ज्योतिष के 14 प्रकार जाने | एस्ट्रोलॉजी क्या है? | Type of astrology

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

Type of astrology ? ज्योतिष शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जो ग्रह, नक्षत्र, धूम केतु आदि और समय का ज्ञान कराता है . ज्योति शास्त्र का संबंध संसार के ज्ञान जीवन मरण के रहस्य जीवन के सुख दुख की जानकारी से है जीवन मरण के रहस्य जीवन के सुख-दुख की जानकारी से है। jyotish shastra ke naam ?

ज्योतिष शास्त्र एक ऐसी विद्या है . जिसमें आकाश पाताल धरती और मनुष्य के निजी जीवन में जानकारी एवं ज्ञान मिलता है इसके अलावा सूर्य चंद्र ग्रह नक्षत्र तारों आदि के विषय में सही सही सटीक जानकारी करना होता है।

jyotish shastra kya hai , , jyotish shastra kya hai, jyotish shastra kya hota hai, kya jyotish shastra jhutha hai, jyotish shastra jyotish shastra, about jyotish shastra in hindi, astrology jyotish shastra, jyotish shastra ke bare mein bataiye, what is jyotish shastra in hindi, jyotish shastra ki jankari, jyotish shastra kaise sikhe, jyotish shastra meaning in english, jyotish shastra ke bare mein bataen, jyotish shastra rekha, jyotish shastra ke bare mein, jyotish shastra ke upay, jyotish shastra video, jyotish ka video, पंच पक्षी शास्त्र, वैदिक ज्योतिष कुंडली, वैदिक ज्योतिष इन हिंदी PDF, लग्न क्या है, वैदिक ज्योतिष उपाय, क्या लग्न और राशि के बीच अंतर है, ज्योतिष किसे कहते हैं, लग्न कितने होते हैं, ज्योतिष डिग्री, ज्योतिष के फायदे, क्या कुंडली सच होती है, ज्योतिष में क्या उपाय करने से घटना बदल सकते है, भारतीय ज्योतिष कुंडली, ज्योतिष के प्रकार, ज्योतिष की समस्त शाखाओं को विस्तृत रूप से स्पष्ट कीजिए, ज्योतिष शास्त्र के रचयिता, ज्योतिष शास्त्र मराठी, मानव जीवन में ज्योतिष का प्रकार, ज्योतिष का महत्व, ज्योतिष शास्त्र के रचयिता, मानव जीवन में ज्योतिष के प्रकार, ज्योतिष की समस्त शाखाओं को विस्तृत रूप से स्पष्ट कीजिए, महर्षि ज्योतिष शास्त्र का परिचय, ज्योतिष शास्त्र का इतिहास, ज्योतिष शास्त्र का स्वरूप, ज्योतिष सीखें, ज्योतिष का महत्व, ज्योतिष शास्त्र के रचयिता, मानव जीवन में ज्योतिष के प्रकार, महर्षि ज्योतिष शास्त्र का परिचय, ज्योतिष शास्त्र मराठी, ज्योतिष की समस्त शाखाओं को विस्तृत रूप से स्पष्ट कीजिए, ज्योतिष शास्त्र का इतिहास,

भारतीय ज्योतिष मूल रूप से ग्रहों से संबंधित शास्त्र है। इसमें सूर्य चंद्रमा बुद्ध बृहस्पति गुरु शुक्र शनि और राहु केतु के विषय में ज्ञान प्राप्त होता है। ग्रहों में सूर्य को राजा माना जाता है . क्योंकि इसी के आधार पर समय की गणना की जाती है।

सभी ग्रहो का प्रकाश वह नक्षत्रों का प्रभाव धरती पर रहने वाले समस्त प्रकार के जीव जंतुओं और चीजों पर पड़ता है . जिसे विभिन्न बदलाव दिखाई पड़ते हैं। ज्योतिष कोई जादू टोना या चमत्कार ना होकर एक विज्ञान की तरह है .

