सेहरी की दुआ हिंदी में | Sehri ki Dua In Hindi : अस्सलामु अलैकुम दोस्तो आज के इस लेख में हम आप लोगों को रमजान में sehri ki dua hindi के बारे में बताएंगे दोस्तों इस समय रमजान का महीना चल रहा है और इसी रोजे में अल्लाह ताला ने हम सभी मुसलमान पुरुष एवं स्त्री पर रोजा फर्ज किया है जिसमें रोजा रखने से पहले हमें Sehri ki Dua पढ़ी जाती है इस दुआ को पढ़ने से पहले इसमें कुछ अरबिक आयात पढ़ते हैं.
अल्लाह के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि रमजान के महीने में रोजा रखना सभी मुसलमान भाइयों के लिए आवश्यक होता है छोटे से लेकर बड़े तक रोजा रखते हैं रोजे में ही sehri ki dua पढ़ने का नियम बताया गया है अगर आप में से कोई भी व्यक्ति इस लेख में यह पता करने के लिए आया है कि sehri ki dua hindi कैसे पढ़ी जाती है.
तो आज हम उसे रोजे में पढ़ने वाली sehri ki dua hindi के बारे में जानकारी देंगे इसके अलावा सेहरी की दुआ अंग्रेजी में , सेहरी की दुआ का मतलब (तर्जुमा) ,Sehri Ki Dua In Arabic ,Sehri Ki Dua Tarjuma Urdu Me इन सभी विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं अगर आप में से कोई भी व्यक्ति रोजे में पढ़ने वाली दुआ के बारे में जानना चाहता है.
तो वह इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि उसे sehri ki dua hindi के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके और वह रोजे में इस दुआ को आसानी से पढ़ सके। आज हम आपको यहां पर दो से अधिक भाषाओं में दुआ सिखाने की कोशिश करेंगे ताकि आप लोगों को अरबिका का उच्चारण सही ढंग से हो जाए।
- 1. रोज़ा क्या है ? | Roja kya hai ?
- 2. सेहरी की दुआ हिंदी में | Sehri ki Dua In Hindi
- 3. सेहरी की दुआ English
- 4. सेहरी की दुआ Translation In English
- 5. सेहरी की दुआ Arabic
- 6. सेहरी की दुआ Tarjuma Urdu Me
- 7. सेहरी को करने का वक़्त क्या है ?
- 8. सेहरी खाये बगैर रोज़ा रखना कैसा है ?
- 9. सेहरी की नियत कैसे करे | Sehri ki niyat kaise kare ?
- 10. हिंदी में दुआ का मतलब | Sehri me dua ka matlab
- 11. FAQ : sehri ki dua hindi
- 11.1. सेहरी की दुआ क्या है ?
- 11.2. व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान दुआ का अर्थ क्या है ?
- 11.3. सेहरी करने के लिए कौन सी दुआ पढ़े ?
- 12. निष्कर्ष
रोज़ा क्या है ? | Roja kya hai ?
