Bhoot se dosti kaise kare ? | भूत से दोस्ती कैसे करे : काले जादू की दुनिया या टोने टोटके के संबंधों ने लोग बहुत अच्छे से परिचित होते हैं. क्योंकि इन सभी का संबंध किसी अदृश्य शक्ति नकारात्मक ऊर्जा अथवा भूत प्रेत से होता है, आप लोगों ने अक्सर सुना होगा या पढ़ा होगा कि बहुत से तांत्रिक लोग तंत्र – मंत्र विधि द्वारा आत्माओं को अपने बस में कर लेते हैं और इसे अपनी मनचाही इच्छा पूर्ण करवाते हैं।
भूत प्रेत या अन्य अदृश्य शक्तियों के विषय में हमारे शास्त्रों में उल्लेख मिलते रहते हैं, साथ ही कहा जाता है कि मृत्यु होने के बाद व्यक्ति भूत – प्रेत योनि में जन्म लेता है और वह पृथ्वी पर विचरण करता रहता है. यदि कोई भी व्यक्ति इन आत्माओं के संपर्क में आ जाता है, तो उसको कई तरह से परेशानियां मिलती है, बहुत से लोग भूत – प्रेतों के प्रभाव के कारण पागलों जैसी हरकतें करते हैं।
हमारे धर्म शास्त्रों ने कहीं ना कहीं यह भी उल्लेख मिलता है कि आत्माएं अच्छी और बुरी दोनों तरह की होती हैं. जिन से संपर्क किया जा सकता है अर्थात उन्हें अपने वश में करके मनचाहे कार्य करवाए जा सकते हैं. मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि बहुत पुराने खंडहर, मकान अथवा जंगलों में लोगों को जाने से मना कर दिया जाता है और कहा जाता है कि वहां पर भूत प्रेत रहते हैं.
यदि वहां कोई भी व्यक्ति जाता है, तो उनको भयावह स्थिति दिखाई देती है. जिससे डरकर भी कभी-कभी मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। परंतु शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि कुछ आत्माएं अच्छी और बुरी होती है. जिन को प्रसन्न कर लिया जाए, तो वे अपने बस में हो जाती है और हर मनोकामना पूर्ण कर देती है.
इन आत्माओं को अपने वश में कैसे किया जाए और इनसे संपर्क कैसे किया जाए या भूत से दोस्ती कैसे करे, तो इस संबंध में बहुत से प्रचलन तंत्र – मंत्र विद्या भी मिलती है। इन्हें तंत्र मंत्र के माध्यम से हम आत्माओं को अपने वश में कर सकते हैं. चाहे आत्मा बुरी हो या अच्छी सभी से संपर्क हो जाता है, बहुत से तंत्र शास्त्र, काली विद्या, भूत प्रेतों को अपने बस में करने के लिए बनी हुई हैं. जिन्हें सिद्ध योगी पुरुष, अघोरी, तांत्रिक, कठोर साधना करने के बाद प्राप्त कर लेते हैं.
तंत्र शास्त्र के अनुसार मंत्रों की ओर साधना करने पर आत्माएं अपने आप संपर्क करने लगती हैं और भी उनकी मदद भी करती हो. परंतु किसी बुरी आत्मा को अपने बस में करने पर उससे अच्छे बुरे दोनों कार्य करवाए जा सकते हैं। तंत्र शास्त्र में ऐसी विद्या और तंत्र उपलब्ध है. जिनको साधना करने के बाद भूत प्रेतों से संपर्क साधा जा सकता है, बहुत से तांत्रिक लोग इन्हें विद्याओं के माध्यम से आत्माओं को बुलाने का दावा कर देते हैं.
जिस जिसमें कासा की थाल, मिट्टी की हांडी, कांच के गिलास, दर्पण, मोमबत्ती, दीपक तेल और अनाज के दाने प्रयोग करते हैं। हालांकि तंत्र मंत्र की दुनिया में जो भी मंत्र हैं. उनको साधना करने के लिए किसी योग्य गुरु का होना आवश्यक होता है और जब भी कोई आत्मा के संपर्क में होना चाहते हैं, तो निश्चित रूप से इन्हें बड़ी ही सावधानी से करना जरूरी है.
