मोर पंख के 20 फायदे | Mor Pankh ke fayde : दोस्तों हिंदू सनातन धर्म में मोर का बड़ा ही महत्व है मोर का आर्थिक और ऐतिहासिक महत्व है पंचतंत्र जैसी ग्रंथों से लेकर पौराणिक कथाओं में मोर का वर्णन मिलता है . भारत में लगभग 5 से 6 फीट लंबा मोर सुनहरी हरे नीले पंखों से युक्त सब को अपनी ओर आकर्षित करने वाला प्राणी है.
वर्षा ऋतु में यह अपने सुंदर पंखों को फैला कर जब नाचता है तो बहुत ही प्यारा लगता है इसके पंख ही इसकी सुंदरता को अधिक बढ़ा देते हैं अपने लंबे पंखों के बावजूद भी यह पंछी बहुत दूर तक उड़ जाता है यह हमारे बाग बगीचों में पेड़ों के ऊपर निवास करता है इसके पंख सभी प्रकार के खतरों से बचाते हैं. धार्मिक महत्त्व के कारण भारत सरकार ने 1963 में मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा दिया.
धार्मिक दृष्टि से मोर को कार्तिकेय का वाहन माना गया है तथा भगवान श्री कृष्ण मोर पंख को हमेशा अपने सिर पर लगाते थे कहा जाता है कि जब श्री कृष्ण बांसुरी बजाते थे तो मोर उनके चारों ओर इकट्ठा होकर नाचने लगे. जिससे प्रसन्न होकर मोरो के राजा ने भगवान श्री कृष्ण से हमेशा उनको पंख को लगाने की बात कही और तभी से श्रीकृष्ण हमेशा मोर पंख अपने साथ रखने लगे.
इसीलिए श्री कृष्ण की प्रतिमाएं आज भी मोर के साथ बनाई जाती धार्मिक दृष्टि से मोर पंख के 20 फायदे हैं.
मोर पंख के 20 फायदे | Mor Pankh ke 20 fayde
मोर को सभी धर्मों ने महत्वपूर्ण बताया है और अपने अपने धर्म में मोर का स्थान भी दिया है हिंदू धर्म में मोर के पंखों और मोर को धन से जोड़कर देखा गया तो ग्रीक लोगों ने इसे स्वर्ग और सितारों की नजर से देखा. बौद्ध धर्म में मोर के पंखों का खुला होना धार्मिक मान्यताओं और विचारों को खुले होने की बात कही है वही इस्लाम ने मोर के पंखों को जन्नत का दरवाजा बताया है.
इस्लाम को मानने वाले लोगों ने इसे शाही बगीचों का प्रतीक माना है दूसरी तरफ ईसाई धर्म ने मोर के पंख को अमरता पुनर्जीवन और आध्यात्मिक शिक्षा से संबंध रखने की बात कही है. इस तरह से हम देखते हैं तो मोर हमारे सभी धर्मों के लिए धन खुशहाली से जोड़ कर देखा है इसीलिए मोर के पंखों का धार्मिक रूप से बड़ा ही फायदा मिलता है आइए हम आपको अपनी इस आर्टिकल में मोर पंख के 20 फायदे के बारे में बताते हैं.
1. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर मोर के पंख को घर में लगाया जाता है तो धन की देवी और विद्या की देवी सरस्वती दोनों घर में निवास करती हैं जिससे लोगों के अंदर ज्ञान बढ़ता है और धन की वृद्धि होती है.
2.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पंख को बांसुरी के साथ घर में रखा जाता है तो घर परिवार के लोगों के बीच रिश्तो में प्रेम बढ़ता है.
3. अगर कोई भी दांपत्य जीवन में तनाव महसूस करते हैं हमेशा तनाव से ग्रस्त रहते हैं तो ऐसे नव दंपति को अपने बेडरूम में मोर का पंख रखना चाहिए जिससे पति और पत्नी के जीवन में तनाव कम हो जाता है रिश्तो में मधुरता आती है.
4. हनुमान जी के मस्तक पर लगे हुए सिंदूर से मोर के पंख पर अपने शत्रु का नाम लिखकर अपने घर में पूजा स्थल पर रखें तो आपका शत्रु की शत्रुता खत्म हो जाती है. यह काम मंगलवार या शनिवार की रात को करना चाहिए. इसके बाद अगले दिन उस मोर पंख को बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें.
5. अगर आपके ऊपर किसी भी प्रकार के ग्रह की कुदृष्टि रहती है जिसकी वजह से आप परेशान रहते हैं तो उस ग्रह का मंत्र 21 बार पढ़कर मोर पंख पर पानी से छींटे मारे और फिर इस पंख को अपने किसी पवित्र स्थान पर रख दें इससे ग्रह शांत हो जाते हैं. इस मोरपंख को ऐसी जगह पर रखें जहां पर सबकी नजर पड़े.
6. मोर के पंख का ताबीज बनाकर किसी भी बच्चे को पहना दिया जाए तो बच्चे पर बुरी नजर का असर नहीं होता है.
7. मोर पंख को घर में जिस जगह पर रख देते हो उस जगह पर कीड़े मकोड़े निवास नहीं करते है.
