Shani dev ka mandir kaha hai : शनि मंदिर भारत में स्थित 5 प्रशिद्ध मंदिर कौन से है आज के इस आर्टिकल में हम आपको भगवान शनि देव के कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं, जो भगवान शनिदेव के काफी चमत्कारिक मंदिर माने जाते हैं और इस मंदिर में जाकर भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, तो चलिए जानते हैं शनि देव के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. वैसे तो हमारे हिंदू धर्म में भक्त लोग शनि भगवान से बहुत ही डरते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों पर शनि भगवान की कुदृष्टि पड़ जाती है या फिर जिन लोगों पर शनि भगवान क्रोधित हो जाते हैं उनका जीवन नर्क बन जाता है.
और अगर किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती या फिर ढैया चालू हो जाती है, तो उसे अपनी जिंदगी में विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. हालांकि शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से बचने के लिए ज्योतिष द्वारा विभिन्न प्रकार के उपाय भी बताए गए हैं,जिन्हें करके भक्त लोग शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत पा सकते हैं.
सामान्य तौर पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगभग 1 साल की होती है और 1 साल में शनि भगवान के प्रकोप से बचने के लिए भक्त लोग कुछ उपाय कर सकते हैं, क्योंकि उपाय करने के कारण शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैया का प्रकोप भक्तों पर कम पड़ता है.
- 1. भारत में स्थित 5 प्रसिद्ध शनि मंदिर कौन से है ? | Shani temples in India
- 2. भारत में स्थित शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र का मंदिर कैसा मंदिर है ?
- 3. भारत में स्थित शनिचरा मंदिर, मध्य प्रदेश कैसा मंदिर है ?
- 4. भारत में स्थित शनि मंदिर, इंदौर का मंदिर कैसा मंदिर है ?
- 5. भारत में स्थित शनि मंदिर, प्रतापगढ़ कैसा मंदिर है ?
- 6. India में स्थित श्री दरबारण्येश्वर मंदिर, तिरुनल्लर कैसा मंदिर है ?
भारत में स्थित 5 प्रसिद्ध शनि मंदिर कौन से है ? | Shani temples in India
भारत में स्थित 5 प्रशिद्ध शनि मंदिर वैसे तो बहुत से है परन्तु आज हम इस आर्टिकल्स में 5 प्रशिद्ध शनि मंदिर के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे जो नीचे बताये गये है.
भारत में स्थित शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र का मंदिर कैसा मंदिर है ?
शनि भगवान का यह मंदिर हमारे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी फेमस है. शनिदेव का यह मंदिर हमारे भारत देश के महाराष्ट्र राज्य के शनि सिंगनापुर में स्थित है. आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि यह एक ऐसी जगह है, जहां पर शनि देव तो है परंतु यहां पर उनका कोई मंदिर नहीं है.
यहां शनि भगवान की स्वयंभू मूर्ति की पूजा ही भक्त लोग करते हैं और यह मूर्ति एक पेड़ के नीचे स्थापित है. सनी देव की यह स्वयंभू मूर्ति लगभग 5 फुट 9 इंच की है और यह मूर्ति एक चौड़े संगमरमर के चबूतरे पर विराजमान है.
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए हमारे भारत देश के बड़े-बड़े लोग जाते हैं. यहां तक कि मुकेश अंबानी भी इस जगह पर दर्शन करने के लिए जा चुके हैं. रोजाना यहां हजारों की संख्या में भक्त लोग शनि भगवान का दर्शन करने के लिए आते हैं.
इस जगह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि, यहां पर कोई भी आदमी अपने घर में ताला नहीं लगाता है और यहां तक कि लोग अपने घर में अलमारी भी नहीं रखते है. स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि यह सब शनिदेव की मर्जी से होता है. अमावस के दिन पड़ने वाले शनिवार को यहां पर भव्य आयोजन किया जाता है, जिसमें हिस्सा लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
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भारत में स्थित शनिचरा मंदिर, मध्य प्रदेश कैसा मंदिर है ?
