गजकेसरी योग क्या है 6 लाभ जाने गजकेसरी योग मजबूती के 3 उपाय | गजकेसरी योग : gajakesari yog

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गजकेसरी योग gajakesari yog : हेलो हमारे प्रिय दर्शकों आप लोगों को हमारा प्रणाम आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से गजकेसरी योग के विषय में जानकारी प्रदान करने वाले हैं जिसमें हम आप लोग को बताएंगे गजकेसरी योग क्या होता है, इस योग का आपके जीवन से क्या संबंध है, और यह योग कब और कैसे बनता है.

गजकेसरी योग

क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग बनता है तो वह व्यक्ति भौतिक सुख संपदा से परिपूर्ण हो जाता है और उसके जीवन में सभी प्रकार के कष्ट अपने आप दूर हो जाते हैं.

इसके अलावा यह भी कहा गया है गजकेसरी योग गुरु और चंद्र से बनता है यानी कि जब आपकी कुंडली के हिसाब से आपकी जो राशि होगी और उस राशि का जो स्वामी होगा उसकी दृष्टि चंद्रमा पर पड़ेगी तो फिर आपकी कुंडली में राजयोग बनता है, और ऐसे जातक के जीवन में खुशियां ही खुशियां रहती है .

वैसे तो ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के योग बताए गए हैं जिनके चलते हर व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार से अलग-अलग प्रकार के बदलाव नजर आते हैं जिसमें सबसे खास राज योग को माना जाता है.क्योंकि जिस जातक की कुंडली में राजयोग होता है वह व्यक्ति राजा के समान महान और धन संपदा से परिपूर्ण होता है.

लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है राजयोग हर किसी कुंडली में नहीं होता है इसी तरह से गजकेसरी योग हर किसी व्यक्ति की कुंडली में नहीं होता है जिसके चलते जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं और फिर वह व्यक्ति लाख कोशिश करते हुए भी उन समस्याओं से बाहर नहीं निकल पाता है.

इसलिए आज हम इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस लेख में गजकेसरी योग क्या होता है, और यह योग कुंडली में किस प्रकार से बनता है, और इस योग के बनने से क्या-क्या लाभ होते हैं ,यह सारी जानकारी विस्तार पूर्वक से बताएंगे ऐसे में अगर कोई जातक गजकेसरी योग के विषय में जानकारी को प्राप्त करना चाहता है तो इस लेख को शुरू से अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें.

क्या होता है गजकेसरी योग और यह कब बनता है ? | gajakesari yog kab banta hai 

तो मित्रों आइए सबसे पहले जान लेते हैं कि गजकेसरी योग क्या होता है और यह कब बनता है उसके बाद एक क्रम वाइज से गजकेसरी योग के विषय में अन्य जानकारियां जानेंगे.

जब किसी जातक की कुंडली में गुरु और चंद्र दोनों प्रबल और शुभ ग्रह में प्रवेश करते हैं तो उस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग बनता है जो व्यक्ति के जीवन में बहुत ही शुभ फल प्रदान करता है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना गया है कुंडली में गजकेसरी योग होने से गज के समान शक्ति व धन दौलत की प्राप्ति होती है और जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग बनता है वह व्यक्ति कठिन से कठिन कार्य अपनी सूझबूझ से बहुत सरलता पूर्वक कर लेता है. जिसके कारण इन लोगों को बहुत ज्यादा बुद्धिमान और ताकतवर माने जाते हैं.

तो मित्रो अब आप लोग जान गए होंगे गजकेसरी योग कैसे बनता है अब आइए जानते हैं अगर किसी जातक की कुंडली में गजकेसरी योग बनता है तो उसके जीवन में कौन-कौन से चमत्कारी लाभ देखने को मिलते हैं.

