Pitra dosh ke upay | पित्र दोष के उपाय : नमस्कार दोस्तों आज इस pitra dosh ke upay नामक लेख में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों आप लोगों ने पितृदोष का नाम तो सुना ही होगा दोस्तों क्या आप पितृदोष के विषय में जानते हैं यदि नहीं जानते हैं तो आज हम आप सभी को इस लेख के माध्यम से विस्तार पूर्वक बताएंगे की पित्र दोष क्या है? और साथ में इसके उपाय के बारे में भी आपको जानकारी प्रदान करेंगे.
माना जाता है कि जब किसी व्यक्ति पर सूर्य और राहु के योग बन रहे होते हैं तो तो इन्हीं के योग के द्वारा पित्र दोष का भी योग बन रहा होता है शास्त्रों के मुताबिक राहु तथा सूर्य जिस प्रकार के भाव में उपस्थित रहते हैं उस भाव के सभी परिणाम नष्ट हो जाते हैं व्यक्ति की कुंडली में एक प्रकार का दोष पाया जाता है जो इन सब दुखों को एक साथ देने की क्षमता रखता है दुखों की एक साथ देने की क्षमता
को ही पित्र दोष के नाम से भी जाना जाता हैकुंडली के नए घर को लोग धर्म घर के नाम से भी जानते हैं इसके आधार पर इसे पिता का घर भी कहते हैं यदि किसी प्रकार से व्यक्ति का नवा घर बुरे ग्रहों से किसी कारण वश ग्रसित हो जाता है तो उससे यह ज्ञात होता है कि व्यक्ति के पूर्वजों की इच्छाएं अधूरी रह गई है इसलिए प्राकृतिक रूप से उनके ग्रह खराब होते हैं इन खराब ग्रहों को सूर्य मंगल संवाद के
नामों से जाना जाता है और कुछ लक्षणों के आधार पर यह अपना-अपना काम करते हैं लेकिन राहु और केतु यह दोनों इन्हीं लगने के आधार पर अपना दुष्परिणाम भी देते हैं नवा भाव का मालिक ग्रह चंद्र राशि से होकर गुजरता है नवे भाव का मालिक यदि राहु और केतु 2 ग्रहों से ग्रसित है तो इसे पित्र दोष की संज्ञा दी जाती है इस प्रकार व्यक्ति हमेशा किसी ना किसी प्रकार की समस्या से परेशान रहता है.
और इसकी कोई भी इच्छा पूरी नहीं होती है वह जीविकोपार्जन के लिए नाना प्रकार के यत्न करता रहता है परंतु उसे सफलता नहीं मिलती वह किसी ना किसी प्रकार से शारीरिक रोग व्याधियों से भी परेशान रहता है अगर किसी भी तरह से इस नवे भाव के मालिक राहु या केतु जिन से ग्रसित हैं तो यह 100% माना जाता है कि पितृदोष के कारणों से है पित्र दोष के प्रभाव से बचने के लिए कुछ pitra
dosh ke upay भी होते हैं जिनको अपनाने से पित्र दोष से मुक्ति मिल जाती है पित्र दोष की मुक्ति के लिए नाना प्रकार के उपाय और विधियां बताई जाती हैं जिनका प्रयोग करने से पित्र दोष दूर हो जाता है लेकिन उन उपायों को करने के लिए कुछ नियम और सिद्धांत होते हैं जिनका हमें पालन करना पड़ता है।
- 1. पित्र दोष क्या है ? | Pitra dosh ke upay ?
- 2. पित्र दोष कब लगता है? | Pitra dosh kab lagata hai ?
- 3. पितृदोष के लक्षण कैसे पता करें? | Pitra dosh ke lakshan kaise pata kare ?
- 4. पित्र दोष से क्या हानियां होती हैं? | Pitra dosh se kya haniya hai ?
- 5. घर में पितरों का स्थान कहां होना चाहिए? | Gharon me pitaron ka sthan kahan hona chahiye ?
- 6. पितृपक्ष में क्या करना चाहिए ? | Pitru paksha me kya karna chahiye
- 7. पित्र पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए ? | Pitru paksha me kya nahi karna chahiye ?
