Aatma ka transfer kaise hota hai ? यह एक गुप्त साधना है जिसको श्मशान घाट में जागृत किया जाता है। साधना में साधक को मंत्र जाप करके उस वक्त का आवाहन करना होता है जिसके माध्यम से श्मशान घाट में मृत आत्मा को दूसरे शरीर में परिवर्तित किया जाता है | mare insan ko kaise jinda kare ?
साधक को अपने आज्ञा चक्र के द्वारा प्रेतात्मा, बेताल, भैरवी, कपालिनी, कंकाल, चांडाल, जिन्ना, चुड़ैल, मृत आत्मा आदि दिखाई देती है इस साधना को मंत्रों द्वारा सिद्ध किया जाता है जिसके बाद मृत आत्माओं को दूसरे शरीर में डालने का कार्य किया जाता है।
साधक साधना से अपने आज्ञा चक्र से उनको बंद आंखों से देखते हैं और जिसकी शक्ति चाहनी होती है उसे गुरु के आदेश पर श्मशान में जागृत करता है और उसे बुलाता है। जिस शक्ति का साधक आवाहन करता है वह शमशान में आकर साधक को वचन देती है।
जब आत्मा ट्रांसफर करने की साधना पूरी हो जाए तो गुरु को समसान ने सुला देना होता है अर्थात गुरु को शांत करना पड़ता है उसके बाद साधक उसे आज्ञा लेकर श्मशान से बाहर साथ साथ जाना होता है यह प्रक्रिया 15 से 20 मिनट में गुण हो जाती है। श्मशान में आत्मा का दूसरी शरीर में परिवर्तन करने का कार्य केवल श्मशान में ही होता है।
आत्मा का परिवर्तन करते समय कई भयानक दृश्य दिखाई देते ही इस दौरान आपको डरना नहीं चाहिए अन्यथा के लिए खतरा हो सकता है। शमसान के अलावा यह साधना आत्मा परिवर्तन का काम अन्य कहीं नहीं हो सकता है।
यदि कोई करना भी चाहता है तो केवल आज्ञा चक्र में दर्शन करा सकता है। श्मशान के अलावा से कहीं भी करने का प्रयास न करें जिसे दिव्य अलौकिक शक्तियां आपके जीवन भर काम करती रहेगी। इस तरह से आप जब भी उसे याद करेंगे तो आत्मा हाथ के साथ दर्शन देगी और आपके सभी कार्य करती रहेगी।
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मृत आत्माओं को ट्रांसफर करके उनसे क्या कार्य कराये जा सकते है ? What is the work with transfer spirits?
- जब भी कोई कार्य आप को करना हो तो श्मशान में जाकर आत्मा को मदिरा, मांस, कलेजी आदि का भोग लगाएं जिससे आसुरी शक्ति तुरंत कार्य करती है।
- आत्मा का ट्रांसफर अमावस्या की अर्ध रात को शनिवार को 9:00 से 10:00 बजे तथा मंगलवार को 8:00 बजे श्मशान में जाकर करना चाहिए।
- जब आत्मा को ट्रांसफर करना हो तो उसे ट्रांसफर करने के बाद जो भी बात करनी है वही पर कर ले। इसका कभी ही गलत प्रयोग ना करें जो भी वचन लेना है ले कर वापस चले आए |
- साधना करने के बाद किसी भी प्रकार की वशीभूत पिशाचिनी, अप्सरा आदि से बचन लेकर साधक अपने साथ ले जा सकता है सभी प्रकार की
- शक्तियां पत्नी प्रेमिका के रूप में आपका कार्य करती है। यह शक्तियां साधक की आत्मा को आज्ञा चक्र से बाहर निकलकर प्रेम प्रणय करती हैं।
- परंतु ध्यान रहे साधक कामवासना में नहीं डूबना चाहिए बल्कि अच्छे कार्य में प्रयोग करना चाहिए।
आत्मा ट्रांसफर करने के लिये कौन-कौन सी सामग्री चाहिये ? What material will be used to transfer the soul?
आत्मा ट्रांसफर करने के लिए कम से कम 11 मीटर कुशासन दो निर मिहि की जड़ जिसे साधक आसन की नीचे रखे और एक गले में पहन ले, काले पत्थर 11 शाम खा दिया शराब की बोतल दो रंग सिंदूर, पर दक्षिण दिशा लोबान पंचमुखी आज सामग्री लेकर मंत्र उच्चारण करना होता है।
- यह सभी सामग्री साधना के सॉन्ग दौरान समर्पित करना होता है | जिसे साधना से सिद्ध हो जाती है।
- यह लेख केवल सामान्य जानकारी है। इसे अच्छे गुरु के साथ ही करें जिसे किसी भी प्रकार की हानि ना हो।
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