लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए | Ladkiyon ko shivling ki puja kyu nhi karni chahiye : हिंदू धर्म में देवी देवताओं की पूजा करने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों के लिए नियम बना दिए गए जिनका पालन करते हुए हर वर्ग के स्त्री-पुरुष को पूजा पाठ करना चाहिए। वैसे तो हिंदू धर्म में 33 कोटि के देवता माने गए लेकिन प्रमुख रूप से ब्रह्मा विष्णु और महेश को सृष्टि का निर्माता माना जाता है।
तीनों देवताओं ने स्वयं महेश अर्थात भगवान शिव आदि देव महादेव कहा जाता है और सबसे ज्यादा सरल स्वभाव के होते हुए भी गुस्सैल स्वभाव के माने जाते हैं। हर स्त्री और पुरुष सोमवार के दिन शिव जी की शिवलिंग की पूजा करते हैं।
जहां बात भगवान शिव की आती है तो सोमवार के दिन शिवजी की पूजा सभी नर नारी करते हैं लेकिन सावन महीने के सोमवार का महत्व अन्य सोमवार के व्रत से कहीं ज्यादा होता है। बहुत सी महिलाएं और लड़कियां सोलह सोमवार का व्रत रखती हैं।
शास्त्र कहते हैं कि सोलह सोमवार का व्रत रखने से लड़कियों को उनको एक अच्छा पति प्राप्त होता है अन्य धर्म शास्त्रों में शिवलिंग की पूजा लड़कियों के लिए वर्जित नहीं की गई है लेकिन शिव पुराण में अविवाहित लड़कियों को शिवलिंग की पूजा करना मनाही है।
लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए ? | Ladkiyon ko shivling ki puja kyu nhi karni chahiye ?
शिव पुराण में कहा गया है कि लड़कियों को शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए। यहां तक कि अविवाहित लड़कियों को शिवलिंग को छूना भी नहीं चाहिए आखिर लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए ? आइए इस संबंध में जानते हैं।
शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग के साथ-साथ आदिशक्ति देवी का योनि स्वरूप भी है जो महिलाओं की रचनात्मक ऊर्जा है। इसलिए महिलाओं को शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए हालांकि शास्त्र इसके लिए वर्जित नहीं करते हैं लेकिन शिव पुराण इस संबंध में महिलाओं को वर्जित करता है.
जैसा कि हम सब जानते हैं कि भगवान भोलेनाथ का स्वरूप काफी उग्र होता है और हमेशा तपस्या में व्यस्त रहते हैं। इस दौरान जब भी कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की गलती करता है तो तपस्या भंग हो जाती है और जब भी कभी तपस्या भंग होती है तो भयानक दृश्य सामने आ सकते हैं अर्थात पूजा के दौरान किसी प्रकार की गलती व्यक्ति को भारी पड़ सकती है।
भगवान शिव की पूजा अन्य देवताओं की अपेक्षा काफी जटिल और कठिन होती है ऐसे में जरा सी भी गलती के परिणाम भयानक हो सकते हैं। पवित्रता की विशेष आवश्यकता होती है और महिलाओं में पवित्रता का ध्यान न देने पर उन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है इसीलिए लड़कियों को शिवलिंग की पूजा करने के लिए मनाही है।
भगवान शिव की पूजा हमेशा विधि विधान और सावधानी से करना जरूरी होता है शास्त्र कहते हैं कि उनकी पूजा और आराधना करते समय देवी देवता भी बहुत सतर्क रहते हैं। भगवान शिव हमेशा तपस्या में रहते हैं और नकी तपस्या भंग होने पर क्रोधित हो जाते हैं इसीलिए महिलाओं को खासतौर पर अविवाहित लड़कियों को शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए।
अगर कोई भी अविवाहित लड़की या महिला अथवा विवाहित महिला शिवलिंग की पूजा करना चाहती है तो साथ में पार्वती की पूजा करना अनिवार्य है जिससे महिलाओं को किसी प्रकार का कोई कष्ट नहीं होता है। कहा जाता है कि जब भी भगवान शिव साधक से नाराज होते हैं तो मां पार्वती उसकी रक्षा भी कर देती है इसीलिए महिलाओं को खास तौर पर शिवलिंग के साथ पार्वती की पूजा अनिवार्य है।
ज्यादातर महिलाएं सोलह सोमवार का व्रत लेने का संकल्प रखती हैं। खास तौर पर अविवाहित महिलाएं सोलह सोमवार का व्रत ज्यादा रखती है जिससे उन्हें अच्छा वर प्राप्त हो सके इसीलिए शिवजी की पूजा करने के लिए महिलाओं को विशेष रुप से ध्यान देने की जरूरत है।
बहुत से किवदंतियों कहना है कि भगवान शिव एक तपस्वी की तरह रहते हैं और अगर कोई अविवाहित महिला उनके चारों ओर घूमती है तो तपस्या में बाधा उत्पन्न हो जाती है इसीलिए लड़कियों को शिवलिंग को स्पर्श और उनकी परिक्रमा भी नहीं करनी चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को सृष्टि का संघारक माना जाता है। कहा जाता है कि जब भी कोई व्यक्ति यहां तक कि भगवान भी अगर उनकी तपस्या में खलल डालते हैं तो यह अपने तीसरे नेत्र से सृष्टि में प्रलय ला देते हैं इसीलिए लड़कियों को शिवलिंग की पूजा करना वर्जित है।
FAQ : लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए
शिवलिंग पर जल कैसे चढ़ाएं ?
शिवलिंग की पूजा घर में कैसे करें ?
क्या घर में शिवलिंग रख सकते हैं ?
निष्कर्ष
दोस्तों ज्यादातर महिलाओं कोई यह बात नहीं पता होती है कि लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए इस संबंध में हम अपने आर्टिकल के द्वारा आपको एक उचित जानकारी देने का प्रयास किया है। हमारे धर्म शास्त्र लड़कियों को शिव की पूजा करने के लिए वर्जित किया गया है जिसके पीछे कई कारण हमारे आर्टिकल में बताए गए हैं।