वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए : हेलो दोस्तो नमस्कार आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में बताएंगे अगर आप जानना चाहते हैं.
तो हमारे इस लेख को अवश्य पढ़ें दोस्तों हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी की पूजा धन की प्राप्ति के लिए की जाती है इन्हें धन की देवी कहा जाता है इनके अनेक रूपों की पूजा की जाती है और कोई मां लक्ष्मी को वैभव लक्ष्मी से तो कोई उन्हें धन लक्ष्मी के रूप में पूछता है धन की देवी मानने वाली वैभव लक्ष्मी का व्रत कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
अगर आप भी चाहते हैं कि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद आपके ऊपर हमेशा बना रहे तो आपको इसके लिए वैभव लक्ष्मी का व्रत करना होगा अगर आप वैभव लक्ष्मी का व्रत करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं लक्ष्मी माता का दिन शुक्रवार के दिन होता है.
तो आप इस व्रत को शुक्रवार के दिन आरंभ कर सकते हैं और अपने जीवन में मां वैभव लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं अगर आप सर वो लक्ष्मी का व्रत करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अवश्य पढ़ें.
क्योंकि आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से वैभव लक्ष्मी का व्रत कैसे किया जाता है और या व्रत में क्या खाया जाता है और वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाया जाता हैं। और वैभव लक्ष्मी की पूजा करने में क्या क्या सामग्री लगती है.
अगर आप इस संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य करें तो आइए जानते हैं कि वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए।
PDF Name | वैभव लक्ष्मी व्रत कथा | Vaibhav Laxmi Vrat Katha PDF |
No. of Pages | 25 |
PDF Size | 0.37 MB |
Language | Hindi |
Category | आध्यात्म और मंत्र |
Download Link | ✔ डाऊनलोड के लिए उपलब्ध |
- 1. वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए ? | vaibhav laxmi ke vrat me kya nahi khana chahiye
- 2. वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं करना चाहिए ?
- 3. वैभव लक्ष्मी माता के व्रत का महत्व | Vaibhav lakshmi mata ke vrat ka mahatva
- 4. वैभव लक्ष्मी व्रत के लिए क्या नियम जरूरी हैं ?
- 5. वैभव लक्ष्मी व्रत के लिए लगने वाली पूजा सामग्री
- 6. वैभव लक्ष्मी व्रत की पूजा विधि | Vaibhav lakshmi vrat ki puja vidhi
- 7. वैभव लक्ष्मी व्रत कथा pdf | vaibhav laxmi vrat katha pdf
- 8. वैभव लक्ष्मी माता के व्रत के फायदे | Vaibhav lakshmi vrat karne ke fayde
- 9. FAQ : वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए ?
- 9.1. वैभव लक्ष्मी व्रत कब से शुरू करना चाहिए?
- 9.2. वैभव Laxmi पूजा कितने बजे करनी चाहिए ?
- 9.3. लक्ष्मी जी के कितने मंत्र हैं?
- 10. निष्कर्ष
वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए ? | vaibhav laxmi ke vrat me kya nahi khana chahiye
लक्ष्मी के व्रत में आप इन चीजों को खा सकते हैं।
1. वैभव लक्ष्मी के व्रत में आप और साबूदाने की खिचड़ी खा सकते हैं या फिर साबूदाने का पुलाव खा सकते हैं।
2. कुटू की सब्जी खा सकते हैं।
3. कुटू के पराठे भी खा सकते हैं।
4. वैभव लक्ष्मी के व्रत में सिंघाड़े की नमकीन भी खा सकते हैं।
5. आलू खीरे अथवा मूंगफली का सलाद भी खा सकते हैं।
6. कच्चे केले की टिक्की भी खा सकता है।
वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं करना चाहिए ?