कुंडली में गजकेसरी योग बनने के चमत्कारी फायदे | Kundali me gajkesari yog banne ke chamatkari fayde

हर व्यक्ति की कुंडली में मौजूद नवग्रह व्यक्ति के जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालते रहते हैं और उन्हीं नवग्रह में से एक ग्रह गजकेसरी योग है जिसमें गज का अर्थ है हाथी और केसरी का अर्थ है सिंह या सोना जिसके चलते ज्योतिष शास्त्रों का कहना है जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग बन जाता है तो उस व्यक्ति को अपार धन संपदा की प्राप्ति होती है इसी के साथ में अन्य चमत्कारी फायदे भी मिलते हैं जैसे :

1. गजकेसरी योग बनने से व्यक्ति के अंदर नई उर्जा आती है

हमारे प्रिय दर्शकों जैसा कि हमने आप लोगों को ऊपर लेख में बताया है गज का अर्थ होता है हाथी , और केसर का अर्थ होता है सोना, या फिर सिंह ,इसीलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा बताया गया है जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति चंद्रमा दोनों एक दूसरे की तरफ मुख करके बलवान भाव में बैठे हो तो उसी के कुंडली में गजकेसरी योग बनता है और जब किसी व्यक्ति की कुंडली में यह योग बनता है, तो उस व्यक्ति के अंदर हाथी जैसी अपार शक्ति आ जाती है.

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जिसकी सहायता से उस व्यक्ति के अंदर हर एक कार्य को करने के लिए नई-नई और अलग-अलग प्रकार की ऊर्जा समाहित होती रहती है और वह बहुत जल्दी कई प्रकार के क्षेत्रों में प्रगति को प्राप्त करता है और अपना नाम कमाता है इसीलिए गजकेसरी योग बहुत ही शुभ माना गया है.

2. संतान सुख की प्राप्ति होती है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा बताया गया है अगर किसी जातक या जातिका की कुंडली में गजकेसरी योग बनता है तो ऐसे में स्त्री और पुरुष के वैवाहिक जीवन में बहुत ज्यादा प्रेम आ जाता है और फिर उन दोनों को संतान की प्राप्ति होती है.

जिसके माध्यम से वह लोग संतान प्राप्ति का सुख पाते हैं इसके अलावा अगर कुंडली में राजयोग बनता है और बालक जन्म लेता है तो वह बहुत ज्यादा बुद्धिमान और दीर्घ आयु लेकर प्राप्त होता है.

3. समाज में मान सम्मान प्रतिष्ठा को बढ़ाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा बताया जाता है जब किसी जातक की कुंडली में गजकेसरी योग बनता है तो उस व्यक्ति का मान सम्मान और प्रतिष्ठा समाज में दूर-दूर तक फैल जाती है और हर व्यक्ति इन्हें मान सम्मान की दृष्टि से देखता है और यह जहां भी जाते हैं.

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हर कोई इन से प्रेम पूर्वक से बातें करता है. इसी के साथ में यह लोग उन लोगों के दिलों में अपने लिए बहुत जल्दी जगह बना लेते हैं. इसीलिए कुंडली में गजकेसरी योग बनना बहुत ही ज्यादा शुभ माना गया है. क्योंकि इसके एक नहीं बल्कि अनेक फायदे मिलते हैं.

4. व्यक्ति की महत्वकांक्षाओ की पूर्ति करें

आज के समय में हर व्यक्ति के मन में कई प्रकार की मनोकामनाएं होती हैं जिन्हें पूरा करने के लिए वह व्यक्ति बहुत मेहनत करता है लेकिन अक्सर करके व्यक्ति की सभी इच्छाओं की पूर्ति नहीं हो पाती है.

लेकिन जब किसी जातक की कुंडली में राजयोग बन जाता है तो उस व्यक्ति की सभी इच्छाएं बहुत ही सहजता से पूरी होती रहती हैं और उसे ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है क्योंकि उस समय उसके सर पर भोलेनाथ ब्रह्मा देव और चंद्र देव की कृपा बनी रहती है और इन्हीं की कृपा दृष्टि से व्यक्ति के जीवन में अपार खुशियां आ जाती हैं.

