सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य : प्रणाम गुरुजनों आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य बताएंगे अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के चमत्कारी लाभ और फायदे प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें क्योंकि आज हम आप लोगों को सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य बताएंगे अपने सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का नाम तो सुना ही होगा अगर कोई मनुष्य इस विरोध का पाठ करता है तो उसे चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं।
स्त्रोत का पाठ करने से हर प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं इसलिए इस स्त्रोत को परम कल्याणकारी माना जाता है कुंजिका का मतलब शादी होता है अर्थात सिद्ध कुंजिका स्त्रोत सभी मंदिरों का रहस्य है जो अपने आप में ही सिद्ध माना जाता है अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य के बारे में जानना चाहते हैं.
तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य के बारे में बताने वाली है इसके अलावा सिद्ध कुंजिका स्त्रोत से होने वाले चमत्कार लाभ और प्रयोग विधि के बारे में भी बताएंगे सारे विषयों के बारे में जाने के लिए इस लेख में अंत तक बनेगा।
- 1. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य | Siddh kunjika stotram ke gupt rahasy
- 2. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के कितने पाठ करने चाहिए ?
- 3. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से चमत्कारी फायदे | Siddha kunjika stotram se chamatkar labh
- 4. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ विधि और प्रयोग | Siddha kunjika stotram path vidhi aur prayog
- 5. FAQ : सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य
- 5.1. सिद्ध कुंजिका स्त्रोत कितनी बार पढ़ना चाहिए?
- 5.2. सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का वशीकरण के लिए कैसे प्रयोग करें?
- 5.3. सिद्ध कुंजिका स्तोत्रम का जाप कौन कर सकता है?
- 6. निष्कर्ष
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य | Siddh kunjika stotram ke gupt rahasy
अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के रहस्य जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि इस कुंजिका स्त्रोत अपने आप में सिद्ध माना जाता है का गुप्त रहस्य के मंत्र की महिमा से स्पष्ट होता है इसीलिए आज हमने आप लोगों को सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य बताएं।
- यह सिद्ध कुंजिका स्त्रोत रुद्रयामल यंत्र से निकाला हुआ स्त्रोत है।
- भगवान शिव ने पार्वती माता को गुप्त तरीके से इस सिद्ध कुंजिका स्त्रोत को बताया था।
- अगर आप इस सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं तो इसके साथ-साथ आपको दुर्गा सप्तशती पाठ भी करना चाहिए क्योंकि बिना दुर्गा सप्तशती पाठ के यह सिद्ध कुंजिका स्त्रोत में निष्फल माना जाता है।
- अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के साथ-साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो आपको इसका संपूर्ण लाभ प्राप्त होता है।
- भगवान शंकर ने इस सिद्ध कुंजिका स्त्रोत को माता पार्वती को देने से पहले कहा था कि यह स्त्रोत किसी भी अभक्त को नहीं देना है।
- अगर आप प्रतिदिन सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं तो आप सभी प्रकार के मंत्र को सिद्ध कर ले जाते हैं।
- सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं।
- इस स्त्रोत का गुप्त पाठ मेघनाद ने लक्ष्मण के सामने विजय प्राप्त करने के लिए किया था।
- भगवान शिव के द्वारा कुछ ऐसे सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य हैं जिनका प्रयोग अगर मनुष्य अपने सभी कष्टों का निवारण करने के लिए करता है उस मनुष्य को इसका लाभ अवश्य प्राप्त होता है।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के कितने पाठ करने चाहिए ?
अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ नियमित रूप से एक बार करते हैं या फिर आपकी विशेष इच्छा है तो 9 या 108 बार भी इसका पाठ आप कर सकते हैं।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से चमत्कारी फायदे | Siddha kunjika stotram se chamatkar labh
- अगर आप लोग सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के चमत्कारी लाभ जानना चाहते हैं और उसके फायदे जानना चाहते हैं तो इन बिंदुओं को अवश्य पढ़ें।
- अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं तो सभी प्रकार के मंत्र सिद्ध हो जाते हैं।
- सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ विभिन्न प्रकार की साधना में प्रभावशाली होता है।
- अगर आप अपनी समस्याओं का निवारण चाहते हैं तो सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करें इससे मनुष्य के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं।
- अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं तो संपूर्ण चंडी पाठ का फल मिल जाता है।
- अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते हैं तो आपको कीलक, ध्यान, अर्चन, न्यास, सूक्त
आदि प्रकार के लाभ प्राप्त हो जाते हैं।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ विधि और प्रयोग | Siddha kunjika stotram path vidhi aur prayog
- अगर आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ अच्छे तरीके से नहीं करते हैं तो आपको इसका लाभ नहीं प्राप्त होता है सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ विधि विधान पूर्वक करने से इसका आपको शुभ फल प्राप्त होता है सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करने के लिए आपको इसकी संपूर्ण विधि जानने की आवश्यकता है। इसीलिए आज हमने आप लोगों को सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ विधि और इसका प्रयोग बताया है।
- सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करने के लिए आप सबसे पहले सुबह प्रातः काल उठकर शौच स्नानादि संपन्न करके।
- अगर आप इसे पाठ को किसी अच्छे दिन करना चाहते हैं तो इस बात को आप नवरात्रि के दिन या फिर किसी अच्छे दिन पर कर सकते हैं जिस भी दिन आप इस कुंजिका स्त्रोत का पाठ करेंगे उस दिन आप मां दुर्गा की प्रतिमा के आगे घी का दीपक जलाकर।
- उसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने उपाधि जलाएं और मां दुर्गा का सिंगार करें सिंगार करने के बाद मां दुर्गा को प्रसाद का भोग लगाएं।
- आसन पर बैठकर मां दुर्गा को पुष्प अर्पित करने के बाद मां दुर्गा से प्रार्थना करें उसके बाद मां दुर्गा का आवाहन करें।
- जैसे ही आप की या प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है आपको सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ शुरू कर देना है।
- प्रार्थना प्रारंभ करने के दौरान आपको मंत्र का जाप करना है जो हमने आपको नीचे दिया है।
FAQ : सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य
सिद्ध कुंजिका स्त्रोत कितनी बार पढ़ना चाहिए?
सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का वशीकरण के लिए कैसे प्रयोग करें?
सिद्ध कुंजिका स्तोत्रम का जाप कौन कर सकता है?
निष्कर्ष
आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य बताएं अब तो आप लोग जान गए होंगे कि सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के गुप्त रहस्य कौन-कौन से हैं इसके अलावा सिद्ध कुंजिका स्त्रोत पाठ विधि और उसका प्रयोग मंत्र भी बताया है अगर आप सभी प्रकार के कष्टों से मुक्त होना चाहते हैं तो आप सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ जरूर करें इससे आपको मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपकी सभी कष्ट तथा समस्याएं दूर हो जाएंगी उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।