- 8. Pitra dosh ke upay | पितृ दोष के उपाय
- 9. FAQ : pitra dosh ke upay
- 9.1. पित्र दोष का निवारण मंत्र क्या है?
- 9.2. पितृ दोष को कैसे खत्म करें?
- 9.3. कैसे पहचाने घर में पितृ दोष है?
- 10. निष्कर्ष
पित्र दोष क्या है ? | Pitra dosh ke upay ?
यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो मृत्यु के उपरांत उस व्यक्ति का अंतिम संस्कार विधिपूर्वक ना करने से या फिर उस व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाने से उस व्यक्ति के परिवार से जुड़े हुए सदस्यों को इस पित्र दोष का परिणाम भुगतना पड़ता है एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चला जाता है और उस परिवार से संबंधित लोग पीढ़ी दर पीढ़ी इस पितृदोष की समस्या से परेशान रहते हैं।
पित्रदोष के प्रभाव के कारण उस परिवार को संकट का सामना करना पड़ता है जिससे उस परिवार से संबंधित सदस्यों की जीवनशैली खराब हो जाती है और वे अपने जीवन में किसी भी प्रकार की प्रगति हासिल नहीं कर पाते हैं।
पित्र दोष कब लगता है? | Pitra dosh kab lagata hai ?
जो परिवार माता पिता की मृत्यु के उपरांत उनका दाह संस्कार या अंतिम संस्कार विधि विधान पूर्वक नहीं करते हैं और पितृपक्ष में अपने पूर्वजों को पिंडदान तर्पण और श्राद्ध नहीं करते हैं तो ऐसे परिवारों को पित्र दोष का सामना करना पड़ता है माता-पिता का अनादर या पितरों का अपमान या किसी बेसहारे व्यक्ति की हत्या या कुछ प्राकृतिक पौधे जैसे पीपल नीम और बरगद आदि को कटवाने जाने
अनजाने में किसी नाग नागिन की हत्या करना यह सब पित्र दोष के कारण के अंतर्गत आते हैं इन्हीं के आधार पर पित्र दोष बनते हैं। तो हमें पित्र दोष के उपाय से बचने के लिए इन सभी प्रकार के कार्यों से भी बचना पड़ता है।
पितृदोष के लक्षण कैसे पता करें? | Pitra dosh ke lakshan kaise pata kare ?
जिस व्यक्ति या जिस परिवार पर पित्र दोष का प्रभाव पड़ता है उसमें कुछ विशेष प्रकार के लक्षण पाए जाते हैं जो इस प्रकार से हैं
1. परिवार में किसी व्यक्ति की अचानक दुर्घटना में मौत होना
2. किसी व्यक्ति का लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित होना
3. परिवार में किसी विकलांग बालक बालिका का जन्म होना
4. बच्चों द्वारा अनुचित व्यवहार किए जाने पर अपमानित होना
5. परिवार की किसी नई नवेली महिला का गर्भधारण ना होना
6. परिवार के किसी सदस्य के विवाह उपरांत वर वधू में किसी एक की मृत्यु हो जाना
7. घर के किसी व्यक्ति का शराबी कबाबी हो जाना
8. परिवार में कलह का होना
पित्र दोष से क्या हानियां होती हैं? | Pitra dosh se kya haniya hai ?
पित्र दोष के प्रभाव से कई प्रकार की हानियां होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार से हैं
1.परिवार में किसी संतान का ना होना
2. या किसी संतान का चरित्रहीन होना
3. गर्भावस्था में ही संतान का नष्ट हो जाना
4. व्यवसाय में बरकत ना होना या निरंतर हानि उठाना
5. परिवार में हमेशा अशांत वातावरन का रहना।
6. घर में किसी ना किसी का बीमार बने रहना
घर में पितरों का स्थान कहां होना चाहिए? | Gharon me pitaron ka sthan kahan hona chahiye ?
