श्री सूक्त के 16 मंत्र और संपूर्ण पाठ विधि एवं जाप के लाभ | sri suktam ke 16 mantra

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

श्री सूक्त 16 मंत्र | Sri Suktam 16 Mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से श्री सूक्त के 16 मंत्र बताने वाले हैं दोस्तों वैसे ही क्या आप जानते हैं कि सूक्त क्या है तो आज हम आप लोगों को बता दें कि श्री सूक्त भी उनमें से एक विशिष्ट सूक्त है.

यह विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद से लिया गया है और इसे महालक्ष्मी को समर्पित किया गया है ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति श्री सूक्त का पाठ करता है तो उसके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है माता लक्ष्मी की कृपा से श्री सूक्त का पाठ करना बहुत लाभदायक माना जाता है।

श्री सूक्त 16 मंत्र ,, Sri Suktam 16 Mantra,, श्री सूक्त 16 मंत्र,, श्री सूक्त के 16 मंत्र pdf download,, श्री सूक्त के 16 मंत्र lyrics,, श्री सूक्त के 16 मंत्र pdf,, श्री सूक्त के 16 मंत्र कौन से हैं,, श्री सूक्त के 16 मंत्र का पाठ,, श्री सूक्त क्या है,, श्री सूक्त का पाठ करने की विधि,, श्री सूक्त के 16 मंत्र लाभ,, Shree suktam ke 16 mantra labh,, Shree suktam ka path karne ki vidhi,, Sri Suktam kya hai ,, श्री सूक्त के 16 मंत्र sanskrit,, shree suktam 16 mantra,, shree suktam 16 times,, श्री सूक्त के 16 मंत्र,, shree suktam 16 mantra in hindi,, shree suktam 16 path,, shree suktam 16 mantra in english,, sri suktam 16 mantra pdf download,, sri suktam 16 mantra pdf english,,

 

श्री सूक्त का पाठ करने से आरोग्य का वरदान प्राप्त होता है सूक्त का पाठ करने से दुर्भाग्य – सौभाग्य में बदल जाता है और आपके घर में समृद्धि प्रवेश करती है और आपके व्यापार में भी अधिक तारीख होने लगती है।

इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से श्री सूक्त के 16 मंत्र के बारे में बताएंगे और इसके अलावा सूक्त क्या है सुता का पाठ करने की विधि क्या है और सूक्त के लाभ क्या है और उसके साथ हम आप लोगों को श्री सूक्त के 16 मंत्र pdf लिंक देने वाले हैं.

अगर आप लोग इस पीडीएफ लिंक को प्राप्त करना चाहते हैं और इन सारे विषयों को विस्तार से जानना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े ताकि आप लोगों को इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके।

श्री सूक्त क्या है ?| Sri Suktam kya hai ?

दोस्तों अगर आप लोग यह जानना चाहते हैं कि श्री सूक्त क्या है तो हम आप लोगों को बता दें कि हमारे हिंदू धर्म में ऐसा कहा गया है कि सभी देवी देवताओं की कृपा को प्राप्त करने के लिए अनादि काल से सिद्ध यह श्री सूक्त बहुत ही प्रसिद्ध है।

लक्ष्मी Laxmi

श्री सूक्त उनमें से एक विशिष्ट सूक्त है ऐसा कहा जाता है इस श्री सूक्त को हमारे सबसे प्राचीन ग्रंथ यानी कि ऋग्वेद से किसे लिया गया है और इस श्री सूक्त को माता लक्ष्मी को समर्पित किया गया है।

हमारे हिंदू धर्म में ऐसा कहा गया है कि अगर जिस भी घर में श्री सूक्त का पाठ किया जाता है उस घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है इस श्री सूक्त का पाठ करने से श्री वर्चस्व अर्थात् धन की वृद्धि होती है।

श्री सूक्त 16 मंत्र  PDF | Sri Suktam 16 Mantra Hindi PDF

दोस्तों आज हम आप लोगों को श्री सूक्त 16 मंत्र  pdf हिंदी भाषा में देंगे वैसे तो यह श्री सूक्त माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है श्रीसूक्त में सोलह मंत्र हैं। अगर आप लोगों को इन 16 मंत्रों का श्रद्धा पूर्वक जाप करते हैं तो माता लक्ष्मी आप से जल्द ही प्रसन्न हो जाती हैं और आपको धन संपत्ति प्रदान करती हैं.