जिसे दो भागों में बाटा गया है,

  1. भौतिक विज्ञान
  2. व्यावहारिक विज्ञान

1. भौतिक ज्योतिष विज्ञान क्या है ? | What is physical astrology ?

ज्योतिष शास्त्र की भौतिक विज्ञान शाखा में किसी भी घटना के कारण और परिणामों का अध्यन कर उसकी अधिक कल्पना करके समीकरण बनाए जाते हैं जिसकी पुष्टि प्रयोग द्वारा सिद्ध होती है Type of astrology।

2. व्यावहारिक ज्योतिष विज्ञान क्या है ? | What is practical astrology ?

  • ज्योतिष विज्ञान की व्यवहारिक शाखा में भौतिक प्रभाव का अध्ययन किया जाता है।
  • ज्योतिष ने मनुष्य पर सौर मंडल के प्रभाव को व्यवस्थित करके और विश्लेषण करके परिणाम निकाले जाते हैं ।
  • ज्योतिष मानो जीवन पर ग्रह नक्षत्र के प्रभाव तर्कसंगत और गणितीय आधार पर उपलब्ध आंकड़ों एवं सूचना के आधार पर भूत भविष्य और वर्तमान की जानकारी देना होता है।
  • सभी प्रकार की घटनाओं और जानकारियों को उपलब्ध कराने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत कई ज्योतिष पद्धति होती है जिनमें से कुछ पद्धति इस प्रकार हैं।

यह भी पढ़े :

3. कुंडली ज्योतिष क्या है ? | What is horoscope astrology?

Type of astrology कुंडली ज्योतिष व्यक्ति के जन्म के समय मैं आकाश के ग्रह तारों नक्षत्रों के आधार पर कुंडली बनाई जाती है। कुंडली शास्त्र के अंतर्गत व्यक्ति की राशियों और ग्रहों तथा 27 नक्षत्रों का अध्यन कर के व्यक्ति का भविष्य बताया और लिखा जाता है ।

4. नक्षत्र ज्योतिष क्या है ? | What is constellation astrology hindi?

नक्षत्र जा किसने 27 नक्षत्र के अंतर्गत व्यक्ति जिसने नक्षत्र में जन्म लेता है उसी के आधार पर उसका भविष्य बताया जाता है ।

5. हस्तरेखा ज्योतिष क्या है ? | What is palmistry astrology hindi ?

 

हस्तरेखा ज्योतिष के अंतर्गत हाथों की रेखाओं को देखकर भविष्य बताया जाता है . व्यक्ति की हथेली में बने हुए चक्र क्रश तथा अन्य प्रकार की रेखाओं आधार पर व्यक्ति का भूत और भविष्य बताया जाता है ।

6. वैदिक ज्योतिष क्या है ?| What is Vedic Astrology?

वैदिक ज्योतिष व्यक्ति के जन्म के समय उसकी राशि के आधार पर चक्र नौ ग्रह के साथ गणना की जाती है Type of astrology।

7. लाल किताब की विद्या क्या होती है ? | What is the science of Lal Kitab?

book

लाल किताब एक ऐसी किताब है जिसे व्यवहारिक माना जाता है लाल किताब की विद्या कठिन है क्योंकि इस विद्या को जानने के बाद साधक बिना कुंडली देखें सब कुछ बता देता है’।

8. सामुद्रिक विद्या क्या होती है ? | What is Oceanography?

यह विद्या भी भारत में प्राचीन ज्योतिष विद्या है इसके अंतर्गत व्यक्ति के चेहरे, नैन नक्श, शरीर की बनावट और माथे की रेखाएं देखकर संपूर्ण चरित्र और भविष्य बता दिया जाता है।

9. नंदी नाड़ी ज्योतिष की क्या है ? | What is Nandi Nadi astrology hindi?

