हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download | Hartalika Teej Vrat katha pdf download : नमस्कार मित्रों आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download के बारे में बताने वाले हैं वैसे तो अधिकतर लोगों को यह नहीं पता होगा कि हरतालिका तीज व्रत क्या होता है हम आप लोगों को बता दें कि अगर आप हरतालिका तीज व्रत कथा रखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको हरतालिका तीज व्रत क्या है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए.
हरतालिका तीज एक पावन त्यौहार है हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि हरतालिका तीज के दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती है अगले दिन वही सुहागन महिलाएं पूजा करने के बाद इस व्रत का पारण करती है वैसे तो हरतालिका तीज व्रत साल में 4 बार आता है लेकिन उन चारों हरतालिका तीज का सबसे बड़ा महत्व माना जाता है को कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए कर सकती है या फिर करती भी है.
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार उत्तर भारत में इस व्रत के दिन कई राज्यों में मेहंदी लगाने और झूला झुलाने की प्रथा भी की जाती है हमारे उत्तर भारत में इस त्यौहार की विशेष रौनक होती है इसके अलावा पूर्वांचल और बिहार के देशों में भी इस व्रत की विशेष रौनक रहती है सुहागन महिलाएं इस व्रत को निर्जला रखती हैं और अगले दिन इस व्रत को पूजा करने के बाद खोल देती है.
तो चलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download और हरतालिका तीज व्रत क्या है हरतालिका पूजा मुहूर्त हरतालिका तीज पूजा विधि क्या है हरतालिका तीज व्रत कथा के लाभ क्या है इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे अगर आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ते हैं तो आपको इन सारे विषयों की संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी.
PDF Name | हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej Vrat Katha PDF |
No. of Pages | 3 |
PDF Size | 1.19 MB |
Language | हिंदी |
Category | आध्यात्म |
Download Link | ✔ डाऊनलोड के लिए उपलब्ध |
- 1. हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download | Hartalika Teej Vrat katha pdf download
- 2. हरतालिका तीज क्या है ? | Hartalika Teej kya hai ?
- 3. हरितालिका तीज व्रत डेट और टाइम | Hartalika Teej Vrat Date and Time
- 4. हरतालिका तीज पूजा साम्रगी | Hartalika teej puja samagri
- 5. माता पार्वती की 16 श्रृंगार की सामग्री | Mata Parvati ki 16 Shringar ki samagri
- 6. हरतालिका तीज पूजा का मंत्र | Hartalika teej puja ka mantra
- 7. हरतालिका तीज पूजा विधि | Hartalika teej puja vidhi
- 8. हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej vrat katha
- 9. हरतालिका तीज पर पढ़ें मां पार्वती की आरती
- 10. हरतालिका तीज व्रत के लाभ | Hartalika Teej Vrat ke Labh
- 11. FAQ : हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download
- 11.1. तीज पर महिलाएं क्या करती हैं?
- 11.2. तीज पर लड़कियां क्या करती हैं?
- 11.3. तीज को क्या बोलते हैं?
- 12. निष्कर्ष
हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download | Hartalika Teej Vrat katha pdf download
अगर आप लोगों को हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download लिंक चाहिए तो उसके लिए आप हमारे द्वारा दिए गए इस लिंक पर जाकर आसानी से हरतालिका तीज व्रत कथा पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं.
हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download | Download PDF |
हरतालिका तीज क्या है ? | Hartalika Teej kya hai ?
अधिकतर लोगों को हरतालिका तीज व्रत के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती है तो हम आप लोगों को बता दें कि हरतालिका तीज एक पावन त्यौहार है इस व्रत को सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है हरतालिका तीज व्रत को निर्जला रखा जाता है और अगले दिन पूजा पाठ करके इस व्रत का पारण कर दिया जाता है.
