गुप्त शिव मंत्र | Gupt shiv mantra : देवों के देव महादेव अर्थात भगवान शिव अनंत हैं त्रिदेव में भगवान शिव एक ऐसे देवता हैं जब सभी देवी देवता अपनी हार मान जाते हैं तो उनकी नैया पार लगाने का काम भगवान शिव करते हैं।
सोमवार का दिन भगवान शिव के लिए बना हुआ है और सावन माह के सोमवार भगवान शिव के लिए सबसे प्रिय और महत्वपूर्ण भी हैं साथ ही महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है इस दिन भगवान शंकर व्यक्ति की है सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
भगवान शिव को शंकर भोलेनाथ महादेव पशुपतिनाथ अर्धनारीश्वर जैसे तमाम नामों से जाना जाता है और व्यक्ति इन को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के गुप्त शिव मंत्र का जाप करते हैं। इन गुप्त शिव मंत्र के माध्यम से भगवान शिव की महिमा स्पष्ट होती है तथा व्यक्ति को कृपा प्राप्त होती है।
सनातन धर्म में आदिकाल से भगवान शिव की पूजा होती आ रही है और महिमा का बखान होता रहता है भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रमुख मंत्र ओम नमः शिवाय है। सामान्य रूप से यही मंत्र जाप करने से व्यक्ति की हर इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं।
- 1. गुप्त शिव मंत्र | Gupt shiv mantra
- 1.1. 1. मनवांछित फल पानी के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.2. 2. स्वस्थ जीवन का गुप्त शिव मंत्र
- 1.3. 3. शिवजी की पूजा के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.4. 4. यज्ञोपवीत के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.5. 5. गंध समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.6. 6. धूप अर्पित के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.7. 7. पुष्प समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.8. 8. नैवेद्य अर्पण गुप्त शिव मंत्र
- 1.9. 9. ताम्बूल पूगीफल समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
- 1.10. 10. सुगंधित तेल अर्पण का शिव मंत्र
- 1.11. 11. दीप दर्शन के लिए शिव मंत्र
- 1.12. 12. बिल्वपत्र समर्पण के लिए शिव मंत्र
- 1.13. 14. भगवान शिव का महाकाल मंत्र
- 1.14. 15. भगवान शिव का पंचाक्षरी गुप्त शिव मंत्र
- 1.15. 16. सर्वव्याधि निवारण गुप्त शिव मंत्र
- 1.16. 17. भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र
- 1.17. 18. भगवान शिव का लघु महामृत्युंजय मंत्र
- 2. भगवान भोलेनाथ का ध्यान करने का गुप्त शिव मंत्र
- 3. गुप्त शिव गायत्री मंत्र
- 4. भगवान भोलेनाथ के कुछ सरल मंत्र | Bhagwan bolenath ke kuchh saral mantra
- 5. भगवान भोलेनाथ का तांडव स्त्रोत | Bhagwan bholenath ka tandav stotra
- 6. शिव आवाहन मंत्र | Shiv aawahan mantra
- 7. FAQ : गुप्त शिव मंत्र
- 7.1. भगवान शिव का अमोघ मंत्र कौन सा है ?
- 7.2. भगवान भोलेनाथ की साधना कैसे करें ?
- 7.3. भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण मंत्र कौन सा है ?
