शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं | Shanivar ko surya bhagwan ko jal dena chahiye ya nahin : हिंदू सनातन धर्म के अनुसार सूर्य एक ऐसे देवता है जो प्रतिदिन हमें दर्शन देते हैं और ऊर्जा का एक अपार भंडार है साथ ही साथ एक नया उजाला लेकर समग्र ब्रह्मांड को प्रकाशित करते हैं।
शायद इसीलिए हिंदू धर्म के लोग सूर्य भगवान को प्रतिदिन जल अर्पित करके उनसे अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करते हैं। लोगों का विश्वास और श्रद्धा अटूट है और इसी के सहारे सूर्य भगवान को जल अर्पित करके उन्हें याद करते हैं।
भगवान सूर्य को जो भी लोग जल अर्पित करते हैं उन लोगों के मन में कहीं ना कहीं एक सवाल ही उत्पन्न होता है कि शनिवार को भगवान सूर्य को जल देना चाहिए या नहीं। अगर किसी के भी मन में यह सवाल उठता है तो निश्चित रूप से इसका समाधान भी होना जरूरी है, तो आइये हम आप लोगो को शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं के बारे में विस्तार से बताते हैं :
- 1. शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं ? | Shanivar ko surya bhagwan ko jal dena chahiye ya nahin
- 2. सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के फायदे | सूर्य अर्घ्य के फायदे | Surya bhagwan ko jal chadhane ke fayde
- 2.1. 1. नेत्र संबंधी विकार दूर होते हैं
- 2.2. 2. कार्य में उन्नति होती है
- 2.3. 3. शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
- 2.4. 4. परिवार का प्यार और सम्मान मिलता है
- 2.5. 5. चिंताओं से मुक्ति मिलती है
- 2.6. 6. ग्रह दोष कट जाते हैं
- 2.7. 7. शनि ग्रह की ग्रह दशा हट जाती है
- 3. सूर्य अर्घ्य नियम : सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के नियम | Surya Arghya Niyam
- 4. FAQ : शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं
- 4.1. कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है तो क्या करें ?
- 4.2. सूर्य को जल देने से ज्योतिषी महत्व क्या है ?
- 4.3. सूर्य भगवान को जल देने का वैज्ञानिक कारण क्या है ?
- 5. निष्कर्ष
शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं ? | Shanivar ko surya bhagwan ko jal dena chahiye ya nahin
हिंदू सनातन धर्म के शास्त्रों के अनुसार यदि किसी के मन में यह सवाल उठता है कि इस शनिवार के दिन सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं तो इस प्रश्न का सीधा सा उत्तर यही है कि भगवान सूर्य को किसी भी दिन जल चढ़ाया जा सकता है इसमें कोई किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होता है तथा इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है।
भगवान सूर्य कैसे देवता है जो प्रतिदिन हमें प्रत्यक्ष दर्शन देते हैं और समस्त सृष्टि को ऊर्जा और प्रकाश देते हैं ऐसे में विधि विधान से यदि हम सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं तो इसमें दिन समय और तारीख का कोई प्रतिबंध नहीं होता है अर्थात हम रोजाना भगवान सूर्य को जल दे सकते हैं।
सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के फायदे | सूर्य अर्घ्य के फायदे | Surya bhagwan ko jal chadhane ke fayde
सूर्य भगवान को जल देने से व्यक्ति को एक नहीं अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं क्योंकि सूर्य भगवान कभी किसी को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं करते अर्थात वे अपना प्रकाश ऊर्जा सभी पर बराबर प्रदान करते हैं ।