अब आप लोग यह जानना चाह रहे होंगे कि आखिर हरतालिका तीज का व्रत रखा क्यों जाता है तो हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है कि हरतालिका तीज का बहुत ही बड़ा महत्व है क्योंकि हरतालिका तीज भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा गया है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पुनर्जन्म हुआ था इसीलिए हरतालिका तीज व्रत और उसकी पूजा की जाती है हरतालिका तीज व्रत को संकल्प शक्ति का प्रतीक माना जाता है इस व्रत से अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत माना जाता है
हरतालिका तीज की पूजा इस वर्ष 29 अगस्त दिन सोमवार के दिन होगी हरतालिका तीज पूजा वैसे तो साल में 4 बार आती है उन चारों हरतालिका तीज पूजा का विशेष महत्व माना जाता है हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी अपने अच्छे पति की प्राप्ति के लिए कर सकती हैं।
हमारे भारत में इस व्रत को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है ऐसे कई राज्यों में इस दिन मेहंदी लगाने और झूला झुलाने की रसम की जाती है उत्तर प्रदेश पूर्वांचल और बिहार के देशों में भी इस त्यौहार की बहुत बड़ी रौनक रहती है इस व्रत को निर्जला रखा जाता है।
हरितालिका तीज व्रत डेट और टाइम | Hartalika Teej Vrat Date and Time
वैसे तो हरतालिका तीज व्रत की पूजा सुबह की जाती है लेकिन फिर भी हम लोगों को हरतालिका तीज व्रत के सही समय और डेट के विषय में जानकारी अवश्य कर लेनी चाहिए जिससे उत्तम लाभ प्राप्त किए जा सके इसकी जानकारी आप अपने नजदीकी पंडित या फिर इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं.
हरतालिका तीज पूजा साम्रगी | Hartalika teej puja samagri
हरतालिका तीज पूजा में या सारी सामग्री अति आवश्यक मानी जाती है.
1 | भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की मिट्टी अथवा बालू से निर्मित प्रतिमाएँ। |
2 | अक्षत |
3 | कलश |
4 | दही शहद |
5 | जनेऊ |
6 | बेलपत्र |
7 | धतूरा |
8 | शमी के पत्ते |
9 | दूर्वा |
10 | रोली |
11 | पीला वस्त्र |
12 | घी |
13 | कपूर |
14 | गंगाजल |
15 | केले का पत्ता |
16 | सुपारी |
माता पार्वती की 16 श्रृंगार की सामग्री | Mata Parvati ki 16 Shringar ki samagri
हरतालिका तीज व्रत में पूजा करते समय माता पार्वती को यह सारी सामग्री अर्पित करनी है इससे माता पार्वती प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद अपने भक्तों पर हमेशा बनाए रखती हैं.
1 | पायल |
2 | बिछुआ |
3 | कमरबंद |
4 | चूड़ियां |
5 | बाजूबंद |
6 | मंगल सूत्र |
7 | झुमके |
8 | नथ |
9 | मांग टीका |
10 | गजरा |
11 | लाल जोड़ा |
12 | काजल |
13 | कुमकुम |
14 | मेंहदी |
15 | बिंदिया |
16 | सिंदूर |
हरतालिका तीज पूजा का मंत्र | Hartalika teej puja ka mantra
ओम गणेशाय नम:
ओम नम: शिवाय
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
हरतालिका तीज पूजा विधि | Hartalika teej puja vidhi
- जिस दिन हरतालिका तीज व्रत किया जाता है उस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना की जाती है।
- शास्त्रों के मुताबिक हरतालिका तीज व्रत प्रदोष काल में किया जा सकता है।
- प्रदोष काल में हरतालिका तीज पूजा करने के लिए सुबह स्नान आदि से निश्चिंत हो जाना है उसके बाद भगवान शंकर और माता पार्वती को साक्षी मानकर व्रत का संकल्प लेना है।
- संकल्प लेने के बाद दिनभर निर्जला व्रत रखना है।
- उसके बाद प्रदोष काल में सूर्य अस्त होने के बाद भगवान शंकर और माता पार्वती की रेट से बनी मूर्ति स्थापना करनी है
- उसके बाद सुहाग का श्रृंगार माता पार्वती को अर्पित करना है।
- उसके बाद हरतालिका तीज व्रत की कथा सुनना है या फिर पहना है और आरती करना है।
हरतालिका तीज व्रत कथा | Hartalika Teej vrat katha
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को उनके पुनर्जन्म का स्मरण कराने के लिए हरतालिका तीज व्रत की कथा सुनाई थी भगवान शंकर कहते हैं हे पार्वती – तुमने हिमालय पर मुझे वर के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की थी हे पार्वती आपने मुझे पाने के लिए अन्य जल त्याग दिया था और पत्ते खाए थे.