इसीलिए हमने आपको इस पोस्ट में श्री सूक्त के 16 मंत्र pdf के बारे में बताया है और इसे हिंदी भाषा में डाउनलोड करने के लिए इसका डाउनलोड लिंक भी दिया है इस लिंक पर जाकर आप आसानी से श्री सूक्त के 16 मंत्र pdf डाउनलोड कर सकते हैं।

श्री सूक्त 16 मंत्र  PDF | Sri Suktam 16 Mantra Hindi PDFDownload PDF 

श्रीसूक्त 16 मंत्र | Sri Suktam 16 Mantra

दोस्तों अगर आप लोग भी अपने घर में धन की देवी यानी की माता लक्ष्मी की प्राप्ति करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको ऋग्वेद के वर्णित श्रीसूक्त का पाठ या फिर एक ऐसी साधना करनी चाहिए जो कभी भी बेकार ना हो क्या आप जानते हैं कि अगर कोई व्यक्ति माता लक्ष्मी की आराधना करके सुख एवं समृद्धि का स्वयं अनुभव करता है.

Laxmi

तो उस व्यक्ति को श्री सूक्त के 16 मंत्र का जाप करना चाहिए या फिर उसका पाठ करना चाहिए ऐसा कहा जाता है कि श्री सूक्त का श्रद्धापूर्वक पाठ करने से माता लक्ष्मी जल्द ही प्रसन्न हो जाती हैं और जातक को धन-संपत्ति प्रदान करती हैं।

क्या आप जानते हैं कि महालक्ष्मी का श्री सूक्त के स्वरूपों का वर्णन कुछ इस प्रकार दिया गया है:-‘धनमग्नि, धनम वायु, धनम सूर्यो धनम वसु:’  अथवा प्रकृति ही लक्ष्मी है प्रकृति की रक्षा करके मनुष्य स्वयं के लिए ही नहीं बल्कि निस्वार्थ होकर पूरे समाज के लिए लक्ष्मी का सृजन कर सकता है।

1- ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं,सुवर्णरजतस्त्रजाम् ।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं,जातवेदो म आ वह ।।

2- तां म आ वह जातवेदो,लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।
यस्यां हिरण्यं विन्देयं,गामश्वं पुरूषानहम् ।।

3- अश्वपूर्वां रथमध्यां,हस्तिनादप्रमोदिनीम् ।
श्रियं देवीमुप ह्वये,श्रीर्मा देवी जुषताम् ।।

4- कां सोस्मितां हिरण्यप्राकारामार्द्रां ज्वलन्तीं तृप्तां तर्पयन्तीम् ।
पद्मेस्थितां पद्मवर्णां तामिहोप ह्वये श्रियम् ।।

5- चन्द्रां प्रभासां यशसा ज्वलन्तीं श्रियं लोके देवजुष्टामुदाराम् ।
 तां पद्मिनीमीं शरणं प्र पद्ये अलक्ष्मीर्मे नश्यतां त्वां वृणे ।। 

6- आदित्यवर्णे तपसोऽधि जातो वनस्पतिस्तव वृक्षोऽक्ष बिल्वः ।
तस्य फलानि तपसा नुदन्तु या अन्तरा याश्च बाह्या अलक्ष्मीः ।।

7- उपैतु मां दैवसखः, कीर्तिश्च मणिना सह ।
प्रादुर्भूतोऽस्मि राष्ट्रेऽस्मिन्, कीर्तिमृद्धिं ददातु मे ।।

8- क्षुत्पिपासामलां ज्येष्ठामलक्ष्मीं नाशयाम्यहम् ।
अभूतिमसमृद्धिं च, सर्वां निर्णुद मे गृहात् ।।

9- गन्धद्वारां दुराधर्षां, नित्यपुष्टां करीषिणीम् ।
ईश्वरीं सर्वभूतानां, तामिहोप ह्वये श्रियम् ।।

10- मनसः काममाकूतिं, वाचः सत्यमशीमहि ।
पशूनां रूपमन्नस्य, मयि श्रीः श्रयतां यशः ।।

11- कर्दमेन प्रजा भूता मयि सम्भव कर्दम ।
श्रियं वासय मे कुले मातरं पद्ममालिनीम् ।।

12- आपः सृजन्तु स्निग्धानि चिक्लीत वस मे गृहे ।
नि च देवीं मातरं श्रियं वासय मे कुले ।।

13- आर्द्रां पुष्करिणीं पुष्टिं पिंगलां पद्ममालिनीम् ।

चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं, जातवेदो म आ वह ।।

14- आर्द्रां य करिणीं यष्टिं सुवर्णां हेममालिनीम् ।
सूर्यां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आ वह ।।

15- तां म आ वह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।
यस्यां हिरण्यं प्रभूतं गावो दास्योऽश्वान् विन्देयं पुरुषानहम् ।।

