Katyayani mantra ka arth ! आज हम आप लोगों को Katyayani mantra के बारे में बताएंगे और यह भी बताएंगे कि इस मंत्र का उपयोग कौन से काम के लिए किया जाता है. katyayani mantra कात्यायनी मंत्र उन लोगों के लिए है जिनकी शादी नहीं होती है और या फिर जिनकी शादी में देरी हो गई हो इसीलिए इस मंत्र का उपयोग किया जाता है यह एक बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है.
ऐसा कहा जाता है कि जब गोपियों ने कृष्ण भगवान को अपने पति के रूप में पाने के लिए मां कात्यायनी की पूजा की थी कात्यायनी मंत्र एक ऐसा मंत्र है अगर किसी लड़की की कुंडली में मंगल दोष या ग्रह दोष नकारात्मक प्रभाव डालता है तो यह मंत्र उन सभी बाधाओं को दूर करने के लिए बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है अगर आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो यह मंत्र आपके सारे कष्टों को दूर कर देता है माँ कात्यायनी का यह मंत्र कात्यायनी को समर्पित है.
उन्हें नवदुर्गा में छठे रूप में माना जाता है कात्यायनी शब्द का अर्थ है विनाशकारी अहंकार को दूर करने वाली , देवी कात्यायनी सिंहासन पर विराजमान है जिनके अंग में तीन आंखें और चार हाथ है और उनके एक हाथ में शास्त्र है और दूसरे हाथ में कमल है और जो 2 हाथ हैं वह मनोकामना पूर्ति के लिए हैं चलिए आज हम आप लोगों को सबसे पहले मां कात्यायनी का मंत्र बताएंगे आज हम आप लोगों को मां कात्यायनी के जितने भी मंत्र हैं.
वह सारे मंत्र आपको इस लेख में बताएंगे मां कात्यायनी के सारे मंत्रो को जानने के लिए आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें तभी आपको पता चलेगा कि मां कात्यायनी के कितने मंत्र और कैसे कौन कौन से मंत्र है।
- 1. मां कात्यायनी का मंत्र क्या है ? | Katyayani mantra
- 2. कात्यायनी महामंत्र का जाप कैसे करना चाहिए ?
- 3. मां कात्यायनी को क्या भोग लगाना चाहिए ?
- 3.1. 1. मां कात्यायनी का बीज मंत्र :
- 3.2. 2. मां कात्यायनी के लिए प्रार्थना मंत्र :
- 3.3. 3. मां कात्यायनी का स्तुति मंत्र :
- 3.4. 4. अन्य मंत्र :
- 4. बीज मंत्र जाप का लाभ
- 5. शीघ्र विवाह के लिए कैसे करें मां कात्यायनी की पूजा ?
- 5.1. 1. जपें यह मंत्र-
- 5.2. 2. देवी का प्रसाद-
- 6. मां कात्यायनी की आरती
- 7. FAQ : Katyayani mantra
- 7.1. मां कात्यायनी का बीज मंत्र क्या है?
- 7.2. कात्यायनी का अर्थ क्या होता है?
- 7.3. कात्यायनी महामंत्र का जाप कैसे करना चाहिए?
- 8. निष्कर्ष
मां कात्यायनी का मंत्र क्या है ? | Katyayani mantra
मां कात्यायनी स्तुति मंत्र या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
कात्यायनी महामंत्र का जाप कैसे करना चाहिए ?
कात्यायनी माता को पुष्प अर्पित करें उसके बाद लाल चंदन की माला से निम्न मंत्र का जाप करें
”कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरि, नन्दगोपसुतं देवी पति मे कुरुते नमः।”
जाप के बाद हाथ में जल लेकर बोले माता मैंने जो जात किया है अगर उसमें कोई त्रुटि हो गई हो तो मुझे क्षमा करना ऐसा कहकर जल माता सामने छोड़ें।
मां कात्यायनी को क्या भोग लगाना चाहिए ?
मां कात्यायनी को भोग में शहद से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए जैसे शहद से बनी खीर का भोग लगा सकते हैं जो मां कात्यायनी को बहुत ही पसंद आएगी।
1. मां कात्यायनी का बीज मंत्र :
क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।
मां कात्यायनी का बीजक मंत्र अगर आप इसे विधि विधान से पूजा करने के बाद लाल चंदन की माला से मां कात्यायनी मंत्र का जाप करते हैं तो आपको बहुत से फायदे मिलेंगे या बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है।
2. मां कात्यायनी के लिए प्रार्थना मंत्र :
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी।।
3. मां कात्यायनी का स्तुति मंत्र :
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
4. अन्य मंत्र :
‘ॐ ह्रीं नम:।।’
चन्द्रहासोज्जवलकराशार्दुलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
बीज मंत्र जाप का लाभ
यह मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो आपके शरीर की जितनी भी परेशानियां होती हैं वह सब ठीक कर देता है जैसे कि रोग, शारीरिक कष्ट, भय, चिंता, दुख से मुक्ति, शत्रु पर विजय प्राप्ति आदि के उपयोग के लिए यह बीज मंत्र किया जाता है और इस मंत्र का जाप करने से आपके घर में सुख शांति और समृद्धि भी आती रहती है।
शीघ्र विवाह के लिए कैसे करें मां कात्यायनी की पूजा ?