क्योंकि तंत्र मंत्र की विधाएं काफी खतरनाक भी होती हैं, कभी भी किसी भी प्रकार की गलती होने पर आप का विपरीत प्रभाव पड़ता है।
- 1. भूत से दोस्ती कैसे करे ? | Bhoot se dosti kaise kare ?
- 1.1. 1. भूतों से दोस्ती करने का पहला उपाय (श्मशान घाट की मिट्टी की मदद से भूतों से दोस्ती करें)
- 1.2. 2. भूतों से दोस्ती करने का दूसरा उपाय (आक के पेड़ से भूत से दोस्ती करें)
- 1.3. 3. भूत से दोस्ती करने का तीसरा उपाय ( बाबुल के पेड़ की मदद से भूत से दोस्ती करें)
- 1.4. 4. भूत से दोस्ती करने का चौथा उपाय ( भूत की चोटी की मदद से भूत से दोस्ती करें
- 1.5. 5 . भूत से दोस्ती करने का पांचवा उपाय ( तांत्रिक की मदद ले)
- 2. भूतों से दोस्ती करने या अपने बस में करने के उपाय | Bhoot se dosti karne ya Apne Vash Mein karne ke upay
- 2.1. 1. मां काली की साधना करें
- 2.2. 2. श्री माँ काली का श्मसान मंत्र
- 2.3. 3. बबूल में पानी
- 2.4. 4. श्मशान की राख से वशीकरण
- 2.5. 5. आक के पेड़ की चुड़ैल
- 2.6. 6. भूत प्रेत की श्रेणी में चुड़ैल को वशीकरण करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग भी कर सकते हैं।
- 2.7. 7. “भूत-प्रेत सिद्धी गोलक” साधना से भूत प्रेत को अपना मित्र बनाएं
- 3. भूत से दोस्ती करने के लिए कुछ सावधानियां | Bhoot se dosti karne ke liye Kuchh savdhaniyan
- 3.1. 1. निडर बने
- 3.2. 2. अपने मन में कोई लालच ना रखें
- 3.3. 3. भूत दोस्ती करने के उपाय को लगातार करें
- 3.4. 4. भूत से दोस्ती करने के लिए सुरक्षा कवच धारण करें
- 4. FAQ : भूत से दोस्ती कैसे करें
- 4.1. भूत से दोस्ती करने के फायदे
- 4.2. क्या सच में भूत होते हैं
- 4.3. चुडैल कैसी दिखती है
- 5. निष्कर्ष
भूत से दोस्ती कैसे करे ? | Bhoot se dosti kaise kare ?
क्या कोई व्यक्ति भूतों से दोस्ती कर सकता है इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है लेकिन हमारे समाज में ऐसे कई तांत्रिक हैं जो कुछ गुप्त उपायों की मदद से भूतों को अपने वश में करके उनसे अपनी इच्छा अनुसार कार्य को करवाते हैं .ऐसे में जानते हैं वह गुप्त उपाय क्या है ताकि जो लोग भूतों से दोस्ती करना चाहते हैं तो वह लोगों भूतों से दोस्ती कर सके.
1. भूतों से दोस्ती करने का पहला उपाय (श्मशान घाट की मिट्टी की मदद से भूतों से दोस्ती करें)
यदि कोई व्यक्ति भूतों से दोस्ती करना चाहता है तो उसके लिए उस व्यक्ति को शाम की टाइम में श्मशान घाट पर जाना पड़ेगा और वहां पर जाने के बाद श्मशान घाट से एक चुटकी मिट्टी उठाकर नीचे बताए जा रहे हैं मंत्र का 180 बार जाप करना है
“ओम भूतेश्वरी नमायः।।
इस मंत्र को श्मशान घाट में बैठकर बिना किसी डर के 180 बार जाप करें मंत्र जाप की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उस मिट्टी को आप अपने साथ अपने घर ले आए घर वापस आते समय पीछे मुड़कर ना देखें.