ऐसे में अगर हम सूर्य भगवान को जल चढ़ाते हैं तो विभिन्न प्रकार के फायदे हमें मिल जाते हैं। आइए हम भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के फायदे के विषय में बताते हैं।
1. नेत्र संबंधी विकार दूर होते हैं
अगर हम प्रतिदिन सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं तो हमारे नेतृत्व में किसी प्रकार की कोई कमी होती है अर्थात नेत्र दोष हैं तो जिस समय आप सूर्य को जल अर्पित कर रहे हैं उस जल की गिरती हुई जल की बूंदों को लगातार देखें।
यदि आप इस प्रकार से जल की बूंदों को प्रतिदिन देखते हैं तो आपके नेत्रों में कोई नेत्र दोष है तो धीरे-धीरे ठीक हो जाता है।
2. कार्य में उन्नति होती है
भगवान सूर्य को नियमित जल चढ़ाने से व्यक्ति की नौकरी व्यापार तथा अन्य प्रकार के कार्यों में उन्नति के साथ-साथ मान सम्मान प्राप्त होता है और व्यक्ति जीवन में सुखी रहता है।
यदि व्यक्ति राजनीति से जुड़ा हुआ है और वह व्यक्ति भगवान सूर्य को जल चाहता है तो उसके प्रतिभा में निखार आता है और प्रभावशाली नेता बन जाता है।
3. शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से व्यक्ति का स्वास्थ्य बहुत ही बेहतर रहता है क्योंकि सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है अगर व्यक्ति को हृदय रोग या अन्य किसी भी प्रकार का चर्म रोग है तो धीरे धीरे ठीक हो जाता है।
4. परिवार का प्यार और सम्मान मिलता है
जब सूर्य भगवान को हम प्रतिदिन जल चढ़ाते हैं तो हमारे घर परिवार के सभी लोगों का सहयोग मिलता है एक दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान बढ़ता है। जिससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है
5. चिंताओं से मुक्ति मिलती है
भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से व्यक्ति के अंदर किसी भी प्रकार की चिंता से मुक्ति मिल जाती है क्योंकि सूर्य से निकलने वाली प्रातः कालीन उर्जा व्यक्ति के संपूर्ण शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालती है जिससे मन में होने वाली सभी प्रकार की चिंताएं समाप्त हो जाती है।
6. ग्रह दोष कट जाते हैं
बहुत से लोगों की कुंडली में ग्रह दोष होने की स्थिति में व्यक्ति परेशानी से गुजरता है रात में भयानक सपने देखता है ऐसी स्थिति में यदि व्यक्ति सूर्य भगवान को प्रतिदिन जल अर्पित करता है तो उसकी कुंडली में किसी भी प्रकार के ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं और व्यक्ति के जीवन में आने वाली परेशानियां भी धीरे-धीरे कम हो जाती है।
7. शनि ग्रह की ग्रह दशा हट जाती है
अगर आपकी कुंडली में शनि ग्रह की ग्रह दशा नीच भाव में है तो प्रतिदिन सूर्य भगवान को जल अर्पित करने से शनि ग्रह की ग्रह दशा कमजोर हो जाती है और सूर्य की वृद्धि होती है जिससे जीवन में परेशानियां दूर हो जाती हैं।
सूर्य अर्घ्य नियम : सूर्य भगवान को जल चढ़ाने के नियम | Surya Arghya Niyam
यदि आप भगवान सूर्य को प्रतिदिन जल अर्पित करते हैं, तो इसके लिए आपको नियमों का पालन करना चाहिए. जिससे आपको भगवान सूर्य की अधिक से अधिक कृपा प्राप्त हो और आप सुख से अपना जीवन व्यतीत करें।
जब आप कि मन में यह सवाल उठे कि शनिवार के दिन सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं, तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के नियम क्या है ? यदि आप नियम पूर्वक किसी भी देवी देवता की आराधना पूजा करते हैं, तो उसका प्रतिफल हमें अच्छा प्राप्त होता है. ऐसे में भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के नियम जानना जरूरी है।
