Diary format in hindi : दोस्तों डायरी एक ऐसी वस्तु है जिसमें हम अपनी मन आत्मा और दिल की बातें लिखते हैं और उन्हें सुरक्षित रखते हैं यहां पर भावनाएं व विचार रखने के लिए कलम का प्रयोग करते हैं। जब भी हमारे मन में किसी भी प्रकार का विचार उत्पन्न होता है तो उसे याद करने के लिए डायरी का प्रयोग करते हैं।
हर पढ़ा लिखा इंसान डायरी लेखन करता है जिसमें महत्वपूर्ण विचारों के साथ साथ अन्य कार्यों को भी सूचीबद्ध करता है दैनिक जीवन में होने वाले तमाम कार्यों को हम जब सूचीबद्ध करते हैं तो है एक डायरी बन जाती है।
डायरी लिखना जीवन में एक दोस्त बनाना जैसा है अपने जीवन के अच्छे बुरे अनुभव और विचार व्यक्त करते हैं जहां एक और लेखक अपनी भावनाओं को लिखता है वहीं दूसरी ओर छोटे बच्चे अपने कैरियर से संबंधित बातें भी संजोकर डायरी में लिख लेते हैं जिन्हें समय-समय पर दोहरा देते हैं
अब बात आती है कि डायरी कैसे लिखें डायरी का फॉर्मेट क्या होना चाहिए डायरी लिखना कितना महत्वपूर्ण है इसका हमारे जीवन में कहां-कहां उपयोग हो सकता है इस तरह से हम कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को लिखने के लिए diary format in hindi तैयार करने के लिए बताते हैं।
- 1. डायरी फोर्मेट इन हिंदी | diary format in hindi
- 2. डायरी कैसे लिखे ?
- 3. डायरी फोर्मेट इन हिंदी | diary format in hindi
- 4. क्या लिखना है इसका चयन करें
- 4.1. 1. अपना शेड्यूल निर्धारित करें
- 4.2. 2. डायरी लिखने के लिए समय निर्धारित करें
- 4.3. 3. दिनांक के अनुसार काम करें
- 4.4. 4. परिचय से प्रारंभ करें
- 4.5. 5. डायरी को मित्रता पूर्वक लिखिए
- 4.6. 6. डायरी पर निजी विचार लिखें
- 4.7. 7. पूरी ईमानदारी के साथ शायरी लिखे
- 4.8. 8. शीर्षक डालकर लिखें
- 4.9. 9. डायरी लिखने में कोई दिन छूट जाए तो परेशान ना हो
- 4.10. 10. हस्ताक्षर करें
- 5. डायरी के प्रकार
- 5.1. 1. व्यक्तिगत डायरी
- 5.2. 2. वास्तविक
- 5.3. 3. काल्पनिक डायरी
- 5.4. 4. साहित्यिक डायरी
- 6. डायरी लिखने का उद्देश्य
- 7. डायरी लिखने के लिए ध्यान देने योग्य बातें
- 8. FAQ : Diary format in hindi
- 8.1. डायरी किस प्रकार लिखें?
- 8.2. डायरी से क्या लाभ मिलता है?
- 8.3. डायरी लिखने के लिए सबसे सही समय क्या है?
- 9. निष्कर्ष
डायरी फोर्मेट इन हिंदी | diary format in hindi
दोस्तों अगर आप डायरी लिखना पसंद करते हैं और लिखना चाहते हैं तो यह जानना आवश्यक है कि डायरी का फॉर्मेट कैसा होना चाहिए। आपने देखा होगा कि बड़े-बड़े विद्वान डायरी लिखते हैं जिससे वे समय के साथ अपने बीते हुए समय में उत्पन्न होने वाले मनके विचारों को पढ़ सकते हैं।
बहुत से लोग अपने जीवन की आत्मकथा लिखते हैं अगर आप अपने मन की व्यथा या भावनाएं या विचार किसी के सामने व्यक्त नहीं कर पा रहे तो आप अपनी डायरी में लिख कर लोगों तक अपने विचार पहुंचा सकते हैं।
डायरी कैसे लिखे ?
