सफेद जादू कैसे सीखे White magic kaise sikhe : दोस्तों आप जादू के विषय में जरूर जानते हैं कहीं ना कहीं आप लोगों ने इनके विषय में सुना देखा और जाना है ऐसे में white magic kaise sikhe? white magic क्या है इस संबंध में हम आपको अपने आर्टिकल में बताएंगे। सफ़ेद जादू को प्राकृतिक जादू भी कहते हैं .
जादू की दुनिया ने दो प्रकार के जादू को स्पष्ट करने का प्रयास किया है जिसमें से एक को काला जादू और दूसरे को सफेद जादू के नाम से कहा गया है। सफेद जादू को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है वही काला जादू को नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है।
जादू के जानकार इस बात को मानते हैं कि सफेद जादू हमेशा भलाई के लिए होता है और काले जादू को एक व्यक्तिगत लाभ के रूप में देखा जाता है परंतु जादू के जानकार यह भी मानते हैं कि जादू कोई भी उसमें सामाजिक रीति-रिवाजों को तोड़कर ही किया जाता है।
- 1. सफेद जादू और काला जादू में अंतर
- 2. सफ़ेद जादू कैसे सीखे | white magic kaise sikhe ?
- 2.1. 1. एक वेदी बनाएं
- 2.2. 2. शांत स्थान चुनें
- 2.3. 3. वस्तुओं का व्यवस्थित क्रम रखें
- 2.4. 4. लक्ष्य निर्धारित करें
- 2.5. 5. अतिरिक्त वस्तुओं को चुने
- 2.6. 6. साधना प्रारंभ करें
- 3. सांप और बिच्छू का जहर उतारने का मंत्र
- 4. बिच्छू उतारने का मंत्र
- 5. FAQ : white magic kaise sikhe
- 5.1. नजरबंदी क्या है ?
- 5.2. सफेद जादू के लिए कौन सा मंत्र है ?
- 5.3. काला जादू और सफेद जादू में क्या अंतर है ?
- 6. निष्कर्ष
सफेद जादू और काला जादू में अंतर
दोस्तों काला जादू और सफ़ेद जादू के बीच यदि अंतर को देखा जाये तो काला जादू काली बुरी और नकारात्मक शक्तियों से जोड़कर देखा जाता है जिसमे लोगों को आर्थिक और शारीरिक हानि होती है व व्यक्ति के निजी स्वार्थ से जुड़ा होता है .लोगों की नजर में इसे घृणा प्रतिशोध और विनाश से जोड़कर देखा जाता है .
सफ़ेद जादू की बात की जाये तो यह अच्छाई से जोड़ कर देखते है क्योकि इसमें दया नैतिकता और व्यक्ति की भलाई छिपी होती है .इसमें दैवीय शक्ति और महिमा होती है जो साधक प्राप्त करता है यह व्यक्ति की गलत इच्छा पर आत्मघात का प्रतिनिधित्व करता है।
सफ़ेद जादू कैसे सीखे | white magic kaise sikhe ?
जादू सफेद हो या काला प्रक्रिया लगभग एक ही जैसी होती हैं परंतु जादू के जानकारों के आधार पर white magic कैसे सीखे इसके सीखने के तरीके क्या है आइए हम आपको चरण बद्ध तरीके से बताते हैं।
1. एक वेदी बनाएं
सफेद जादू सीखने के लिए सबसे पहले एक ऐसी बेदी बनाएं जिस पर आपके अनुष्ठान के लिए प्रयोग की जाने वाली वस्तु को रखने की पर्याप्त जगह हो। इसके लिए आप एक कॉफी टेबल रात्रि स्तंभ जैसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वेदी के लिए आप गोल मेज भी ले सकते हैं या फिर बहुत से चिकित्सक लोग जैसे आयताकार या वर्गाकार टेबल का भी प्रयोग करते हैं ऐसी वेदी का भी प्रयोग कर सकते हैं। वेदी के लिए प्रयोग की जाने वाली लकड़ी विशेष होनी चाहिए जैसे आम की लकड़ी।
2. शांत स्थान चुनें
किसी भी प्रकार की साधना के लिए जब तक कोई शांत स्थान नहीं होगा तब तक आप की साधना करने में बाधाएं उत्पन्न होती रहती हैं ऐसे में आपको सबसे पहले एक घर या बाहर कहीं पर भी शांति स्थान का चयन करें।
बेदी को उत्तर या पूर्व की ओर रखकर ध्यान केंद्रित करें बेदी के पास अपनी प्रतीकात्मक चीजें जैसे देवी देवता की मूर्ति आदि को रख सकते हैं आप जिस देवी देवता का प्रतिनिधित्व करते हैं उसकी प्रतिमा को लगा सकते हैं।
बेदी के चारों ओर ऐसी प्रतिमाओं का चयन करें जो चारों दिशाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं इनके लिए आप सफेद या हल्के रंग के कोई भी प्रतीक उपयोग कर सकते हैं अगर आप शराब का प्रयोग करते हैं तो सफेद शराब का ही प्रयोग करें.
3. वस्तुओं का व्यवस्थित क्रम रखें
वेदी पर वस्तुओं को व्यवस्थित क्रम में रखने के लिए उत्तर की तरफ एक पंचकोट, पत्थर, नमक, भोजन तथा हरे पीले रंग की मोमबत्ती कोई चारों तरफ रखें। दक्षिण की तरफ आग तेल अनुष्ठान चाकू परिधि पर एक लाल मोमबत्ती रखें.