घर आने के बाद आप अपने कमरे में जाकर उस मिट्टी को अपने माथे में लगा ले जैसे ही आप उस श्मशान घाट की मिट्टी को अपने माथे पर लगाएंगे वैसे ही आपके सामने एक भूत दिखाई देगा जिसे देख कर आप को डरना नहीं है क्योंकि भूत देखने की प्रक्रिया काफी प्रभावशाली हो सकती हैं जैसे ही बहुत आपको दिखे तो आप उससे दोस्ती करने की बात कहें.
जिसके लिए भूत आपसे कुछ परीक्षा लेगा उसके बाद वह आपका दोस्त बन जाएगा.
2. भूतों से दोस्ती करने का दूसरा उपाय (आक के पेड़ से भूत से दोस्ती करें)
भूत से दोस्ती करने का जो दूसरा उपाय है इस उपाय को करने के लिए व्यक्ति को सबसे पहले आक का पेड़ ढूंढना होगा. आक का पेड़ मिलने के बाद आप दूसरे दिन स्नान आदि से निवृत होकर दिन में 12 बजे एक लोटे में जल लेकर उस आक के पेड़ के पास जाएं और उस जल को आक के पेड़ में चढ़ा दें यह क्रिया आपको 21 दिन लगातार करना है.
जैसे ही 21 दिन पूरा होने वाले होंगे आपको भूत की उपस्थिति का आभास होने लगेगा ऐसे में आप को डरने की जरूरत नहीं है 21 वे दिन आक के पेड़ पर जल चढ़ाते समय आपके सामने भूत प्रकट हो जाएगा जो आपसे आपकी मनोकामना पूछेगा जिसके बाद आप उस भूत पर अपने खून की छींटे मारकर उसे अपने वश में कर लें इस प्रकार से वह भूत आपके बस में हो जाएगा फिर वह आपकी इच्छा अनुसार सभी प्रकार के कार्य करेगा.
3. भूत से दोस्ती करने का तीसरा उपाय ( बाबुल के पेड़ की मदद से भूत से दोस्ती करें)
भूत से दोस्ती करने का तीसरा उपाय करने के लिए आपको सबसे पहले बबूल का पेड़ खोजना होगा .
बाबुल का पेड़ मिलने के बाद अमावस्या के दिन का इंतजार करना पड़ेगा जैसे ही अमावस्या का दिन आए उस दिन एक बोतल में पानी लेकर रात 11:00 बजे बबूल के पेड़ के पास जाकर ऊपर बताए गए मंत्र का बाबुल के पेड़ के पास बैठकर 180 बार जाप करें उसके बाद दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके वह पानी बबूल के पेड़ के ऊपर चढ़ा दें यह क्रिया आपको 41 दिन तक लगातार करनी है.
इस क्रिया को करते जैसे ही 10 दिन बीतेंगे वैसे ही आपको थोड़ी सी घबराहट और बेचैनी होने लगेगी लेकिन आपको डरने की जरूरत नहीं है अगर आप डर गए तो वह भूत आप पर हावी हो सकता है इसलिए डरने की जरूरत नहीं है.
41वें दिन आपको बाबुल के पेड़ पर जल नहीं चढ़ाना है बल्कि बाबुल के पेड़ के पास बैठकर ऊपर बताए गए मंत्र का जाप करना है उस मंत्र को आप जैसे जैसे जाप करते जाएंगे वैसे ही आपके मंत्र के प्रभाव से एक भूत आपके सामने प्रकट होगा जो आपसे पानी मांगेगा तब आप उससे बोलेंगे मैं आपको पानी जरूर दूंगा लेकिन उसके लिए आपको हमारी बात माननी होगी ऐसे में यदि भूत आपकी बात मानने के लिए तैयार हो जाए तो आप उससे अपना दोस्त बनने का वचन ले ले उसके बाद उस पेड़ में पानी डाल दे.