अगर आप डायरी लिखने में शौक रखते हैं और लिखने का ढंग नहीं पता है तो आप डायरी लिखने के लिए असहज महसूस करते हैं परंतु आपको बता दें कि डायरी लिखना कोई बहुत विशिष्ट होना जरूरी नहीं है क्योंकि डायरी आपकी पसंद और नापसंद होती है मन की भावनाएं और विचार होते हैं जिनको हम किसी भी तरह से लिख सकते हैं।
डायरी लिखने के लिए आपको अपने जीवन की क्रमबद्ध घटनाओं को लिख सकते हैं जिनका कोई निश्चित स्थान पर होना आवश्यक नहीं है फिर भी हम आपको डायरी लिखने के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं जो आपका डायरी लिखने में मार्गदर्शन करेंगे
डायरी फोर्मेट इन हिंदी | diary format in hindi
- अगर आप डायरी लिखने की सोच रहे हैं diary format in hindi के लिए सामान्य रूप से शुरू कर दो अगर आप किसी अखबार या पत्रिका के लिए लिखना चाहते हैं तो इसके लिए एक योजना बनाएं
- डायरी लिखने के लिए आप सब शुरुआत करते हैं तो कुछ कठिनाइयां आती हैं जिससे आप कहीं ना कहीं असमंजस में रहते हैं जबकि आपको डायरी लिखने के लिए शुरुआत करने की जरूरत है इसके लिए आप समय निर्धारित करें और उस समय में कुछ ना कुछ लिखना शुरू कर दो।
- डायरी लिखने के लिए कम से कम 30 मिनट का समय जरूर निकालें डायरी लिखना आप स्वयं का विकास करना है जवाबदारी लिखना प्रारंभ करेंगे तो आप धीरे-धीरे अपने अंदर बदलाव लाएंगे और स्वयं महसूस करेंगे कि क्या क्या बदला हो गया।
- डायरी लिखने में कठिनाई होती है क्योंकि समझ में नहीं आता है कि क्या लिखें ऐसे में आप केवल शुरुआत करने की जरूरत है क्या लिखना है इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए हां कहीं ना कहीं लिखने से पहले विचारों पर ध्यान देना जरूरी है।
- डायरी में विषय की आवश्यकता नहीं है धीरे-धीरे जवाबदारी लिखने लगते हैं तो विषय अपने आप में बनने लगते हैं शुरुआत में आप अपने दैनिक जीवन के विषय में लिखना प्रारंभ करें तब आप एक अच्छे डायरी लेखक बन सकते हैं
- सबसे अहम फैसला यह होता है कि आप डायरी लिखना चाहते हैं कि नहीं अगर लिखना चाहते हैं तो समय का ध्यान दें और आज से निर्णय लेकर डायरी लेखन शुरू कर दें जिससे आपको डायरी लिखना आसान हो जाएगा
- आइए हम डायरी लिखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताते हैं जो इस प्रकार से हैं।
क्या लिखना है इसका चयन करें
डायरी लिखने से पहले आपका यह निर्णय जरूरी है कि हमें क्या लिखना है अगर आप इस तथ्य पर आगे बढ़ते हैं तो आपको डायरी लिखना सटीक और सही हो जाएगा
जब आप विषय को क्लियर कर लेते हैं तो इस विषय को अपनी डायरी में शामिल करें विषय आपके अनुसार कोई भी हो सकता है जैसे किसी पर्यटन के विषय में लिख सकते हैं.
हालांकि व्यक्ति जब डायरी लिखना प्रारंभ करता है तो पहले अपने जीवन से संबंधित व्यक्तिगत बातें लिखता है इस तरह से आप अपने विचारों को व्यक्तिगत लिखकर शुरुआत करते हैं.