शीघ्र विवाह के लिए मां कात्यायनी की पूजा करनी चाहिए और गोधूलि वेला में पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। मां कात्यायनी के चरणों में दीपक जलाए और उन्हें पीले फूल अर्पित करें। मां कात्यायनी के चरणों में तीन गांठ हल्दी चढ़ाएं और मां कात्यायनी के मंत्र का जाप जरूर करें ।
“कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।”
पूजा करने के बाद उस हल्दी की गांठ को अपने पास सुरक्षित रख लें। मां कात्यायनी को शहद बहुत ही पसंद है इसीलिए उन्हें शहद अर्पित जरूर करें। और शहद हरदम चांदी के या मिट्टी के पात्र में अर्पित किया जाता है क्योंकि यह बहुत ही उत्तम माना जाता है। इससे आपके शरीर मैं प्रभाव बढ़ेगा और आकर्षण क्षमता में वृद्धि नजर आएगी।
1. जपें यह मंत्र-
माता कात्यायनी की पूजा करने के लिए उनका चित्र या यंत्र सामने रखकर रक्त पुष्प से उनकी पूजा करें यदि चित्र में यंत्र उपलब्ध ना हो तो मां दुर्गा का चित्र रखकर निम्न मंत्र की 21 माला नित्य जपे इससे आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी और साथ ही धन की प्राप्ति होती है।
मंत्र – ‘ॐ ह्रीं नम:।।’
चन्द्रहासोज्जवलकराशाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
मंत्र – ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
2. देवी का प्रसाद-
मां कात्यायनी की पूजा और साधना एवं भक्ति करने वालों को मां की प्रसन्नता के लिए शहद युक्त पान अर्पित करना चाहिए और भोग में शहद का भोग लगाना चाहिए। मां कात्यायनी को नवदुर्गा रूपों में छठे रूप में माना गया है मां कात्यायनी के आशीर्वाद से विवाह जल्द ही हो जाता है और साथ ही व्यवहारिक जीवन में खुशियां ही मिलती हैं।
कात्यायनी मंत्र -1
कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ।
नंद गोपसुतन देविपतिं मे कुरु ते नमः
कात्यायनी महामये महायोगिन्यधीश्वरी |
नंदगोपसुतम देवीपातिम में कुरु ते नमः |
कात्यायनी मंत्र – 2
..ॐ ह्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ।। ।। ह्रीं श्रीं कात्यायन्यै स्वाहा ।।
||O ह्रीं कात्यायंयै स्वाहा || || हिंग श्रृंग कात्यायनयै स्वाहा ||
विवाह हेतु मंत्र – 1
कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीस्वरि ।
नंदगोपसुतं देवि पतिं मे कुरु ते नमः।।
Om कात्यायनी महामये महायोगिन्यधिस्वरी |
नंदगोपासुत देवी पतिं में कुरु ते नमः ||
विवाह हेतु मंत्र – गौरी शंकर मंत्र
हे गौरी शंकरार्धांगी । जन्म त्वं शंकरप्रिया ।|
माँ कुरु और कल्याणी। कांत कांता सुदुर्लभाम्।।
हे गौरी शंकरार्दंगिनी| यथा त्वं शंकरप्रिया ||
त अथा मांग कुरु कल्याणी | कांत कांता सुदुर्लभम ||
विवाह हेतु मंत्र – 3
ॐ देवेंद्रणि नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिय भामिनी।
लगन भाग्यमरोग्यं जल्द ही देहि मे ।।
ओम देवेंद्रानी नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिय भामिनी|
विवाहम भाग्यमरोग्यम शिग्राम च देही में ||
विवाह हेतु मंत्र – 4
ॐ शं शंकर सकल ग्रहार्जित पाप नाय पुरुषार्थी चटस्टय च पतिं मे देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।।
ओम शांग शंकराय सकल जनमर्जित पाप विधान नए पुरुषार्थ चतुर्ते लभय च पतिम में देही कुरु-कुरु स्वाहा ||
विलंबित विवाह के लिए सूर्य मंत्र
ॐ देवेंद्रणि नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिय भामिनी।
लगन भाग्यमरोग्यं जल्दी ही मे देही
ओम देवेंद्रानी नमस्तुभ्यं देवेंद्रप्रिया भामिनी |
विवाहम भाग्यामरोग्यम शीघरालभम च देही में ||
मां कात्यायनी की आरती
जय जय अम्बे, जय कात्यायनी।
जय जगमाता, जग की महारानी।
बैजनाथ स्थान तुम्हारा।
वहां वरदाती नाम पुकारा।
कई नाम हैं, कई धाम हैं।
यह स्थान भी तो सुखधाम है।
हर मंदिर में जोत तुम्हारी।
कहीं योगेश्वरी महिमा न्यारी।
हर जगह उत्सव होते रहते।
हर मंदिर में भक्त हैं कहते।
कात्यायनी रक्षक काया की।
ग्रंथि काटे मोह माया की।
झूठे मोह से छुड़ाने वाली।
अपना नाम जपाने वाली।
बृहस्पतिवार को पूजा करियो।
ध्यान कात्यायनी का धरियो।
हर संकट को दूर करेगी।
भंडारे भरपूर करेगी।
जो भी मां को भक्त पुकारे।
कात्यायनी सब कष्ट निवारे।
FAQ : Katyayani mantra
मां कात्यायनी का बीज मंत्र क्या है?
कात्यायनी का अर्थ क्या होता है?
कात्यायनी महामंत्र का जाप कैसे करना चाहिए?
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा होगा आज हमने आपको इस लेख में Katyayani mantra के मंत्र के बारे में बताएंगे मां कात्यायनी के जितने भी मंत्र हैं वह सारे मंत्र हमने आपको इस लेख में बता रखे हैं अगर आप भी इन मंत्रों का जाप करते हैं तो आपके शरीर के जितने भी लोग हैं वह सब खत्म हो जाएंगे और जिनकी शादी नहीं हो रही है और अगर आप हमारे द्वारा बताए गए मंत्रों का जाप करते हैं तो आपकी शादी भी तय हो जाएगी ।