पूरब की ओर हवा धूप पंख घंटी और आपकी छवि द्वारा जो प्रतिनिधित्व करता है उसे रखे तथा पीले या नीले रंग की मोमबत्ती रखें।पश्चिम की ओर पानी सीपियां, एक प्याला शराब, एक कड़ाही और परिधि की ओर नीली हरी मोमबत्ती रखें।
4. लक्ष्य निर्धारित करें
सफेद जादू सीखने से पहले अपना लक्ष्य स्पष्ट करके रखें क्योंकि सफेद जादू हमेशा सकारात्मक और भलाई के लिए होता है जिससे आपको खुशी शांति और विकास प्राप्त होता है इस जादू को सीखने का मतलब है कि आपको किसी दूसरे के प्रति जबरदस्ती कभी मंत्र का प्रयोग नहीं करना है.
जिससे कोई व्यक्ति आपके लिए मजबूर हो बल्कि उन्हीं चीजों के प्रति उपाय करते हैं जिसके लिए आप लक्ष्य के रूप में चयनित करते है.
5. अतिरिक्त वस्तुओं को चुने
वेदी के अलावा और कई सारी वस्तुओं को सफेद जादू सीखने के लिए आम तौर पर लिया जाता है जो उसका माध्यम होती हैं जैसे जड़ी बूटियां परंपराओं के प्रतीक आदि।
कुछ वस्तुओं का चयन इस प्रकार है जैसे अगर आप किसी से प्रेम करना चाहते हैं तो काली मिर्च, बुद्धि का प्रयोग करना चाहते हैं तो उल्लू की मूर्ति, स्थिर प्रेम के लिए केसर का घड़ा रख सकते हैं।
6. साधना प्रारंभ करें
सफेद जादू कैसे सीखें इसके लिए आप वेदी के चारों ओर एक घेरा बनाकर उसी के अंदर खड़े हो जाएं और वेदी की ओर मुख करके अन्य वस्तुओं के साथ हाथों और चेहरे को सर्कल केंद्र में मिलाएं।
अपने लक्ष्य को निर्धारित कर के दिमाग को केंद्रित करें और वेदी की रखी वस्तुओं का प्रयोग करें अपनी प्रतीकात्मक वस्तु जैसे चाकू या छड़ी का इस्तेमाल करें तथा मंत्र से संबंधित मार्गदर्शन के लिए अपने इष्ट देवता से प्रार्थना को शुरू करें
अनुष्ठान कोई भी करें मंत्र उसी के अनुरूप होने चाहिए इसके लिए आप स्वयं मंत्र बना सकते हैं या किसी पुस्तक से भी पढ़ सकते हैं इस दौरान आपको किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार या घृणास्पद भावना नहीं रखनी चाहिए।
सांप और बिच्छू का जहर उतारने का मंत्र
इस मंत्र को नीम की दाल को लेकर 108 बार जाप किया जाता है।
ॐ नमो आदेश गुरु का,काला बिच्छू कंकरीयाला,
सोना का डंक ,रुपे का भाला,उतरे तो उतारूँ,
चढ़े तो मारूं।नीलकंठ मोर ,गरुड़ का आयेगा,
मोर खायेगा तोड़ ,जा रे बिच्छू डंक छोड़,
मेरी भक्ति ,गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ,ईश्वरो वाचा।
बिच्छू उतारने का मंत्र
इस मंत्र को 100000 बार जाप करना होता है और 10 हजार बार आहुतियां देना होगा।
पर्वत उपर सुरही गाई। कारी गाई की चमरी पूंछी
तेकरे गोबरे बिछी बियाई। बिछी तोरे कर अटठारह जाति
छ कारी छ पियारी छ भुमाधारी छ रतन पवारी छ कूं हूं कूं हूं छारि
उतरू बिछी हाड हाड पोर पोर । कस मारे लील कंठ मर मार
महादेव की दुहाई गौरा पार्वती की दुहाई। अनीत टेहरी शडार बन छाई ।
उतरहिं बोछी हनुमंत की आज्ञा दुहाई हनुमंत की ।
FAQ : white magic kaise sikhe
नजरबंदी क्या है ?
सफेद जादू के लिए कौन सा मंत्र है ?
काला जादू और सफेद जादू में क्या अंतर है ?
निष्कर्ष
सफेद जादू या white magic कैसे सीखें ? यह सभी जादू कठिन साधना और तपस्या के बाद सिद्ध हो जाते हैं जैसा कि हम जानते हैं कि सफेद जादू सकारात्मक और अच्छाई से युक्त होते हैं इसलिए सफेद जादू सीखना एक प्रकार से भलाई की ओर चलना है।
काला जादू भी भलाई के लिए होता है लेकिन कभी-कभी इसके नकारात्मक प्रयोग होते हैं जिसकी वजह से इसे काला जादू कहा जाता है यह सभी जादू विभिन्न प्रकार की शक्तियों से भरपूर होते हैं जिसकी वजह से इनकी साधनाएं कठिन होती हैं लेकिन सिद्ध होने के बाद हमारे पास कई प्रकार की सिद्धियां भी आ जाती है।
ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति सफेद जादू या काला जादू सीख रहा है तो उसे भलाई और अच्छाई का ध्यान देना जरूरी है