- 8. निष्कर्ष
गुप्त शिव मंत्र | Gupt shiv mantra
भगवान भोलेनाथ की अनेक गुप्त शिव मंत्र हैं जिनको जाप करने से हमारी सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्व हो जाती है और भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती हैं आइए हम कुछ भगवान भोलेनाथ की गुप्त शिव मंत्र के बारे में जानते हैं।
आदि देव महादेव से किसी भी प्रकार का मनवांछित फल प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए गुप्त शिव मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए।
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय|
नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय|
मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय|
श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥
अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्।
अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।।
2. स्वस्थ जीवन का गुप्त शिव मंत्र
जीवन में सबसे ज्यादा समस्याएं शारीरिक होती हैं और इन शारीरिक समस्याओं की वजह से हमारा प्रतिदिन का जीवन अस्वस्थ रहता है ऐसे में एक स्वस्थ जीवन के लिए भगवान शिव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए
सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्ये ज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम्।
भक्तिप्रदानाय कृपावतीर्णं तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये ।।
कावेरिकानर्मदयो: पवित्रे समागमे सज्जनतारणाय।
सदैव मान्धातृपुरे वसन्तमोंकारमीशं शिवमेकमीडे।।
3. शिवजी की पूजा के लिए गुप्त शिव मंत्र
जब आप भगवान भोलेनाथ की पूजा कर रहे हैं तो पूजा के समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
ॐ वरुणस्योत्तम्भनमसि वरुणस्य सकम्भ सर्ज्जनीस्थो|
वरुणस्य ऋतसदन्यसि वरुणस्य ऋतसदनमसि वरुणस्य ऋतसदनमासीद्||
4. यज्ञोपवीत के लिए गुप्त शिव मंत्र
हिंदू धर्म में यज्ञोपवीत संस्कार भी मनाया जाता है ऐसे ले यदि भगवान शिव के इस मंत्र के जाप करने से यज्ञोपवीत संस्कार अच्छा हो जाता है।
ॐ ब्रह्म ज्ज्ञानप्रथमं पुरस्ताद्विसीमतः सुरुचो वेन आवः|
स बुध्न्या उपमा अस्य विष्ठाः सतश्च योनिमसतश्च विवः||
5. गंध समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
जब हम भगवान शिव की पूजा करते हैं तो उन्हें धूप अगरबत्ती आदि से गंध समर्पित करते हैं जिसके लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।
ॐ नमः श्वभ्यः श्वपतिभ्यश्च वो नमो नमो भवाय च रुद्राय च नमः|
शर्वाय च पशुपतये च नमो नीलग्रीवाय च शितिकण्ठाय च||
6. धूप अर्पित के लिए गुप्त शिव मंत्र
हवन और धूप आदि का अर्पण करने के लिए भगवान शिव को इस मंत्र जाप के द्वारा किया जाता है।
ॐ नमः कपर्दिने च व्युप्त केशाय च नमः सहस्त्राक्षाय च शतधन्वने च|
नमो गिरिशयाय च शिपिविष्टाय च नमो मेढुष्टमाय चेषुमते च||
7. पुष्प समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
भगवान शिव की पूजा में फूल अर्पण करने के लिए इस गुप्त शिव मंत्र का उच्चारण किया जाता है।
ॐ नमः पार्याय चावार्याय च नमः प्रतरणाय चोत्तरणाय च|
नमस्तीर्थ्याय च कूल्याय च नमः शष्प्याय च फेन्याय च||
8. नैवेद्य अर्पण गुप्त शिव मंत्र
हवन और यज्ञ आदि मे नैवेद्य दर्पण के लिए भगवान शिव के इस मंत्र का उच्चारण किया जाता है।
ॐ नमो ज्येष्ठाय च कनिष्ठाय च नमः पूर्वजाय चापरजाय च|
नमो मध्यमाय चापगल्भाय च नमो जघन्याय च बुधन्याय च||
9. ताम्बूल पूगीफल समर्पण के लिए गुप्त शिव मंत्र
हवन आदमी तांबूल पूगीफल समर्पण के लिए भगवान शिव के इस मंत्र का उच्चारण करते हुए समर्पित करें।
ॐ इमा रुद्राय तवसे कपर्दिने क्षयद्वीराय प्रभरामहे मतीः|
यशा शमशद् द्विपदे चतुष्पदे विश्वं पुष्टं ग्रामे अस्तिमन्ननातुराम्||
10. सुगंधित तेल अर्पण का शिव मंत्र
अगर हम भगवान शिव के भक्त हैं और तेल अर्पण करते हैं तो सुगंधित तेल अर्पण के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें।
ॐ नमः कपर्दिने च व्युप्त केशाय च नमः सहस्त्राक्षाय च शतधन्वने च|
नमो गिरिशयाय च शिपिविष्टाय च नमो मेढुष्टमाय चेषुमते च||
11. दीप दर्शन के लिए शिव मंत्र
भगवान भोलेनाथ की आरती और उन्हें दीप जलाकर अर्पण करने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करते हुए करें।
ॐ नमः आराधे चात्रिराय च नमः शीघ्रयाय च शीभ्याय च|
नमः ऊर्म्याय चावस्वन्याय च नमो नादेयाय च द्वीप्याय च||
12. बिल्वपत्र समर्पण के लिए शिव मंत्र
भगवान शिव को बिल्वपत्र अर्पण किए जाते हैं जब हम उनकी पूजा करते हैं और बिल्वपत्र अर्पण करते हैं तो इस मंत्र का उच्चारण करें
दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनं पापनाशनम्|
अघोरपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्||
14. भगवान शिव का महाकाल मंत्र
सभी प्रकार के कष्टों का निवारण करने के लिए भगवान महाकाल अर्थात भगवान शिव का यह मंत्र बहुत चमत्कारी मंत्र है।
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व, जय-जय करुणाब्धे, श्री महादेव शम्भो॥
15. भगवान शिव का पंचाक्षरी गुप्त शिव मंत्र
यह एक मूल मंत्र है जो सभी प्रकार के संकट और कष्ट हर लेता है जब हम भगवान भोलेनाथ के इस गुप्त शिव मंत्र का जाप करते हैं तो हमारे सभी संकट दूर हो जाते हैं।
ॐ नम: शिवाय।
16. सर्वव्याधि निवारण गुप्त शिव मंत्र
जीवन में आने वाली सभी प्रकार की व्याधियों को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।
ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतम
जन्म मृत्यु जरा व्याधि पीड़ितं कर्म बंधनः
17. भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र
अकाल मृत्यु और कष्टों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव के इस महामृत्युंजय मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार किया जाता है।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
18. भगवान शिव का लघु महामृत्युंजय मंत्र
विभिन्न प्रकार के असाध्य रोगों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव के इस गुप्त शिव मंत्र का जाप प्रतिदिन रात्रि में करें जिससे सभी प्रकार से रोग दूर हो जाते हैं
ॐ हौं जूं सः
भगवान भोलेनाथ का ध्यान करने का गुप्त शिव मंत्र
जब हम भगवान भोलेनाथ की साधना के लिए ध्यान करते हैं तो ध्यान करते समय इस मंत्र का जाप करते हैं।
करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा ।
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं ॥
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व ।
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥
गुप्त शिव गायत्री मंत्र
सुख समृद्धि और आश्चर्य के लिए तथा मानसिक शांति और संतोष के लिए भगवान शिव की इस गुप्त शिव मंत्र का जाप करें।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।
भगवान भोलेनाथ के कुछ सरल मंत्र | Bhagwan bolenath ke kuchh saral mantra
भगवान भोलेनाथ की अनेकों सरल मंत्र हैं जिनमें किसी एक का अगर हम जाप करते हैं तो हमारी सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
ॐ अघोराय नम:,
ॐ शर्वाय नम:,
ॐ विरूपाक्षाय नम:,
ॐ विश्वरूपिणे नम:,
ॐ त्र्यम्बकाय नम:,
ॐ कपर्दिने नम:,
ॐ भैरवाय नम:,
ॐ शूलपाणये नम:,
ॐ ईशानाय नम:,
ॐ महेश्वराय नम:
इं क्षं मं औं अं,
प्रौं ह्रीं ठः,
नमो नीलकण्ठाय,
ऊर्ध्व भू फट्,
नमः शिवाय,
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय,
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा,
ॐ पार्वतीपतये नमः।
किसी विषम परिस्थिति में संकटों को दूर करने के लिए गुप्त शिव मंत्र इस मंत्र को अगर 100008 बार जाप करके हम अपनी सभी प्रकार की परेशानियों को दूर कर सकते हैं यह एक बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है।
‘ ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ॐ’
भगवान भोलेनाथ का तांडव स्त्रोत | Bhagwan bholenath ka tandav stotra
जय भगवान शिव का एक ऐसा तांडव स्त्रोत है जो रावण के द्वारा रचा गया था और किसी के माध्यम से भगवान भोलेनाथ से अपार शक्तियां प्राप्त किया था।
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥
जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी
विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि ।
धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके
किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥
धराधरेन्द्रनंदिनीविलासबन्धुबन्धुर
स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे ।
कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि
क्वचिद्दिगम्बरे(क्वचिच्चिदम्बरे) मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥
जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा
कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे ।
मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे
मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि ॥
सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर
प्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः ।
भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटक
श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः ॥
ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा
निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम् ।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं
महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः ॥
करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल
द्धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके ।
धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम ॥
नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्
कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः ।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः
कलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरंधरः ॥
प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा
वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम् ।
स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं
गजच्छिदांधकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे ॥
अगर्व सर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी
रसप्रवाहमाधुरी विजृम्भणामधुव्रतम् ।
स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं
गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे।।
जयत्वदभ्रविभ्रमभ्रमद्भुजङ्गमश्वस
द्विनिर्गमत्क्रमस्फुरत्करालभालहव्यवाट् ।
धिमिद्धिमिद्धिमिध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल
ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्डताण्डवः शिवः ॥
दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजोर्
गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः ।
तृणारविन्दचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः
समं प्रव्रितिक: कदा सदाशिवं भजाम्यहम ॥
कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन्
विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरः स्थमञ्जलिं वहन् ।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः
शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम् ॥
निलिम्प नाथनागरी कदम्ब मौलमल्लिका-
निगुम्फनिर्भक्षरन्म धूष्णिकामनोहरः ।
तनोतु नो मनोमुदं विनोदिनींमहनिशं
परिश्रय परं पदं तदङ्गजत्विषां चयः ।।
प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशुभप्रचारणी
महाष्टसिद्धिकामिनी जनावहूत जल्पना ।
विमुक्त वाम लोचनो विवाहकालिकध्वनिः
शिवेति मन्त्रभूषगो जगज्जयाय जायताम् ॥
इमं हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं
पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेतिसंततम् ।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं
विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिंतनम् ।।
पूजावसानसमये दशवक्त्रगीतं
यः शम्भुपूजनपरं पठति प्रदोषे ।
तस्य स्थिरां रथगजेन्द्रतुरङ्गयुक्तां
लक्ष्मीं सदैव सुमुखिं प्रददाति शम्भुः ।।
शिव आवाहन मंत्र | Shiv aawahan mantra
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए इस आवाहन मंत्र का जाप किया जाता है।
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन ।
तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ।।
वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने ।
नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने ।
आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।।
त्र्यंबकाय नमस्तुभ्यं पंचस्याय नमोनमः ।
नमोब्रह्मेन्द्र रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे ।।
नमो दोर्दण्डचापाय मम मृत्युम् विनाशय ।।
देवं मृत्युविनाशनं भयहरं साम्राज्य मुक्ति प्रदम् ।
नमोर्धेन्दु स्वरूपाय नमो दिग्वसनाय च ।
नमो भक्तार्ति हन्त्रे च मम मृत्युं विनाशय ।।
अज्ञानान्धकनाशनं शुभकरं विध्यासु सौख्य प्रदम् ।
नाना भूतगणान्वितं दिवि पदैः देवैः सदा सेवितम् ।।
सर्व सर्वपति महेश्वर हरं मृत्युंजय भावये ।।
FAQ : गुप्त शिव मंत्र
भगवान शिव का अमोघ मंत्र कौन सा है ?
भगवान भोलेनाथ की साधना कैसे करें ?
भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण मंत्र कौन सा है ?
निष्कर्ष
इस प्रकार से देखा जाए तो भगवान भोलेनाथ या भगवान शिव के ऐसे अनेक गुप्त शिव मंत्र हैं जिस में से किसी एक मंत्र का भी अगर हम विधि विधान से जाप करते हैं तो हमें भगवान भोलेनाथ की पूरी तरह से कृपा प्राप्त होती है।
भगवान शिव को भोलेनाथ इसीलिए कहा जाता है कि जल्दी प्रसन्न होकर हमारी हर इच्छाओं को पूर्ण कर देते हैं और ब्रह्मांड के सबसे जल्दी क्रोधित होने वाले भी ईश्वर हैं जो पल भर में पूरे ब्रह्मांड को विनाश करने की ताकत रखते हैं।
परंतु अपने भक्तों पर हमेशा कृपा बनाए रखते हैं ऐसे में हम भगवान भोलेनाथ के इन गुप्त शिव मंत्रों में अपनी इच्छाएं पूर्ण कर सकते हैं।