बताया जाता है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की हंसती मुस्कुराती हुई तस्वीरें घर की उत्तर दिशा की दीवारों पर लगाया जाता है ताकि उनकी दृष्टि सदैव दक्षिण की ओर रहे दक्षिण दिशा को यम दिशा या पितरों की दिशा माना गया है ऐसा करने से परिवार के किसी भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु या संकट से सुरक्षा रहती है ।और परिवार मैं खुशी का वातावरण रहता है ऐसा करने से परिवार प्रगति की
ओर दिन प्रतिदिन बढ़ता रहता है परिवार के सारे सदस्य स्वस्थ और सुखी रहते हैं। परिवार के सदस्यों पर पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है जिससे परिवार सदैव फलता फूलता रहता है।
पितृपक्ष में क्या करना चाहिए ? | Pitru paksha me kya karna chahiye
भारतीय शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि 1 वर्ष में 15 दिनों का समय पितृपक्ष का होता है इस पितृपक्ष में हिंदू सभ्यता के अनुसार लोग अपने पूर्वजों को श्राद्ध अर्पित करते हैं। श्राद्ध अर्पित करने के विषय में कुछ इस प्रकार से आगे बताया जा रहा है।
1. पित्र पक्ष में अपने परिवार की मंगल कामना के साथ ग्रहों की शांति के लिए अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंड दान तर्पण आदि किया जाता है जिससे परिवार पर पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है
2. भारतीय हिंदू सभ्यता के अनुसार यह बताया जाता है कि पित्र पक्ष में चांदी के किसी पात्र या किसी वस्तु का दान करना उचित माना जाता है
3. पित्र पक्ष में काले तिल का भी दान किया जाता है
4. गुड़ का दान करना
5. अनाज का दान करना
6. नमक का दान करना
7. वस्त्रों का दान करना
8. गाय का दूध व घी का दान करना
9. मुद्रा का दान करना
10. चावल के तीन पिंड बनाकर पिंड दान करना
11. पांच जीवो को भोजन का दान देना
12. पंचबलि कर्म के उपरांत ब्राह्मण भोज कराना
पित्र पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए ? | Pitru paksha me kya nahi karna chahiye ?
धर्म शास्त्रों के अनुसार बताया जाता है कि पितृपक्ष में अशुद्ध भोजन यानी कि मांस मदिरा अंडा शराब बीड़ी सिगरेट या अवैध भोजन नहीं करना चाहिए जो पितृपक्ष के नियमानुसार उचित ना हो पितृपक्ष के दौरान चना या फिर चने से बनी हुए भोज्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए पित्र पक्ष में अपने पूर्वजों को भी श्राद्ध में चने की दाल और चने से बना हुआ किसी भी प्रकार का भोज पदार्थ भोग मे
उपयोग नहीं किया जाना चाहिए यह अशुभ माना जाता है इसलिए इन सभी चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह हमारे पित्र पक्ष के नियमानुसार उचित नहीं है।
Pitra dosh ke upay | पितृ दोष के उपाय
ज्योतिषियों के अनुसार पितृदोष का बहुत ही महत्व माना जाता है प्राचीन धर्म शास्त्रों व ऋषि-मुनियों ज्योतिषियों के अनुसार पित्र दोष सबसे बड़ा दोष माना गया है इस से पीड़ित होने वाले व्यक्ति का जीवन नाना प्रकार की समस्याओं से गिर जाता है और वह व्यक्ति अपने जीवन में निराश्रित हो जाता है जिस व्यक्ति या जातक की कुंडली में इस प्रकार का दोष होता है उसे धन की कमी को लेकर
मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है पित्र दोष से संबंधित पीड़ित व्यक्ति की उन्नति में बाधाएं बनी रहती है। पित्र दोष का प्रभाव कम करने के लिए या पित्र दोष के प्रभाव से बचने के लिए कुछ pitra dosh ke upay is प्रकार बताए गए हैं