यह विद्या भगवान शंकर के पुत्र नंदी से जुड़ी हुई है इसीलिए इसे नंदी नाड़ी ज्योतिष कहा जाता है यह मूल रूप से ताड़ पत्र के द्वारा भविष्य बताती है।

10. अँगूठा शास्त्र क्या है ? | What is Thumbhastra?

अंगूठा शास्त्री ज्योतिष में अंगूठे की छाप लेकर उसकी उभरी हुई रेखाएं देखकर किसी भी व्यक्ति का भविष्य बताया जाता है।

11. अंक ज्योतिष क्या है ? | What is numerology hindi?

अंक ज्योतिष मैं अंकों के विश्लेषण द्वारा भविष्य बताए जाता है । लोगों का व्यक्तित्व और भविष्य उनकी संबंधित संख्या का विश्लेषण कर बताया जाता है व्यक्ति के जन्मांक के आधार पर व्यक्ति का भविष्य और व्यवहार बताया जाता है .

12. टैरो कार्ड रीडिंग क्या है ? | What is a tarot card hindi?

टैरो कार्ड ताश के पत्तों की तरह होते हैं जिनके द्वारा व्यक्ति का भविष्य और भाग्य बताया जाता है Type of astrology।

13. चीनी ज्योतिष क्या है ? | What is Chinese astrology?

चीनी ज्योतिष में 12 वर्ष को चूहा, बैल, चीता, बिल्ली, ड्रैगन, सर्प, अश्व, बकरी, वानर, मुर्ग, कुत्ता और सुअर इन पशुओं कर नाम से वर्ष को निर्धारित किया गया है जो व्यक्ति जिस वर्ष में जन्म लेता है .

उसकी राशि उसी वर्ष के अनुसार होती है उसका चरित्र और भाग्य तथा अन्य गुण उसी वर्ष के अनुसार गणना करके बताया जाता है।

14. पंच पक्षी सिद्धान्त ज्योतिष क्या है ? | What is Panchbird Siddhanta Astrology?

इस ज्योतिष सिद्धांत को पांच पक्षियों के नाम के अनुसार रखकर समय को बाटा गया है सिद्धांत के अनुसार जब कोई काली जिस पक्षी की स्थिति के समय होता है .

panch pakshi

उसी के अनुसार फल मिलता है गिद्ध, उल्लू, कौआ, मुर्गा और मोर पक्षियों के नाम पर सिद्धांत को व्यक्ति की लगन नक्षत्र जन्म के आधार पर भविष्य बताए जाता है।

इसके अलावा कई देशों में अपनी अलग अलग ज्योतिष विद्याएं Type of astrology होती है जिनके आधार पर वहां भविष्यवाणी और भविष्य बताया जाता है कुछ देशों की ज्योतिष विद्या के नाम इस प्रकार से हैं माया, हेलेनिस्टिक, सेल्टिक, पर्शियन या इस्लामिक, बेबिलोन आदि ।

-: चेतावनी disclaimer :-

सभी तांत्रिक साधनाएं एवं क्रियाएँ सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं, किसी के ऊपर दुरुपयोग न करें एवं साधना किसी गुरु के सानिध्य (संपर्क) में ही करे अन्यथा इसमें त्रुटि से होने वाले किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे .

हमारी वेबसाइट OSir.in का उदेश्य अंधविश्वास को बढ़ावा देना नही है, किन्तु आप तक वह अमूल्य और अब तक अज्ञात जानकारी पहुचाना है, जो Magic (जादू)  या Paranormal (परालौकिक) से सम्बन्ध रखती है , इस जानकारी से होने वाले प्रभाव या दुष्प्रभाव के लिए हमारी वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नही होगी , कृपया-कोई भी कदम लेने से पहले अपने स्वा-विवेक का प्रयोग करे !  

❤ इसे और लोगो (मित्रो/परिवार) के साथ शेयर करे जिससे वह भी जान सके और इसका लाभ पाए ❤

Leave a Comment