वैभव लक्ष्मी के व्रत में सात्विक का भोजन ग्रहण करना चाहिए अपने मन और शरीर को एकदम शांत रखना चाहिए इस दिन आप अपने मन में किसी भी प्रकार की बुराई या फिर नकारात्मक शक्ति का विचार ना लेकर आएं और ईर्ष्या या घृणा ऐसी भावना से मन में बिल्कुल भी ना लेकर आए शुद्ध मन से व्रत का पालन करें।
वैभव लक्ष्मी माता के व्रत का महत्व | Vaibhav lakshmi mata ke vrat ka mahatva
वैभव लक्ष्मी का व्रत धन की प्राप्ति के लिए किया जाता है देवी लक्ष्मी के 8 रूपों में से एक वैभव लक्ष्मी का रूप माना जाता है जिसकी पूजा अर्चना करके आप अपने दरिद्रता को मिटा सकते हैं पर आप अपने घर में वैभव लक्ष्मी का आगमन चाहते हैं तो यह व्रत खासतौर पर रखें इससे आपके घर में किसी भी प्रकार की बाधाएं और आर्थिक संकट दूर हो जाता है.
मार्ग से भटकते हुए व्यक्ति को सही रास्ता मिल जाता है वैभव लक्ष्मी का व्रत शुक्रवार के दिन किया जाता है यह व्रत पुरुष या फिर महिला कोई भी कर सकता है इस व्रत का संकल्प लेकर और खत्म होने तक इस व्रत का उद्यापन किया जाता है।
वैभव लक्ष्मी व्रत के लिए क्या नियम जरूरी हैं ?
वैभव लक्ष्मी का व्रत करने के लिए आपको कुछ नियम फॉलो करने होते हैं।
- वैभव लक्ष्मी का व्रत पुरुष स्त्री दोनों में से कोई भी कर सकता है यह व्रत शुक्रवार के दिन किया जाता है।
- इस व्रत को करने के लिए आप शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होकर जय मां लक्ष्मी के नाम का जाप करें और इस मंत्र का जाप आपको श्रद्धा पूर्वक करना है।
- शुक्रवार के दिन 11 या फिर 21 दिन तक या व्रत रखें और इसका संकल्प लें संकल्प लेने के बाद शुक्रवार आते ही इसको पूजा विधि के साथ पाठ और उपवास रखना होता है. व्रत की पूजा विधि प्रारंभ करने के बाद लक्ष्मी सतवन का 1 बार पाठ जरूर करना है इसे आप को बहुत बड़ा लाभ प्राप्त होता है अगर आप श्री यंत्र की स्थापना अपने घर में करते हैं तो मां वैभव लक्ष्मी को प्राप्त करते हैं क्योंकि श्री यंत्र वैभव लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है.
- दिन आप वैभव लक्ष्मी का व्रत रखते हैं उस दिन आपको पूरा दिन उपवास रखना होता है अगर आपसे पूरा दिन उपवास ना हो सके तो फल या फिर एक बार भोजन कर सकते हैं हमने आपको सेवन करने वाली चीजें ऊपर बताए हैं जिनका प्रयोग आप लोग कर सकते हैं
- अगर आप किसी भी यात्रा पर गए हैं और बीच में शुक्रवार पड़ जाता है तो आप इसे अगले शुक्रवार को व्रत रहे क्योंकि यह व्रत घर पर ही रह कर किया जाता है। और इस व्रत को शुद्ध होकर ही करना जरूरी होता है।
वैभव लक्ष्मी व्रत के लिए लगने वाली पूजा सामग्री
माँ लक्ष्मी के अलग अलग स्वरूप जैसे की
- श्री अधिलक्ष्मी
- श्री ऐश्वर्यलक्ष्मी
- श्री गजलक्ष्मी
- श्री धान्यलक्ष्मी
- श्री वीरलक्ष्मी
- श्री सन्तानलक्ष्मी
- श्री यंत्र का चित्र
सर्वप्रथम स्थापित करे.उसके बाद आपको बैठने के लिए एक साफ सुथरा आसन लेना हैं.