आप की डायरी का प्रथम दिखाएं कुछ इस प्रकार से प्रारंभ करके लिखा जा सकता है।
- जीवन से संबंधित घटनाएं
- खान कौन से संबंधित बातें
- फैशन से संबंधित बातें
- यातायात के दौरान घटने वाली घटनाएं
- खेलों की पसंद और नापसंद पर
- पसंद के कार्य
- स्कूल के दौरान की गई एक्टिविटी
- अपने सपनों से संबंधित बातें
- दोस्तों के बीच व्यवहार या अन्य बातें
- परिवार से संबंधित विषय
इस तरह के विषय पर आप अपनी डायरी पर शुरुआत में लिखना पसंद करते हैं तो आप पूरी तरह से अपनी निर्भरता दिखा सकते हैं
1. अपना शेड्यूल निर्धारित करें
अगर आप डायरी लिखने की शुरुआत करते हैं तो शेड्यूल बना कर करें चाहे तो आप प्रतिदिन किसी समय को निकाले या फिर साप्ताहिक समय निर्धारित करें अथवा मासिक समय निर्धारित करें
अगर आप अभ्यास के साथ प्रतिदिन नियम से डायरी लिखना प्रारंभ करते हैं तो शेड्यूल के अंतर्गत आपके लिए अधिक सरल हो जाएगा अगर आप अपनी डायरी को एक अच्छा और सामान्य तरीके से बनाना चाह शेड्यूल से निर्णय लें और डायरी लिखें
डायरी लंबी लिखना चाहते हैं तो विषय को विस्तृत रूप देने के लिए प्रतिदिन होने वाले विभिन्न कार्यों घटनाओं को लिखें और अपने बारे में विस्तार से लिखें शेड्यूल बनाकर लिखने से विषय पर काम करना आसान हो जाता है और उसी अनुसार काम करें.
2. डायरी लिखने के लिए समय निर्धारित करें
हर वक्त डायरी लिखना आसान नहीं है इसलिए यदि आप डायरी लिखने की शुरुआत करते हैं तो समय सीमा निर्धारित कर ले जिससे आपको लिखना आसान होगा अपने लेखन को अच्छा बनाने के लिए समय का निर्धारण आवश्यक है। अगर आप 30 मिनट से 50 मिनट के बीच समय निर्धारित कर के लिखते हैं तो आप समय बढ़ा दे सकते हैं इसी तरह से आप समय का निर्धारण करके डायरी लिखें
3. दिनांक के अनुसार काम करें
डायरी लिखने के लिए आपको एक दिनांक का निर्धारण करना चाहिए अर्थात जब आप डायरी लिखें उस तारीख को इंगित करें जिससे आपको आने वाले समय में समीक्षा करने में आसानी होगी ऐसे में जब आप डायरी लिख रहे हैं तो प्रतिदिन जब लिखें तो उस तारीख को अवश्य लिख ले।
दिनांक का निर्धारण कर देने से आपको यह पता चल जाएगा कि किस विचार को मैंने किस दिन लिखा और उस पर पुनः जाकर समीक्षा कर सकते हैं यदि कहीं त्रुटि हो जाती है तो उस पर पुनः समीक्षा करके सही कर सकते हैं।
4. परिचय से प्रारंभ करें
डायरी लिखने से पहले आप अपना परिचय जरूर लिखें जिसमें आप अपने व्यक्तिगत जीवन में कुछ लिखें आपको कौन विषय अधिक प्रिय है आप जीवन में क्या बनना चाहते हैं या क्या करना चाहते हैं ऐसे अपने व्यक्तिगत जीवन का परिचय करें।
जब अपना परिचय आप लिख देते हैं तो उसके अनुसार आपके मन के विचार लिखने में पढ़ने में और समीक्षा करने में आसानी हो जाएगी तथा जब कभी कोई अन्य व्यक्ति ही पड़ेगा तो आप के विषय में जानकारी हो जाए।
5. डायरी को मित्रता पूर्वक लिखिए
डायरी लिखने में आपकी रुचि जितना अच्छी होगी डायरी इतनी अच्छी बनती जाएगी क्योंकि एक डायरी एक मित्र की तरह होती है ऐसे में अपनी बात कहने में किसी भी प्रकार की कोई हिचकिचाहट नहीं होती।
आपको भले ही असहज महसूस लगे लेकिन अगर आप एक मित्र की मित्रता की तरह डायरी का लेखन शुरू करते हैं तो आपको लिखना आसान हो जाएगा और स्वर शैली में मदद मिलती है.
