Soya bhagya jagane ke upay : दोस्तों भाग्य सभी का कहीं ना कहीं साथ देता है और उसी के अनुसार वह हल को भी प्राप्त कर लेता है क्या आप सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय कर रहे हैं या करना चाहते हैं ? क्या आपका भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है ? अगर आपके मन में यह विचार चल रहे हैं तो अपने सोए हुए भाग्य को जगाए कैसे जगाएं आइए जानते हैं।
दुनिया में इंसान एक ऐसा प्राणी है जो भाग्य और दुर्भाग्य को जानने के लिए प्रयास करता है क्यों कि हर व्यक्ति यह मानता है कि हमारे भाग्य में जो लिखा है वही होगा वहीं दूसरी तरफ लोग यह भी मानते हैं कि हम जैसा कर्म करेंगे वैसा फल प्राप्त होता है आपका भाग्य सोया है यह आप कैसे कह सकते हैं फिर भी जब इंसान के सामने किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है तो वह हमेशा अपने भाग्य को कोसता है और इसी को वह दुर्भाग्य समझता है।
अगर आप सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय करना चाहते हैं अपने भाग्य को सौभाग्य में बदलना चाहते हैं तो यह जानना आवश्यक हो जाता है कि सोया हुआ भाग्य क्या है? आइए सबसे पहले हम यही जानने का प्रयास करते हैं कि सोया हुआ भाग्य क्या है?
- 1. सोया हुआ भाग्य क्या है ?
- 2. कुंडली में सोया भाव को कैसे जागृत करें ?
- 3. सोया हुआ भाग्य जगाने के ज्योतिष उपाय
- 3.1. बृहस्पति या गुरु से संबंधित उपाय करें
- 3.2. 1. नवम भाव को कैसे जगाएं
- 3.3. 2. गुरु का छठे भाव में उपाय
- 3.4. 3. गुरु का सातवें भाव में उपाय
- 3.5. 4. गुरु का आठवें भाव में उपाय
- 3.6. 5. गुरु का नवें भाव में उपाय
- 3.7. 6. गुरु का दसवें भाव में उपाय
- 4. सोया हुआ भाग जगाने के उपाय | Soya bhagya jagane ke upay
- 4.1. 1. पुखराज धारण करें
- 4.2. 2. हल्दी की गांठ पहने
- 4.3. 3. केसर का तिलक लगाएं
- 4.4. 4. गुरुवार के दिन महिला को पीले वस्त्र दान करें
- 4.5. 5. शिव अष्टाध्यायी का पाठ करें
- 4.6. 6. दत्तात्रेय के तांत्रिक मंत्र का अनुष्ठान करें
- 4.7. 7. नशे से दूर रहें
- 5. निष्कर्ष
सोया हुआ भाग्य क्या है ?
वास्तव में दिनभर मेहनत करने के बावजूद भी व्यक्ति के हाथ निराशा लगती है दिन प्रतिदिन कठिन परिश्रम करने के बाद भी अच्छा परिणाम नहीं मिलता है तो यह मान लिया जाता है कि हमारा भाग्य सोया हुआ है। हम दिन भर कार्य करते रहते हैं फिर भी अच्छा परिणाम नहीं मिलता है अर्थात हमारा भाग्य सोया हुआ है
दूसरी तरफ व्यक्ति की कुंडली का विश्लेषण किया जाए तो देखा जाता है कि अगर कोई ग्रह कुंडली के उचित भाव में नहीं है अर्थात ग्रहों की दृष्टि भाग्य पर नहीं पड़ रही है तो माना जाता है कि हमारा भाग्य सोया हुआ है। कुंडली में यदि 9वां भाव सोया है तो भाग्य सोया है। अगर कुंडली के आधार पर कोई ग्रह भाव में नहीं है तो यह मान लें कि वह ग्रह में शुभ या अशुभ फल देने में असफल है ऐसी स्थिति में भी यदि कुंडली भाव सोया है तो हमारा भाग्य सोया है।
कुंडली में सोया भाव को कैसे जागृत करें ?
