जाने 12 राशि के नाम का पहला अक्षर और उनके स्वामी का नाम | Rashi ke naam

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राशि के नाम | Rashi ke naam : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं समस्त जातक जातिकाओ को इस आर्टिकल में राशि के नाम टॉपिक पर जानकारी दूंगी जिसमें मैं आप सभी लोगों को ज्योतिष शास्त्र में राशि चक्र में बताई गई 12 राशियों के नाम और राशि से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दूगी.

राशि के नाम | Rashi ke naam

क्योंकि ज्योतिष में राशियों का विशेष महत्व बताया गया है ऐसा इसलिए क्योंकि राशि जातक जातिका के जन्म से संबंध रखती है, जिसकी वजह से वह हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है. यहां तक कि ज्योतिष शास्त्र का कहना है किसी भी जातक जातिका की राशि के अनुसार उस व्यक्ति के संपूर्ण भविष्य के विषय में सारी जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है.

क्योंकि किसी जातक जातिका की राशि का संबंध उस व्यक्ति के जन्म के समय आसमान में, लगने वाले नक्षत्र ग्रहों की दिशा, तिथि समय आदि बातों से होता है इसीलिए किसी भी जातक जातिका की राशि से किसी भी जातक जातिका की जन्म से लेकर मृत्यु तक की सारी जानकारी आसानी से प्राप्त हो सकती है.

ऐसे में हर किसी को या जानकारी होनी चाहिए कि उनकी राशि कौन सी है और उस राज्य के प्रमुख स्वामी कौन हैं क्योंकि आज के समय में अभी भी ऐसे लोग हैं जिन्हें राशियां क्या होती हैं और उनकी कौन सी राशि है इन सभी बातों से अनजान है.

जिसके चलते उनके जीवन में आए दिन नई नई समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं और वह लोग नहीं समझ पाते हैं कि तमाम मेहनत के बाद उनके जीवन में इतनी उलझन क्यों हैं, तो हम आप लोगों को बता दे ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी राशि का ग्रह जो होता है वह आपकी कुंडली में कमजोर हो जाता है.

जिसकी वजह से आपके जीवन में अनेक समस्याएं आ जाते हैं हालांकि ऐसे में कुंडली में ग्रह की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए ज्योतिष उपाय अपनाने चाहिए जिससे कुंडली में ग्रह की स्थिति में सुधार आता है और जीवन में सुख शांति समृद्धि आती है.

इसीलिए आज मैं राशियों के इस महत्व को समझते हुए इस आर्टिकल में राशि चक्र की 12 राशियों के नाम बताऊंगी साथ में यह भी बताऊंगी कौन सी राशि किस अक्षर के अधीन है ताकि आप लोग जान सकें आपकी कौन सी राशि है ऐसे में अगर आप लोग इस जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया करके इस ले को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

राशि के नाम | Rashi ke naam

ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियां बताई गई हैं जिनके नाम और उनके प्रमुख स्वामी के विषय में नीचे एक क्रम वाइज से बताया जा रहा है जैसे,

1. मेष राशि

aries mesh rashi

ज्योतिष शास्त्र में राशि चक्र की पहली राशि मेष राशि मानी गई है, इस राशि की पहचान का चिन्ह भेड़ होता हैं,

मेष राशि के प्रमुख स्वामी

मेष राशि की प्रमुख स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है जो साहस, शक्ति, परिश्रम आदि का कारक ग्रह माना जाता है.

मेष राशि के अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ अक्षर से प्रारंभ होता है उन लोगों की मेष राशि होती हैं.

2. वृषभ राशि

ज्योतिष शास्त्र में राशि चक्र की दूसरी राशि को वृषभ राशि कहा जाता है इस राशि का प्रतीक चिन्ह बैल का धड़ है.

वृषभ राशि के प्रमुख स्वामी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ राशि के प्रमुख स्वामी शुक्र ग्रह को माना गया है,जो आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक हैं.

वृषभ राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस जातक जाति का के नाम का पहला अक्षर ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो आदि अक्षर से शुरू होता है और लोगों की वृषभ राशि होती है.

3. मिथुन राशि

राशि चक्र की तीसरी राशि मिथुन राशि के नाम से जानी जाती है इस राशि का वास्तविक चिन्ह युवा दंपत्ति जोड़ा है.

मिथुन राशि के प्रमुख स्वामी

gemini mithun rashi

मिथुन राशि के प्रमुख स्वामी बुध ग्रह को माना जाता है, जो वाणी, वाणिज्य, संचार, गायन, गणित आदि का कारक है.

मिथुन राशि के लोग

जिस किसी जातक जाति का के नाम का पहला अक्षर क’, ‘छ’ और ‘घ’ से आरंभ होता है उनकी राशि मिथुन होती है

4. कर्क राशि

ज्योतिष शास्त्र में चौथी राशि को कर्क राशि कहा जाता है इस राशि का प्रतीक चिन्ह केकडा है.

कर्क राशि के प्रमुख स्वामी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के प्रमुख स्वामी चंद्र ग्राहक को माना गया है जो मन, माता, मानसिक स्थिति, मनोबल, द्रव्य वस्तुओं, यात्रा, सुख-शांति, धन-संपत्ति, रक्त, बायीं आँख, छाती आदि का कारक ग्रह माना जाता है.

कर्क राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस भी जातिक जातिका के नाम का पहला अक्षर ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो आदि अक्षरों से प्रारंभ होता है उन लोगों की कर्क राशि होती है.