दोस्तों अगर आप में से कोई भी व्यक्ति मुसलमान है तो उसे रोजे के बारे में अवश्य जानकारी होगी लेकिन फिर भी हम आपको बता दें कि रोजा अल्लाह की इबादत करने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है अगर आप यह सोच रहे हैं कि रोजे में कुछ भी खाया या फिर पिया नहीं जाता है तो हम आपको बता दें कि रोजे का मतलब भूखा प्यासा रहना नहीं है और ना ही सिर्फ खाने पीने से रोजा हो जाता है।
वैसे कहा जाए तो रोजा कई प्रकार के होते हैं जो हमने आपको नीचे पॉइंट में बताए हैं।
1. आंखों का रोजा
2. कान का रोजा
3. जुबां का रोजा
4. नाक का रोजा
5. हाथों का रोजा
6. जोड़ी का रोजा
हिंदी और इंग्लिश एवं तर्जुमा | दुआ |
Sehri Ki Dua In Hindi | व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान “मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता हूँ” |
सेहरी की दुआ अंग्रेजी में | Wa bisawmi ghadin nawaitu min shahri ramadan |
सेहरी की दुआ का मतलब (तर्जुमा) | “मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता हूँ” |
सेहरी की दुआ हिंदी में | Sehri ki Dua In Hindi
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति मुसलमान है तो उसे सेहरी की दुआ के बारे में जानकारी अवश्य होगी लेकिन अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको आज सेहरी की दुआ के बारे में बताएंगे ऐसा कहा गया है कि सेहरी की दुआ पढ़ते वक्त कोई भी त्रुटि नहीं होनी चाहिए।
इसीलिए सेहरी की दुआ को हिंदी , अंग्रेजी अरबी 3 भाषाओं में लिखी गई है ताकि आप में से कोई भी व्यक्ति जब भी सेहरी की दुआ को पड़े तो उस दुआ को पढ़ते समय कोई भी त्रुटि ना हो अल्लाह के मुताबिक ऐसा कहा गया है कि यह दुआ सेहरी का खाना खाने के पहले नहीं पढ़ी जाती है।
बल्कि इसमें यह बताया गया है कि जब आप सेहरी का खाना अच्छे तरीके से खा और पीले उसके पश्चात नीचे दी गई सेहरी की दुआ को अच्छे प्रकार से पढ़ें। इस दुआ को पढ़ने में आपको कोई भी परेशानी ना हो इसीलिए हमने आपको सेहरी की दुआ हिंदी , अंग्रेजी , उर्दू अरबी आदि भाषाओं में दे दी है आप जिस चीज में महारत को हासिल किए हो उस दुआ को आप पढ़ सकते हैं।
व बिसवमी गदिन्न नवैयतु मिन शहरी रमज़ान
मैं रमज़ान के महीने में इस रोज़े की नीयत करता हु।
सेहरी की दुआ English
Wa bisawmi ghadinn nawaiytu min shahri ramadan
सेहरी की दुआ Translation In English
I Intend to keep the fast for month of Ramadan
सेहरी की दुआ Arabic
وَبِصَوْمِ غَدٍ نَّوَيْتُ مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ
सेहरी की दुआ Tarjuma Urdu Me
اورمیں نے ماہ رمضان کے کل کے روزے کی
نیت کی
हमारे द्वारा दिए गए लेख में हमने आपको सेहरी की अलग-अलग भाषाओं की दुआ दे दी है सेहरी की दुआ और उसकी संपूर्ण जानकारी हमने बहुत ही विस्तार से और ध्यान पूर्वक लिखा है।
सेहरी को करने का वक़्त क्या है ?
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति सेहरी को करना चाहता है लेकिन उसे सेहरी को करने का वक्त बिल्कुल भी पता नहीं है तो आज हम आपको सेहरी का वक्त बताने वाले हैं सेहरी पढ़ने का वक्त रात के आखिर हिस्से में शुरू होता है अगर कहा जाए तो सेहरी को नमाज पढ़ने से पहले किया जाता है। अगर आप में से कोई भी व्यक्ति शहरी को पड़ता है तो उसे पढ़ने के बाद रोजा रखने की नियत भी करें रोजा की दुआ अवश्य पढ़ें।
सेहरी खाये बगैर रोज़ा रखना कैसा है ?
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति यह सोच रहा है कि सेहरी खाए बगैर रोजा रखना कैसा होता है तो हम आपको बता दें कि जो भी मुसलमान रोजा रखता है वह सेहरी खाए बगैर ही रोजा को रख सकता है लेकिन उसके लिए उस मुसलमान भाई को रोजा रखने की नियत को करना पड़ेगा। अगर आप में से कोई भी व्यक्ति जानबूझकर सेहरी की दुआ को नहीं करता है तो यह बहुत ही गलत माना जाता है क्योंकि हमारे नबी मोहम्मद स ० ल० ने सेहरी करने को कहा था।
सेहरी की नियत कैसे करे | Sehri ki niyat kaise kare ?
