सारे कष्टों के उपाय के लिये सुन्दरकाण्ड के टोटके जाने : Sundar kand ke totke

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Sunderkand ke totke : हेलो दोस्तों नमस्कार आज हमको आप लोगों को सुन्दरकाण्ड के टोटके बताएंगे और यह भी बताएंगे कि सुन्दरकाण्ड का पाठ करने की विधि और नियम कौन-कौन से हैं सुन्दरकाण्ड रामचरितमानस का अध्याय है.

सुन्दरकाण्ड को तुलसीदास जी द्वारा लिखा गया अगर आप के मार्ग में कोई भी बाधाएं उत्पन्न हो रही उसके लिए आप अगर सुन्दरकाण्ड का पाठ करते हैं तो आपके मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है तथा बुराई का विनाश हो जाता है आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है.

सुन्दरकाण्ड में भक्तों की जीत का उल्लेख किया गया है जहां तक मैं जानती हूं कि सुन्दरकाण्ड में हनुमान जी का ज्ञान और शक्ति का वर्णन किया गया है सुन्दरकाण्ड में कुछ ऐसा लिखा गया है कि ” भगवान भी ऐसे भक्तों को पसंद करते हैं.

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जिनके पास बुद्धिमान और महान विचार हैं ” अगर आप लोग भी इस सुन्दरकाण्ड का पाठ करते हैं तो शरीर का मानसिक तनाव भी दूर हो सकता है और आपको किसी भी कार्य में कोई भी परेशानी हो रही है तो उस कार्य को करने में आपको शक्ति देता है।

इसीलिए आज हम आप लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से सुन्दरकाण्ड के टोटके के बारे में बताएंगे क्योंकि इसका प्रभाव आपके जीवन पर काफी पड़ता है इसीलिए अगर आप भी सभी समस्याओं से मुक्ति पाना चाहते हैं.

तो आप प्रतिदिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करें चलिए सबसे पहले हम आप लोगों को बताते हैं कि सुन्दरकाण्ड का पाठ कितने बजे करना चाहिए फिर बताएंगे सुन्दरकाण्ड को सिद्ध कैसे करें और फिर बताएंगे कि सुन्दरकाण्ड के टोटके क्या है और उनके उपाय क्या हैं।

सुन्दरकाण्ड का पाठ कितने बजे करना चाहिए ?

सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के लिए आपको सुबह उठ कर स्नान आदि करके उसके बाद भगवान के सामने बैठकर और एक दीपक जलाएं और एक धूप बत्ती जला कर सुबह 4 से 6 के बीच में कर सकते हैं.

अगर आप सुन्दरकाण्ड का पाठ सभी लोगों के साथ में करते हैं तो आपको शाम को 7 बजे के बाद सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए। वैसे तो सुन्दरकाण्ड का पाठ आप अकेले में भी कर सकते हैं।

सुन्दरकाण्ड को सिद्ध कैसे करें ?

सुन्दरकाण्ड

  1. आप जब भी सुन्दरकाण्ड का पाठ करने बैठते हैं तो आपको सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय एक अखंड दीप जरूर प्रज्वलित करना चाहिए।
  2. आप सभी सुन्दरकाण्ड का पाठ करते हैं तो ध्यान रहे कि आप कभी भी सुंदर कांड की चौपाईयों को गलत तरीके से ना पड़े सुन्दरकाण्ड के सभी चौपाइयों का उच्चारण स्पष्ट और निर्दोष हो।
  3. जिस भी व्यक्ति ने इस पाठ का प्रारंभ किया है वह पाठ्य समाप्त होने पर ही वहां से उठे तो अच्छा रहता है।
  4. सुन्दरकाण्ड  का पाठ करते समय कभी भी आप तो बीच में खानपान ना करें।
  5. अब जब भी सुन्दरकाण्ड का पाठ करते हैं उसके बाद में हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

 

सुन्दरकाण्ड का पाठ करने की विधि और नियम

  1. सुन्दरकाण्ड का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए अगर आप सुन्दरकाण्ड इसका लाभ मिल पाएगा.
  2. सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के लिए आपको सुबह 4 बजे उठकर स्नान आदि करने के बाद शुद्ध वस्त्रों को धारण करें उसके बाद ही आप सुन्दरकाण्ड कहने के लिए बैठे।
  3. सुन्दरकाण्ड हमेशा सुबह शाम को पढ़ा जाता है सुबह 4 से 6 के बीच में और शाम को 7 बजे किया जाता है और कभी भी दोपहर में 12 बजे के बाद सुन्दरकाण्ड नहीं पढ़ना चाहिए।
  4. जब कभी भी सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है तो चौकी पर हनुमान जी का फोटो जरूर रखा जाता है, तो एक फोटो हनुमान जी का रखें और उसी फोटो के सामने घी का दीपक जलाएं
  5. सुन्दरकाण्ड पढ़ने से पहले भोग के लिए फल या फिर गुड़-चना या फिर लड्डू कोई भी मिठाई जरूर अर्पित करें।
  6. सुन्दरकाण्ड पढ़ते समय ना ही किसी से बात करें और ना ही बीच में उठकर कहीं पर भी जाएं.
  7. जो भी व्यक्ति सुन्दरकाण्ड का पाठ करवाता है वह किसी भी प्रकार का मांस मदिरा का सेवन ना करता हो नहीं तो उसे बहुत बड़ा पाप लगता है।
  8. जब सुन्दरकाण्ड का पाठ पूरा हो जाए, तो हनुमान जी की प्रतिमा के सामने भोग लगा दे और भोग लगाने के बाद आरती शुरू करें।