इस प्रकार से वह भूत आपका दोस्त बन जाएगा लेकिन इस क्रिया को 41 दिन तक लगातार करेंगे तभी आपको बेहतर परिणाम नजर आएगा अगर आप 41 दिन की क्रिया में किसी भी एक दिन नागा कर देगे तो यह उपाय काम नहीं करेंगे.
4. भूत से दोस्ती करने का चौथा उपाय ( भूत की चोटी की मदद से भूत से दोस्ती करें
हमारे बाबा के जो पिता लोग थे वह लोग भूतों से दोस्ती करने के लिए भूत की चोटी को काटकर उसे अपने घर में ऐसे स्थान पर छुपा देते थे जहां पर भूतों उस चोटी को कभी ढूंढ ना पाए. जैसे ही आप भूत की चोटी को काट लेंगे वह भूत आपके वश में हो जाएगा और फिर वह आपकी इच्छा अनुसार सभी प्रकार के कार्य करेगा लेकिन इसके लिए उस भूत की चोटी आपके पास होनी चाहिए .
हालांकि वर्तमान समय में भूत से दोस्ती करने के लिए उपाय संभव नहीं है क्योंकि रियल में भूत नहीं देखने को मिलते हैं लेकिन यदि आप किसी क्रिया के माध्यम से भूत को बुलाते हैं तो उस दौरान आप उस भूत की चोटी काट कर उसे अपने वश में कर सकते हैं.
5 . भूत से दोस्ती करने का पांचवा उपाय ( तांत्रिक की मदद ले)
यदि आप भूतों से दोस्ती करना चाहते हैं तो इसके लिए किसी ऐसे तांतिक से संपर्क करें जो आपको अपने ही क्रिया के माध्यम से भूत से दोस्ती करने का उपाय बताएं. क्योंकि भूत प्रेत के मामलों में एक योग्य गुरु का होना जरूरी है ताकि आपको किसी भी प्रकार की हानि प्राप्त न हो सके ऐसे में आप तांत्रिक का सहारा लेकर भूत को अपने वश में कर सकते हैं.
लेकिन इसके लिए आपको तांत्रिक से अपनी सभी प्रकार की मनोकामनाएं बतानी पड़ेगी और तांत्रिक के सभी प्रकार की बातें माननी पड़ेगी. ऐसे में आप बड़ी ही आसानी से तांत्रिक को अपना गुरु बना करें भूत से दोस्ती कर सकते हैं
भूतों से दोस्ती करने या अपने बस में करने के उपाय | Bhoot se dosti karne ya Apne Vash Mein karne ke upay
आइए जानते हैं कि भूत प्रेतों को अपने बस में कैसे करें या उनसे कैसे दोस्ती करें ? जिससे हम अपने मनचाहे कार्य भी पूरा करवा ले, जो इस प्रकार है :
1. मां काली की साधना करें
भूत प्रेतों को अपने बस में करने के लिए मां काली की साधना बहुत ही सर्वोपरि मानी जाती है. इस साधना को दिवाली की रात्रि में किया जाता है.
मां काली की साधना करने के बाद मां काली खुद प्रसन्न हो जाती है और व्यक्ति को ही वोट देकर उसकी हर तरह से संभव मदद करती हैं, किसी भी भूत प्रेत को अपने बस में करने के लिए या उससे दोस्ती करने के लिए मां काली के निम्नलिखित मंत्रों का विधि विधान से साधना करना चाहिए।
- भूत प्रेत कैसे भगाएं ? भूत प्रेत भगाने झाड़ने का मंत्र और 7 उपाय जाने ! How to get rid of ghosts?
- बोलने वाले भूत की जबरदस्त जानकारी | प्रेत बाधा हनुमान मंत्र | Bolne wala bhoot
2. श्री माँ काली का श्मसान मंत्र
मां काली की शमशान साधना बहुत ही जटिल और अमानवीय होती है. यह साधना व्यक्ति के लिए काफी कठिन होती है, जो भी व्यक्ति इस साधना को करता है.
