Surya ko jal dene ke fayde : हेलो दोस्तों नमस्कार दोस्तों आज हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि सूर्य देव को जल देने के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं और सूर्य देव की पूजा कैसे करनी है सूर्य देव की पूजा कैसे करनी है बहुत ही आसान है सूर्य देव की पूजा सुबह 4 बजे उठकर अपना सारा काम खत्म करके स्नान करें स्नान करने के बाद लाल वस्त्र धारण करें.
लाल वस्त्र धारण करने के बाद एक तांबे के लोटे में जल भरे जल में थोड़ा सा गंगाजल डालकर उसमें कुमकुम और अक्षत और लाल फूल चंदन लगाकर सूर्य देव को जल अर्पित करें ऐसा करके आप सूर्य देव की पूजा कर सकते हैं और फल प्राप्त कर सकते हैं तो चलिए आज हम आप लोगों को विस्तार से बताएंगे कि सूर्य देव की पूजा कैसे की जाती है और सूर्य देव को जल देने के फायदे कौन-कौन से हैं।
- 1. सूर्य देव की पूजा कैसे करें ?
- 2. सूर्य देव भगवान को जल देते समय क्या बोलना चाहिए ?
- 3. सूर्य देव को कैसे खुश करें ?
- 4. सूर्य देव को जल देने की विधि
- 5. सूर्य देव को जल कितने बजे देना चाहिए
- 6. सूर्य को जल देने के फायदे | Surya ko jal dene ke fayde
- 7. FAQ : सूर्य को जल देने के फायदे
- 7.1. Q. सूर्य देव को जल देते समय कौन सा मंत्र बोला जाता है
- 7.2. Q. सूर्य भगवान को कैसे खुश करें ?
- 7.3. Q. सूर्य को जल देने वाले लोटे में क्या डालें?
- 8. निष्कर्ष
सूर्य देव की पूजा कैसे करें ?
सूर्य देव की पूजा करने के लिए सुबह 4 बजे उठे घर का सारा काम करें झाड़ू पोछा सब करने के बाद स्नान करें और लाल वस्त्र धारण करें तांबे के लोटे में जल ले और उसमें थोड़ा सा गंगाजल डालें और उसमें कुमकुम और अक्षत डालें लाल फूल डालें सूर्य देव को गुड़हल फूल बहुत पसंद है.
तो आप हो सके तो गुड़हल का फूल ले और लोटे में चंदन लगाएं उसके बाद अपने दाहिने हाथ से सूर्य भगवान को जल अर्पित करें और जल को अर्पित करने के बाद पहले गुड़ का भोग लगाएं या फिर मिठाई का भोग लगाएं और जल अर्पित करते समय आपको गायत्री मंत्र का जाप करना होगा या फिर आप ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं।
सूर्य देव भगवान को जल देते समय क्या बोलना चाहिए ?
अग्नि पुराण के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करते हुए सूर्य देव की उपासना करने और उन्हें जल चढ़ाने से वह खुश होते हैं भक्तों को मनचाहा फल प्रदान करते हैं सूर्य देव कलयुग के साक्षी देव हैं इसीलिए इनकी पूजा करने और फल चढ़ाने का खास महत्व होता है ऋग्वेद के अनुसार सूर्य देव पापों से मुक्ति दिलाने रोग का नाश करने आयु और सुख में वृद्धि कराने और गरीबी दूर करने की अपार शक्ति है
ऋग्वेद के अनुसार सूर्य देव की आराधना इसलिए की जानी चाहिए क्योंकि वह मानव के सभी कर्मों के साक्षी हैं इसीलिए हमें सूर्य देव को जल देते समय वह मंत्र बोलना चाहिए ओम भूभुर्वः स्व: तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न प्रचोदयात् और ओम सूर्याय नमः का जाप करना चाहिए।
ब्रह्म पुराण के अनुसार सूर्य देव सब सृष्टि देवता है इनकी उपासना करने वाले भक्तों जो भी सामग्री अर्पित करते हैं भगवान सूर्य देव उसे लाख गुनाह करके लौट आते हैं। शाकन्द पुराण के अनुसार सूर्य देव को जल चढ़ाए बिना भोजन करना पाप कार्य के समान माना जाता है।
सूर्य देव को कैसे खुश करें ?
- पूजा में सूर्य देव को लाल पुष्प और लाल चंदन गुड़हल का फूल और चावल अर्पित करें गुड़ जब गुड़ की बनी मिठाई का भोग लगाएं पवित्र मन से सूर्य मंत्र का जाप करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं। और ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं।
- रविवार को व्रत रखने से सूर्य देवता खुश होते हैं। तथा सुबह सूर्य उदय होने से पहले उठकर स्नान करके जल अर्पित करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं यह सब उपाय करने से सूर्य देवता प्रसन्न होकर फल देते हैं।
- ब्राम्हण के अधिपति ग्रहों में सर्वश्रेष्ठ रोग नाशक शक्ति के राजा सूर्यदेव इन की विशेषताओं का गुणगान जितना किया जाए कम है सूर्य की किरणें ही पृथ्वी पर प्राकृतिक स्रोत है वही हिंदू धर्म में सूर्य को देवता माना जाता है।
सूर्य देव को जल देने की विधि
हमारे हिंदू धर्म में सूर्य देव को जल देने की विशेष महिमा बताई गई है वैदिक काल से ही सूर्य देव की उपासना होती आ रही है विष्णु पुराण , ब्रह्म पुराण , भगवत पुराण , नारद पुराण में भी इसकी चर्चा विस्तार पूर्वक बताई गई है ऐसा माना जाता है कि सूर्य देव की अपर दृष्टि से रोग और दुख नष्ट हो जाते हैं. सूर्य ग्रहण का हमारी कुंडली में विशेष महत्व माना जाता है साथ ही वह नवग्रह के राजा माने जाते हैं.