1. जिस जातक या व्यक्ति की कुंडली में पित्र दोष का निर्माण हो रहा हो उसी समय व्यक्ति को घर की दक्षिण दिशा की ओर घर की दीवार पर अपने पूर्वजों की हस्ती मुस्कुराती हुई तस्वीर लगाकर उस पर माल्यार्पण करना चाहिए और उनकी प्रतिदिन पूजा स्तुति आदि करना चाहिए उनसे आशीर्वाद की कामना करनी चाहिए।
2.अपने पूर्वजों की परिनिर्वाण तिथि पर कुछ जरूरतमंद लोगों को कुछ असहाय निराश्रित लोगों को भोजन आदि का दान करना चाहिए और उस भोजन में अपने पूर्वजों की पसंद से संबंधित एक व्यंजन अवश्य बनाएं।
3. इसी दिन अगर हो सके तो अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंद गरीब लोगों को वस्त्र आदि का दान करना चाहिए ऐसा करने से पित्र दोष समाप्त हो जाता है
4. हिंदू सभ्यता के अनुसार पीपल के वृक्ष पर दोपहर के समय सुंदर पुष्प शुद्ध जल अक्षत से युक्त दूध गंगाजल काले तिल आदि चढ़ाकर अपने पूर्वजों का स्मरण कर उनसे आशीर्वाद की कामना करें।
5. साय काल के समय में अपने घर में घी का दीप जलाएं और नाग स्रोत महामृत्युंजय मंत्र या रुद्र सूक्त या पित्र स्रोत व नवग्रह का स्रोत का पाठ करें इससे भी पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
6. सोमवार के दिन प्रातः काल में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके शिव मंदिर में जाकर के जल में आक के पुष्प कच्ची लस्सी व बेलपत्र के साथ शिव जी की पूजा उपासना करें 21 सोमवार तक शिवजी की पूजा उपासना करने से पित्र दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है
7. रोजाना अपने इष्ट देव व कुलदेवता की श्रद्धा भाव से पूजा उपासना करने से पित्र दोष समाप्त हो जाता है।
8. कुंडली में पित्र दोष होने के कारण अपने गांव या रिश्तेदारों से संबंधित किसी गरीब कन्या के विवाह में कुछ सहायता राशि प्रदान करने से पित्र दोष का प्रभाव कम हो जाता है
9. हिंदू परंपरा के अनुसार ब्राह्मणों को गोदान गर्मी में पानी पिलाने के लिए सार्वजनिक कुओं का निर्माण कराना या राहगीरों को जल पिलाने से पित्र दोष से मुक्ति मिलती है।
10. अपने घर के समीप किसी पवित्र स्थान पर पीपल या बरगद पेड़ लगाएं भगवान श्री विष्णु जी के मंत्र का जाप करते हुए श्रीमद् भागवत गीता का पाठ भी करें ऐसा करने से पितरों को शांति मिलती है। और पित्र दोष कम हो जाता है
11. अपने पूर्वजों के नाम पर गरीब छात्र छात्रों को उनकी शिक्षा से संबंधित सहायता करने अपने पूर्वजों के नाम पर अस्पताल मंदिर विद्यालय धर्मशाला आदि का निर्माण कराने से भी पित्र दोष से मुक्ति मिलती है।
FAQ : pitra dosh ke upay
पित्र दोष का निवारण मंत्र क्या है?
पितृ दोष को कैसे खत्म करें?
कैसे पहचाने घर में पितृ दोष है?
निष्कर्ष
हेलो दोस्तों आज हम pitra dosh ke upay नामक लेख के माध्यम से आप सभी को पित्र दोष के उपाय से संबंधित कई बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की आज हमने आप सभी को पित्र दोष के बेजोड़ उपाय बताए हैं जिसका उपयोग कर आप सभी आसानी से इसका लाभ उठा सकते हैं। और जानकारी प्राप्त कर आप अपने पास पड़ोस के लोगों को भी जानकारी दे सकते हैं और आपके
पड़ोसी भी जानकारी प्राप्त कर इसका लाभ उठा सकते हैं तो हमें आशा है कि हमारा आज का यह लेख आप सभी को पसंद आया होगा। हम आप सभी के बीच में इसी प्रकार के लेख लेकर आते रहेंगे।