वह शमशान में जाकर मां काली की साधना करता है, माना जाता है कि इस साधना में मां काली स्वयं किसी शव के ऊपर सवार होकर साधक के सामने आती हैं, बहुत से तांत्रिक लोग इस साधना को किसी शमशान में जाकर लकड़ी आदि के टुकड़ों में प्राण प्रतिष्ठा करा कर उसे शव रूप देते हैं।
यह मंत्र जाप किया जाता है। इसके अलावा अन्य मंत्र भी माँ काली के लिए जप किया जाता है। जिनसे अन्य प्रकार की साधनाए की जाती है. इन साधनाओं से धन वैभव और समृद्धि प्राप्त होती हैं।
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं॥
22 अक्षरी श्री दक्षिण काली मंत्र
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
एकाक्षरी काली मंत्र
ॐ क्रीं
ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं॥
पांच अक्षरी काली मंत्र
ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्॥
षडाक्षरी काली मंत्र
ॐ क्रीं कालिके स्वाहा॥
सप्ताक्षरी काली मंत्र
ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा॥
श्री दक्षिणकाली मंत्र
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं॥
क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा॥
3. बबूल में पानी
भूत प्रेत चुड़ैल आती है, तो इसे अपने बस में करने के लिए या इस से दोस्ती करने के लिए बबूल के पेड़ में 41 दिन तक लगातार सुनसान जगह पर रात में 11:00 बजे के बाद एक लोटा जल डालने से चुड़ैल प्रकट होती है या फिर कोई भूत प्रेत दिखाई देने लगता है.
इस दौरान स्टैंड के पास बैठकर 108 बार इस मंत्र का जाप करें. जिससे भूत प्रेत की श्रेणी में आने वाली चुड़ैल आपके बस में हो जाती है.
ऊँ भूतेश्वरी मम वश्य कुरू कुरू स्वाहा!!!
इस मंत्र का जाप प्रतिदिन बबूल के पेड़ के नीचे बैठकर एक लोटा जल बबूल के पेड़ पर डालकर अमावस्या की रात से करना प्रारंभ करें और अगले 40 दिन लगातार करें. परंतु 41 दिन बबूल के पेड़ में जलना डालकर केवल मंत्र का जाप आंखें बंद करके करें.
तब आपके सामने एक भूत प्रेत निकलेगा, जो आपके अनुसार कार्य करेगा। 41 महीने दिन जब कोई भूत-प्रेत या चुड़ैल आपसे बात करेगी, तो वह पानी मांगेगी. परंतु आपको जब तक आपकी इच्छा का काम ना कर दे. तब तक उसे पानी ना डालें.
4. श्मशान की राख से वशीकरण
किसी भी भूत प्रेत को अपने वश में या दोस्ती करने के लिए बिना डरे हुए, रात्रि के 12:00 बजे किसी शमशान में जाकर वहां की राख ले और उसे किसी एकांत जगह पर सूर्योदय होने से पहले इस मंत्र को 108 बार जाप करें, जप करने के बाद राख का तिलक लगाकर और उसकी पुड़िया बना कर अपनी जेब में रखें.
ऊँ भूतेश्वरी नमः
इस मंत्र का जाप करने पर आपके पास किसी भूत का एहसास होगा, जो आपसे किसी भी प्रकार के सवाल करेगा और उससे आप मनचाहे जवाब हासिल करके अपनी इच्छा को पूर्ण कर सकते हैं.
5. आक के पेड़ की चुड़ैल
भूत प्रेत को अपने बस में करने के लिए आक के पेड़ पर पानी डालकर उसकी प्यास बुझाई जाती है. आक के पेड़ पर रात के 12:00 बजे 21 दिन तक लगातार एक लोटा जल चढ़ाकर नमन करना है और आंखें बंद करके वहां पर आप को बैठना है.
जिससे आपकी आंखों के सामने एक आकृति दिखाई देगी, जो आपसे मनचाहे सवाल पूछेगी। वह आपके सभी काम भी आसानी से हल कर देगी.
6. भूत प्रेत की श्रेणी में चुड़ैल को वशीकरण करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग भी कर सकते हैं।
मंत्रः क्रीं क्रीं सदात्मने भूताय मम मित्र रूपेण, सिद्धम् कुरू कुरू क्रीं क्रीं फट्!!
