Kali mata ka vrat kaise kare ? जैसा की आप जानते हैं कि हमारे हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी देवताओं का वर्णन है, जिनके अलग अलग नाम है| हिंदू धर्म में विश्वास करने वाले लोग अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए समय-समय पर अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा करते हैं या फिर उनका व्रत करते हैं| Kali mata ki puja kaise kare ?
इसके पीछे ऐसा मानना है कि अगर किसी देवी देवता की सच्चे मन से पूजा की जाए या फिर उनके व्रत को सच्चे ढंग से किया जाए, तो उसकी मनोकामना पूरी होती है|
33 कोटि देवी देवता में से हम आपको आज के इस आर्टिकल में “काली माता का व्रत कैसे करें” इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं| काली माता को माता दुर्गा का रूप माना जाता है और इन्हें दुष्टों का संहारक के तौर पर जाना जाता है|
- 1. काली माता कौन है ? Who Is Kali Mata
- 2. काली माता का व्रत कैसे करें ? how to fast for mata kali
- 3. काली माता का व्रत किस दिन रखा जाता है ? kali mata ka vrat kis din hota hai ?
- 4. काली माता का व्रत करने के क्या फायदे होते हैं ? Benefits of fasting Kali Mata
- 5. काली माता के व्रत से अन्य कौन से फायदे हैं ? Other remedies related to Kali Mata
- 5.1. 1. कर्ज और मुकदमे से राहत पाने के लिए : For relief from loans and case
- 5.2. 2. मनवांछित इच्छा की पूर्ति के लिए : For wish
- 5.3. 3. नौकरी या व्यापार की समस्या से छुटकारे के लिए : For job and Business problem
काली माता कौन है ? Who Is Kali Mata
हिंदू धर्म के शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि माता काली दुश्मनों का नाश करती हैं, साथ ही संकट का विनाश करती हैं| अगर आप किसी भी प्रकार के झूठे मुकदमे में फंस गए हैं या फिर आपको किसी शत्रु से डर लगता है, तो आपको माता काली का व्रत करना चाहिए|
इसके अलावा अगर आप माता काली का व्रत सच्चे मन से करते हैं, तो आपकी धन से संबंधित और रोजगार से संबंधित प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है| अगर आप माता काली की उपासना किसी खास मकसद के लिए कर रहे हैं, तो आपको माता काली की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है|
- माता पार्वती मंत्र क्या है? मां पार्वती की पूजा का सही तरीका और फायदे जाने Parvati Mantra benefits
- हनुमान चालीसा पढ़ने का सही तरीका फायदा और सुंदर कांड का महत्व hanuman chalisa padhne se kya hota hai ?
काली माता का व्रत कैसे करें ? how to fast for mata kali
हम आपको बता दें कि माता काली की उपासना दो प्रकार से की जाती है, जिसमें पहला प्रकार है सामान्य पूजा और दूसरा प्रकार है तांत्रिक पूजा| सामान्य पूजा को कोई भी व्यक्ति अपने घर के अंदर आसानी से कर सकता है|
परंतु तांत्रिक पूजा करने के लिए व्यक्ति को कई सावधानियां रखनी पड़ती है, साथ ही अपने शरीर का कीलन भी करना पड़ता है अन्यथा पूजा में गलती होने के कारण उसकी बॉडी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है|
माता काली की पूजा करने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह सुबह उठ कर नहा लें और फिर गुलाबी रंग का कपड़ा या फिर लाल रंग का कपड़ा पहन ले| इसके बाद पहले से ही स्थापित माता काली की मूर्ति के सामने जाएं या फिर एक आसन पर बैठकर अपने सामने एक आसन पर माता काली की मूर्ति या फिर फोटो स्थापित करें|
उसके बाद माता काली को लाल गुलाब का फूल चढ़ाएं| फूल चढ़ाने के बाद आपको भोग के तौर पर काली माता को कोई भी मिठाई चढ़ानी है| मिठाई चढ़ाने के बाद आपको काली माता के माथे पर और पैरों पर कुमकुम या फिर चंदन का तिलक लगाना है|
इसके बाद आपको धूपबत्ती या फिर अगरबत्ती जलानी है| इतना करने के बाद आपको अपने हाथ में थोड़ा सा पानी लेना है और आपकी जो भी मनोकामना है या फिर आप जिस किसी भी उद्देश्य के लिए काली माता का व्रत कर रहे हैं| उस मनोकामना को बोलना है|
मनोकामना को बोलने के बाद आपको पानी को जमीन में छोड़ देना है| इसके बाद आपको माता काली का स्त्रोत, माता काली का मंत्र या फिर काली माता की आरती कहनी है|
इस प्रकार आपका माता काली का व्रत चालू हो जाता है| अब आपको दिन भर बिना कुछ खाए पिए माता काली का सिमरन करना होता है| अगर आपको ज्यादा ही भूख लगती है, तो आप दिन में एक या दो बार फलाहार कर सकते हैं|
जब रात हो जाए तो रात को 10:00 बजे के आसपास आपको माता काली की पूजा करके अपने व्रत को तोड़ना है और फलाहार ग्रहण करना है|
काली माता का व्रत किस दिन रखा जाता है ? kali mata ka vrat kis din hota hai ?
