य देव को अपने जीवन में महत्व देते हैं तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है तो दोस्तों हम उम्मीद कर करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और उपयोगी भी साबित हुई होगी.