लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF | Lakshmi Poojan vidhi mantra sahit PDF : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित pdf के बारे में बताने वाले हैं वैसे क्या आप जानते हैं कि सप्ताह के सभी दिन किसी ना किसी देवता को समर्पित किए गए हैं उसी प्रकार माता लक्ष्मी को भी शुक्रवार का दिन समर्पित किया गया है.
ऐसा कहा जाता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से आपको कभी भी धन की कमी नहीं होती है कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन भी माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान बताया गया है आप चाहे तो दीपावली के दिन भी माता लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं.
जो भी व्यक्ति अपने जीवन में भौतिक सुख सुविधाओं को प्राप्त करना चाहता है और अपने घर में सुख समृद्धि का वास चाहता है तो उस व्यक्ति को माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करनी चाहिए इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित pdf के बारे में बताने वाले हैं.
अगर आप इस विषय को विस्तार से जानना चाहते हैं और माता लक्ष्मी की कृपा को प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप लोगों को इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके और आप माता लक्ष्मी की कृपा को प्राप्त कर सके ।
PDF Name | लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF | Lakshmi Poojan vidhi mantra sahit PDF |
No. of Pages | 3 |
PDF Size | 0.11 MB |
Language | Hindi |
Category | आध्यात्म |
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- 1. लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र | Lakshmi Poojan vidhi mantra
- 2. लक्ष्मी पूजन विधि | Lakshmi Poojan vidhi
- 3. लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF | Lakshmi Poojan vidhi mantra sahit PDF
- 4. लक्ष्मी पूजन मंत्र सहित | Lakshmi Poojan Mantra
- 5. माता लक्ष्मी पूजा विधि | Laxmi Pooja Vidhi Mantra
- 6. लक्ष्मी पूजा के लाभ | Laxmi Pooja ke labh
- 7. माता लक्ष्मी की आरती | Mata Lakshmi Ki Aarti
- 8. FAQ : लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित pdf
- 8.1. लक्ष्मी पूजा करते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?
- 8.2. लक्ष्मी जी के मंत्र कौन कौन से हैं?
- 8.3. लक्ष्मी जी को कैसे खुश करे?
- 9. निष्कर्ष
लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र | Lakshmi Poojan vidhi mantra
ॐ स्वस्ति न इंद्रो वृद्धश्रवाः स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः ।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्ट्टनेमिः स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥
द्यौः शांतिः अंतरिक्षगुं शांतिः पृथिवी शांतिरापः
शांतिरोषधयः शांतिः।
वनस्पतयः शांतिर्विश्वे देवाः
शांतिर्ब्रह्म शांतिः सर्वगुं शांतिः शांतिरेव शांति सा
मा शांतिरेधि।
यतो यतः समिहसे ततो नो अभयं कुरु ।
शंन्नः कुरु प्राजाभ्यो अभयं नः पशुभ्यः।
सुशांतिर्भवतु ॥
लक्ष्मी पूजन विधि | Lakshmi Poojan vidhi
- अगर आप लोग माता लक्ष्मी की पूजा करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको लक्ष्मी पूजन का एक शुभ मुहूर्त शाम से ही शुरू हो जाता है।
- लक्ष्मी पूजन के लिए आपको एक नई लकड़ी का खंभा , उसके बाद आपको उस सिंहासन पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछा देना है और माता लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित कर देना है।
- उसके साथ आपको गणेश जी की मूर्ति को भी स्थापित कर देना है तथा लक्ष्मी को गणेश भगवान के दाहिने हाथ की ओर रख देना है।
- गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करने के बाद आपको उनके सामने चावल के दानों से ऊपर जल ,अक्षत , धूप , सुपारी , रत्न , चांदी के सिक्के से भरकर कलश बनाकर रख देना है।
- उसके बाद आपको कलर्स पर सिंदूर या रोली से स्वास्तिक बनाना है और उस कलर्स पर चावल से भरी कटोरी को रखना है और उसके ऊपर नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर रखना है नारियल के ऊपर 11 बार लपेट दे।
- अब आपको चावल धूप फूल इन सारी चीजों को गणेश भगवान और माता लक्ष्मी के सामने चढ़ा देना है और उनके सामने एक निरंतर दीपक जला देना है।
- दीपावली के दिन घर के मुखिया को पूजा अवश्य करनी चाहिए और घर के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर गणेश भगवान और माता लक्ष्मी को भोग लगाना चाहिए।
लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF | Lakshmi Poojan vidhi mantra sahit PDF
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लक्ष्मी पूजन मंत्र सहित | Lakshmi Poojan Mantra
माता लक्ष्मी की पूजा करते समय आपको इन मंत्रों का उच्चारण अवश्य करना चाहिए इन मंत्रों का उच्चारण करना शुभ माना जाता है।
रक्तचन्दनसम्मिश्रं पारिजातसमुद्भवम् ।
मया दत्तं महालक्ष्मि चन्दनं प्रतिगृह्यताम् ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः रक्तचन्दनं समर्पयामि ।।
जिसमें आप माता लक्ष्मी की पूजा कर रहे होते हैं उस समय आपको ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करते हुए उनके सामने दुर्वा समर्पित करना है।
क्षीरसागरसम्भते दूर्वां स्वीकुरू सर्वदा ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः दूर्वां समर्पयामि ।।
ऊपर दिए गए मंत्र के साथ आपको माता लक्ष्मी को अक्षत समर्पित करने हैं।
अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकुमाक्ताः सुशोभिताः ।
मया निवेदिता भक्त्या गृहाण परमेश्वरि ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः |
अक्षतान समर्पयामि ।।
ऊपर दिए गए मंत्र के साथ आपको माता लक्ष्मी को पुष्प माला समर्पित करना है।
माल्यादीनि सुगन्धीनि मालत्यादीनि वै प्रभो ।
ॐ मनसः काममाकूतिं वाचः सत्यमशीमहि ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः |
पुष्पमालां समर्पयामि ।।
अब आपको ऊपर दिए गए मंत्र के साथ माता लक्ष्मी को आभूषण समर्पित करने हैं।
त्नकंकणवैदूर्यमुक्ताहाअरादिकानि च ।
सुप्रसन्नेन मनसा दत्तानि स्वीकुरूष्व भोः । ॐ
क्षुत्पिपासामलां ज्येष्ठामलक्ष्मीं नाशयाम्यहम् ।
अभूतिमसमृद्धि च सर्वां निर्णुद मे गृहात् ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः ।
आभूषण समर्पयामि ।।
अब आपको ऊपर दिए गए मंत्र के साथ माता लक्ष्मी को वस्त्र समर्पित करने हैं।
दिव्याम्बरं नूतनं हि क्षौमं त्वतिमनोहरम् ।
दीयमानं मया देवि गृहाण जगदम्बिके ।।
ॐ उपैतु मां देवसुखः कीर्तिश्च मणिना सह ।
प्रादुर्भूतोस्मि राष्ट्रेस्मिन कीर्तिमृद्धि ददातु मे ।।
अब आपको माता लक्ष्मी के ऊपर दिए गए मंत्र के साथ स्नान हेतु धी समर्पित करना है।
ॐ घृतं घृतपावानः पिबत वसां वसापावानः पिबतान्तरिक्षस्य हविरसि स्वाहा ।
दिशः प्रदिश आदिशो विदिश उद्धिशो दिग्भ्यः स्वाहा ।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः घृतस्नानं समर्पयामि ।।
अब आपको माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ और इस मंत्र के साथ आपको माता लक्ष्मी को जल समर्पण करना है।
मन्दाकिन्याः समानीतैर्हेमाम्भोरूहवासितैः ।
स्नानं कुरूष्व देवेशि सलिलैश्च सुगन्धिभिः ।।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः स्नानं समर्पयामि ।।
अब आपको इस मंत्र के साथ माता लक्ष्मी को आसन समर्पण करना है।
तप्तकाश्चनवर्णाभं मुक्तामणिविराजितम् ।
अमलं कमलं दिव्यमासनं प्रतिगृह्यताम् ।।
ॐ अश्वपूर्वां रथमध्यां हस्तिनादप्रमोदिनीम् ।
श्रियं देवीमुपह्वये श्रीर्मा देवी जुषताम् ।।
अब आपको इस मंत्र के साथ माता लक्ष्मी का आवाहन करना है।
सर्वलोकस्य जननीं सर्वसौख्यप्रदायिनीम ।