16- य: शुचि: प्रयतो भूत्वा जुहुयादाज्यमन्वहम् ।

सूक्तं पंचदशर्चं च श्रीकाम: सततं जपेत् ।।

श्री सूक्त का पाठ करने की विधि | Shree suktam ka path karne ki vidhi

  1. अगर कोई व्यक्ति श्रीसूक्त के 16 मंत्रों करना चाहता है तो उसके लिए उस व्यक्ति को शुक्रवार के दिन सुबह स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करने हैं उसके बाद रेशमी लाल कपड़े पर माता लक्ष्मी की कमल पर बैठी मूर्ति या फिर उनकी तस्वीर को स्थापित करना है।
  2. उसके बाद आपको भी एक आसन बिछाकर माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने बैठ जाना है और देवी लक्ष्मी को लाल पुष्प और पूजा की अन्य सामग्री जैसे कि अबीर, चंदन, गुलाल, चावल यह सारी चीजें चढ़ाने हैं और उसके बाद माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना है।
  3. अब आपको उसी तस्वीर के सामने बैठकर श्रीसूक्त के 16 मंत्र का जाप करना है उसके बाद माता लक्ष्मी की आरती करनी है।
  4. अगर आप हमारे द्वारा बताई गई विधि से हर शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो आपको लाभ अवश्य ही प्राप्त होता है अगर आप हर शुक्रवार को इस पूजा को नहीं कर पा रहे हैं तो आपको महीने की अमावस्या या फिर पूर्णिमा को भी यह उपाय करने से आपकी इच्छा अवश्य पूर्ण हो जाती है।
  5. वैसे तो यह श्री सूक्त संस्कृत में लिखा गया है अगर आप लोग इसका पाठ संस्कृत में नहीं कर पा रहे हैं तो आप हिंदी में भी धीरे-धीरे श्रीसूक्त का पाठ कर सकते हैं और उसी समय आपको माता लक्ष्मी का ध्यान करते रहना है नवरात्रि या फिर दीपावली में भी आप श्री सूक्त का विधि विधान पूर्वक पाठ कर सकते हैं।

श्री सूक्त के 16 मंत्र के लाभ | Shree suktam ke 16 mantra labh

दोस्तों वैसे तो आप सभी लोग जानते हैं कि माता लक्ष्मी धन की देवी हैं तो जाहिर सी बात है कि इनके किसी भी मंत्र ,स्तुति , या फिर श्री सूक्त का पाठ करने से धन लाभ होता है लेकिन हम आपको बता दें.

laxmi devi money goddess

कि श्री सूक्त का पाठ करने से या फिर उसके 16 मंत्रों का जाप करने से बहुत सारे लाभ प्राप्त होते हैं लेकिन श्रीसूक्त कि कुछ विशेष लाभ यह है कि इसका पाठ करने से या फिर इसके 16 मंत्रों का जाप करने से घर में धन की कमी दूर होती हैं और माता लक्ष्मी की कृपा से अन्य वाहन खूब बरसने लगता है।

FAQ : श्री सूक्त के 16 मंत्र

श्री सूक्त का पाठ कितने दिन करना चाहिए?

दोस्तों अगर आप लोग या जानना चाहते हैं कि श्री सूक्त का पाठ कितने दिन करना चाहिए तो हम आप लोगों को बता दें कि मां लक्ष्मी कि शीघ्र कृपा के लिए श्री सूक्त का पाठ बहुत ही फलदाई होता है इसीलिए अगर आप कर पाए तो हर शुक्रवार के दिन इसका पाठ करें।

श्री सूक्त में कितने मंत्र हैं?

वैसे तो श्रीसूक्त के धन संपत्ति और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आप श्री सूक्त 16 मंत्रों का जॉब कर सकते हैं यह कुल 16 मंत्र होते हैं जोकि माता लक्ष्मी को समर्पित किए गए हैं।

लक्ष्मी सूक्त का पाठ कैसे करें?

माता लक्ष्मी के श्री सूक्त का पाठ करने के लिए आपको एक चौकी पर लाल रेशम का वस्त्र बिछाना है और उसके ऊपर माता लक्ष्मी कमल पर बैठी हुई उनकी मूर्ति को स्थापित करना है उसके बाद अब आपको माता लक्ष्मी को धूप , दीप , चंदन , अबीर , चावल , गुलाल और लाल पुष्पा आदि चीजें चढ़ा देनी है उसके बाद माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना है और उसके बाद श्री सूक्त का पाठ करना है।

निष्कर्ष

दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से श्री सूक्त के 16 मंत्र के बारे में बताया जाए इसके अलावा उन 16 मंत्रों का जाप कैसे करना है और उन 16 मंत्रों के लाभ कौन से हैं उनके बारे में भी बताया है इसके अलावा श्री सूक्त के हिंदी में मंत्र pdf भी दे दिया है और उन मंत्रों को हिंदी में भी लिख दिया है.

अगर आप चाहे तो हमारी वेबसाइट पर सही मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैं यदि अगर आप चाहे तो pdf भी डाउनलोड कर सकते हैं। अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको श्री सूक्त के 16 मंत्र के बारे में पता चल गया होगा उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

Leave a Comment