अगर आप मुझसे कोई भी व्यक्ति सेहरी की नियत को करना चाहता है तो उसके लिए शहरी की नियत कैसे की जाती है इसके बारे में उस व्यक्ति को जानकारी अवश्य होनी चाहिए।
- हमारे प्रिय मुसलमान भाई अगर आप रमजान के महीने में सेहरी की नियत को करना चाहते हैं।
- तो आपको इस दुआ को करने के लिए सुबह के समय अजान शुरू होने से पहले ही कुछ खा पी लेना है।
- उसके पश्चात आपको अपने घर पर नमाज पढ़ने के तरीके बैठकर सेहरी की दुआ पढ़नी है।
- सेहरी की दुआ पढ़ने का एक निश्चित समय होता है अगर वह गुजर जाता है तो आप सेहरी की दुआ सही समय पर नहीं पढ़ पाएंगे इसीलिए रमजान होने के पहले खा पीकर सेहरी की दुआ को पढ़ लेना है।
- क्योंकि कई बार कई व्यक्तियों के साथ ऐसा होता है कि वह सही समय पर जग नहीं पाते जिसके कारण बिना कुछ खाए पीए सेहरी की दुआ पढ़ लेते हैं ।
- जब आप सही समय पर रोजा रखने यानी कि सेहरी की नियत को करेंगे तभी आप का रोजा कुबूल होगा।
हिंदी में दुआ का मतलब | Sehri me dua ka matlab
मैंने रमज़ान के कल के रोज़े की नीयत की है अगर आप में से कोई भी व्यक्ति मुसलमान है तो उसे रोजे के बारे में अवश्य जानकारी होगी और वह रोजा रखता भी होगा कई मुसलमान भाइयों और बहनों के मन में ऐसे सवाल उठते हैं कि रोजे के दिन कुछ भी खाया या फिर पिया नहीं जाता है लेकिन हम आपकी गलतफहमी को दूर कर दें कि रोजे का मतलब यह नहीं होता है कि वह सिर्फ भूखे प्यासे ही रह जाता है।
बल्कि रोजे को बुराई से बचाना होता है हमारे अल्लाह कहते हैं कि जब आप रोजे को बुराइयों से बचाएंगे और सही ढंग से रोजे को मुकम्मल करेंगे तभी आपको रोज का सज़ाब हासिल होगा। रमजान को रोजा कहते हैं कहा गया है रोजा इसलिए रखा जाता है ताकि हम अल्लाह की इबादत कर सकें अल्लाह की इबादत करने का बहुत ही अच्छा तरीका है रोजा ।
क्योंकि आज के समय में सभी मुसलमान भाई और बहन अल्लाह की इबादत करने के लिए अलग-अलग तरीके खोजते हैं अल्लाह को इबादत करने वाले लोग बहुत ही पसंद होते हैं अल्लाह अपनी नजर में इन भाइयों और बहनों की अहमियत रखते हैं अल्लाह जो हमारे टूटे-फूटे रोजे को अपनी दरगाह में कुबूल फरमाते हैं।
FAQ : sehri ki dua hindi
सेहरी की दुआ क्या है ?
सेहरी की दुआ कुछ इस प्रकार है ;
“व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान” है.
व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान दुआ का अर्थ “मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता हूँ” है.
सेहरी करने के लिए कौन सी दुआ पढ़े ?
" व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरि रमजान दुआ पढ़े."
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से sehri ki dua hindi के बारे में बताया इसके अलावा सेहरी की दुआ हिंदी , अंग्रेजी , उर्दू और अरबी तीनों भाषाओं में हमने आपको इस लेख में दी हैं। अगर आप हमारे इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ते हैं तो आपको सेहरी की दुआ के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी इसके अलावा रोजा क्या है इसके बारे में भी जानकारी मिल जाएगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।