Masjid me dakhil hone ki dua हैलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे मस्जिद में दाखिल होने की दुआ के बारे में आज हम आप लोगों को बताएंगे की masjid me dakhil hone ki dua क्या होती है.
जब भी आप मस्जिद के अंदर जाते हैं तो आपको कौन सी दुआ पढ़नी चाहिए और मस्जिद के अंदर कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए इसके बारे में भी जानकारी देंगे बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है. कि यह काम मस्जिद के अंदर करना चाहिए या नहीं और वह यह सारी गलतियां करते हैं
इसलिए हम आप लोगों को आज बताएंगे कि मस्जिद के अंदर कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए. जिससे आपको गुनाह मिलता हो अगर आप यह सारी जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़े।
ताकि आपको सारी जानकारी आसानी से हासिल हो सके. और आप जब भी मस्जिद के अंदर दाखिल हो तो इस दुआ को जरूर पढ़ लिया करें छोटी सी दुआ होती है इसे याद करने में ज्यादा मुश्किल नहीं हैं.
बस इसे थोड़ा सा समझकर याद करने की जरूरत है मुश्किल से 5 सेकंड की दुआ है लेकिन इसका सवाब बहुत ज्यादा है जब आप मस्जिद के अंदर कदम रखते हैं.
तो आपको सबसे पहले इस दुआ को पढ़ना है उसके बाद मस्जिद में मौजूद सभी से सलाम करना है और तब आगे बढ़ना है दोस्तों मस्जिद में की गई इबादत घर में की गई इबादत से कई गुना ज्यादा होती है.
इसलिए हम आपसे यही कहना चाहेंगे कि आप ज्यादा से ज्यादा मस्जिद में इबादत किया करें अल्लाह आपसे खुश होता है कि हमारे बंदे ने हमारे घर आकर हमें याद किया है.
मस्जिद को खुदा का घर कहा जाता है. और मस्जिद जाते वक्त हमें कई बातों का ख्याल रखना चाहिए और मस्जिद के अंदर हमें कौन-कौन से काम करने चाहिए और कौन से नहीं इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए.
- 1. मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हिन्दी में | Masjid me dakhil hone ki dua
- 1.1. तर्जुमा
- 2. मस्जिद में दाखिल होने की दुआ इंग्लिश में | Masjid me dakhil hone ki dua
- 2.1. Tarjuma
- 3. मस्जिद में दाखिल होने की दुआ अरबी में | Masjid me dakhil hone ki dua
- 4. मस्जिद के अंदर क्या करना चाहिए और क्या नहीं
- 4.1. निष्कर्ष
मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हिन्दी में | Masjid me dakhil hone ki dua
“अल्लाहुम्म फ तहली अबवा ब रहमतिका”
तर्जुमा
ए अल्लाह तू अपनी रेहमत के दरवाजे मेरे लिए खोल दे
मस्जिद में दाखिल होने की दुआ इंग्लिश में | Masjid me dakhil hone ki dua
“Allahummaftah Li abwaba rahmatika”
Tarjuma
Ae allah mere liye tun apne rahmat ka darwaja khol de
मस्जिद में दाखिल होने की दुआ अरबी में | Masjid me dakhil hone ki dua
اللَّهُمَّ افْتَحْ لِي أَبْوَابَ رَحْمَتِكَ
मस्जिद के अंदर क्या करना चाहिए और क्या नहीं
दोस्तों मस्जिद को घर कहा जाता है इसलिए मस्जिद में कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे खुदा हमसे नाराज हो जाए इसलिए हमें मस्जिद के अंदर कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए. और मस्जिद में सिर्फ और सिर्फ अल्लाह को याद करने के अलावा हमें कोई भी दुनियावी या फालतू के काम नहीं करने चाहिए इससे अल्लाह हमसे नाराज हो जाता है.
आज हम आप लोगों को इसी के बारे में नीचे विस्तार से बताने वाले हैं कि मस्जिद के अंदर आप लोगों को क्या करना चाहिए और क्या क्या नहीं करना चाहिए मस्जिद के अंदर कैसे रहना चाहिए.
- मस्जिद में जाते वक्त सबसे पहले अपने दाएं पैर को अंदर रखें और दुआ पढे उसके बाद अंदर जितने भी लोग हैं उनसे सलाम करें और फिर मस्जिद के अंदर जाकर अल्लाह की इबादत करें.