5. अचानक से कोई उच्च पद प्राप्त हो सकता है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि अगर कोई जातक जातिका कई वर्षों से किसी उच्च पद को प्राप्त करने के लिए दिन-रात एक करके मेहनत कर रहा है फिर भी उसे किसी भी प्रकार का पद हासिल नहीं हो रहा है और ऐसे में जब उसकी कुंडली में राजयोग बन जाता है तो उस व्यक्ति की वर्षों की हुई मेहनत पल भर में बेकार हो जाती है और उसे उसका मनचाहा उच्च पद या फिर कोई अन्य उच्च पद प्राप्त हो जाता है.

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जिसके माध्यम से उस व्यक्ति के जीवन में धन दौलत और वैभव की कोई कमी नहीं रह जाती है साथ में उसका मान सम्मान और प्रतिष्ठा समाज में बहुत दूर-दूर तक फैल जाती है.

6. आर्थिक परेशानियों को खत्म करें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना गया है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु और चंद्रमा दोनों मजबूत होते हैं यानी एक दूसरे की तरफ दृष्टि करके बैठते हैं तो ऐसी परिस्थिति में उस कुंडली में गजकेसरी योग बनता है जिसकी वजह से उस व्यक्ति के जीवन में आर्थिक परेशानियां खत्म हो जाती है और उसे अचानक से धन दौलत प्राप्त हो जाती है तथा उसके सभी रुके हुए कार्य तेज गति से आगे बढ़ते हैं और वह व्यक्ति बहुत जल्दी दूर तक अपनी पहचान बना लेता है.

हमारे प्रिय दर्शको अगर आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बना है तो आपको यह चमत्कारी फायदे अवश्य देखने को मिलेंगे आइए अब जानते हैं कुंडली में गजकेसरी योग को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए.

कुंडली में गजकेसरी को मजबूत करने के उपाय | Kundali me gajkesari ko majbut karne ke upay

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर एक समस्या का कोई ना कोई समाधान होता है ऐसे में अगर आपके जीवन में भी तरह तरह की परेशानियां आ रही हैं तो इसका कारण आपकी कुंडली में ग्रहों का कमजोर होना है इसलिए आज हम यहां पर कुंडली में गजकेसरी योग को मजबूत करने के कुछ खास उपाय बताएंगे.

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जिन्हें करने पर आपकी कुंडली में गजकेसरी योग और अन्य नवग्रह भी मजबूत बनेंगे और आपके भाग्य में आगमन के सभी नए रास्ते नजर आने लगेंगे तो आइए जान लेते हैं कुंडली में गजकेसरी योग को मजबूत करने के क्या उपाय हैं ?

1. भोलेनाथ की पूजा करें

कुंडली में अपने राशि के स्वामी को प्रबल क्षेत्र में लाने के लिए रोज सोमवार को भोलेनाथ की शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए और हर सुबह उनका ध्यान करना चाहिए तो बहुत जल्दी आपकी राशि का स्वामी प्रबल क्षेत्र में आएगा और फिर आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बनेगा जिससे आपके जीवन में आई समस्त बाधाएं ठीक होने लगेगी.

2. अपनी राशि के हिसाब से मोती या पीला पुखराज पहने

कई बार दिन रात मेहनत करने के बाद भी घर में पैसों की तंगी आ जाती है लेकिन लोग यह नहीं सोचते हैं कि दिन रात मेहनत करने के बाद भी घर में पैसों की तंगी क्यों आ जाती है क्योंकि आपकी कुंडली में आपके सभी ग्रह शत्रु क्षेत्र में प्रवेश कर चुके होते हैं. जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है और वह व्यक्ति आर्थिक समस्याओं से गुजरने लगता है.

पुखराज

ऐसे में आपको अपनी कुंडली में ग्रहों की स्थिति और गजकेसरी योग की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए अपनी राशि के हिसाब से किसी ज्योतिष शास्त्र से मोती की अंगूठी या फिर पीला पुखराज धारण करना चाहिए तो आपके जीवन में कभी भी पैसों की तंगी नहीं आएगी और आपके सभी खर्च मैनेज होते रहेंगे और घर में पैसा भी बना रहेगा.