हनुमान जी की आरती

आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥
गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।
बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥
शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।
बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥
गावत बेद पुरान अष्टदस ।
छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ॥
मुनि जन धन संतन को सरबस ।
सार अंश सम्मत सब ही की ॥
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥

सुन्दरकाण्ड के टोटके | Sunarkand ke totke

सुन्दरकाण्ड

  1. अगर आप सुन्दरकाण्ड करना चाहते हैं तो आप सुन्दरकाण्ड किसी भी समय और किसी भी दिन संगीत के बिना ही कर सकते हैं सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से आपको लाभ प्राप्त होता है. तो आज हम आप लोगों को सुन्दरकाण्ड के टोटके बताएंगे और सुन्दरकाण्ड का करने का सही तरीका क्या है और इसमें आप यह भी जान सकते हैं कि सुन्दरकाण्ड के टोटके से क्या-क्या होता है।
  2. सुन्दरकाण्ड का पाठ आप सुबह 4 से 6 के बीच में कर सकते हैं लेकिन अगर आप शाम को 7 बजे के बाद किया जाए तो अधिकतम लाभ प्राप्त होता है वैसे तो सुन्दरकाण्ड का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है लेकिन इसे अगर आप समय से करेंगे तो आपको ज्यादा लाभ प्राप्त होगा अगर आप चाहे तो सुन्दरकाण्ड का पाठ के लिए भी कर सकते हैं।
  3. सुन्दरकाण्ड का सही दिन और समय में किया जाए तो अच्छा होता है अगर आप मंगलवार या शनिवार को पूर्णिमा के दिन सुबह 5 बजे सुन्दरकाण्ड किया जाए तो यह बहुत ही लाभकारी होता है और आप कभी भी सुन्दरकाण्ड का पाठ करवाते हैं या करते हैं तो वह समूह में और संगीत के साथ किया जाए तो बहुत ही लाभदायक होता है।
  4. सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय आपको अपना फोन स्विच ऑफ रखना चाहिए जिससे कि आपका पूरा ध्यान सुन्दरकाण्ड पर ही हो और पाठ के दौरान सिर्फ पाठ पर ही ध्यान लगाना चाहिए और सुन्दरकाण्ड करवाने के लिए आपको सही समय में ही उठना चाहिए।
  5. अगर आप कभी भी सुन्दरकाण्ड करवाते हैं तो सबसे पहले आपको सुबह उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होकर पूजा की सारी तैयारी करके तथा हल्के रंग के कपड़े पहनकर इस पाठ के लिए खाली पेट बैठ जाना चाहिए और अगर आप मंगलवार और शनिवार के दिन उपवास रखते हैं तो आपको इसका लाभ अधिक प्राप्त होगा।
  6. आप जब कभी भी सुन्दरकाण्ड करते हैं तो अगर आपको सुन्दरकाण्ड याद है तो आपको किताब की आवश्यकता नहीं पड़ेगी अगर नहीं याद है तो आपको किताब की आवश्यकता पड़ेगी अगर आपको सुन्दरकाण्ड याद है तो आप अपनी आंखों को बंद करके हनुमान जी की प्रतिमा की कल्पना करके अपने सच्चे मन से याद करें और सुन्दरकाण्ड पढ़ने अगर आप ऐसा करते हैं आपको अवश्य ही हनुमान जी की प्रतिमा दिखाई देगी। इसे आवश्यक रूप से “आह्वान” के द्वारा शुरू किया जा सकता है।
  7. अगर आप हनुमान जी का पाठ भी करते हैं तो आपको सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी इसी तरह का सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से हनुमान जी का पाठ भी हो जा और आप सारे कष्टों से मुक्ति आ जाते हैं और यही टोटके के रूप में भी काम करेगा और इसके लिए आपको कोई और टोटके करने की जरूरत नहीं है बस आप सुन्दरकाण्ड का पाठ कर लीजिए आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।

FAQ : सुन्दरकाण्ड के टोटके | Sunderkand ke totke

सुन्दरकाण्ड पढ़ने का सही समय क्या है?

सुन्दरकाण्ड पढ़ने का सही समय सुबह 4 से 6 के बीच का होता है लेकिन अगर आप चाहे तो शनिवार के दिन शाम को या मंगलवार की सुबह सुन्दरकाण्ड का पाठ कर सकते हैं।

सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से क्या लाभ होता है?

सुन्दरकाण्ड पढ़ने के लाभ अनेक प्रकार के हैं जैसे जब भी भक्त हनुमान भगवान की पूजा करते हैं या सुन्दरकाण्ड पढ़ते हैं तो हनुमान भगवान उन्हें बल प्रदान करते हैं और उनके आसपास की नकारात्मक शक्ति को दूर भगाते हैं और यह भी माना जाता है कि जब भक्तों का आत्मविश्वास कम हो जाए या जीवन में कोई भी कष्ट आ जाए तो सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए इससे आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।

सुन्दरकाण्ड की कौन सी चौपाई को शुरू करना होता है?

प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥ गरल सुधा रिपु करहिं मिताई।

निष्कर्ष

आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सुन्दरकाण्ड के टोटके और सुन्दरकाण्ड का पाठ करने की विधि और नियम) के माध्यम से सुन्दरकाण्ड के टोटके बताएंगे और सुन्दरकाण्ड में पूजा करने के जो भी नियम और विधि है वह भी बताएंगे.

किसी भी समस्या के लिए अलग से टोटके करने की जरूरत नहीं है यह पाठ आपको सभी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी।

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