Kaal sarp dosh ka nivaran mantra ? हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम आप लोगों को कालसर्प दोष के बारे में बताने जा रहे हैं दोस्तों आज हम आप लोगों को काल सर्प दोष के मंत्र बताएंगे कालसर्प दोष एक ऐसा दोष है। जो अगर या किसी व्यक्ति के ऊपर लग जाए तो इतनी जल्दी जाने नहीं आता लेकिन आज हम आप लोगों को इस कालसर्प दोष के निवारण के उपाय बताएंगे कि आप कैसे कालसर्प दोष को मिटा सकते हैं। अगर आपके ऊपर भी कालसर्प दोष लगा हुआ है तो उसको मिटाने के लिए आप इन नियमों का पालन करेंगे तो आपका कालसर्प दोष दूर हो जाएगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में कालसर्प दोष का निवारण राहु केतु कि स्थिति पर निर्भर करता है हालांकि ऐसा कहा जाता है कि कई ज्योतिष शास्त्र इस दोष को नहीं मानते हैं। भाद्रपद की अमावस्या को कालसर्प दोष का शुभ दिन माना जाता है इस दिन पूजा पाठ करके मंत्रों का जाप करके आप कालसर्प योग मिटा सकते हैं तो आइये जानते हैं कि कालसर्प दोष क्या है? और इसके निवारण का क्या उपाय है।
कालसर्प दोष निवारण मंत्र
कालसर्प दोष का निवारण करने के लिए राहु केतु की पूजा करें राहु और केतु का मंत्र जाप करें.
राहु के मंत्र– ।।ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:।।
केतु के मंत्र – ।। ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रों सः केतवे नमः।।
विधि :
भगवान शिव की पूजा अर्चना करना चाहिए “ओम नमः शिवाय” का जाप करें सरसों के तेल का दीपक जलाएं 21000 मंत्र का जाप करें. कालसर्प दोष के कारण जीवन में आने वाली समस्याओं दूर करने में आपकी मदद करेगा.
प्रतिदिन ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का 108 बार जाप करें और भगवान श्री कृष्ण की पूजा और आराधना करें. कालसर्प दोष के लिए 1 दिन में महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें. इन दोष के प्रभाव को दूर कर सकता है यह महामृत्युंजय मंत्र और कालसर्प दोष के लिए सबसे अच्छा समाधान है महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। नान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
कालसर्प दोष के उपाय | Kaal sarp dosh ka nivaran
- अब हम बात करेंगे कालसर्प जैसे भयानक दोष से कैसे बचे कालसर्प दोष से बचने के लिए सबसे उत्तम उपाय है।
- कालसर्प दोष की किसी भी तीर्थ स्थान पर विधिवत तरीके से शांति करा लेना कालसर्प दोष से बचने के लिए शांति ही एकमात्र उपाय है।
- कालसर्प दोष से बचने के लिए घर पर भी कुछ उपाय कर सकते हैं जैसे कि भगवान शिव का अभिषेक करना पंचामृत से अभिषेक करना सर्प का पूजन करना महामृत्युंजय मंत्र का जप करना या फिर नाग स्त्रोत का पाठ करना साथ में राहु काल में नाग नागिन जोड़े का पूजन करके उन्हें जल में प्रवाहित कर देना.
- कालसर्प दोष से बचने के लिए राहु केतु मंत्र का जप करना।
कालसर्प दोष के प्रकार ?
कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते हैं जो एक जन्मपत्री में राहु और केतु के पदों पर निर्भर हैं ज्योतिषी के अनुसार कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते हैं।
जातक के बुरे समय और अनिष्ट कारी घटनाओं को जन्म देने वाला यह कालसर्प योग माना जाता है ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से यह जातक के जीवन में कठिन परेशानियां संकट व्यापार में वृद्धि जॉब के लिए परेशानी विवाह आदि संतान से संबंधित बाधाएं उत्पन्न करने वाला माना जाता है। यह जातक को मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है क्योंकि कालसर्प दोष पूरा पूरा संबंध पूर्व में किए गए कर्मों के हिसाब से हमें प्राप्त होता हैं पूर्व में किए गए बुरे कर्मों के कारण जातक को कालसर्प दोष जैसा भयानक दोष उसकी जन्म कुंडली में आ जाता है जो उसके जीवन को पूरी तरीके से प्रभावित करता है। यह कई प्रकार की परेशानियां और संकट देने वाला है।
- अनंत कालसर्प योग
- कुलिक कालसर्प योग
- वासुकि कालसर्प योग
- शंखपाल कालसर्प योग
- पदम कालसर्प योग
- महापदम कालसर्प योग
- तक्षक कालसर्प योग
- कारकोटक कालसर्प योग
- शंखचूड़ कालसर्प योग
- घातक कालसर्प योग
- विषधर कालसर्प योग
- शेषनाग कालसर्प योग
कालसर्प दोष के लक्षण ?
- जिन जातकों को कालसर्प दोष होता है ऐसे जातकों को सपने में नदी, कुआ , तालाब या समुद्र बहुत ज्यादा मात्रा में सपने में दिखाई देता है।
- जिन जातकों को कालसर्प दोष होता है उन्हें उल्टा सोने पर काफी अच्छी नींद आती है और उसी के साथ साथ ऐसे जातकों को धूप भी काफी मधुर लगती है किसी भी मौसम में इन्हे धूप बहुत अच्छी लगते हैं।
- सपने में मकान , अधिक जंगल का दिखाई देना या अधिक भवनों का दिखाई देना कालसर्प दोष का ही लक्षण माना जाता है।
- और जिन जातकों को कालसर्प दोष होता है उन्हें ऊंचाई से या फिर पानी से और एकांत जगह पर इनको बहुत डर लगता है।
- कालसर्प दोष वाले जातक को लड़ाई झगड़ा वाद विवाद आदि से संबंधित सपने ज्यादा दिखाई देते हैं।
अगर आपके यहां संतान नहीं है तो अगर आप सपने में किसी बच्चे को मरा हुआ देखते हैं तो समझ लीजिए कि आपको कालसर्प दोष है।
FAQ : कालसर्प दोष का मंत्र
कालसर्प दोष का मंत्र क्या है?
नाग गायत्री मंत्र: 'ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्। ' इस मंत्र को कालसर्प दोष निवराण के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके अलावा आप 'ॐ नमः शिवाय' और 'ॐ नागदेवताय नम:' मंत्र का जाप कर सकते हैं। रुद्राक्ष माला से 108 बार जप करना होता है।
काल सर्प दोष क्या है?
काल सर्प दोष निवारण का अर्थ है मृत्यु और सर्प का अर्थ है सांप उसे ही कालसर्प दोष कहते है
कालसर्प दोष निवारण मंदिर कहाँ कहाँ है?
कालसर्प दोष की पूजा उज्जैज (मध्यप्रदेश), ब्रह्मकपाली (उत्तराखंड), त्रिजुगी नारायण मंदिर (उत्तराखंड), प्रयाग (उत्तरप्रदेश), त्रीनागेश्वरम वासुकी नाग मंदिर (तमिलनाडु) आदि जगहों पर होती है परंतु त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र) को खास जगह माना जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आपने देखा हमने आज आपको कालसर्प दोष का निवारण बताया और कालसर्प दोष का मंत्र भी बताया दोस्तों इसका उपयोग करके आप कालसर्प दोष को मिटा सकते हैं इसमें जो मंत्र दिए गए हैं यह बहुत ही प्रभावशाली हैं तो आप भी इसका प्रयोग करें अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं और ज्यादा से ज्यादा इसे शेयर करें.