भगवान शनिदेव का यह मंदिर भी हमारे भारत में काफी प्रसिद्ध है. शनिदेव का यह मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के ग्वालियर में स्थित है. इस मंदिर को शनिचरा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर मुरैना जिले के एंती गांव में स्थित हैं |
इस मंदिर के पीछे ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित प्रतिमा का निर्माण आकाश से टूटे हुए उल्कापिंड से हुआ है. यहां तक कि कई खगोल शास्त्री और ज्योतिष भी शनिदेव की इस मूर्ति को देख कर हैरान हो जाते हैं, उनका भी ऐसा मानना है कि शनिदेव की इस मूर्ति के अंदर कुछ आकर्षण करने वाले तत्व मौजूद हैं.
आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि इस मंदिर में शनि देव की मूर्ति के साथ-साथ हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित है, जिसके पीछे ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी ने रावण की कैद से शनि देव को छुड़ाकर यहीं पर आराम करने के लिए छोड़ा था.
भारत में स्थित शनि मंदिर, इंदौर का मंदिर कैसा मंदिर है ?
शनिदेव का यह प्रसिद्ध मंदिर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 200 किलोमीटर दूर इंदौर शहर में स्थित है. यह मंदिर भी हमारे भारत देश में शनि देव का एक प्राचीन मंदिर माना जाता है और इस मंदिर के साथ भी पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना करने के लिए भगवान शनिदेव स्वयं आए थे.
और यह भी कहा जाता है कि 300 साल पहले यहां पर कोई 20 फुट ऊंचा टीला था, जहां पंडित गोपाल दास तिवारी आकर ठहरे थे और लोक मान्यताओं के अनुसार पंडित गोपाल दास के सपने में शनि भगवान आए थे और शनिदेव ने उनसे कहा था कि यहां पर एक मूर्ति दबी हुई है उसे तुम्हें निकालना है.
इसमें आश्चर्य की बात यह थी कि पंडित गोपाल दास तिवारी अंधे थे, पर कुछ ही देर में उन्हें सब कुछ दिखाई देने लगा, जिसके बाद उस टीले की खुदाई की गई और मंदिर का निर्माण करवाया गया और उसके अंदर शनिदेव की मूर्ति स्थापित करवाई गई.
भारत में स्थित शनि मंदिर, प्रतापगढ़ कैसा मंदिर है ?
शनिदेव का यह मंदिर मुख्य शनि धामों में से एक माना जाता है. शनिदेव का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है. यहां पर रोजाना दर्शन करने के लिए हजारों भक्त आते हैं और यह भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है.
इस मंदिर के पीछे ऐसा कहा जाता है कि, यहां शनिदेव अपने भक्तों को खुद न्योता देते हैं, जिसके बाद वे उनकी कृपा के पात्र बन जाते हैं. यह स्थान विभिन्न प्रकार की चमत्कारी शक्तियों से भरा हुआ है और यहां पर शनिदेव को रोजाना 56 प्रकार के भोग लगाए जाते हैं.
शनि मंदिर में भी आश्चर्य की बात यह है कि, यहां पर भगवान शनि देव की मूर्ति अपने आप प्रकट हुई थी, जो अपने आप ही यहां पर एक ऊंचे टीले पर स्थापित हुई थी, जिसके बाद मंदिर के महंत ने यहां पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाया| हर शनिवार के दिन यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें बहुत से भक्त लोग हिस्सा लेते हैं.यहां पर कई लोग अपनी मन्नत मांगने भी आते हैं.
India में स्थित श्री दरबारण्येश्वर मंदिर, तिरुनल्लर कैसा मंदिर है ?
शनिदेव का यह प्रसिद्ध मंदिर पांडिचेरी के तिरुनल्लर में स्थित है, जहां पर रोजाना हजारों भक्त लोग शनि भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं. यह मंदिर भी भारत में स्थित पवित्र शनि मंदिरों में से एक है.
यह मंदिर जहां बना है, वह जगह शनि ग्रह को समर्पित है और शनि जयंती के दिन यहां पर काफी भीड़ होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां पर भगवान शंकर ने 7 पांडवों में से एक तांडव नृत्य किया था और इसी जगह पर भगवान भोलेनाथ ने ब्रह्मा जी को शास्त्रों का ज्ञान दिया था इस मंदिर में भगवान शनि देव के साथ-साथ भगवान शंकर की भी पूजा की जाती है.