श्री महालक्ष्‍मी यंत्र क्या है ? महा लक्ष्मी यंत्र के फायदे और स्थापना विधि ! श्री महालक्ष्‍मी बीज मंत्र Shri mahalakshmi yantra benefit and mantra

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इस यंत्र yntra को स्थापित करने से सभी प्रकार से धन वैभव प्राप्त होता है और व्यक्ति का जीवन सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो जाता है।
इस यंत्र को स्थापना करने से जीवन भर के सभी कष्ट मिट जाते हैं अर्थात कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।

मां श्री महालक्ष्मी mhalaxmi स्वेत हाथियों के द्वारा स्वर्ण कलश से स्नान करती और कमल आसन पर विराजमान है श्री महालक्ष्मी जी की पूजा करने से वैभव और सुख समृद्धि होती है तथा दरिद्रता का विनाश होता है। mha laxmi yntra ke fayde kya hai ?

यदि किसी भी व्यक्ति किस्मत साथ नहीं देती हैं घर या बाहर सभी जगह परेशान रहते हैं तो ऐसे में महालक्ष्मी जी की पूजा करनी और इनके यंत्र को धारण या स्थापना करने से सभी प्रकार की श्री प्राप्त होती है क्योंकि मां महालक्ष्मी जी को सिद्ध दाता धन दाता और श्री दाता कहा जाता है।

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जो भी व्यक्ति दरिद्रता से परेशान है उन लोगों को अपनी किस्मत बदलने के लिए महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना mha laxmi yntra ki sthapna करना और इसका नियमित विधि विधान से पूजा करना चाहिए जिससे धन से जुड़ी सभी प्रकार की इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं।

इस यंत्र में स्वयं देवी लक्ष्मी निवास करती जो स्वेत हाथियों के द्वारा कलश से स्नान करती हुई होती हैं इस यंत्र को इस स्थापित करना अत्यंत शुभ माना जाता है ! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

इस यंत्र को स्थापित करने से दे दी कमला की प्राप्ति होती है जिससे धन की कमी नहीं होती है |

इस यंत्र के बारे में पुराणों में कहा गया है कि घर या दुकान में इसकी स्‍थापना करने से देवी कमला की प्राप्‍ति होती है।

श्री महालक्ष्‍मी यंत्र का निर्माण कैसे करे ? how to make mha laxmi yntra 

श्री महालक्ष्मी यंत्र में षटकोण भ्रष्ट दल एवं भूपुर की संरचना होती है। इस यंत्र की स्थापना से लक्ष्मी मां का आशीर्वाद प्राप्त होने से धन प्राप्त होता है और जीवन भर स्थाई बना रहता है।

इस यंत्र को घर में दुकान या अन्य प्रकार के कार्य स्थलों में स्थापित करने से सभी प्रकार की आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं वक्त के कर्ज समाप्त हो जाते हैं तथा मान सम्मान में वृद्धि होती है।

mha laxmi yntra image picture photo
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श्री महालक्ष्‍मी यंत्र के प्रमुख लाभ क्या है ? Mha laxmi yntra main top benefit in  hindi 

श्री महालक्ष्मी जी का यह यंत्र धन संबंधी सभी प्रकार की समस्या दूर कर देता है और यदि व्यक्ति किसी भी प्रकार के कर्ज से लदा हुआ है तो उसकी मुश्किलें भी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं।

इस यंत्र को अपने ऑफिस घर में स्थापना करने के बाद रोज पूजा करने से धन वैभव के साथ स्वास्थ भी अच्छा रहता है।

यदि कोई भी व्यक्ति हमेशा बीमारी की वजह से परेशान रहता है घर का संपूर्ण धन बीमारी की वजह से समाप्त हो रहा है तो ऐसे ने व्यक्ति को अपने कमरे में इस यंत्र की स्थापना कर करनी चाहिए जिससे स्वास्थ लाभ प्राप्त होता है और बीमारी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।

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श्री महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना कब करें ? When to install Shri Mahalakshmi Yantra?

श्री महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना किसी भी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए इसके अलावा दीपावली, धनतेरस,रविपुष्य जैसे पावन त्यौहार और दिनों में इस यंत्र की स्थापना विधि पूर्वक करनी चाहिए |

वैसे तो शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी के लिए सबसे शुभ माना जाता है इस दिन श्री महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना करने से श्री प्राप्त होती है।

mha laxmi yntra ki photo

श्री महालक्ष्मी यंत्र को कहा स्थापित करें ? Where to install Shri Mahalakshmi Yantra?

श्री महालक्ष्मी यंत्र को अपने घर के पूजा स्थान पर स्थापित कर के प्रति दिन मंत्र जाप करते हुए पूजा करें इसके अलावा अपने घर एवं कार्यस्थल पर भी इसका स्थापना करके विधिवत पूजा और मंत्र जाप करें।

यंत्र स्थापना करने के बाद प्रतिदिन यंत्र की पूजा मंत्र के साथ करते ही हाथ जोड़कर महालक्ष्मी जी से शुभ प्रतिफल के लिए कामना करें।

श्री महालक्ष्मी मंत्र क्या है ? What is Shri Mahalakshmi Mantra?

श्री महालक्ष्मी यंत्र की पूजा करने के लिए प्रतिदिन श्री महालक्ष्मी मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार है

ऊं ह्रीं ह्रीं श्रीं ह्रीं ह्रीं फट्।।

श्री महालक्ष्मी यंत्र का बीज मंत्र क्या है ? What is the seed mantra of Shri Mahalakshmi Yantra?

ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।

यह श्री महा लक्ष्मी जी का मंत्र है ! इससे लगातार प्रोयोग से हमे अन्नत लाभ मिलते है जिनके बारे में हम आप को आगे बतायेंगे !

महालक्ष्मी यंत्र के क्या लाभ है ? What are the benefits of Mahalakshmi Yantra?

धन हमारे जीवन के लिए संपूर्ण समस्याओं से निजात पाने के लिए है जिसके पास धन नहीं होता है रे लोग काफी आर्थिक समस्याओं से गुजरते हैं ऐसे ने महालक्ष्मी यंत्र बहुत लाभकारी होता है।

यदि व्यक्ति के पास धन नहीं है और धन के अभाव के कारण बहुत सी परेशानियां उठाई पढ़ रही है तो श्री महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना करनी चाहिए।

यदि कोई व्यक्ति धन की अभाव के कारण कर्ज में डूबा हुआ है और वह कर्ज को चुका नहीं पा रहा है तो व्यक्ति को अपने घर और कार्यस्थल पर यंत्र की स्थापना करें जिससे कर्ज जैसी समस्या धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।

यदि कोई भी व्यक्ति धन के साथ-साथ स्वास्थ संबंधी समस्याओं से ग्रसित है तो इस यंत्र को बीमार व्यक्ति के कमरे में स्थापित करने से स्वास्थ ने सुधार हो जाता है।

इस यंत्र की स्थापना करने के पहले यदि आपको व्यापार में नुकसान होता था  तो ऐसा नहीं होगा।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

श्री महालक्ष्मी यंत्र को प्रतिष्ठित करने से लक्ष्मी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वह स्थाईरूप से निवास करने लगती हैं।

महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करने में ध्यान रखने योग्य बातें कौन सी है ? What are the things to keep in mind in installing Mahalaxmi Yantra?

श्री महालक्ष्मी यंत्र को दीपावली, धनतेरस, रविपुष्य, अभिजीत मुहूर्त या किसी शुभ मुहूर्त में स्थापित करना चाहिए।

इस यंत्र में बनी हुई आकृतियां या अंक किसी देवी देवता से संबंधित होते हैं इसलिए इस यंत्र को श्री यंत्र के पास रखने से सभी कार्य पूर्ण हो जाते है |
यंत्र स्वयं गणेश विधिवत स्थापना करवाएं या फिर इस यंत्र को खरीदते समय यह ध्यान दें कि विधिवत बनाया गया है और प्राण प्रतिष्ठित हो।

श्री महालक्ष्मी यंत्र को खरीदने के पश्चात किसी अनुभवी ज्योतिषी द्वारा अभिमंत्रित करके उसे घर की सही दिशा में स्थापित करना चाहिए।

अभ्यस्त और सक्रिय महालक्ष्मी यंत्र को शुक्रवार के दिन स्थापित करना चाहिए।

महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना विधि क्या है ? What is the installation method of Mahalaxmi Yantra?

श्री महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करने के लिए दीपावली की रात में गुरुवार की रात में शुद्ध लाल वस्त्र पहनकर लाल आसन पर बैठकर उत्तर की ओर मुंह करके सामने महालक्ष्मी का चित्र जिसमें कमल आसन पर विराजमान हो, स्थापना करें।

इस यंत्र को तालाब या नदी के किनारे से मिट्टी लाकर स्थापित करें और चित्र का पंचोपचार पूजन कर चारों दिशाओं में चार घी के दीपक जला कर आचमन प्राणायाम पूजन आदि करें।

इस यंत्र को पूजा स्थान पर रखकर दीपक जलाकर फूल अर्पित करें तत्पश्चात यंत्र को गौमूत्र गंगाजल अथवा कच्चे दूध से शुद्ध करें और 11 से 21 बार,

“ऊं ह्रीं ह्रीं श्रीं ह्रीं ह्रीं फट्”

मंत्र का जाप करें।

श्री यंत्र चित्र का षोडशोपचार पूजन कर पुनः मंत्र जाप करना प्रारंभ करें और सूर्योदय तक सतत जाप करते रहे कमलगट्टे की माला से मंत्र जाप करना है साधना के समय केवल दूध पीकर ही साधना करनी है और साधना कक्ष से बाहर निकलकर स्नान ध्यान करें।

शुद्ध वस्त्र धारण कर घर आंगन पूजन कक्ष में जा कर पूजा आज पुनः करें और माला फेरे दिनभर जॉब करने की आवश्यकता नहीं है साधक ध्यान रखें कि दिन में सोना नहीं है रात्रि होने पर पुनः स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करके विधि विधान से मंत्र का 108 माला जप करें।

इस तरह सवाल अच्छी मंत्र पूर्ण होने पर भगवती माता महालक्ष्मी का 16 वर्षीय स्वरूप साकार हो जाता है और मनोवांछित फल प्राप्त होता है। साधना होने के पश्चात हवन तर्पण और मार्जन कर आठ कुंवारी कन्याओं को भोजन कराकर साधना समाप्त करें।

महालक्ष्मी जी की अत्यधिक कृपा पाने के लिए महालक्ष्मी यंत्र को चांदी सोने अथवा तांबे के पत्र पर करवा सकते हैं।

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