काली माता की पूजा का सबसे सही समय आधी रात को और सबसे शुभ दिन शुक्रवार को माना गया है |
काली माता का व्रत करने के क्या फायदे होते हैं ? Benefits of fasting Kali Mata
सामान्य भाषा में कहा जाए, तो जो व्यक्ति सच्चे मन से काली माता का व्रत करता है या फिर काली माता की पूजा करता है| उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं|
आप काली माता का व्रत धन से संबंधित समस्या के समाधान के लिए, नौकरी पाने के लिए, रोजगार पाने के लिए, धंधा अच्छा चलने के लिए, जिंदगी में तरक्की पाने के लिए, मान सम्मान पाने के लिए तथा अन्य सभी प्रकार के कामों के लिए कर सकते हैं|
सच्चे मन से की गई इनकी साधना या फिर इनकी उपासना आपको अवश्य फल देती है|
अगर आप काली माता पर विश्वास करते हैं और अपनी समस्या का समाधान काली माता से प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे हम आपको कुछ समस्याओं के समाधान काली माता से प्राप्त करने के उपाय बता रहे हैं| इन्हें आजमाएं और अपनी समस्या का समाधान पाएं|
- हवन के लिए 151 मंत्र जाने ! यज्ञ के सर्व देवताओं के मन्त्र और हवन विधि क्या है ? havan vidhi mantra
- देवी देवता खोलने के मंत्र क्या है? देवता को बुलाने का मंत्र Devi devta ko bulane ka mantra
1. कर्ज और मुकदमे से राहत पाने के लिए : For relief from loans and case
अगर आपके ऊपर बहुत ज्यादा कर्जा हो गया है या फिर किसी ने आपके ऊपर फर्जी केस डाल दिया है, तो इस समस्या का समाधान पाने के लिए आपको 21 शुक्रवार की रात को लाल कपड़े धारण करके आसन पर बैठना है और माता काली की मूर्ति या फिर फोटो के सामने आपको दीपक और गूगल की धूप जलानी है और माता काली को लाल फूल अर्पित करना है|
इसके बाद माता काली को पेड़ा और लॉन्ग अर्पित करनी है, फिर आपको अपने हाथ जोड़ना है और माता काली से अपनी समस्या के समाधान के लिए प्रार्थना करनी है| उसके बाद नीचे दिए गए मंत्र का आपको 13 माला जाप करना है| ऐसा करने से आपको निश्चित ही फायदा होगा|
“ॐ क्रीं कालिकायै नमः”
अगर आपकी ऐसी कोई इच्छा है, जो काफी कोशिशों के बाद भी पूरी नहीं हो रही है, तो आपकी यह इच्छा माता काली पूरी कर सकती हैं, अपनी मनपसंद इच्छा को पूरी करने के लिए आपको माता काली के सामने नहा धोकर शुक्रवार के दिन बैठना है और माता काली के सामने बैठकर आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना है|
हम आपको बता दें कि माता काली दुर्गा जी का ही स्वरूप है| इसीलिए आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना है| आपको लगातार शुक्रवार से चालू करके अगले शुक्रवार तक यह क्रिया करनी है| ऐसा करने से आपको निश्चित ही फायदा होगा|
3. नौकरी या व्यापार की समस्या से छुटकारे के लिए : For job and Business problem
अगर आप अपनी नौकरी से संबंधित किसी समस्या से परेशान है या फिर आपके बिजनेस के ऊपर कोई परेशानी चल रही है, तो इन दोनों समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आपको लगातार 11 या फिर 21 शुक्रवार को माता काली के सामने बैठकर “ओम क्रीम नमः” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए|
ऐसा करने से आपको दोनों समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा| माता काली की पूजा करने से शनि और राहु केतु ग्रह से मिलने वाले कष्टों से भी मुक्ति मिलती है| इसके लिए शुक्रवार के दिन विशेष पूजा की जाती है|
-: चेतावनी disclaimer :-
यह सारी जानकारी इंटरनेट से ली गयी है , इसलिए इसमें त्रुटि होने या किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे | हमारी वेबसाइट OSir.in का उदेश्य अंधविश्वास को बढ़ावा देना नही है, किन्तु आप तक वह अमूल्य और अब तक अज्ञात जानकारी पहुचाना है, इस जानकारी से होने वाले प्रभाव या दुष्प्रभाव के लिए हमारी वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नही होगी , कृपया-कोई भी कदम लेने से पहले अपने स्वा-विवेक का प्रयोग करे !