जिस प्रकार आप अपने मित्र से कोई बात साझा करने में नहीं हिचकिचाते हैं ठीक उसी प्रकार से डायरी लिखने में भी किसी प्रकार की हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए आपकी भावनाएं पूरी ईमानदारी के साथ होनी चाहिए
एक डायरी आपको अपने विचारों और भावनाओं को ईमानदारी से साझा करने की अनुमति देती है, जैसे कि आप उन्हें किसी मित्र या परिवार के सदस्य के साथ साझा कर रहे थे। व्यावहारिकता पूर्ण तरीके से डायरी लिखने में आप बहुत ज्यादा लिख सकते हैं तथा संक्षिप्त और सामान्य लिख सकते हैं।
6. डायरी पर निजी विचार लिखें
डायरी लिखना कठिन कार्य नहीं है इसलिए आप आप डायरी पर हमेशा अपने निजी विचार लिखें और स्वयं के द्वारा सोचे और समझे हुए विचार लिखें कभी दूसरों की सलाह लेने का प्रयास न करें।
7. पूरी ईमानदारी के साथ शायरी लिखे
सबसे महत्वपूर्ण विषय यह है कि डायरी लिखने के लिए आपका जो भी विषय है उसमें ईमानदारी होना जरूरी है अर्थात लिखा गया विषय आपकी पूरी तरह से सच्चाई पर आधारित हो। काल्पनिक नहीं होना चाहिए।
8. शीर्षक डालकर लिखें
अक्सर लोग अपने विचार तो लिखते हैं परंतु उसका कोई शीर्षक नहीं देते हैं जबकि डायरी लिखने के लिए आपको शीर्षक देना विशेष महत्वपूर्ण होना चाहिए क्योंकि जब आप शीर्षक देते हैं तो उससे शक के अनुसार पढ़ने वाले का दिल लगता है।
9. डायरी लिखने में कोई दिन छूट जाए तो परेशान ना हो
कभी-कभी व्यस्तता के कारण व्यक्ति अपने महत्वपूर्ण कार्य को छोड़ देता है जो बाद में यह याद आने पर कहीं ना कहीं दिक्कत महसूस करता है ऐसे में यदि आप डायरी लिखने का कार्य करें और किसी दिन डायरी नहीं लिख पाते हैं तो आप परेशान ना हो उस दिन का महत्वपूर्ण विषय किसी दिन मौका निकले तो लिख दे।
10. हस्ताक्षर करें
डायरी के अंत में लिखने के बाद अपने हस्ताक्षर अवश्य करें। जब आप डायरी के अंत में हस्ताक्षर करते हैं तो है आपका निजी दस्तावेज बन जाता है हस्ताक्षर एक महत्वपूर्ण चीज होती है जिससे सही और गलत का निर्धारण होता है।
डायरी के प्रकार
डायरी लेखन एक महत्वपूर्ण विषय वस्तु है ऐसे में डायरी के प्रकार भी जानना जरूरी है सामान्यतः चार प्रकार से डायरी लिखी जाती है
1. व्यक्तिगत डायरी
इस प्रकार की डायरी में व्यक्ति अपने व्यक्तिगत जीवन से संबंधित विभिन्न प्रकार की घटनाओं का उल्लेख करता है।
2. वास्तविक
वास्तविक डायरी के अंतर्गत व्यक्ति जब लेखन कार्य करता है तो कुछ ऐसी चीजों का उद्धरण करता है जो सच्चाई घटनाक्रम पर आधारित होते हैं।
3. काल्पनिक डायरी
इस प्रकार की डायरी के अंतर्गत काल्पनिक विषय होता है जिसका वास्तविक जीवन से या किसी अन्य घटना से कोई संबंध नहीं होता है यदि कहीं हो ही जाता है तो वह एक संयोग होता है।
4. साहित्यिक डायरी
साहित्यिक डायरी के अंतर्गत व्यक्ति अपनी मातृभाषा या अन्य किसी भाषा के साहित्य को बढ़ाने और उस पर हो रहे अन्य घटनाक्रम को संक्षिप्त वर्णन करता है।
डायरी लिखने का उद्देश्य
- हर व्यक्ति का जीवन कहीं ना कहीं किसी न किसी वस्तु व्यक्ति या अन्य से प्रभावित होता है ऐसे में व्यक्ति के जीवन का कुछ उद्देश्य होता है और उन उद्देश्यों की जानकारी पूर्ति के लिए डायरी लिखता है।
- ऐसे में डायरी लिखने का उद्देश्य कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को हमेशा के लिए यादगार के रूप में रखने से संबंधित होता है आइए हम डायरी लिखने के उद्देश्यों को जानते हैं।
- जब हम कोई बात किसी से व्यक्त करने में सक्षम नहीं होते हैं तो हम अपनी डायरी के माध्यम से अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने में कामयाब हो सकते हैं। विभिन्न प्रकार के घटनाक्रम को यादगार के रूप में रख सकते हैं।
- बीते हुए समय में विभिन्न प्रकार की घटनाओं को याद कर पाना कठिन होता है ऐसे में अगर हम अपने बीते हुए समय की घटनाओं को डायरी पर लिख कर रखते हैं तो जिस प्रकार से किसी फोटो को देखकर यादें ताजा होती है उसी प्रकार डायरी देख कर हम अपने अतीत को ताजा कर सकते हैं।
- भले ही आज आपके द्वारा लिखी गई डायरी प्रासंगिक ना हो लेकिन धीरे-धीरे कभी ना कभी आप की डायरी ही आप की आत्मकथा बन जाती है और आप के विषय में लोग पढ़ते हैं जानते हैं।
- बहुत सारे महान लोग अपनी डायरी लिखने के कारण ही अपनी आत्मकथा को दूसरों के सामने रखने में सफल हुए हैं।
- मनुष्य के विचार अभिव्यक्त करने में साहित्य का हमेशा स्थान रहा है और व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाती है। डायरी के माध्यम से मनुष्य अपने जीवन का संपूर्ण वृतांत चित्रित करता है। साथ ही साहित्यिक राजनीतिक सामाजिक सभी प्रकार से निजी विचारों अनुभूतियों का चित्रण किया जाता है।
डायरी लिखने के लिए ध्यान देने योग्य बातें
- अगर आप डायरी लिखते हैं तो कहीं ना कहीं कुछ गलती हो सकती है ऐसे में आपको नीचे दी जा रही कुछ बातों को ध्यान रखना जरूरी है।
- डायरी में दिनांक और समय लिखना विशेष महत्वपूर्ण है क्योंकि आपको दिनांक के आधार पर यह पता चल जाता है कि उस तारीख को आपने क्या किया है।
- डायरी हमेशा रात में सोने से पहले लिखें जिससे आपके संपूर्ण गतिविधियों लिखी जा सके और याद किया जा सके
- डायरी लेखन हमेशा स्पष्ट शुद्ध और सरल भाषा में होना चाहिए जिससे पढ़ने वाले को समझ में आ सके।
- डायरी पर अपने पूरे दिन का अनुभव पूरी तरह से पूर्ण करके लिखें।
- डायरी लिखने के बाद नीचे अपने हस्ताक्षर अवश्य करें
- डायरी हमेशा अपने हाथों से स्वयं लिखें किसी और के द्वारा कभी ना लिखें तथा लिखने के बाद एक सही स्थान पर रखें।
FAQ : Diary format in hindi
डायरी किस प्रकार लिखें?
डायरी से क्या लाभ मिलता है?
डायरी लिखने के लिए सबसे सही समय क्या है?
निष्कर्ष
डायरी लिखना एक अच्छी कला है शायरी लिखकर हम साहित्य के क्षेत्र में योगदान कर सकते हैं तथा लोगों के बीच अपनी बात को हम डायरी के माध्यम से रख सकते हैं अपने जीवन में घटने वाली विभिन्न प्रकार की घटनाओं से संबंधित जानकारी लोगों तक पहुंचा सकते हैं।
अगर आप diary format in hindi से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी सजोना चाहते हैं तो डायरी लेखन आपके लिए एक बेहतर प्लेटफार्म है अगर आप लिखने के शौक रखते हैं तो डायरी आप की पहली प्रकाशित होने वाली एक अच्छी पुस्तक हो सकती हैं।
Chikaima Beca