इस मंत्र को अमावस्या के दिन शुरुआत करें. इस मंत्र के सिद्ध करने के लिए अमावस्या का दिन निर्धारित करके रात में 12:00 बजे लाल कपड़े पहन कर उपरोक्त मंत्र का जाप करना है और जब आपके सामने चुड़ैल आ जाए, तो उसके मित्रवत व्यवहार करके अपने बस में कर सकते हैं।
इस मंत्र का जाप करने के लिए पूजन सामग्री ले और किसी पीपल के पेड़ के पास जाकर उसके नीचे जमीन पर निशान लगाकर पीपल के पांच हरे पत्ते तोड़कर सुपारी चढ़ाएं और लोबान या अगरबत्ती की धूप जलाकर चुड़ैल का आवाहन करें.
इसके साथ ही काला तिल और दही सरसों का दीपक जलाकर सफेद मिठाई भी चढ़ाएं तथा 11 माला जाप करें.
जप पूरा हो जाने के बाद पूजा सामग्री के चारों ओर जल छिड़क कर मिठाई और जलते दीपक को छोड़कर सभी प्रकार की सामग्री एक सफेद कपड़े में बांधकर घर ले आए तथा अगले दिन सुबह स्नान करके किसी नदी में उसे प्रवाहित कर दें. इस तरह से भूत प्रेत किया चुड़ैल आपके वश में हो जाएगा।
7. “भूत-प्रेत सिद्धी गोलक” साधना से भूत प्रेत को अपना मित्र बनाएं
भूत प्रेत की साधना बहुत ही आसान और बहुत ही कठिन होती है सफेद वस्त्र पर काजल से पुरुष की आकृति बनाने की साधना द्वारा भूत प्रेतों को अपने वश में करके मित्र बनाया जा सकता है। भूत प्रेत की यह साधना काफी आसान है. जिसे 11 दिन तक 21 माला जाप करके आराम से किया जा सकता है.
इसमें लड्डू का भोग लगाना होता है और नीचे दिया गया मंत्र जाप करना होता है। यह साधना कुछ ही महीनों में हो जाती है और इस साधना में काले रंग के आसन पर रात्रि में 10:00 बजे के बाद दक्षिण की ओर मुंह करके करना होता है।
इस साधना के लिए एक मिट्टी का दिया, सरसों का तेल, काजल, चावल, प्रेत सिद्धि गोलक, सफेद वस्त्र पर काले रंग के काजल से पुरुष की आकृति बनाना है और इसे चावल के ऊपर स्थापित करके मंत्र जाप करना है तथा गोलक की ओर देखते रहना है.
जब आप मंत्र जाप कर रहे होंगे, तो आपको भूत प्रेत की परछाई दिखाई देने लगती है. जब परछाई दिखाई देने लगे, तो आप समझ जाइए कि आपका जाप सिद्ध हो गया. अब उससे आप अपनी समस्या हल करवा सकते हैं। साधना समाप्ति के बाद लड्डू गरीबों में बांट दें.
सफेद वस्त्र को जल में प्रवाहित कर दें। इसी तरह से बहुत सारी तांत्रिक साधनाएं हैं, जो साधित करके भूत प्रेतों से दोस्ती की जा सकती है और उन्हें अपने वश में करके उचित इच्छाएं पूर्ण कराई जा सकती है।
भूत से दोस्ती करने के लिए कुछ सावधानियां | Bhoot se dosti karne ke liye Kuchh savdhaniyan
दोस्तों भूतों से दोस्ती करने के लिए आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है तभी जाकर आप ऊपर के लेख में बताए गए भूतों से दोस्ती करने के उपाय की मदद से भूतों को अपना दोस्त बना सकते हैं.