- मस्जिद के अंदर किसी से भी लड़ाई झगड़ा या फिर किसी की बुराई ना करें और ना ही किसी के बारे में बुरा बोले अगर आपके दिल में किसी के लिए नफरत है तो आप मस्जिद के अंदर उसे भूल जाए और उसके साथ प्यार से रहे क्योंकि अल्लाह को वह लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं होते है जो अपने दिल में किसी के लिए नफरत जलन या फिर बदले की भावना रखते हैं.
- मस्जिद की दीवारों पर ना ही थूके और ना ही कुल्ली करें ऐसा करने से अल्लाह आपसे नाराज हो जाता है.
- मस्जिद की छत पर लेट्रिन बाथरूम कभी भी ना करें क्योंकि यह उतना ही गुनाह का काम होता है जितना आप मस्जिद के अंदर लैट्रिन या बाथरूम करते हैं दोस्तों मस्जिद खुदा का घर होता है और वहां पर जितनी ज्यादा हो सके साफ सफाई रखें तो अच्छा है.
- मस्जिद का दरवाजा कभी भी बंद नहीं करना चाहिए खासकर नमाज के वक्त तो बिल्कुल भी मस्जिद का दरवाजा बंद ना करें.
- अगर कभी बहुत जरूरी काम है यानी कि माल की हिफाजत या फिर किसी और चीज की वजह से मस्जिद का दरवाजा बंद करना पड़े तो कर सकते हैं लेकिन याद रखें कि नमाज के वक्त मस्जिद का दरवाजा हरगिज ना बंद करें.
- नापाकी की हालत में मस्जिद के अंदर जाना मना होता है क्योंकि मस्जिद एक पाक साफ जगह है जहां पर आपको नापाकी की हालत में नहीं जाना चाहिए खासकर औरतों और लड़कियों का मस्जिद में जाना मना होता है.
- इसलिए कभी भी नापाकी की हालत में मस्जिद के अंदर ना जाए अगर आप नापाकी की हालत में मस्जिद के अंदर जाते हैं और नमाज को अदा करते हैं तो आप की नमाज़ कबूल नहीं होती है.
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है दोस्तों हमारा आज का आर्टिकल आप लोगों को बहुत पसंद आया होगा आज के आर्टिकल में हमने आपको Masjid me dakhil hone ki dua के बारे में बताया है.
ये दुआ बहुत ही आसान सी और छोटी सी दुआ है इसे कोई भी आसानी से याद कर सकता है इस छोटी सी दुआ को पढ़ने से आपको बहुत ज्यादा सवाब मिलेगा इसलिए हम आपसे कहना चाहेंगे कि आप इस दुआ को जरूर से जरूर याद कर ले.
इस्लाम में छोटे-छोटे आमाल करने से बड़ी-बड़ी नेकियां मिलती है इसलिए हम आपसे यही गुजारिश करना चाहेंगे कि अगर छोटी सी दुआ पढ़कर आपको नेकी मिल रही है तो आप इस दुआ को याद करें और जब भी मस्जिद के अंदर कदम रखे तो इस दुआ को पढ़ लिया करें.इससे आप अल्लाह आपसे बहुत खुश होता है.
दोस्तों हमने आप लोगों को मस्जिद में क्या करना चाहिए और मस्जिद के अंदर कैसे जाना चाहिए इसके बारे में भी बताया है। दोस्तों मस्जिद खुदा का घर होता है.
इसलिए वहां जितना हो सके उतनी ज्यादा इबादत किया करें फालतू के और दुनियावी कामों से दूर रहा करें मस्जिद के अंदर किसी भी तरह का किसी से झगड़ा ना करें. और ना ही किसी के बारे में भला बुरा बोले अल्लाह के घर में सब एक समान होते हैं,
इसलिए वहां पर सब एक समान रहकर अल्लाह की इबादत करें और दुनियावी बातों को भूल जाएं कि आपको किस से दुश्मनी है और आपके दिल में किसके लिए नफरत है.
यह सारी बातों को भुलाकर वहां पर सबसे मिलजुल कर रहे। हमें उम्मीद है कि आप लोगों को यह आर्टिकल पसंद आया होगा दोस्तों ऐसे ही और आर्टिकल के साथ मिलते हैं तब तक के लिए अल्लाह हाफिज.