सर्वदेवमयीमीशां देवीमावाहयाम्यहम् ।।
ॐ तां म आवह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।
यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषानहम् ।।
माता लक्ष्मी पूजा विधि | Laxmi Pooja Vidhi Mantra
- अगर आप लोग माता लक्ष्मी की पूजा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको दीपावली के दिन पूजा करना शुभ बताया गया है इसीलिए आप दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें इसके लिए आपको सबसे पहले सुबह उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद घर में गंगाजल से छिड़काव करना है।
- अब आपको अपने पूरे घर को अच्छी तरह से सजा लेना है और मुख्य द्वार पर रंगोली भी बनानी है।
- अब आपको अपने घर का मुख्य नवाजे पर तोरण द्वार से सजाना है अपने घर के मेन दरवाजे पर दोनों तरफ शुभ लाभ और स्वास्तिक का निशान भी बनाना है।
- उसके बाद अब आपको शाम होते ही पूजा की सारी तैयारी कर लेनी है उसके बाद मुहूर्त होते ही आपको पूजा स्थल पर बैठ जाना है उसके बाद आपको एक चौकी रखनी है उसके ऊपर लाल रंग का कपड़ा बिछाना है और गंगाजल से छिड़काव करना है उसके बाद आपको गणेश भगवान और माता लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित करना है पार्वती और कुबेर देवता की मूर्ति को भी स्थापित करना है।
- पूजा सामग्री को एकत्रित करने के बाद चौकी के पास जल से भरा कलश रख लेना है।
- उसके बाद आपको शुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए पूजा को प्रारंभ करना है और विधि विधान पूर्वक माता लक्ष्मी की पूजा करनी है।
- माता लक्ष्मी की पूजा करने के बाद आपको तिजोरी और अपने बहीखाते और पुस्तकों की पूजा भी करनी है।
- उसके बाद आपको माता लक्ष्मी की आरती करके अपने घर के सभी सदस्यों को आरती देनी है और अपने घर के सभी हिस्सों में घी और तेल के दीपक जला देना है।
लक्ष्मी पूजा के लाभ | Laxmi Pooja ke labh
- अगर आप लोग पूरे विधि विधान पूर्वक माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो आपको धन शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- अगर कोई व्यक्ति माता लक्ष्मी की पूजा करता है तो उसे माता लक्ष्मी की दिव्य कृपा और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- माता लक्ष्मी की विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से घर के सभी प्रकार के कष्ट और समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- माता लक्ष्मी की विधि विधान पूर्वक पूजा करने से आपके रास्ते से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और आप एक खुशहाल जीवन जीने लगते हैं।
माता लक्ष्मी की आरती | Mata Lakshmi Ki Aarti
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत,हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता,मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते,वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर,क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती,जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता,पाप उतर जाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
FAQ : लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित pdf
लक्ष्मी पूजा करते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?
लक्ष्मी जी के मंत्र कौन कौन से हैं?
लक्ष्मी जी को कैसे खुश करे?
निष्कर्ष
जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित pdf के बारे में बताया और लक्ष्मी माता की पूजा करने के क्या फायदे हैं इसके बारे में भी बताया है लक्ष्मी माता की पूजा की संपूर्ण विधि भी बताई है और लक्ष्मी माता की आरती भी दी है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो इसकी संपूर्ण जानकारी आपको प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।