- यदि आप भगवान सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो सबसे पहला नियम यह है कि उगते हुए सूर्य को जल चढ़ाने का प्रयास करें।
- आपको प्रतिदिन सूर्योदय होने से पहले उठना चाहिए अर्थात सूर्य निकलने से पहले बिस्तर को छोड़ दे।
- सूर्य भगवान को जल अर्पित करते समय जल को धीरे धीरे धारा प्रवाह में गिराए।
- सूर्य भगवान को जल कुश के आसन पर बैठ कर अर्पित करें तथा अर्पण करने के बाद उठकर सूर्य भगवान को नमन करें और अपने चारों और तीन बार घूम ले।
- सूर्य भगवान को जल चढ़ाते समय मंत्र का जाप करना चाहिए। “ओम सूर्याय नम:”
- सूर्य भगवान को जल हमेशा स्नान आदि करके ही चढ़ाएं।
- सूर्य भगवान हमेशा तांबे के लोटे में शुद्ध जल चढ़ाना चाहिए
- जिस पात्र से हम भगवान सूर्य को जल अर्पित कर रहे हैं उस पात्र को हमेशा दोनों हाथ से पकड़ जल चढ़ाएं।
- सूर्य भगवान को हमेशा पूरब की ओर मुंह करके जल अर्पित करना चाहिए अगर आपको किसी दिन सूर्य बादलों के कारण ना दिखाई दे तब भी आप पूरब की ओर मुंह करके ही सूर्य को जल दे।
- जो जल भगवान सूर्य को अर्पित करने जा रहे हैं उस जल में थोड़े से अक्षत कुमकुम और लाल रंग के फूल अवश्य डाल दे।
- हम जो जल भगवान सूर्य को अर्पित कर रहे हैं अर्पित करते समय जल की धारा को हमेशा देखना चाहिए जिससे हमें कई लाभ मिलते हैं।
- सूर्य भगवान को जल चढ़ाते समय पैरों में जूते चप्पल नहीं होने चाहिए अर्थात नंगे पैर सूर्य भगवान को जल देना चाहिए
- सूर्य भगवान को जो जल चढ़ा रहे हैं वह जल की धारा जब जमीन पर गिर रही हो तो आपके पैरों पर नहीं होनी चाहिए अर्थात वह जल आपके पैरों को न छुए।
FAQ : शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं
कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है तो क्या करें ?
अगर आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो उसे मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन भगवान सूर्य को जल अवश्य चढ़ाएं। इससे सूर्य मजबूत होगा और आपकी बिगड़े काम भी बन जाएंगे।
सूर्य को जल देने से ज्योतिषी महत्व क्या है ?
ज्योतिष के अनुसार सूर्य को जल देने से सूर्य की स्थिति कुंडली में मजबूत होती है क्योंकि चंद्रमा भी जल तत्व का प्रतीक है ऐसे में चंद्रमा भी मजबूत होता है और शनि ग्रह का दुष्प्रभाव समाप्त होता है।
सूर्य भगवान को जल देने का वैज्ञानिक कारण क्या है ?
सूर्य भगवान को जल देने के पीछे विज्ञान कहता है कि जल अर्पित करते समय जो जल होता है उसकी एक एक बूंद महत्वपूर्ण है और यह जल की बूंद वातावरण में जीवाणु और विषाणु को मारने में सबसे ज्यादा सक्षम होती है।
निष्कर्ष
दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने यह बताया कि शनिवार के दिन सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं। इस संबंध में इतना ही हमारे धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य भगवान को रोजाना जल चढ़ाना चाहिए।
सूर्य भगवान ही एक ऐसे महान देवता है जो प्रतिदिन एक नई ऊर्जा के साथ हम लोगों के अंदर संचार करते हैं और सृष्टि का पालन भी करते हैं इस पृष्ठ को जिंदा रखने का कार्य भगवान सूर्य ही करते हैं यदि सूर्य नहीं होगा तो इस सृष्टि का जीवित रहना संभव नहीं है।
इस लेख को पूरा पढने के बाद आप लोग शनिवार को सूर्य भगवान को जल देना चाहिए या नहीं के बारे में जान गये होंगे, साथ ही आप लोग यह भी जान गये होंगे कि शनिवार को सूर्य भगवान को जल के फायदे और नियम क्या होते हैं ?