सर्दी , गर्मी , बरसात में आपने बहुत से कष्ट उठाए हैं हे पार्वती आपके पिता बहुत ही दुखी थे और उसी दौरान नारद जी तुम्हारे घर में पधारे और कहें मैं विष्णु जी के भेजने पर आया हूं भगवान विष्णु आपकी कन्या से प्रसन्न होकर उनसे विवाह करना चाहते हैं इसीलिए मैं अपनी राय बता रहा हूं.
तभी माता पार्वती के पिता यानी कि पर्वतराज नारदजी से प्रसन्न होकर तुम्हारा विवाह भगवान विष्णु से करने के लिए तैयार हो गए उसके बाद नारद जी ने भगवान विष्णु को या शुभ समाचार सुना दिया लेकिन जब तुम्हें पता चला तो बड़ा दुख हुआ क्योंकि तुम मुझे मन से अपना पति मान चुकी थी तुमने अपने मन की बात सहेली को बताई थी.
इसीलिए तुम्हारी सहेली ने तुम्हें एक घने जंगल में छुपा दिया जहां तुम्हारे पिता नहीं पहुंच सकते थे वहां तुम तब करने लगी तुम्हारे लुप्त होने से पिता चिंतित हो गए और सोचने लगे यदि इस बीच विष्णु जी बारात लेकर आ गए तो क्या होगा फिर आगे शिव ने पार्वती से कहा – तुम्हारे पिता ने तुम्हारी खोज के लिए धरती पाताल एक कर दिया पर तुम ना मिली क्योंकि तुम गुफा में रेत से शिवलिंग बनाकर मेरी आराधना में लीन थी.
अभी मैं प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ति करने का वचन दिया तुम्हारे पिता खोजते हुए गुफा तक पहुंचे लेकिन तुमने अपने पिता से कहा कि अधिकांश जीवन शिवजी को पति रूप में पाने के लिए तब में बिता दिया है आज तक सफल रहा शिव ने मेरा वरण कर दिया है और अब मैं आपके साथ एक ही शर्त पर घर चलूंगी जब आप मेरा विवाह शिव के साथ कराने के लिए राजी होंगे.
माता पार्वती के पिता यानी कि – पर्वतराज पार्वती का विवाह शिव के साथ कराने के लिए राजी हो गए उसके बाद विधि विधान के साथ हमारा विवाह किया गया है पार्वती तुमने जो कठोर व्रत किया था उसी के फलस्वरूप हमारा विवाह हो सका इस व्रत को निष्ठा से करने वाली स्त्री को मैं मनवांछित फल देता हूं उसे तुम जैसा अचल सुहाग का वरदान भी प्राप्त हो.
हरतालिका तीज पर पढ़ें मां पार्वती की आरती
हरतालिका तीज व्रत के लाभ | Hartalika Teej Vrat ke Labh
- जो भी सुहागन महिला हरतालिका तीज व्रत को रखती है वह अपने पति की लंबी उम्र के लिए इस व्रत को करती है इसीलिए इस व्रत को करने से पति की लंबी आयु बढ़ जाती है.
- हरतालिका तीज व्रत को करने से माता पार्वती और भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
- हरतालिका तीज व्रत को करने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है.
- कुंवारी लड़कियां अगर इस व्रत को करती है तो वह एक अच्छे वर की प्राप्ति कर पाती है.
FAQ : हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download
तीज पर महिलाएं क्या करती हैं?
तीज पर लड़कियां क्या करती हैं?
तीज को क्या बोलते हैं?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से हरतालिका तीज व्रत कथा pdf download के बारे में जानकारी दी है इसके अलावा हरतालिका तीज पूजा कैसे की जाती है व्रत कथा क्या है उसके लाभ क्या है हरतालिका तीज पूजा सामग्री क्या है हरतालिका तीज क्या है.
इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको हरतालिका तीज के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी