Raksha kavach mantra in hindi ? शरीर बांधने के मंत्र के बारे में हम आपको इसके पिछले भाग में कुछ उपाय बता चुके हैं और आपको आज के इस दूसरे भाग में हम कुछ अन्य उपाय बताने वाले हैं| आज के इस आर्टिकल में हम आपको शरीर बांधने के मंत्र के बारे में जानकारी देने वाले हैं|
अगर आप इंटरनेट पर यह सर्च करते रहते हैं कि शरीर बांधने का मंत्र क्या है या फिर देह रक्षा मंत्र क्या है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही खास होने वाला है| क्योंकि इसमें हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं|
अगर आप एक साधक हैं या फिर आप तंत्र मंत्र की क्रिया से जुड़े हुए हैं तो आपने कभी ना कभी शरीर बांधने के मंत्र के बारे में अवश्य सुना होगा, अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो चिंता बिल्कुल भी ना करें क्योंकि आज आप इसके बारे में जान जाएंगे, जो लोग तंत्र मंत्र के मार्ग मे होते हैं|
उनके पास देह रक्षा मंत्र या शरीर रक्षा मंत्र सिद्ध होता है। देह रक्षा मंत्र का अर्थ है शरीर की रक्षा या देह की रक्षा| लेकिन बहुत से लोग यह चाहते हैं कि वह दूसरी ताकतों से अपने शरीर की रक्षा कर सकें, जैसे अगर कोई व्यक्ति भूत प्रेत की साधना करता है तो कुछ गलतियां होने पर भूत उस साधक की जान भी ले सकता है|
ऐसी स्थिति में साधक साधना चालू करने से पहले अपने शरीर को किसी सिद्ध मंत्र के द्वारा बांध देता है जिसके बाद भूत चाह कर भी गलती होने पर भी साधक का कुछ नुकसान नहीं कर पाता है|
इसी तरह तांत्रिक साधना देवी देवताओं की साधना में भी शरीर रक्षा मंत्र का इस्तेमाल किया जाता है| हमारे ख्याल से अभी तक आप यह समझ गए होंगे कि शरीर रक्षा मंत्र का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, तो चलिए अब आगे जानते हैं कि शरीर रक्षा मंत्र कौन-कौन से हैं ?
- 1. 1. प्राणों की रक्षा और रक्षा कवच बनाने के लिए सीता मंत्र क्या है ? Sita mantra to protect life and make defense armor
- 2. 2. शरीर की सुरक्षा के लिए हनुमान जी का मंत्र क्या है ? Hanuman ji’s mantra for body protection
- 3. 3. शरीर रक्षा के लिए माता काली कपाली मंत्र क्या है ? Mata Kali Kapali Mantra for body protection
- 4. 4. गुरू गोरख नाथ शरीर रक्षा मंत्र क्या है ? Guru gorakh nath body defense mantra
1. प्राणों की रक्षा और रक्षा कवच बनाने के लिए सीता मंत्र क्या है ? Sita mantra to protect life and make defense armor
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मंत्र का इस्तेमाल ऐसे समय पर किया जाता है जब व्यक्ति को यह लगता है कि उसके घर के अंदर ज्यादा बीमारी है और उसकी असमय मृत्यु हो सकती है, तब व्यक्ति इस मंत्र का इस्तेमाल करता है|
इस मंत्र को आप को जितना हो सके उतना जाप करना है और अगर जो व्यक्ति खुद रोगी है वह इस मंत्र का जाप करता है तो काफी अच्छा रहेगा और अगर रोगी इस मंत्र का जाप करने में असमर्थ है तो दूसरा कोई अन्य व्यक्ति भी इस मंत्र का जाप करके उसे सुना सकता है ऐसा करने से उसके शरीर की रक्षा होती है|
नाम पाहरू दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट ।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहिं बाट ॥
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2. शरीर की सुरक्षा के लिए हनुमान जी का मंत्र क्या है ? Hanuman ji’s mantra for body protection
हम आपको नीचे जो मंत्र दे रहे हैं उसका इस्तेमाल आप कहीं पर भी और किसी भी जगह पर कर सकते हैं और अगर आपने एक बार इस मंत्र को सिद्ध कर लिया है, तो उसके बाद आपको रात के अंदर कहीं पर भी भूत प्रेत नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे|
यहां तक की इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद आप रात में अकेले डरावनी से डरावनी जगह पर भी जा सकते हैं और वहां पर जाने से आपको कोई भी नुकसान नहीं होगा| क्योंकि यह मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है और यह मंत्र हनुमान जी से संबंधित है|
इसीलिए इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आपको मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाना है और उनका पूजा पाठ करके वहीं पर बैठकर आपको दिए गए मंत्र का 108 बार हल्दी की माला से जाप करना है|
ऐसा लगातार आपको 21 दिनों तक करना है और 21 दिनों तक का जाप करने के बाद मंत्र सिद्ध हो जाएगा और 21वे दिन मंत्र जाप पूरा होने के बाद आपको हनुमान जी की आरती करनी है और हनुमान जी को गुड़ और चने की दाल का प्रसाद चढ़ाना है|
इसके बाद जब आप कोई साधना चालू करें तो सिद्ध किए हुए मंत्र को 7 बार पढ़ें और उसके बाद अपने चारों तरफ रेखा बना ले या फिर पानी की धार बना ले| उसके बाद आप निश्चिंत होकर अपनी साधना कर सकते हैं| क्यूकि रेखा बनने के बाद आपको कोई भी बुरी शक्ति नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी|
ॐ नमो आदेश गुरु को।
ईश्वर वाचा अजपी बजरी बाड़ा,
बज्जरी में बज्जरी बाँधा दसौं दुवार छवा और के घालो तो पलट बीर उसी को मारे ।
पहली चौकी गणपति, दूजी चौकी हनुमन्त, तिजी चौकी भैंरो,
चौथी चौकी देत रक्षा करन को आवे श्री नरसिंह देवजी ।
शब्द साँचा पिण्ड काँचा,
ऐ वचन गुरु गोरखनाथ का जुगोही जुग साँचा,
फुरै मन्त्र ईशवरी वाचा ।
3. शरीर रक्षा के लिए माता काली कपाली मंत्र क्या है ? Mata Kali Kapali Mantra for body protection
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आपको माता काली के मंदिर में जाना है और वहीं पर बैठकर 1008 बार इस मंत्र का जाप हल्दी की माला से करना है और जाप पूरा होने के बाद आपको माता काली को प्रसाद भी चढ़ाना है और उन्हें प्रसन्न करना है|
इसके बाद आपको इस मंत्र का इस्तेमाल करने के लिए 11 बार इस मंत्र को अपने हाथों की तरफ देखते हुए पढ़ना है और अपने हाथों पर फूक मारनी है और फिर अपने हाथों को अपने शरीर पर फेर देना है|
ॐ वज्र का सीकड़ !
वज्र का किवाड़ !
वज्र बंधे दसो द्वार !
वज्र का सीकड़ से पी बोल !
गहे दोष हाथ न लगे !
आगे वज्र किवाड़ भैरो बाबा !
पसारी चौसठ योगिनी रक्षा कारी !
सब दिशा रक्षक भूतनाथ !
दुहाई ईश्वर , महादेव, गौरा पार्वती की !
दुहाई माता काली की
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4. गुरू गोरख नाथ शरीर रक्षा मंत्र क्या है ? Guru gorakh nath body defense mantra
अब हम आपको जो मंत्र देने वाले हैं वह मंत्र पूर्ण रूप से सिद्ध है और इसीलिए आपको इसे सिद्ध करने के लिए कुछ भी नहीं करना है, इसके लिए आपको सबसे पहले तो नीचे दिए गए मंत्र को कागज के ऊपर लिखना है| उसके बाद आपको इस मंत्र को याद कर लेना है और 108 बार होम करना है|
उसके बाद होली या दीपावली के दिन इस मंत्र का आपको रात में 108 बार जाप करना है, ऐसा करने से यह मंत्र जागृत हो जाता है, उसके बाद आप इस मंत्र का इस्तेमाल कहीं पर भी कर सकते हैं|
अगर आप भूत प्रेत, जिन्न और जिन्नात से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इस मंत्र को आपको 21 बार पढ़ना है और 21 बार पढ़ने के बाद आपको अपने शरीर पर फूक मारनी है| ऐसा करने से आपके पास कोई भी बुरी बला नहीं आएगी|
ॐ नमो आदेश गुरु को धरती माता धरती पिता धरती धरे ना धीर बाजे सिंगी बाजै तरतरी आया गोरखनाथ मीन का पूत मूंज का छड़ा लोहे का कड़ा यति हनुमंत हमारे पिंड पीछे खड़ा शब्द सांचा पिंड काचा फुरो मंत्र ईश्वर वाचा ।
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