सुबह जल्दी उठे नित्य क्रियाओं से आप मुक्त हो जाएं स्नान आदि करके और लाल रंग के वस्त्र पहन ले और तांबे के लोटे में जल भरे और उस जल में अक्षत और कुमकुम डालें लाल रंग के फूल डालें और लोटे में चंदन लगाएं और उसके बाद जल अर्पित करें जल अर्पित करते समय गायत्री मंत्र का उच्चारण करें या फिर कुछ आप ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
सूर्य देव को जल कितने बजे देना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्यदेव आत्मा के कारक और पंचदेव में एक स्थान आता है ये भगवान सूर्य देव पंचदेव में से एक देवता है जो प्रत्यक्ष रूप में हमें दिखाई देते हैं हम इनका दर्शन करके इन्हें प्रतिदिन प्रणाम कर के अर्गा दे सकते हैं हम इनसे अपने मन की कामना कर सकते हैं.
भगवान सूर्य देव की पूजा करके हमें बहुत लाभ प्राप्त होता है और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि 43 दिन में मंकी कोई भी मनोकामना भगवान सूर्य देव पूरी कर देते हैं और भगवान सूर्य देव को अगर हम जल देते हैं तो वह पूर्ण हो जाते हैं इसीलिए जब हम सूर्य देव की प्रथा चाहते हैं तो हमें प्रतिदिन सूर्य उदय से पहले उठना चाहिए और स्नान करके सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए.
तांबे के लोटे में कुमकुम और अक्षत डालकर सूर्य देव को प्रतिदिन जल अर्पित करें जब भी सूर्य उदय हो तब ही प्रातः काल जल अर्पित करना चाहिए शास्त्रों के अनुसार सुबह 5 बजे सूर्य देव को जल देना चाहिए यह शुभ माना जाता है।
सूर्य को जल देने के फायदे | Surya ko jal dene ke fayde
- जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर हो उन्हें हर रोज सूर्य उदय होने पर जल चढ़ाना चाहिए इससे उनका आत्मविश्वास मजबूत होता है और साथ ही कुंडली में कमजोर सूर्य मजबूत होता है।
- सूर्य देव को जल चढ़ाने के लिए हर रोज सुबह उठकर स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में जल भरे उसमें कुमकुम और अक्षत डालकर सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए।
- सूर्य देव को जल देने से समाज में मान सम्मान और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है।
- सूर्य देव को जल देते समय अपना मुख पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए। अग्नि सूर्य की तरफ अपना मुख रखना चाहिए।
- सूर्य को जल देते समय ओम सूर्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए इससे बहुत ही लाभ मिलता है। और ऐसा करने से सूर्य देव आपकी सारी समस्याओं को खत्म कर देते हैं।
- सूर्य देव को जल देने से हमारा स्वास्थ्य कभी भी नहीं बिगड़ता है और हम हमेशा स्वस्थ वा तंदुरुस्त रहते हैं।
- अगर आपको कार्य सफलता में आपको उन्नति चाहिए तो रोज सुबह उठकर सूर्य देव को जल देने से आपको अपने कार्य में सफलता मिलेगी। अग्नि की सूर्य देव को जल चढ़ाने से नौकरी से संबंधित
- कोई भी परेशानी नहीं होगी। चाहे वह कोई भी नौकरी हो चाहे वह सरकारी ही क्यों ना हो।
- सूर्य देव को जल चढ़ाने से सारे ग्रह कंट्रोल में आ जाते हैं उससे आपको ग्रह से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं होगी।
- जिन लोगों के अपने पिता से संबंध ठीक नहीं होते काफी घरों के अंदर पिता और पुत्र में लड़ाई झगड़े होते रहते हैं आपस में विचार नहीं मिलते इसलिए सूर्य देव को जल चढ़ाने से पिता और पुत्र के संबंध ठीक हो जाते हैं।
FAQ : सूर्य को जल देने के फायदे
Q. सूर्य देव को जल देते समय कौन सा मंत्र बोला जाता है
Ans: सूर्य देव को जल देते समय ओम सूर्याय नमः का जाप करना चाहिए या फिर आप गायत्री मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
Q. सूर्य भगवान को कैसे खुश करें ?
Ans: सूर्य देव को खुश करने के लिए सूर्य देव की वस्तुओं का दान करें और मंत्र जाप करें सूर्य देव यंत्र की स्थापना करें सूर्य देव का हवन करें इससे सूर्य देव बहुत जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं.
Q. सूर्य को जल देने वाले लोटे में क्या डालें?
Ans: सूर्य देव को जल देने वाले लोटे में कुमकुम और अक्षत डालें लाल फूल डालें और चंदन लगाकर सूर्य देव को जल अर्पित करें।
निष्कर्ष
दोस्तों आपने आज देखा जैसे कि मैंने आप लोगों को आज सूर्य देव को जल देने के फायदे बताएं और यह भी बताया कि सूर्य देव को किस तरह से आप प्रसन्न कर सकते हैं और किन किन मंत्रों द्वारा आप उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं हमने आपको इसमें सूर्य देव को खुश करने के लिए मंत्र भी बताया है और सूर्य देव की पूजा विधि भी बताई है अगर आपको भी सूर्य देव की पूजा करनी है तो इस आप भी इस आर्टिकल को पढ़कर आप जान सकते हैं कि सूर्य देव की पूजा कैसे की जाती है।