अगर आपका भाग्य सोया हुआ है और सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय करने के लिए जानना चाहते हैं तो यह जानना आवश्यक है कि हमारी कुंडली में कुंडली भाव कैसे सोए हैं और उन्हें कैसे जागृत करें अगर आपकी कुंडली में ग्रहों के कुंडली भाव सोए हैं तो उन्हें जगाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत बहुत से उपाय हैं जिन्हें करके अपने सोए भाग्य को जगा सकते हैं।
कुंडली के ग्रह यदि भाव के अनुसार सोए हैं तो उन्हें जगाने के लिए यह ध्यान देना है कि कौन सा ग्रह किस भाव में सो गया है । यदि शुभ फल प्राप्त करना चाहते हैं तो कुंडली के प्रथम भाव में मंगल होता है अगर वह सोया है तो मंगल को जगाने के लिए उपाय करें अगर दूसरा भाव सोया है तो चंद्रमा को जगाने का प्रयास करें तीसरे को जगाने के लिए बुध का उपाय किया जाता है।
कुंडली के चौथे भाव में यदि ग्रस्त सोया हुआ है तो चंद्र ग्रह का उपाय करें और पांचवें घर के लिए सूर्य को जगाने का उपाय करें छठे भाव को जगाने के लिए राहु और सातवें के लिए शुक्र का उपाय किया जाता है।
अगर आठवें भाव में ग्रह की स्थित सोने की है तो चंद्रमा सोया हुआ है उसे जगाने का उपाय करें नवे भाव में गुरु और दसवें भाव के लिए शनि का उपाय किया जाता है। एकादश भाव भाव को जगाने के लिए गुरु और द्वादश भाव को जगाने के लिए गुरु या केतु का उपाय किया जाता है इस प्रकार से ग्रहों को जगाने के लिए यदि उपाय किए जाते हैं तो सोया हुआ भाग्य जा जाता है।
हमारा भाग्य अभी सोया माना जाता है जब ग्रहों की स्थिति विपरीत हो जाती है ऐसी स्थिति में ग्रहों को सही स्थिति में लाने के लिए उनके उपाय करना आवश्यक हो जाता है। सोया हुआ भाग्य को जगाने के उपाय ग्रहों से संबंधित है।
सोया हुआ भाग्य जगाने के ज्योतिष उपाय
जब हमारी कुंडली में कोई भी ग्रह कमजोर हो जाता है तो उसका शुभ या अशुभ फल हमें प्राप्त नहीं हो पाता है इसी को हम सोया हुआ भाग्य कह देते हैं और सोया हुआ भाग्य को जगाने के उपाय भी बहुत हैं आइए हम कुछ सोया हुआ भाग्य को जगाने के उपायों के विषय में जानते हैं।
बृहस्पति या गुरु से संबंधित उपाय करें
यदि आप यह मानते हैं कि मेरा भाग्य सोया हुआ है तो अपना सोया हुआ भाग्य जगाने के लिए बृहस्पति या गुरु से संबंधित उपाय करें अर्थात बृहस्पतिवार को व्यक्ति को व्रत रखना चाहिए
बृहस्पति को व्रत रखने के साथ-साथ गुरुवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और पीले वस्त्र धारण करें तथा पीला भोजन करें जैसे बेसन की रोटी खाएं तथा माथे पर केसर या चंदन का तिलक लगाएं। यह उपाय सोया हुआ भाग्य को जगाने के उपाय के अंतर्गत सबसे बेहतर उपाय है।
कुंडली के अनुसार गुरु को सही दिशा में लाने के लिए अलग-अलग दिन और अलग-अलग तरीके से उपाय करे। अगर आपको यह पता चल जाता है कि नवम भाव में कोई ग्रह नहीं है तथा अन्य किसी ग्रह की भी स्थित नहीं है तो आपका भाग्य सोया है।
कुंडली के अनुसार यदि नवम भाव में ग्रहों की दशा गड़बड़ है तो नवम भाव को जगाने के लिए यह देखना आवश्यक है कि गुरु यदि छठे सातवें और नौवें और दसवें भाव में है तो अशुभ फल प्राप्त होगा। अगर गुरु नवम भाव में है तो आप का दुर्भाग्य होगा ऐसी स्थिति में सावधानी जरूरी है अन्यथा आपके कर्म आपको बुरा परिणाम देंगे और जागा हुआ भाग्य भी सो जाएगा।
2. गुरु का छठे भाव में उपाय
अगर गुरु छठे भाव में है तो आपको अशुभ फल मिल सकता है वही केतु बारहवें भाव में शुभ है तो आपको कभी भी आवश्यकता से अधिक दौलत प्राप्त हो सकते हैं शनि शुभ है तो आर्थिक व्यवस्था अच्छी रहेगी रिश्तो में अच्छे संबंध रहेंगे और मेहनत से कमाई करेंगे।
अगर आप लापरवाही नहीं करते हैं तो इस समय आपको बुध ग्रह की शांति हेतु उपाय करना है तब आपका भाग्य जागेगा इस स्थित ने आपको गरीब ब्राह्मणों को कपड़े आज दान देने होते हैं जिस से सोया हुआ भाग्य जाग जाएगा
3. गुरु का सातवें भाव में उपाय
यह किसी की कुंडली में सातवें भाव में गुरु है तो घर में मंदिर ना बनाएं और किसी भी प्रकार का कोई अन्य वस्त्र दान ना करें इसके अलावा किसी पराई स्त्री से किसी प्रकार के संबंध नहीं रखनी चाहिए साधु संतों से दूर रहें सातवें भाव में गुरु की स्थिति में परिवर्तन है तो शुक्र ग्रह को जगाना होता है जिससे सोया हुआ भाग्य जागेगा और आपके विचारों में परिवर्तन आएगा
4. गुरु का आठवें भाव में उपाय