5. सिंह राशि

singh leo rashi

ज्योतिष शास्त्र में पांचवी राशि सिंह राशि के नाम से जानी जाती हैं इस राशि का पहचान चिन्ह शेर है, जो सिंह राशि को पहचानने में मदद करता है

सिंह राशि के प्रमुख स्वामी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सिंह राशि के प्रमुख स्वामी सूर्य ग्राहक को माना जाता है जो उत्साह उर्जा प्रदान करने के कारक माने गए हैं.

सिंह राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से प्रारंभ होता है उन लोगों की सिंह राशि होती है.

6. कन्या राशि

ज्योतिष शास्त्र में छठी राशि को कन्या राशि के नाम से जाना जाता है इस राशि का वास्तविक चिन्ह कुवारी कन्या है.

कन्या राशि के प्रमुख देवता

कन्या राशि के प्रमुख देवता बुध ग्रह को माना जाता है जो जो वाणी, वाणिज्य, संचार, गायन, गणित आदि का कारक है.

कन्या राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो से प्रारंभ होता है उन लोगों की कन्या राशि होती है.

7. तुला राशि

libra tula rashi

ज्योतिष शास्त्र में सातवीं राशि को तुला राशि के नाम से जाना जाता है, जिसका वास्तविक चिन्ह दो तराजू के पाडले है.

तुला राशि के प्रमुख स्वामी

तुला राशि के प्रमुख स्वामी शुक्र ग्रह को माना जाता है जो आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक हैं.

तुला राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते जैसे अक्षरों से शुरू होता है उन लोगों की तुला राशि मानी जाती है.

8. वृश्चिक राशि

ज्योतिष शास्त्र की राशि चक्र की आठवीं राशि वृश्चिक राशि के नाम से जाना जाता है जिसका प्रतीक चिन्ह बिच्छु है.

वृश्चिक राशि के प्रमुख स्वामी

वृश्चिक राशि के प्रमुख स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है जो जो साहस, शक्ति, परिश्रम आदि का कारक ग्रह माना जाता है.

वृश्चिक राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू आदि अक्षरों से प्रारंभ होता है उन लोगों की वृश्चिक राशि होती है.

9. धनु राशि

ज्योतिष शास्त्र में धनु राशि को धनु राशि के नाम से जाना जाता है जिसका प्रतीक चिन्ह धनुष, धर्नुधारी हैं.

धनु राशि के प्रमुख स्वामी

sagittarius dhanu rashi

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु राशि की प्रमुख स्वामी बृहस्पति देव हैं जो गुरु और मंत्रणा का कारक है.

धनु राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे अक्षरों से प्रारंभ होता है और लोगों की धनु राशि मानी जाती है.

10. मकर राशि

राशि चक्र की दसवीं राशि को मकर राशि के नाम से जाना जाता है इस राशि का प्रतीक चिन्ह मगरमच्छ है.

मकर राशि के प्रमुख देवता

मकर राशि के प्रमुख देवता शनि ग्रह को मना गया हैं जो दास्य वृत्ति का कारक है अत: वृद्धत्व, दु:ख, बीमारी, शोक, दारिद्रय, मृत्यु आदि शनि के कारकत्व में आती है।

मकर राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी वाले अक्षरों से प्रारंभ होता है तो उन लोगों की मकर राशि मानी जाती है.

11. कुम्भ राशि

kumbh aquarius rashi

ज्योतिष शास्त्र में 11वीं राशि को कुंभ राशि के नाम से जाना जाता है जिस का प्रतीक चिन्ह घड़ा, कलश लिए कि पुरुष होता है.

कुंभ राशि के प्रमुख देवता

कुंभ राशि के प्रमुख देवता शनि ग्रह को माना जाता है जो वृद्धत्व, दु:ख, बीमारी, शोक, दारिद्रय, मृत्यु आदि शनि के कारकत्व में आती है.

कुंभ राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द अक्षरों से प्रारंभ होता है और लोगों की कुंभ राशि मानी जाती है.

12. मीन राशि

ज्योतिष शास्त्र में राशि चक्र की सबसे अंतिम राशि मीन राशि के नाम से जानी जाती है जिसका प्रतीक चिन्ह दो मछली का युग्म हैं.

मीन राशि की प्रमुख स्वामी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मीन राशि के प्रमुख देवता बृहस्पति ग्रह को माना गया है जो जो गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता हैं.

मीन राशि के अंतर्गत आने वाले अक्षर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची जैसे अक्षरों से प्रारंभ होता है तो उन लोगों की मीन राशि होती है.

FAQ : राशि के नाम

k अक्षर से कौन कौन से नाम आते हैं ?

K नाम के कोमल कार्तिक कविता जैसे नाम आते है.

कुंभ राशि के अक्षर कौन कौन से हैं ?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द अक्षरों से प्रारंभ होता है और लोगों की कुंभ राशि मानी जाती है.

कुंभ राशि के नाम कौन से आते है ?

सुप्रिया, साहिल, शिवानी, सुशीला आदि सारे नाम कुंभ राशि के अंतर्गत आते हैं.

निष्कर्ष

मित्रों जैसा कि आज हमने इस आर्टिकल में आप सभी लोगों को राशि के नाम टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है जिसमें मैंने आप लोगों को ज्योतिष शास्त्र में बताई गई 12 राशियों के नाम उनसे संबंधित प्रमुख देवता और उस राशियो के अंतर्गत आने वाले अक्षरों के विषय में बताया है.

अगर आप लोगों ने इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को 12 राशियों के नाम और उन राशियों से संबंधित प्रमुख देवता तथा आपकी राशि क्या होगी इसके विषय में अच्छी खासी जानकारी प्राप्त होगी होगी.

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

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