ऐसे में आइए जानते हैं भूतों से दोस्ती करने के लिए कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे,
1. निडर बने
यदि आप भूतों से दोस्ती करना चाहते हैं तो इसके लिए आप सबसे पहले अपने मन से भूतों के लिए कोई भी डर ना रखें क्योंकि यदि आप भूतों के प्रति अपने मन में डर रखेंगे तो वह भूत आपसे दोस्ती करने के बजाय आप पर हावी हो सकते हैं जिसकी वजह से आपकी जान खतरे में पड़ सकती है इसलिए सबसे पहले आप अपने मन से डर निकाल दे.
2. अपने मन में कोई लालच ना रखें
यदि आप भूतों से दोस्ती करना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने मन में किसी भी प्रकार का लालच ना रखें यदि आप भूत के सामने किसी भी प्रकार की लालच भरी बातें करेंगे तो वह आपकी चाल को समझ जाएगा जिससे वह आपसे दोस्ती नहीं करेगा इसीलिए भूत से दोस्ती करने से पहले अपने मन में लालच ना लाए जब आप मुझसे दोस्ती कर ले उसके बाद आप उससे कोई भी कार्य करवा सकते हैं.
3. भूत दोस्ती करने के उपाय को लगातार करें
यदि कोई व्यक्ति भूत से दोस्ती करने के लिए किसी भी प्रकार के उपाय करने की क्रिया को कर रहा है तो उस क्रिया को निर्धारित समय तक लगातार करें यदि आप उस क्रिया को बीच में रोक देते हैं तो वह उपाय काम नहीं करेगा, और आपको शरीर हानि भी प्राप्त हो सकती है इसलिए भूत से दोस्ती करने के किसी भी उपाय की संपूर्ण विधि को पूरे विधि विधान से अंत तक अवश्य करें.
4. भूत से दोस्ती करने के लिए सुरक्षा कवच धारण करें
यदि कोई व्यक्ति भूत से दोस्ती करने के लिए सोच रहा है तो इसके लिए आप सबसे पहले किसी जानकार तांत्रिक से अपने लिए एक सुरक्षा कवच बनवा लें ताकि पूजा विधि में किसी भी प्रकार की भूल चूक होने पर भूत आपको किसी भी प्रकार की हानि ना पहुंचा सके क्योंकि कई भूत प्रेत और आत्माएं ऐसी होती है जो साधक को छोटी सी गलती पर मौत के घाट उतार देते हैं इसीलिए कोई भी उपाय करने से पहले सुरक्षा कवच अवश्य धारण करें.
FAQ : भूत से दोस्ती कैसे करें
भूत से दोस्ती करने के फायदे
क्या सच में भूत होते हैं
चुडैल कैसी दिखती है
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आप लोगों का प्रश्न था कि भूत से दोस्ती कैसे करें जिस प्रश्न के उत्तर के लिए हमने काफी रिसर्च और अपने बाबा लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुभव के आधार पर इस लेख में भूत से दोस्ती करने के लिए पांच सबसे सरल उपाय बताएं हैं जिनमें से आप किसी एक उपाय की सहायता से भूत से दोस्ती कर सकते हैं लेकिन उसके लिए आपको इस लेख में बताई गई सावधानियों को बरतने की जरूरत है तभी आप भूतो से दोस्ती कर पाएंगे.
तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और आप लोग हमारे द्वारा बताई गई जानकारी से सहमत होंगे.
-: चेतावनी disclaimer :-
सभी तांत्रिक साधनाएं एवं क्रियाएँ सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं, किसी के ऊपर दुरुपयोग न करें एवं साधना किसी गुरु के सानिध्य (संपर्क) में ही करे अन्यथा इसमें त्रुटि से होने वाले किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे |
हमारी वेबसाइट OSir.in का उदेश्य अंधविश्वास को बढ़ावा देना नही है, किन्तु आप तक वह अमूल्य और अब तक अज्ञात जानकारी पहुचाना है, जो Magic (जादू) या Paranormal (परालौकिक) से सम्बन्ध रखती है , इस जानकारी से होने वाले प्रभाव या दुष्प्रभाव के लिए हमारी वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नही होगी , कृपया-कोई भी कदम लेने से पहले अपने स्वा-विवेक का प्रयोग करे !