अगर आठवीं भाव में गुरु की स्थिति है तो अशुभ फल प्राप्त होता है वही दूसरे भाव में गुरु के साथ कोई सहयोगी ग्रह है तो आपको लाभ प्राप्त होता है ऐसी स्थिति में आप सोना पहने। यह ग्रुप की स्थित आठवें भाव में है तो आप हनुमान चालीसा का पाठ करें और यदि हो सके तो शमशान में जाकर पीपल के वृक्ष लगाएं और राहु को शांत करें इससे आपका सोया हुआ भाग्य जागेगा
नवें भाव में केतु उच्च और राहु नीच होता है अगर किसी की कुंडली में यह स्थित दिखाई देती है तो भाग्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और गुरु कमजोर होता है ऐसी स्थिति में जातक को किसी भी प्रकार का फल प्राप्त होने की स्थित नहीं है
नवी भाव में गुरु होने की स्थिति पर आप मांस मदिरा से दूर रहें हमेशा सत्य बोले और अपनी ईश्वर या कुलदेवता पर विश्वास करें अगर गुरु सोया हुआ है तो गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करें सोना पहने केसर का तिलक लगाएं तथा पीला भोजन करें
6. गुरु का दसवें भाव में उपाय
दसवीं भाव में गुरु का होना खराब होता है ऐसी स्थित में शनिदेव की पूजा करें अगर आपके घर में मंदिर बना रखा है तो उसको हटा दें परंतु किसी प्रकार के व्यसन ना करें गुरुवार के दिन व्रत रहे तथा माथे पर केसर का तिलक लगाएं इससे भाग्य जागेगा।
सोया हुआ भाग जगाने के उपाय | Soya bhagya jagane ke upay
यदि व्यक्ति का भाग्य सोया है तो निश्चित रूप से उसका गुरु कमजोर हो चुका है ऐसी स्थिति में गुरु को ही मजबूत करने से सोया हुआ भाग्य जागता है आइए हम गुरु को जगाने के लिए कुछ उपाय जानते हैं
1. पुखराज धारण करें
यदि किसी भी व्यक्ति का गुरु कमजोर है और उसे परेशानियों से गुजरना पड़ता है ऐसी स्थिति में व्यक्ति को पुखराज रत्न धारण करना चाहिए पुखराज रत्न धारण करने से गुरु को मजबूती प्राप्त होती है और सोया हुआ भाग्य जागृत हो जाता है।
2. हल्दी की गांठ पहने
गुरु की स्थित कमजोर होने की दशा में व्यक्ति को यदि पुखराज धारण करने में असुविधा है अर्थात वह पुखराज नहीं खरीद सकता है तो उसे हल्दी की गांठ गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए या दायीं भुजा में बांध लें इससे भी आपका भाग्य जागृत हो जाता है।
3. केसर का तिलक लगाएं
सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय करने वाले लोगों के लिए यह आवश्यक है कि अपने गुरु को मजबूत करें ऐसी स्थिति में यदि गुरु को मजबूत करना चाहते हैं तो प्रतिदिन अपने माथे पर केसर का तिलक लगाएं इससे गुरु को मजबूती मिलती हैं।
4. गुरुवार के दिन महिला को पीले वस्त्र दान करें
अगर कोई व्यक्ति है जो चाहता है कि उसका गुरु उसे इस शुभ फल प्राप्त कराएं और गुरु को मजबूत स्थिति में लाने का प्रयास करना चाहते हैं तो गुरुवार के दिन किसी ऐसी महिला को पीले वस्त्र दान करें जो सौभाग्यशाली हो।
5. शिव अष्टाध्यायी का पाठ करें
गुरु को मजबूत बनाने और शुभ फल प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को शिव अष्टाध्यायी पाठ करना चाहिए और प्रतिदिन रुद्राभिषेक करें जिससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और गुरु मजबूत होकर शुभ फल देता है।
6. दत्तात्रेय के तांत्रिक मंत्र का अनुष्ठान करें
गुरु की मजबूती और शुभ फल प्राप्त करने के लिए दत्तात्रेय के तांत्रिक मंत्र का अनुष्ठान करें इससे आपका भाग्य उदय होगा और गुरु को मजबूती मिलती हैं।
7. नशे से दूर रहें
दारु शराब मांस मदिरा ऐसी चीजों का सेवन कभी ना करें यह हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर डालती हैं जिसकी वजह से हमारी विचारधारा है गलत हो जाती हैं और हमारा भाग्य दुर्भाग्य की ओर प्रेरित हो जाता है। अगर आप अपने भाग्य को जगाने के उपाय कर रहे हैं तो यह ध्यान देना आवश्यक है कि किसी भी प्रकार की गलत संगत मांस मदिरा या बुरे कार्य ना करें जिससे आपका भाग्य कभी नहीं सोएगा
निष्कर्ष
अंत में दोस्तों यही कहना चाहूंगा कि यदि आप सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय कर रहे हैं तो यह ध्यान दें हमारे जीवन में ग्रह नक्षत्र कितना प्रभाव डालने हैं क्योंकि हमारे ग्रह और नक्षत्र ही हमारे भाग्य और दुर्भाग्य का कारक होते हैं। जब हम अपने ग्रहों नक्षत्रों की स्थिति यों के अनुसार कार्य करते हैं तो जीवन में हमें सुख समृद्धि धन वैभव मान सम्मान सभी प्राप्त होते हैं तो ध्यान रहे सोया हुआ भाग्य जगाने के उपाय करने से पहले कोई भी गलत कार्य ना करें।