3. गणेश की पूजा करें

जैसा की हमने आप लोगों को ऊपर लेख में बताया है गज का अर्थ हाथी और केसर का अर्थ सोना या फिर सिंह होता है ऐसे में अगर आपकी कुंडली में गजकेसरी योग कमजोर है या आपकी राशि का स्वामी कमजोर है तो इसके लिए आपको गणेश भगवान की पूजा अर्चना करनी चाहिए और उन्हें दूध, पके हुए केले, मोदक के लड्डू.

Ganesha

इन सब का भोग लगाना चाहिए और आपकी जो परेशानी हो उस परेशानी को ठीक करने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा नियमित कुछ दिन करने से आपके घर में सभी बिगड़े हुए कार्य अपने आप सही होने लगेंगे और एक दूसरे के रिश्ते में मिठास आएगी, परिवारिक जीवन बेहतर रहेगा, बिजनेस में लाभ होगा और फिर आप हर क्षेत्र में प्रगति कर पाएंगे. इसीलिए आपको गणपति बप्पा की पूजा करनी चाहिए.

कैसे जाने आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बना है ?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि कुंडली में गजकेसरी योग बनने से व्यक्ति के जीवन में कई शुभ लाभ देखने को मिलते हैं इसीलिए हमें उन शुभ लाभ की जानकारी होने के साथ-साथ कुंडली में गजकेसरी योग बनने के संकेत की जानकारी होनी चाहिए इसलिए हम यहां पर आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बना है इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए कुछ संकेत बताएंगे.

जिनके माध्यम से आप खुद पता कर सकते हैं कि आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बना है तो आइए जानते हैं वह कौन-कौन से संकेत होते हैं ? जैसा कि आप सभी लोग जानते होंगे कि कुंडली में पूरे 12 घर होते हैं जिन्हें अलग-अलग अंको से दर्शाया गया है.

ऐसे में अगर आपकी कुंडली के चौथे और दसवें भाव में चंद्र और गुरु एक साथ एक दूसरे की तरफ मुख करके बैठते हैं तो आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बन जाता है. इसी के विपरीत अगर आपकी कुंडली के चौथे और दसवें घर में चंद्र और गुरु एक साथ बैठे हो मगर वह विपरीत दिशा में मुंह किए हो तो ऐसी परिस्थितियों में आपकी कुंडली में गजकेसरी योग नहीं बनेगा.

तो हमारे प्रिय मित्रों इस तरह से आप पता कर सकते हैं कि आपकी कुंडली में गजकेसरी योग बना है या नहीं.

FAQ : गजकेसरी योग

कुंडली में राजयोग बनने से क्या होता है ?

जब किसी के जातक की कुंडली में राजयोग बनता है तो वह व्यक्ति राजा के समान महान और सुख संपदा से परिपूर्ण हो जाता है

कौन से महीने में पुत्र प्राप्ति होती है ?

आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार शुक्ल पक्ष कृष्ण पक्ष की रात या फिर महावारी के 2 सप्ताह तक शारीरिक संबंध बनाने से पुत्र प्राप्ति होती है.

निष्कर्ष

हमारे प्रिय दर्शकों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से गजकेसरी योग के विषय में जानकारी प्रदान की है जिसमें हमने आप लोगों को गजकेसरी योग क्या होता है यह कुंडली में किस प्रकार से बनता है और गजकेसरी योग बनने से व्यक्ति के जीवन में कौन-कौन से लाभ मिलते हैं.

यह सब कुछ बताया है अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को गजकेसरी योग के विषय से संबंधित विशेष जानकारी प्राप्त हो गई होगी और आप लोगों ने अपनी कुंडली में गजकेसरी योग को पहचानने की जानकारी प्राप्त कर ली होगी तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और हमारा यह लेख आप लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.

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