अगर आपके पास सोना हैं तो सोना ले नहीं तो चांदी भी ले सकते हैं और चांदी भी नहीं हैं तो रूपये का सिक्का भी ले सकते हैं. इसका बाद आपको जरूरत पड़ेगी धुप, लाल रंग का फुल, दीप, लाल कपडा, ताम्र पत्र (कलश) और कलश पर रखने के लिए एक कटोरी तथा घी, नैवेद, हल्दी, फल, और कुमकुम यह सारी सामग्री की जरूरत आपको पड़ेगी.
वैभव लक्ष्मी व्रत की पूजा विधि | Vaibhav lakshmi vrat ki puja vidhi
- सबसे पहले आपको सुबह उठकर स्नान आदि से संपन्न होकर सुबह साफ कपड़े पहन कर पूरा दिन माता के अलग-अलग रूपों को याद करना है फिर शाम को साफ-सुथरे होकर आसन पर बैठकर व्रत का आरंभ कर और इस व्रत को आप पूर्व दिशा की ओर मुख करके करेंगे।
- किसी भी मीठी चीज से बना प्रसाद आप भोग में लगा सकते हैं अपने सामने एक पाटा रखकर उस पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछा दें और चावल का एक छोटा सा देश बना ले उसके बाद उसे ढेर पर पानी का भरा एक कलश रखना है उस कलर्स पर एक कटोरी रखकर उसमें थोड़े से चावल रखने हैं और उस कटोरी के अंदर सोने चांदी के रुपए का सिक्का डालना है।
- उसके बाद माता लक्ष्मी के सभी रूपों का चित्र अपने उस पाटे पर रखने और श्री यंत्र भी रख ले उसके बाद उन सभी रूपों की श्रद्धा पूर्वक पूजा करनी है उसके पश्चात लक्ष्मी स्तवन का पाठ शुरू करें।
- उसके बाद जो आपने कलर्स के ऊपर कटोरी रखी हुई है उसके अंदर एक सिक्का और हल्दी कुमकुम और चंदन चढ़ा कर उसकी पूजा करनी है। उसके बाद माता लक्ष्मी की आरती करनी है।
वैभव लक्ष्मी व्रत कथा pdf | vaibhav laxmi vrat katha pdf
वैभव लक्ष्मी व्रत की पूजा विधि पीडीएफ | Vaibhav lakshmi vrat ki puja vidhi PDF | Download link |
वैभव लक्ष्मी माता के व्रत के फायदे | Vaibhav lakshmi vrat karne ke fayde
- अगर आपका वैभव लक्ष्मी माता का व्रत रखते हैं तो आपके मन में सकारात्मक सोच होनी चाहिए।
- अगर कोई व्यक्ति रास्ता भटक गया है और वो व्यक्ति उस रास्ते को पाना चाहता है तो इस व्रत को अवश्य करें।
- अगर आपकी आर्थिक संकट में फंसे हुए हैं और उससे आप दूर होना चाहते हैं तो माता लक्ष्मी और वैभव लक्ष्मी सही मार्ग दिखाती हैं।
- आपके घर में कोई नकारात्मक ऊर्जा फैली हुई है उसे भी आप दूर कर सकते हैं।
- अगर आपके घर में कोई विवाद लड़ाई झगड़ा चल रहा है तो उसे भी आप वैभव लक्ष्मी का व्रत करके दूर कर सकते हैं।
FAQ : वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए ?
वैभव लक्ष्मी व्रत कब से शुरू करना चाहिए?
वैभव Laxmi पूजा कितने बजे करनी चाहिए ?
लक्ष्मी जी के कितने मंत्र हैं?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस नेट के माध्यम से वैभव लक्ष्मी के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में बताया और यह भी बताया कि महालक्ष्मी के वैभव लक्ष्मी रूप का व्रत करने से मां लक्ष्मी जल्द ही प्रसन्न हो जाती हैं और इसका व्रत कैसे और कब करना है व्रत करने के नियम और पूजा सामग्री क्या है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको इन सारे विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी और मां वैभव लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद आपको मिल गई होगी उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।