8. मोर पंख को घर में अग्नि कोण पर रखने से किसी भी प्रकार के वास्तु दोष से छुटकारा पाया जाता है और ईशान कोण में भगवान कृष्ण की फोटो के साथ मोर पंख लगाने से भी वास्तु दोष नहीं रह जाता है.
9. घर में दक्षिण दिशा में तिजोरी में खड़ा मोर पंख लगाने से धन की कमी नहीं होती है.
10. पूर्व और उत्तर पश्चिम दिशा में मोर का पंख को लगाने से राहु दोष समाप्त हो जाता है तथा घर परिवार में हमेशा किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होता है लोगों के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
11. पश्चिमी देशों ने मोर पंख को शुभ चिन्ह के रूप में स्वीकार किया है उनका मानना है कि इससे दुर्भाग्य नहीं सौभाग्य बनता है.
12. मोर पंख की पूजा करने से लक्ष्मी सौभाग्य खुशहाली धन-धान्य में कमी नहीं रहती है.
13. क्वान यिन के अनुसार इसे आध्यात्मिक प्रतीक माना गया है और प्रेम प्रतिष्ठा धीरज स्नेह का सूचक है.
14. बौद्ध धर्म के अनुसार मोर के पंख को विचारों और मान्यताओं के खुलेपन का प्रतीक माना गया है.
15. मोर को आध्यात्मिक शिक्षा से जोड़कर देखा जाता है इसीलिए इसे रखने से ज्ञान में वृद्धि होती है.
16. इस्लामिक धर्म के अनुसार मान्यता है कि मोर पंख जन्नत का दरवाजा है अर्थात मोर पंख रखने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
17. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोर पंख की विधिवत पूजा करके स्थापित करने से कुंडली के ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं.
18. शनिवार के दिन मोर पंख को घर पर लाएं और उसमें काले रंग का धागा बांधकर थाली में रखकर 3 सुपारी ले और गंगाजल छिड़क कर शनि देव के मंत्र को एक बार जाप करें. इस मंत्र से शनिदेव की कृपा होती है.
ॐ शनैश्वराय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
इस मंत्र का जाप करने के बाद तीन मिट्टी के तेल के दीपक शनि देवता को अर्पित करें और प्रसाद चढ़ाएं.
19. सोमवार के दिन 8 मोर के पंख लेकर उसमें नीचे की ओर सफेद धागा बांधने के बाद 8 सुपारियों सहित किसी थाली में रखकर और गंगा जल चढ़ाते हुए इस मंत्र का 21 बार जाप करें तो चंद्रमा की ग्रह दशा सही हो जाती है.
ॐ सोमाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
20. मंगलवार के दिन साथ मोर पंख लेकर लाल धागा नीचे बांधकर थाली में पंखों को रखकर सात सुपारी के साथ गंगाजल छिड़क दें और 21 बार नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें तो मंगल ग्रह शांत हो जाता है.
ॐ भू पुत्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
21. बुध ग्रह की शांति के लिए 6 मोर पंख लेकर हरे रंग का धागा बांधकर थाली में 6 सुपारी रखकर गंगा जल छिड़ककर नीचे दिए गए मंत्र को 21 बार पढ़ें और जामुन अर्पित करें जिससे बुध ग्रह की शांति होती है.
ॐ बुधाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
22. बृहस्पति ग्रह की शांति के लिए 5 मोर पंख लेकर नीचे पीले रंग का धागा बांधकर थाली में 5 सुपारियां रखकर गंगाजल छिड़क कर नीचे दिए गए मंत्र को 21 बार पढ़ें और 11 केले बृहस्पति देवता को अर्पित करें तथा बेसन का प्रसाद चढ़ाये गुरु की कृपा प्राप्त होगी.
ॐ बृहस्पते नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
23. शुक्र ग्रह की शांति के लिए चार मोर पंख लेकर नीचे गुलाबी धागा बांधे और थाली में 4 सुपारियां रखकर गंगा जल चढ़ाते हुए 21 बार मंत्र पढ़ें तथा तीन मीठे पान अर्पित करें गुड़ चने का प्रसाद चढ़ाएं शुक्र ग्रह शांत रहेगा.
ॐ शुक्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
24. सूर्य को शांत करने के लिए मोर पंख ले और उसके नीचे मेहरून कलर का धागा बांधे और थाली में 9 सुपारी रखकर गंगाजल छिड़क कर नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें तथा दो नारियल भगवान सूर्य को अर्पित करें इससे सूर्य ग्रह शांत रहेगा.
ॐ सूर्याय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:
25. राहु की शांति के लिए शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले दो मोर पंख लेकर भूरे रंग का धागा बांधकर और दो सुपारी रखकर गंगाजल छिड़क कर 21 बार मंत्र जाप करें.
ॐ रां राहवे नमः
FAQ: मोर पंख के 20 फायदे
घर के दरवाजे पर मोर पंख लगाने से क्या फायदा है ?
बेडरूम में कितने मोर पंख रखना चाहिए ?
घर में कितने मोर पंख रखना चाहिए ?
निष्कर्ष
दोस्तों हम आज अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मोर पंख के 20 फायदे के बारे में बताया है इसके अतिरिक्त मोर पंख के और बहुत सारे फायदे हैं. मुझे विश्वास है कि आप लोगों को मोर पंख के फायदे के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी है.